PDF Full Form in Hindi: पीडीएफ का फुल पोर्टेबल डॉक्यूमेंट फॉर्मेट (Portable Document Format) होता है। यह 1991 में Adobe के सह-संस्थापक डॉ. जॉन वार्नॉक द्वारा द कैमलॉट प्रोजेक्ट आइडिया के साथ एक पेपर-टू-डिजिटल शुरू किया। इसे डॉक्यूमेंट को लगातार और विश्वसनीय रूप से प्रस्तुत करने के लिए विभिन्न ऑपरेटिंग सिस्टम और उपकरणों में पहुंचने योग्य बनाने के लिए डिज़ाइन किया गया था। 1992 तक कैमलॉट पीडीएफ में विकसित हो गया था। आज यह विश्व भर के बिजनेस द्वारा रिलायबल फाइल फॉर्मेटस है। इस ब्लॉग में हम PDF Full Form in Hindi के बारे में संक्षिप्त अर्थ को समझ सकते हैं।
PDF Full Form in Hindi
PDF Full Form in Hindi | पोर्टेबल डॉक्यूमेंट फॉर्मेट (Portable Document Format) |
PDF के क्या फायदे हैं?
- पीडीएफ प्रारूप के मल्टीस्टेज क्वालिटीज़ की वजह से पीडीएफ ने लोकप्रियता हासिल की है। इसके कुछ फायदे इस प्रकार हैं –
- पीडीएफ डॉक्यूमेंट के बेसिक फॉर्मेटिंग को सुरक्षित रखता है और उसमें किसी भी भी डॉक्यूमेंट को वैसे ही देख सकता है जैसे वह है।
- पीडीएफ को डॉक्यूमेंट के लेआउट या कंटेंट से एग्रीमेंट किए बिना किसी भी ऑपरेटिंग सिस्टम और डिवाइस पर आसानी से साझा और देखा जा सकता है।
- पीडीएफ हाइपरलिंक, फॉर्म या किसी मल्टीमीडिया सामग्री जैसे विभिन्न एलिमेंट्स को शामिल करने में सहायक होते हैं।
पीडीएफ के एप्लीकेशन क्या है?
डॉक्यूमेंटेशन (Documentation) – बिजनेस, आर्गेनाइजेशन और एजुकेशन इंस्टीटूशन मैनुअल, रिपोर्ट या प्रेसेंटेशन्स के लिए बड़े पैमाने पर पीडीएफ का उपयोग करते हैं।
आर्चिविंग (Archiving) – पीडीएफ अपने स्थायित्व और परिवर्तन डॉक्यूमेंट को स्टोर करने के लिए सबसे पसंदीदा फ़ॉर्मेटिंग इक्विपमेंट हैं।
फॉर्म एंड डाटा कलेक्शन (Forms and Data Collection) – पीडीएफ का उपयोग कई फार्म बनाने के लिए भी किया जा सकता है, जिन्हें इलेक्ट्रॉनिक रूप से एकत्र और प्रोसेस्ड किया जा सकता है।
पब्लिशिंग (Publishing) – ई-बुक्स, जर्नल और पत्रिकाएँ अधिकतर पीडीएफ प्रारूप में वितरित की जाती हैं।
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