मेडिकल एजुकेशन डिपार्टमेंट ने एजुकेशनल सेशन 2023-24 के लिए सरकारी और प्राइवेट सेक्टर के MBBS (एमबीबीएस) और BDS कोर्सेज में प्रवेश को लेकर पॉलिसी निर्धारित कर दी है। राज्य कोटे की मेडिकल सीटों पर एडमिशन अब इसी पॉलिसी के हिसाब से ही होंगे।
स्टेट कोटे की सरकारी सीटों पर सिर्फ यूपी के स्टूडेंट्स को मिलेगा एडमिशन
मेडिकल कॉलेजों में एमबीबीएस और BDS में काउंसलिंग की प्रक्रिया के लिए स्टेट मेरिट लिस्ट जनरल डायरेक्टर मेडिकल एजुकेशन या उनके द्वारा नामित प्रतिनिधि द्वारा NIC के सहयोग से तैयार के जाएगी। सरकारी मेडिकल कॉलेजों में राज्य कोटे की सीटों पर केवल यूपी के स्टूडेंट्स को ही एडमिशन मिलेगा। इसके अलावा प्राइवेट मेडिकल कॉलेजों के लिए ऐसी कोई बाध्यता नहीं होगी।
उत्तर प्रदेश से हाईस्कूल और इंटर पास करने वाले कैंडिडेट्स को नहीं होगी डॉमिसाइल की ज़रुरत
उत्तर प्रदेश से हाईस्कूल और इंटर की परीक्षा पास करने वाले कैंडिडेट्स को मेडिकल कॉलेज में एडमिशन लेने के लिए डॉमिसाइल की ज़रुरत नहीं होगी। वहीं ऐसे कैंडिडेट्स जिन्होंने हाईस्कूल और इंटर दोनों अथवा दोनों में से कोई एक भी परीक्षा किसी अन्य राज्य से पास की है तो उन्हें प्रवेश लेने के लिए यूपी का डॉमिसाइल प्रस्तुत करना होगा।
16 नोडल सेंटर निर्धारित किए गए
रजिस्ट्रशन से लेकर सर्टिफिकेट्स के वेरिफिकेशन तक सारी प्रक्रिया ऑनलाइन की जाएगी। NIC की वेबसाइट पर पेमेंट करके स्टूडेंट्स रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं। अभिलेखों के सत्यापन के लिए 16 कॉलेजों को नोडल सेंटर के रूप में निर्धारित किया गया है। ये 16 मेडिकल कॉलेज हैं : KGMU, लोहिया, GSVM कानपुर, एसएन मेडकल कॉलेज आगरा, LLRM, मेरठ, एमएलबी झांसी, MLN प्रयागराज, BRD गोरखपुर, राजकीय मेडिकल कॉलेज आजमगढ़, मेडिकल इंस्टीट्यूट सैफई, मेडिकल इंस्टीट्यूट अम्बेडकर नगर, मेडिकल इन्टीट्यूट जालौन, मेडिकल इंस्टीट्यूट कन्नौज, मेडिकल इंस्टीट्यूट बांदा, मेडिकल इंस्टीट्यूट सहारनपुर और JIMS ग्रेटर नोएडा हैं।
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