पॉलिटिकल साइंस के विशाल क्षेत्र और उपक्षेत्र छात्रों को अंतरराष्ट्रीय राजनीति, शासन, लोक प्रशासन, अंतरराष्ट्रीय से संबंधित कई सारे मुद्दों की गहराई से पढ़ाई करने का अवसर प्रदान करते हैं। विशेष रूप से, पॉलिटिकल साइंस कार्यक्रम में पीएचडी उन छात्रों के लिए फायदेमंद है जो इस क्षेत्र में पढ़ाई, सार्वजनिक नीति, कानून, मानवाधिकार, राजनीतिक जैसी नॉलेज को पाने के लिए उत्सुक हों। यह व्यक्तियों के विचारों को विकसित करने और व्यक्त करने के लिए आवश्यक फ्लेक्सिबिलिटी और पृष्ठभूमि प्रदान करता है, क्वांटिटी और क्वालिटेटिव मेथड के माध्यम से रिसर्च करता है और इन दोनों के बीच क्रॉस-इफेक्ट्स का विश्लेषण करता है। आइए विस्तार से जानते हैं कि Political science me PhD kaise kare।
कोर्स का नाम | पॉलिटिकल साइंस में पीएचडी |
फुल फॉर्म | डॉक्टरेट ऑफ फिलासफी इन पॉलीटिकल साइंस |
अवधि | 3 से 5 साल |
योग्यता | कम से कम 55% पोस्टग्रेजुएशन में और प्रवेश परीक्षा का अंक |
एडमिशन प्रक्रिया | मेरिट बेस्ड और एप्लीकेशन बेस्ड |
टॉप एंट्रेंस एग्जाम | NET, CRET, RET, PET |
करियर एंड स्कोप | -पॉलीटिकल साइंटिस्ट -मार्केट ट्रेड रिसर्च एनालिस्ट –प्रोफेसर -पब्लिक रिलेशनशिप स्पेशलिस्ट -सर्वे रिसर्च |
This Blog Includes:
- पोलिटिकल साइंस में पीएचडी क्यों करें?
- पोलिटिकल साइंस में पीएचडी कैसे करें? ( चरण दर चरण प्रक्रिया )
- पोलिटिकल साइंस में पीएचडी के अंतर्गत विभिन्न में प्रोग्राम
- पीएचडी राजनीति विज्ञान सिलेबस
- पीएचडी के लिए राजनीति विज्ञान की बेस्ट किताबें
- लोक प्रशासन और राजनीति विज्ञान में अंतर
- शीर्ष विदेशी यूनिवर्सिटीज़
- भारत के कुछ शीर्ष कॉलेज
- पोलिटिकल साइंस में पीएचडी करने के लिए योग्यता
- पोलिटिकल साइंस में पीएचडी करने के लिए एडमिशन प्रक्रिया
- आवश्यक दस्तावेज़
- पोलिटिकल साइंस में पीएचडी के लिए प्रवेश परीक्षाएं
- पोलिटिकल साइंस में पीएचडी करने के बाद करियर और सैलरी
- FAQs
पोलिटिकल साइंस में पीएचडी क्यों करें?
Political science me PhD kaise kare इस बात को जानने से पहले हमें यह जानना चाहिए कि हमें यह क्यों करना चाहिए। पॉलिटिकल साइंस में पीएचडी करने का अर्थ पॉलिटिकल साइंस क्षेत्र के सभी पहलुओं को शामिल करना है जिसे उम्मीदवार ने शोध करने के लिए चुना है। इससे जुड़ी कुछ बातें नीचे दी जा रही है, जिससे विद्यार्थियों को यह समझ आएगा कि उन्हें यह कोर्स क्यों करना चाहिए-
- इस पाठ्यक्रम में विद्यार्थी राजनीति का विस्तृत ज्ञान और शासन के संदर्भ में संबंधित देशों के राजनीतिक ठिकाने के बारे में जानते है। जैसे भारत में सामुदायिक अधिकारिता, अर्थव्यवस्था, डिसेंट्रलाइजेशन और विकास के बारे में समझते हैं।
- पॉलिटिकल साइंस में पीएचडी करने के बाद विद्यार्थी इस क्षेत्र में एक्सपर्ट हो जाते हैं। उन्हें अपने देश और अन्य देश की राजनीति की अच्छी समझ हो जाती है। जिसके कारण उन्हें पोलिंग कंपनी में काम करने को मिल सकता है और वह किसी देश के नेता को चुन सकते हैं।
- इस कोर्स को पूरा करने के बाद, भारत में उम्मीदवार को दिया जाने वाला उच्चतम वेतन लगभग INR 10 लाख सालाना प्रति वर्ष तक होता है। सबसे लास्ट में – यूके में पोलटिकल साइंस में पीएचडी करने के बाद उम्मीदवार को सालाना GBP 25-32,000 (INR 25-32 लाख) होती है।
- इस कोर्स को पूरा करने के बाद उम्मीदवार पॉलिटिकल साइंस के तहत पोस्ट डॉक्टरेट की डिग्री के लिए आवेदन कर सकते हैं।
पोलिटिकल साइंस में पीएचडी कैसे करें? ( चरण दर चरण प्रक्रिया )
पॉलिटिकल साइंस विषय में पीएचडी करने के लिए कुछ महत्वपूर्ण बातें नीचे दी गई है-
- पॉलिटिकल साइंस में पीएचडी करने के लिए विद्यार्थियों का आर्ट्स विषय से 12वीं की पढ़ाई करना अनिवार्य है।
- पॉलिटिकल साइंस विषय में पीएचडी करने के लिए विद्यार्थी को पहले पोस्ट ग्रेजुएशन की डिग्री आर्ट्स विषय से करना आवश्यक है। जिसके बाद वे पॉलिटिकल साइंस विषय से पीएचडी का कोर्स कर सकते हैं।
- पोस्ट ग्रेजुएशन के बाद आवेदकों को चाहिए कि वे विभिन्न इंस्टीट्यूट द्वारा आयोजित कई सारे प्रवेश परीक्षाओं जैसे NET, CRET, RET, और PET को पास करें। जिसके आधार पर उन्हें कॉलेज और इंस्टीट्यूट में एडमिशन प्राप्त होगा।
- इसके बाद आवेदक को चाहिए कि वह किसी अच्छे यूनिवर्सिटी में एडमिशन लेकर पॉलिटिकल साइंस विषय में पीएचडी की पढ़ाई करें। एडमिशन लेने के लिए आवेदक को इंटरव्यू से गुजरना होगा। उन्हें सफलतापूर्वक इंटरव्यू पास करना होगा क्योंकि इंटरव्यू के बाद ही उन्हें एडमिशन प्राप्त होगा।
पोलिटिकल साइंस में पीएचडी के अंतर्गत विभिन्न में प्रोग्राम
किसी भी विषय में पीएचडी करना पूरी तरह से विद्यार्थी के ऊपर निर्भर करता है। पॉलिटिकल साइंस भी एक विषय है जिसमें विद्यार्थी पीएचडी कर सकता है। पॉलिटिकल साइंस के अंतर्गत कई अलग-अलग प्रोग्राम्स है जिसमें पीएचडी की जा सकती है-
- Ph.D. by Research
- PhD Programme in Political and Administrative Sciences
- PhD in Political Marketing, Actors and Institutions in Contemporary Societies
- Doctor of Diplomacy (DDipl)
- Doctorate in Political Science
- Doctor of Philosophy (PhD) in Political Science
आप AI Course Finder की मदद से भी अपनी रुचि के अनुसार कोर्सेज का चयन कर सकते हैं।
पीएचडी राजनीति विज्ञान सिलेबस
राजनीति विज्ञान में पीएचडी में पढ़ाए जाने वाले विषय नीचे सूचीबद्ध किए गए हैं।
कोर्स 1- रिसर्च पद्धति | कोर्स 2- दक्षिण एशिया में राज्य और राजनीति |
---|---|
राजनीति विज्ञान अनुसंधान की नींव, दृष्टिकोण और ज्ञानमीमांसा | दक्षिण एशिया को प्रासंगिक बनाना |
सर्वेक्षण अनुसंधान के तरीके | लंबे विवाद, मानव सुरक्षा और पर्यावरण संबंधी मुद्दे |
सांख्यिकी और डेटा संग्रह | राजनीतिक और आर्थिक चुनौतियां |
अनुसंधान डिजाइन | दक्षिण एशियाई देशों की विदेश नीतियां और क्षेत्रीय सहयोग पहल |
कोर्स 3- भारत में शासन और राजनीति | कोर्स 4- भारत में विकेंद्रीकरण और विकास |
भारतीय राजनीतिक व्यवस्था के दृष्टिकोण और परिप्रेक्ष्य | भारत में विकेंद्रीकरण और विकास |
भारत में पार्टी सिस्टम | विकेंद्रीकरण और सामुदायिक अधिकारिता |
अल्पसंख्यकों और वंचित समूहों के लिए संरक्षण | विकेंद्रीकरण, शासन और स्थानीय राजनीतिक संस्थाओं की संरचना |
संरचनात्मक चिंताएं | भागीदारी और स्थानीय विकास |
कोर्स 5- भारत और अंतर्राष्ट्रीय राजनीतिक अर्थव्यवस्था | |
राजनीतिक अर्थव्यवस्था | |
भारत में भूमि सुधार | |
अंतर्राष्ट्रीय और बहुपक्षीय आर्थिक संस्थान और विकासशील देश | |
सार्वजनिक नीति विश्लेषण |
पीएचडी के लिए राजनीति विज्ञान की बेस्ट किताबें
नीचे दी गई पुस्तकें पीएचडी राजनीति विज्ञान में 5 प्रमुख विषयों को कवर करती हैं।
किताब का नाम | लेखक |
---|---|
समसामयिक व्याख्याशास्त्र—विधि, दर्शन और समालोचना के रूप में व्याख्याशास्त्र | ब्लेइचर जे |
तरीके उपकरण और तकनीक | गोपाल और जैन |
सामाजिक विज्ञान में अनुसंधान के तरीके | नचमियास डी और नचमियास सी |
राजनीति विज्ञान में अनुसंधान पद्धति: सिद्धांत और विश्लेषण | वर्मा एस |
भारत में ‘सिचुएटिंग इंडिया’: उभरती शक्ति | स्टीफन पी और कोहेन |
कपूर की लौ: भारत में लोकप्रिय हिंदू धर्म और समाज | फुलर सीजे |
दक्षिण एशियाई विकास चतुर्भुज: बहुआयामी सहयोग की रूपरेखा | मुचकुंड और दुबे |
दक्षिण एशिया की नई अंतर्राष्ट्रीय राजनीति | हेविट और वर्नोन |
भारतीय संविधान: एक राष्ट्र की आधारशिला | ग्रानविले और ऑस्टिन |
भारत में सामाजिक परिवर्तन और राजनीतिक प्रवचन: शक्ति की संरचनाएं, प्रतिरोध के आंदोलन | सत्यमूर्ति टी.वी |
दक्षिण एशिया और पश्चिम अफ्रीका में लोकतंत्र और विकेंद्रीकरण: भागीदारी, जवाबदेही और प्रदर्शन | जे मनोर, क्रूक, और RC |
लोकतंत्र, विकेंद्रीकरण और विकास | हेनरी और मैडिक |
आजादी के बाद से भारत की राजनीति | पॉल आर और ब्रास |
लोकतंत्र और असंतोष: भारत की शासन क्षमता का बढ़ता संकट | अतुल और कोहली |
लोक प्रशासन और राजनीति विज्ञान में अंतर
लोक प्रशासन और राजनीति विज्ञान में बहुत कुछ समान है। दोनों कोर्स सामाजिक रूप से केंद्रित हैं, प्रशासन और सार्वजनिक नीतियों और सरकार के कामकाज पर ध्यान केंद्रित करते हैं। किसी भी स्ट्रीम के छात्र जिन्होंने अपनी हाई स्कूल की शिक्षा सम्मानजनक अंकों के साथ पूरी की है, वे अध्ययन के किसी भी क्षेत्र द्वारा पेश किए जाने वाले कोर्स के लिए आवेदन कर सकते हैं। फिर भी, लोक प्रशासन बनाम राजनीति विज्ञान के संबंध में चर्चा के कुछ बिंदु यहां दिए गए हैं:
- राजनीति विज्ञान सभी स्तरों पर विभिन्न देशों में सरकारों के संचालन, संगठन और इतिहास का अध्ययन करता है। यह किसी राज्य की वर्तमान राजनीतिक और सामाजिक स्थिति को समझने और उसका मूल्यांकन करने के लिए इतिहास की घटनाओं का उपयोग करता है। दूसरी ओर, लोक प्रशासन राज्य की नीतियों पर काम करता है। यह जनता के लाभ को अपने मूल में रखते हुए देश में स्थापित कानूनों को डिजाइन, विनियमित और कार्यान्वित करता है।
- राजनीति विज्ञान एक व्यापक सामाजिक विज्ञान है, जिसमें लोक प्रशासन का दायरा शामिल है। हालाँकि, लोक प्रशासन अपने आप में इतना अधिक हो गया है कि अधिकांश शैक्षणिक संस्थान इसे एक व्यक्तिगत और अद्वितीय अनुशासन के रूप में मान्यता देते हैं।
- राजनीति विज्ञान की पृष्ठभूमि वाले छात्र आम तौर पर राजनीतिक विश्लेषण और परामर्श में व्यावसायिक गतिविधियों के लिए जाते हैं, जबकि लोक प्रशासन के छात्रों को सिविल सेवा और नीति नियोजन जैसे व्यवसायों को आगे बढ़ाना आसान लगता है।
शीर्ष विदेशी यूनिवर्सिटीज़
Political science me PhD kaise kare यह जानने के साथ-साथ विदेशी यूनिवर्सिटीज जो इस कोर्स को ऑफर करती हैं, इनके नाम इस प्रकार हैं:
- ड्यूक यूनिवर्सिटी
- यूनिवर्सिटी ऑफ एडिनबरा
- किंग्स कॉलेज लंदन
- यूनिवर्सिटी ऑफ टैक्सास-टेक्नोलॉजी
- जॉर्जिया इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी
- ऑस्ट्रेलियन नेशनल यूनिवर्सिटी
- यूनिवर्सिटी ऑफ मैनचेस्टर
- द यूनिवर्सिटी ऑफ क्वींसलैंड
- यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया
- यूनिवर्सिटी ऑफ बाथ
- कादिर हास यूनिवर्सिटी
Mega UniConnect, दुनिया का पहला और सबसे बड़ा यूनिवर्सिटी फेयर जहाँ आपको मिल सकता है स्टडी अब्रॉड रेप्रेज़ेंटेटिव्स से बात करने का मौका।
भारत के कुछ शीर्ष कॉलेज
पोलिटिकल साइंस में पीएचडी ऑफर करने वाली भारतीय यूनिवर्सिटीज के नाम इस प्रकार हैं:
- जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी
- यूनिवर्सिटी ऑफ हैदराबाद
- जामिया मिलिया इस्लामिया
- आईआईटी गांधीनगर
- बनास्थली विद्यापीठ यूनिवर्सिटी
- यूनिवर्सिटी ऑफ दिल्ली
- एमिटी यूनिवर्सिटी
- डॉक्टर बाबासाहेब अंबेडकर मराठवाड़ा यूनिवर्सिटी
- असम यूनिवर्सिटी
- अन्नामलाई यूनिवर्सिटी
पोलिटिकल साइंस में पीएचडी करने के लिए योग्यता
जो विद्यार्थी पॉलिटिकल साइंस विषय में पीएचडी करना पसंद करते हैं उनके पास यह योग्यता होनी आवश्यक है-
- पॉलिटिकल साइंस में पीएचडी के लिए आवेदन करने वाले उम्मीदवारों के पास देश के किसी भी मान्यता प्राप्त संस्थान से पीजी / यूजी में कम से कम 55% होना चाहिए।
- केंद्रीय विश्वविद्यालयों और अन्य सम्मानित आर्ट्स महाविद्यालयों ने पीजी / यूजी में न्यूनतम एलिजिबल अंक लगभग 80% निर्धारित किए हैं।
- एकेडमी की श्रेष्ठता और रिसर्च एक्सपर्टीज भारत में कुछ संस्थानों द्वारा पॉलिटिकल साइंस में पीएचडी में प्रवेश के लिए विचार किए जाने वाले कारक हैं।
- विदेश में पढ़ने के लिए इंग्लिश लैंग्वेज टेस्ट जैसे IELTS, TOEFL के अंक।
- GRE के अंक।
- SOP और LOR। SOP लिखने और एप्लीकेशन प्रोसेस में मदद के लिए आप हमारे Leverage Edu के एक्सपर्ट्स की सहायता ले सकते हैं।
पोलिटिकल साइंस में पीएचडी करने के लिए एडमिशन प्रक्रिया
चूंकि पीएचडी अन्य कोर्सेज के मुक़ाबले थोड़ा कठिन कोर्स माना जाता है, इसलिए कई शैक्षणिक संस्थान योग्यता के आधार पर प्रवेश लेने के लिए प्रवेश परीक्षा लेना पसंद करता हैं-
- आईआईटी, गांधीनगर और एमिटी यूनिवर्सिटी, नोएडा जैसे संस्थान प्रवेश परीक्षा और एकेडमी ट्रैक रिकॉर्ड की जांच के बाद भी उम्मीदवारों का व्यक्तिगत साक्षात्कार लेते हैं। Leverage Edu की मदद से भी छात्र आसान तरीके से किसी भी विदेश की यूनिवर्सिटी में आवेदन कर कर सकते हैं।
- कुछ संस्थानों के विद्यार्थियों के प्रवेश को लेकर अपने नियम हैं जैसे दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू), नई दिल्ली। जबकि अन्य RET और PET जैसी सामान्य प्रवेश परीक्षा पसंद करते हैं।
- NET और JRF को पास कर लेने वाले उम्मीदवारों को किसी भी व्यक्तिगत संस्थान स्तर की प्रवेश परीक्षा के लिए उपस्थित नहीं होना पड़ेगा। लेकिन, यदि आवश्यक हो तो उन्हें इसके बाद भी एक व्यक्तिगत साक्षात्कार के लिए उपस्थित होना होगा।
- विश्वविद्यालय के प्रवेश परीक्षा या साक्षात्कार में GRE और IELTS/TOEFL के अंक, रिसर्च प्रपोजल, स्टेटमेंट आफ परपज (SOP), लेटर आफ रिकमेंडेशन (LOR), ऑफिशियल ट्रांसक्रिप्ट और सीवी, भी सम्मिलित हैं।
आप Leverage Finance के जरिए विदेश में पढ़ाई करने के लिए अपने कोर्स और विश्वविद्यालय के अनुसार एजुकेशन लोन भी पा सकते हैं।
आवश्यक दस्तावेज़
विदेशी विश्वविद्यालय में एडमिशन लेने के लिए नीचे दिए गए डॉक्यूमेंट होने आवश्यक है:
- सभी ऑफिसियल शैक्षणिक ट्रांसक्रिप्टस और ग्रेड कार्ड
- पासपोर्ट साइज फोटो
- पासपोर्ट फोटो कॉपी
- वीजा
- रिज्यूमे
- अंग्रेजी भाषा कुशलता परीक्षा के अंक
- सिफारिश पत्र या LOR
- स्टेटमेंट ऑफ़ पर्पस
पोलिटिकल साइंस में पीएचडी के लिए प्रवेश परीक्षाएं
पॉलिटिकल साइंस में पीएचडी करने के लिए विद्यार्थी को प्रवेश परीक्षा का सामना करना पड़ता है। पॉलिटिकल साइंस में पीएचडी करने के लिए विभिन्न प्रकार की प्रवेश परीक्षाएं होती हैं-
- RET: RET को संक्षिप्त रूप में रिसर्च एंट्रेंस टेस्ट कहा जा सकता है। यह प्रवेश परीक्षा कलकत्ता विश्वविद्यालय, कोलकाता द्वारा पॉलिटिकल साइंस में स्कॉलर रिसर्च के प्रवेश के लिए प्रशासित की जाती है
- PET: PET को पीएचडी के लिए प्रवेश परीक्षा के रूप में देखा जा सकता है। यह प्रवेश परीक्षा डॉ बाबासाहेब अम्बेडकर मराठवाड़ा विश्वविद्यालय (बीएएमयू), औरंगाबाद द्वारा पीएचडी प्रवेश के लिए आयोजित की जाती है।
- UGC NET: UGC NET का मतलब यूनिवर्सिटी ग्रांट्स कमिशन (UGC) नेशनल एलिजिबिलिटी टेस्ट है। यह प्रवेश परीक्षा यूजीसी द्वारा भारत सरकार के तहत पॉलिटिकल साइंस में पीएचडी सहित कई पाठ्यक्रमों की प्रवेश प्रक्रिया के लिए आयोजित की जाती है। अकेले इस परीक्षा की योग्यता विद्यार्थी को पूरे देश में आयोजित कई प्रवेश परीक्षाओं से मुक्त कर सकती है।
- CRET: CRET का मतलब संयुक्त अनुसंधान प्रवेश परीक्षा है। यह प्रवेश परीक्षा हर साल असम यूनिवर्सिटी द्वारा आयोजित की जाती है
- DUET: DUET का मतलब दिल्ली यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट है। DUET परीक्षा का आयोजन हर साल दिल्ली विश्वविद्यालय, नई दिल्ली द्वारा अपने शोध कार्यक्रम से संबंधित प्रवेश के लिए किया जाता है।
पोलिटिकल साइंस में पीएचडी करने के बाद करियर और सैलरी
Political science me PhD kaise kare जानने के बाद नीचे जॉब प्रोफाइल्स और सैलरी दी गई है-
जॉब प्रोफाइल | जॉब विवरण | सैलरी (सालाना/INR) |
पॉलीटिकल साइंटिस्ट | राजनीति में देखे गए तर्कों और घटनाक्रमों के संदर्भ में राजनीतिक रिपोर्ट बनाने के लिए जिम्मेदार होता है। | 6-6.50 लाख |
मार्केट ट्रेंड रिसर्च एनालिस्ट | वह तीन बुनियादी प्रश्नावली जैसे क्या, कौन और कैसे के आधार पर विभिन्न प्रकार के डेटा की जांच करने के लिए जिम्मेदार है। | 4-4.4 लाख |
प्रोफेसर | भारत में राजनीति से निपटने वाले पोलिटिकल साइंस के अनुशासन में छात्रों को शिक्षित और प्रशिक्षित करने के लिए जिम्मेदार होता है। | 10-10.40 लाख |
रिपब्लिक रिलेशन स्पेशलिस्ट | वह उस ब्रांड, कंपनी के बारे में जागरूकता पैदा करने और बढ़ावा देने के लिए जिम्मेदार है, जो उसे सौंपा गया है। | 6-6.40 लाख |
सर्वे रिसर्चर | उन्हें मुख्य रूप से उपलब्ध आंकड़ों को एनालाइज करने के आधार पर सर्वे करने के लिए सौंपा गया है। | 5-5.30 लाख |
रिसर्च एनालिस्ट | वह डेजिग्नेटिड डेटा को एनालाइज करने में सक्षम है, ताकि उसमें से सही/तथ्यात्मक जानकारी तैयार की जा सके। | 4-4.60 लाख |
FAQs
चेन्नई में स्थित प्रेसीडेंसी कॉलेज पीएचडी पॉलिटिकल साइंस को ऑफर करने वाला सर्वोच्च स्थान (एनआईआरएफ 2021) संस्थान है।
CRET, RET, और PET पॉलिटिकल साइंस में पीएचडी के लिए सामान्य प्रवेश परीक्षाएं हैं।
मार्केट ट्रेंडिंग एनालिसिस, टीचिंग और पोलिंग सेक्टर ऐसे सेक्टर हैं जो पॉलिटिकल साइंस में अच्छे मुआवजे के साथ पीएचडी कर रहे हैं।
जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (JNU), जामिया मिलिया इस्लामिया (JMI), और यूनिवर्सिटी ऑफ हैदराबाद[UOH] पॉलिटिकल साइंस में पीएचडी की पेशकश करने वाले शीर्ष सरकारी संस्थान हैं।
आशा करते हैं कि आपको Political science me PhD kaise kare से जुड़ी हर महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त हो गई होगी। अगर आप विदेश से पोलिटिकल साइंस में पीएचडी करना चाहते हैं तो हमारे Leverage Edu एक्सपर्ट्स से 1800 572 000 पर कॉल कर आज ही 30 मिनट का फ्री सेशन बुक कीजिए।