नेशनल एजुकेशन पाॅलिसी (NEP) 2020 के बाद एजुकेशन सिस्टम में लगातार बदलाव आ रहे हैं। अब हिमाचल प्रदेश सरकार ने ‘माई स्कूल-माई प्राइड’ अभियान शुरू किया है। इस अभियान के तहत व्यक्तियों और संगठनों को करियर काउंसलिंग और गाइडेंस देने के लिए अपनी पसंद का स्कूल अपनाने, एजुकेशन के लिए स्पेशल क्लासेज आयोजित करने और योग प्रशिक्षण के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, हिमाचल प्रदेश में यह अभियान ‘अपना विद्यालय’ कार्यक्रम के तहत शुरू किया गया है। एक प्रवक्ता ने कहा कि कार्यक्रम ‘समाज को वापस लौटाना’ पहल के तहत सेवानिवृत्त शिक्षकों या अन्य कर्मचारियों या समाज के किसी अन्य सदस्य को आगे आने और बिना कोई भुगतान या मानदेय लिए छात्रों को पढ़ाने के लिए है।
इसके अलावा उन्हें शिक्षा में सुधार का सुझाव देने और छात्रों की प्रगति के बारे में सूचित रहने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है। शिक्षा विभाग के अधिकारी स्कूलों के लिए सलाहकार के रूप में कार्य करेंगे। समग्र शिक्षा अभियान (SSA) अपना विद्यालय कार्यक्रम को समर्पित एक ऑनलाइन पोर्टल लॉन्च करेगा जो गतिविधियों की पारदर्शिता और जवाबदेही की निगरानी करेगा।
बता दें कि यह पहल सार्वजनिक शिक्षा प्रणाली के लिए आशा की किरण बनकर आई है, जो हिमाचल प्रदेश के सरकारी स्कूलों के 55 प्रतिशत से अधिक छात्रों को शिक्षा देती है। ‘माई स्कूल-माई प्राइड’ अभियान से एक सकारात्मक परिवर्तन (positive transformation) आने की उम्मीद है।
स्टूडेंट्स को होंगे ये फायदे
- स्टूडेंट्स को करियर काउंसलिंग देना।
- स्टूडेंट्स को नैतिक मूल्यों (moral values), नशीली दवाओं के बारे में जागरूकता।
- कानूनी ज्ञान और सशक्तिकरण योजनाओं के बारे में शिक्षित करना।
- शैक्षिक सुधार के लिए एक स्थायी मॉडल बनाना।
- खेल-खेल में शैक्षिक गतिविधियों को बढ़ावा देना।
- स्टूडेंट्स की परीक्षाओं की तैयारी कराना।
- स्काॅलरशिप के बारे में जानकारी देना और उन्हें लाभ दिलाने के लिए तैयार करना।
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