New Parliament Building in Hindi : समय के साथ भारत को नया संसद भवन बनाने की जरूरत पड़ी। नए संसद भवन को पुराने संसद भवन की जगह बनाया गया है। यह सेंट्रल विस्टा पुनर्विकास परियोजना का हिस्सा है जो नई दिल्ली के केंद्रीय प्रशासनिक क्षेत्र को नया रूप देने की पहल है। नए भवन का उद्घाटन 28 मई 2023 को प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किया गया था। संसद की नई बिल्डिंग के बारे में आपको पता होना चाहिए क्योंकि इससे जुड़े प्रश्न UPSC में प्री, मेंस एग्जाम और इंटरव्यू के अलावा अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं में पूछे जा सकते हैं। इसलिए इस ब्लाॅग में नया संसद भवन कैसा है (New Parliament Building in Hindi) के बारे में जानेंगे, जिसे आप अपनी तैयारी में जोड़ सकते हैं।
New Parliament Building in Hindi | संरचना |
एरिया | 20,886 वर्ग मीटर |
बैठने की क्षमता | 1,272 |
लोकसभा सदस्यों के लिए बैठने की क्षमता | 888 |
राज्यसभा सदस्यों के लिए बैठने की क्षमता | 384 |
फ्लोर | 4 |
आर्किटेक्ट फर्म | HCP |
आर्किटेक्ट | बिमल पटेल |
उद्घाटन | 28 मई 2023 |
ऐडरस | प्लॉट नंबर 8, संसद मार्ग, नई दिल्ली |
वेबसाइट | www.centralvista.gov.in |
नया संसद भवन: भारत के लोकतांत्रिक भविष्य का प्रतीक
28 मई 2023 को उद्घाटन किया जाने वाला नया संसद भवन भारत की लोकतांत्रिक यात्रा में एक महत्वपूर्ण क्षण में से एक था। सेंट्रल विस्टा पुनर्विकास परियोजना के हिस्से के रूप में निर्मित, यह अत्याधुनिक संरचना आधुनिकता और परंपरा को जोड़ती है, जो भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का जश्न मनाते हुए बढ़ते लोकतंत्र की जरूरतों को पूरा करती है।
नया संसद भवन कैसा है?
नया संसद भवन (New Parliament Building) सेंट्रल गवर्मेंट की सेंट्रल विस्टा परियोजना (Central Vista Project) का हिस्सा है। सितंबर 2019 में सेंट्रल विस्टा मास्टर प्लान का काॅंसेप्ट आया था। नया संसद भवन आकार में त्रिकोणीय है और इसका यह आकार कई धर्मों के हिसाब से अनुकूल बनाया गया है और इसमें भारतीय संस्कृति के वास्तुशास्त्र के नियमों पर ध्यान दिया गया है।
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नए संसद भवन की क्षमता क्या है?
नया संसद भवन डिजिटल लोकतंत्र की ओर एक छलांग है। अत्याधुनिक तकनीक से लैस, यह कागज रहित संचालन और विधायी कार्यवाही के लिए बढ़ी हुई कार्यक्षमता का समर्थन करता है। आधुनिक ऑडियो-विजुअल सिस्टम और एर्गोनोमिक डिज़ाइन सांसदों के लिए दक्षता और आराम सुनिश्चित करते हैं।
- यह भवन भारत की बढ़ती संसदीय आवश्यकताओं को पूरा करता है।
- लोकसभा कक्ष में 888 सदस्य बैठ सकते हैं, जिसमें संयुक्त सत्र के दौरान 1,272 सदस्यों के बैठने की व्यवस्था है।
- राज्यसभा कक्ष में 384 सदस्य बैठ सकते हैं।
- यह दूरदर्शिता भविष्य के परिसीमन और भारत की जनसंख्या बढ़ने के साथ प्रतिनिधियों में प्रत्याशित वृद्धि के लिए तैयारी करती है।
New Parliament Building का डिजाइन किसने बनाया?
New Parliament Building का आर्किटेक्ट गुजरात के मशहूर आर्किटेक्चर बिमल पटेल ने किया है। बिमल पटेल को आर्किटेक्ट की फील्ड में 3 दशकों से ज्यादा का एक्सपीरियंस है। नया संसद भवन आगामी 150 वर्ष की जरूरतों को ध्यान में रखकर बनाया गया है और इसमें एनवायरोमेंट, भूकंप के अलावा वास्तुशास्त्र के नियमों का भी ध्यान रखा गया है।
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इसलिए पड़ी नए भवन की जरूरत
New Parliament Building जानने के साथ ही यह जानना जरूरी है कि इसकी जरूरत क्यों पड़ी। सेंट्रल विस्टा की ऑफिशियल वेबसाइट के अनुसार, पुरानी बिल्डिंग सुविधाओं और टेक्नोलाॅजी के मामले में इस समय की जरूरतों की पूरा करने में सक्षम नहीं है, इसलिए इन चीजों को ध्यान में रखते हुए लोकसभा और राज्यसभा ने प्रस्ताव पारित कर सरकार से संसद के लिए नई बिल्डिंग बनाने का आग्रह किया था।
नया संसद भवन क्यों महत्वपूर्ण है?
पुराना संसद भवन- ब्रिटिश शासन के दौरान 1927 में निर्मित एक प्रतिष्ठित संरचना थी, ऐसा देखा गया कि अब यह 21वीं सदी के लोकतंत्र की मांगों के अनुकूल नहीं था।। परंपरा, आधुनिकता और स्थिरता के अपने मिश्रण के साथ, नया संसद भवन भारत की प्रगति का एक प्रमाण है और आने वाली पीढ़ियों के लिए आशा की किरण है।
नए संसद भवन की लागत कितनी है?
रिपोर्ट्स के अनुसार, भारत में नए संसद भवन के निर्माण की लागत लगभग INR 970 करोड़ (9.7 बिलियन या लगभग 120 मिलियन अमरीकी डॉलर) थी। यह परियोजना व्यापक सेंट्रल विस्टा पुनर्विकास परियोजना का हिस्सा है, जिसकी अनुमानित कुल लागत INR 20,000 करोड़ (200 बिलियन या लगभग 2.5 बिलियन अमरीकी डॉलर) है।
नए संसद भवन के बजट में निर्माण, वास्तुशिल्प डिजाइन, तकनीकी एकीकरण और स्थिरता सुविधाएँ शामिल हैं। इसकी लागत के बावजूद, भवन को भारत की बढ़ती लोकतांत्रिक जरूरतों और भविष्य की विधायी आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए डिज़ाइन किया गया है।
नए संसद भवन के बारे में कुछ रोचक तथ्य
नया संसद भवन (New Parliament Building in Hindi) के बारे में कुछ रोचक तथ्य यहां बताए जा रहे हैं, जिनके बारे में आपको जरूर जानना चाहिएः
- नए संसद भवन का आकार त्रिकोणीय है।
- नया लोकसभा भवन वर्तमान भवन से तीन गुना बड़ा है।
- नई बिल्डिंग राष्ट्रीय पक्षी पीकाॅक थीम पर आधारित है।
- नई बिल्डिंग के बाद भी पुराने में काम चलता रहेगा।
- राज्यसभा बिल्डिंग राष्ट्रीय फूल यानी लोटस थीम पर आधारित है।
- नई बिल्डिंग में माॅडर्न काॅंस्टिट्यूशनल हॉल बना है।
- नई बिल्डिंग भूकंप के झटकों को झेलने में काफी मजबूत है।
- नए संसद भवन के अंदर ऑफिस खूबसूरती से डिजाइन किए गए हैं।
- नई बिल्डिंग ऑडियो-विजुअल सिस्टम से लैस होगी।
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नई संसद भवन और पुरानी संसद भवन के बीच क्या अंतर है?
New Parliament Building in Hindi जानने के बाद नई संसद भवन और पुरानी संसद भवन के बीच क्या अंतर है? के बारे में समझना जरूरी है जोकि यहां तालिका में बताया जा रहा है-
भारत का संसद- | पुराना संसद भवन | नया संसद भवन |
निर्माण वर्ष | 1927 | 2023 |
स्थान | केंद्रीय सचिवालय, नई दिल्ली | केंद्रीय दृश्य क्षेत्र, नई दिल्ली |
आर्किटेक्ट | एडविन लुटियन्स और हर्बर्ट बेकर | बिमल पटेल और HCP डिज़ाइन, योजना और प्रबंधन |
डिज़ाइन | गोलाकार (राउंड) संरचना | त्रिकोणीय (ट्रायएंगल) संरचना |
सामर्थ्य (सीटिंग क्षमता) | 545 सदस्य | लोकसभा: 888 सदस्य, राजसभा: 384 सदस्य |
विस्तार की क्षमता | सीमित (विस्तार के लिए अनुकूल नहीं) | विस्तार योग्य (लोकसभा में 1,272 सदस्य तक) |
आधुनिकता और तकनीक | पुरानी तकनीक, आधुनिकता से पीछे | पेपरलेस कार्यप्रणाली, उन्नत संचार और तकनीकी सुविधाएं |
सुरक्षा | पुराने सुरक्षा मानक | उन्नत सुरक्षा प्रणाली |
सामग्री | विक्टोरियन शैली, ब्रिटिश औपनिवेशिक वास्तुकला | भारतीय कारीगरी और स्थानीय सामग्रियों का उपयोग |
सांसदों के लिए आराम | कम आरामदायक सीटिंग और जगह | इर्गोनॉमिक सीटिंग, बेहतर आंतरिक व्यवस्था |
संविधानिक और सांस्कृतिक महत्व | भारतीय स्वतंत्रता संग्राम और ब्रिटिश शासन का प्रतीक | भारतीय संस्कृति, लोकतंत्र और स्वदेशी कारीगरी का प्रतीक |
संसदीय कार्य का तरीका | पेपर आधारित, अधिक प्रशासनिक प्रक्रियाएं | पेपरलेस और डिजिटल कार्यप्रणाली |
ऊर्जा और पर्यावरण प्रभाव | पर्यावरणीय दृष्टिकोण से सीमित | हरित निर्माण, ऊर्जा दक्ष और पर्यावरण मित्र |
भविष्य की जरूरतें | भविष्य के विस्तार के लिए अनुपयुक्त | भविष्य में विस्तार के लिए अनुकूल |
FAQs
नए संसद भवन की निर्माण लागत INR 862 करोड़ है।
टाटा प्रोजेक्ट्स लिमिटेड।
92 कमरे।
इस भवन को प्रसिद्ध वास्तुकार बिमल पटेल और उनकी फर्म, एचसीपी डिज़ाइन, प्लानिंग एंड मैनेजमेंट प्राइवेट लिमिटेड, अहमदाबाद, भारत द्वारा डिज़ाइन किया गया था।
नया संसद भवन नई दिल्ली में, पुराने संसद भवन के बगल में, सेंट्रल विस्टा क्षेत्र में स्थित है।
लोकसभा कक्ष: 888 सदस्यों के बैठने की जगह, संयुक्त सत्रों के लिए 1,272 तक बढ़ाया जा सकता है।
राज्यसभा कक्ष: 384 सदस्यों के बैठने की जगह। यह विस्तारित क्षमता भविष्य में संसदीय प्रतिनिधियों की संख्या में वृद्धि के लिए तैयार करती है।
सेंगोल एक ऐतिहासिक राजदंड है जो न्याय और शासन का प्रतीक है। इसे मूल रूप से 1947 में भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू को सत्ता हस्तांतरण के प्रतीक के रूप में भेंट किया गया था। अब इसे लोकसभा कक्ष में प्रमुखता से रखा गया है।
पुराने संसद भवन को एक विरासत संरचना के रूप में संरक्षित किया जाएगा और इसे संग्रहालय या औपचारिक कार्यों के लिए फिर से तैयार किया जा सकता है, ताकि इसकी विरासत का सम्मान किया जा सके।
नए संसद भवन का उद्घाटन 28 मई, 2023 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किया गया था।
निर्माण दिसंबर 2020 में शुरू हुआ और लगभग ढाई साल में पूरा हो गया।
अभी तक, भवन का उपयोग मुख्य रूप से विधायी गतिविधियों के लिए किया जाता है। निर्देशित पर्यटन जैसे सार्वजनिक उपयोग के लिए भविष्य की योजनाओं की घोषणा अभी तक नहीं की गई है।
आशा है कि इस ब्लाॅग में आपको नया संसद भवन (New Parliament Building in Hindi) के बारे में पूरी जानकारी मिल गई होगी। एग्जाम की तैयारी और बेहतर करने व UPSC में पूछे जाने वाले क्वैश्चंस के बारे में अधिक जानकारी के लिए Leverage Edu के साथ बने रहें।