एमएमआर का फुल फॉर्म है खसरा, कण्ठमाला और रूबेला (Measles, Mumps, and Rubella)। एमएमआर तीन वायरल बीमारियाँ हैं जिन्हें टीकाकरण के माध्यम से रोका जा सकता है। इसके अलावा, एमएमआर वैक्सीन एक संयुक्त टीका है जो इन तीन संक्रामक रोगों से बचाता है। मनुष्यों में खसरा, कण्ठमाला और रूबेला की बीमारीओं को रोकने के लिए टीका अक्सर बचपन में लगाया जाता है। मेडिकल के छात्रों के लिए ये एक महत्वपूर्ण जानकारी है और कई बार एमएमआर से जुड़े सवाल प्रतियोगी परीक्षाओं में भी पूछ लिए जाते है। इसलिए आज के इस ब्लॉग में हम MMR Full Form in Hindi से जुड़ी जानकारी के बारे में जानेंगे।
MMR Full Form in Hindi
एमएमआर का फुल फॉर्म यहाँ दिया गया है :
एमएमआर (MMR) | खसरा, कण्ठमाला और रूबेला (Measles, Mumps, and Rubella) |
मनुष्यों में एमएमआर होने के कारण?
एमएमआर मनुष्यों में निम्नलिखित प्रभाव पैदा करता है:
खसरा का रोग | कण्ठमाला का रोग | रूबेला का रोग |
खरोंच | सिरदर्द | गला खराब होना |
बुखार | बुखार | बुखार |
खाँसी | मांसपेशियों में दर्द | आंखें लाल होना या खुजली होना |
आंखें लाल होना या उसमे से पानी आना | थकान | सिरदर्द |
बहती हुई नाक | भूख न लगना | खरोंच |
एमएमआर वैक्सीन के लिए आयु सीमा?
एमएमआर वैक्सीन की पहली खुराक कम से कम 12 महीने की उम्र में दी जाती है। इसके अलावा दूसरी खुराक 4 से 6 साल की उम्र के बीच दी जनि चाहिए। वैक्सीन के लिए अधिकतम उम्र सीमा 12 साल है। हालाँकि, इसे 13 साल या उससे अधिक उम्र में किसी को नहीं दिया जा सकता है।
एमएमआर वैक्सीन के साइड इफेक्ट्स?
एमएमआर वैक्सीन के साइड इफेक्ट्स यहाँ दिए गए है :
- बुखार जो की दो से तीन दिनों तक रह सकता है
- हल्के लाल दाने
- नाक बहना
- खांसी या सूजी हुई आंखें
- थकान
- इंजेक्शन स्थल पर दर्द और सूजन
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उम्मीद है, MMR Full Form in Hindi के बारे में आपको समझ आया होगा। फुल फॉर्म के अन्य ब्लॉग्स को पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बनें रहें।