फार्मास्युटिकल मैनेजमेंट में एमबीए मार्केटिंग और मैनेजमेंट के अध्ययन के साथ फार्मास्युटिकल साइंस के अध्ययन को जोड़ता है। फार्मास्युटिकल मैनेजमेंट में एमबीए उन लोगों के लिए आदर्श कोर्स है, जो भारत में फार्मास्युटिकल और हेल्थकेयर उद्योग के मैनेजमेंट और व्यावसायिक पक्ष को सीखने में रुचि रखते हैं। फार्मास्युटिकल मैनेजमेंट, मैनेजमेंट कोर्सेस के सबसे तेजी से बढ़ते और पुरस्कृत क्षेत्रों में से एक है जिसका भविष्य उज्ज्वल है। इस लेख में, हम भारत में फार्मास्युटिकल मैनेजमेंट में एमबीए, कोर्स करने के लिए योग्यता, करियर स्कोप आदि के बारे में विस्तार से जानेंगे।
कोर्स | फार्मास्यूटिकल मैनेजमेंट में एमबीए |
फुल फॉर्म | मास्टर ऑफ़ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन इन फार्मास्यूटिकल मैनेजमेंट |
स्तर | पोस्टग्रेजुएट |
अवधि | 2 साल |
योग्यता | 10+2, बैचलर्स डिग्री |
परीक्षा का प्रकार | सेमेस्टर |
प्रवेश प्रक्रिया | मेरिट और प्रवेश परीक्षा दोनों पर आधारित |
फार्मास्यूटिकल मैनेजमेंट में एमबीए नौकरियां | बिज़नेस डेवलपमेंट मैनेजर, मार्केट रिसर्चर एंड ड्रग डेवलपर, सेल्स मैनेजर, ड्रग ड्रिस्टिब्यूटर मैनेजर, फार्मास्यूटिकल परचेज मैनेजर आदि। |
फार्मास्यूटिकल मैनेजमेंट में एमबीए वेतन | INR 2,00,000- 10,00,000(भारत में) |
This Blog Includes:
- फार्मास्यूटिकल मैनेजमेंट में एमबीए क्या है?
- फार्मास्यूटिकल मैनेजमेंट में एमबीए का अध्ययन क्यों करें?
- फार्मास्यूटिकल मैनेजमेंट में एमबीए के लिए स्किल्स
- फार्मास्यूटिकल मैनेजमेंट में एमबीए के विषय और सिलेबस
- फार्मास्यूटिकल मैनेजमेंट में एमबीए के लिए विश्व के टॉप विश्वविद्यालय
- फार्मास्यूटिकल मैनेजमेंट में एमबीए के लिए भारत के टॉप विश्वविद्यालय
- फार्मास्यूटिकल मैनेजमेंट में एमबीए के लिए योग्यता
- प्रवेश प्रक्रिया
- आवेदन प्रक्रिया
- फार्मास्यूटिकल मैनेजमेंट में एमबीए के लिए प्रवेश परीक्षा
- फार्मास्यूटिकल मैनेजमेंट में एमबीए की कुछ प्रमुख किताबें
- फार्मास्यूटिकल मैनेजमेंट में एमबीए के बाद करियर
- फार्मास्यूटिकल मैनेजमेंट में एमबीए के बाद जॉब प्रोफाइल और वेतन
- FAQs
फार्मास्यूटिकल मैनेजमेंट में एमबीए क्या है?
फार्मास्युटिकल मैनेजमेंट में एमबीए 2 साल का पोस्टग्रेजुएट डिग्री कोर्स है जो ड्रग मैन्युफैक्चरिंग, प्रोडक्शन मैनेजमेंट, फार्मास्युटिकल मार्केटिंग, ब्रांड मैनेजमेंट आदि क्षेत्रों का गहन ज्ञान प्रदान करने पर केंद्रित है।
फार्मास्यूटिकल मैनेजमेंट में एमबीए का अध्ययन क्यों करें?
फार्मास्युटिकल मैनेजमेंट में एमबीए व्यक्तिगत विकास और करियर के विकास के अवसरों के मामले में भारत में सबसे अधिक मांग वाले कोर्सेस में से एक है। इस कोर्स के साथ बहुत सारे फायदे जुड़े हुए हैं। इस कोर्स को करने के कुछ फायदों को नीचे व्यक्त किया गया है-
- यह कोर्स विभिन्न करियर के विकास के अवसर प्रदान करता है और ज्ञान के विकास को बढ़ावा देता है।
- यह कोर्स उन छात्रों के लिए जरूरी है जो फार्मास्युटिकल उद्योग में प्रबंधकीय पदों पर रहने की इच्छा रखते हैं।
- यह कोर्स फार्मास्युटिकल मैनेजमेंट विषय के सैद्धांतिक और व्यावहारिक दोनों पहलुओं पर केंद्रित है। इसके सिलेबस में विभिन्न असाइनमेंट, प्रेजेंटेशन, क्विज़ और इंटर्नशिप शामिल हैं जो छात्रों को व्यावहारिक अनुभव प्रदान करते हैं।
- MBA फार्मास्युटिकल मैनेजमेंट का वेतन पैकेज INR 3 लाख से लेकर 10 लाख प्रति वर्ष तक है। कुछ प्रतिष्ठित संस्थानों में कंपनियों द्वारा दी जाने वाली औसत सीटीसी INR 15 लाख से 20 लाख तक पहुंच सकती है।
फार्मास्यूटिकल मैनेजमेंट में एमबीए के लिए स्किल्स
फार्मास्यूटिकल मैनेजमेंट में एमबीए के लिए स्किल्स इस प्रकार हैं-
- कम्युनिकेशन स्किल्स
- प्रॉब्लम सॉल्विंग
- डिटरमिनेशन
- अंडरप्रेसर में काम करना
- रिसर्च स्किल्स
- टाइम मैनेजमेंट
- डिजिटल लिटरेसी
- क्रिटिकल थिंकिंग
फार्मास्यूटिकल मैनेजमेंट में एमबीए के विषय और सिलेबस
फार्मास्यूटिकल मैनेजमेंट में एमबीए का सिलेबस विश्वविद्यालय के अनुसार भिन्न-भिन्न हो सकता है, एक स्पष्ट समझ प्रदान करने के लिए हमने नीचे एक सामान्य सिलेबस दिया है:
सेमेस्टर I | सेमेस्टर II |
क्वांटिटेटिव टेक्नीक्स एंड मैनेजमेंट | बिज़नेस एनवायरमेंट |
मैनेजिरियल इकोनॉमिक्स | कॉस्ट एंड मैनेजमेंट अकाउंटिंग |
मैनेजिरियल अकाउंटिंग | मार्केटिंग मैनेजमेंट |
मैनेजिरियल कम्युनिकेशन | फाइनेंशियल मैनेजमेंट |
आर्गेनाइजेशन बिहेवियर | प्रोडक्शन एंड आपरेशन मैनेजमेंट |
प्रिंसिपल ऑफ मैनेजमेंट | ह्यूमन रिसोर्स मैनेजमेंट |
कंप्यूटर एप्लीकेशन एंड मैनेजमेंट | बिज़नेस रिसर्च मेथेडोलॉजी |
कम्युनिकेटिव इंग्लिश I | कम्युनिकेटिव इंग्लिश II |
सेमेस्टर III | सेमेस्टर IV |
स्ट्रेटेजिक मैनेजमेंट | एंटरप्रेन्योरशिप एंड मेनेजमेंट ऑफ इनोवेशन |
फार्मास्यूटिकल मैनेजमेंट इनफॉर्मेशन सिस्टम | मैनेजमेंट कंट्रोल सिस्टम |
एनाटॉमी | कॉर्पोरेट गवर्नेंस एंड बिज़नेस एथिक्स |
फिजियोलॉजी एंड फार्माकोलॉजी | फार्मास्यूटिकल एडवांस ह्यूमन रिसोर्स मैनेजमेंट |
लीगल एस्पेक्ट्स ऑफ फार्मास्यूटिकल बिजनेस | फार्मास्यूटिकल मेनेजमेंट रिसर्च प्रोजेक्ट |
फार्मास्यूटिकल मल्टीनेशनल मैनेजमेंट | प्रैक्टिकल वर्क |
पर्सनली ग्रोथ लैब | – |
फार्मास्यूटिकल मैनेजमेंट में एमबीए के लिए विश्व के टॉप विश्वविद्यालय
नीचे हमने फार्मास्यूटिकल मैनेजमेंट में एमबीए कोर्स पेश करने वाले कुछ प्रमुख विश्वविद्यालयों की सूची दी है:
- हार्वर्ड यूनिवर्सिटी
- मेसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी
- पर्ड्यू यूनिवर्सिटी
- पेन्सिलवेनिया विश्वविद्यालय
- स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय
- आईई बिजनेस स्कूल
- लंदन बिजनेस स्कूल
- एचईसी पेरिस
- मिशिगन यूनिवर्सिटी
- नॉर्थवेस्टर्न यूनिवर्सिटी
- जॉर्जिया इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी
विदेश में रहने का खर्च अपने रहन-सहन के अनुसार जानने के लिए आप Cost of Living Calculator का उपयोग कर सकते हैं।
फार्मास्यूटिकल मैनेजमेंट में एमबीए के लिए भारत के टॉप विश्वविद्यालय
फार्मास्यूटिकल मैनेजमेंट में एमबीए के लिए भारत के टॉप विश्वविद्यालयों की लिस्ट नीचे दी गई हैं:
- एनआईटी
- इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ फॉरेन ट्रेड
- एमिटी यूनिवर्सिटी, नोएडा
- दिल्ली स्कूल ऑफ बिजनेस
- एमिटी यूनिवर्सिटी, मुंबई
- एनएमआईएमएस
- नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ़ मैनेजमेंट
- बिट्स स्कूल ऑफ़ मैनेजमेंट
- एसपी जैन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट एंड रिसर्च
- क्राइस्ट यूनिवर्सिटी
- सिम्बायोसिस इंस्टीट्यूट ऑफ बिजनेस मैनेजमेंट, पुणे
फार्मास्यूटिकल मैनेजमेंट में एमबीए के लिए योग्यता
फार्मास्यूटिकल मैनेजमेंट में एमबीए के लिए योग्यता इस प्रकार है:
- उम्मीदवार को किसी मान्यता प्राप्त संस्थान या बोर्ड से अच्छे अंकों के साथ 10+2 उत्तीर्ण होना चाहिए।
- उम्मीदवार के पास किसी मान्यता प्राप्त संस्थान, यूनिवर्सिटी या फिर कॉलेज से बीबीए या सम्बंधित क्षेत्र में बैचलर्स की डिग्री होनी चाहिए।
- जो छात्र भारत में इस कोर्स का अध्ययन करना चाहते हैं, उन्हें प्रवेश परीक्षा जैसे OUCET, GATE आदि के लिए उपस्थित होना होगा।
- विदेश में कुछ विश्वविद्यालयों में कहीं GMAT स्कोर की मांग की जाती है।
- विदेशी विश्वविद्यालयों के मामले में, अंग्रेजी प्रोफिशिएंसी के प्रमाण के रूप में IELTS या TOEFL या PTE आदि के टेस्ट स्कोर जरूरी होते हैं।
- विदेश में इन आवश्यकताओं के अलावा LOR, SOP, सीवी/रिज्यूमे, पोर्टफोलियो आदि की भी आवश्यकता होती है।
- इसके अलावा, कुछ संस्थानों को अध्ययन के इस क्षेत्र में छात्रों को 1-2 साल के कार्य अनुभव की भी आवश्यकता हो सकती है।
प्रवेश प्रक्रिया
कुछ विश्वविद्यालय मेरिट के आधर पर प्रवेश देते हैं, वहीं कुछ प्रवेश परिक्षाओं के अंकों के आधार पर। आइए आगे दोनो प्रकार से प्रवेश प्रक्रियाओं को विस्तार से समझते हैं-
मेरिट के आधार पर प्रवेश
मेरिट आधारित प्रवेश प्रक्रिया इस प्रकार है-
- प्रवेश के लिए आप जिन कॉलेजों या विश्वविद्यालयों में रुचि रखते हैं, उन्हें आवेदन जमा करें।
- शुरू से ही, बैचलर्स डिग्री की परीक्षा में अच्छा प्रदर्शन करें क्योंकि इनमें प्राप्त अंक ही संपूर्ण प्रवेश प्रक्रिया का आधार होते हैं।
- समय आने पर कॉलेज अपनी कटऑफ लिस्ट जारी कर देते हैं। जांचें कि क्या आप अपने मनचाहे कोर्स में प्रवेश के लिए पात्र हैं।
- यदि पात्र हैं, तो कॉलेज में जाएं और सभी आवश्यक दस्तावेजों के साथ प्रवेश शुल्क जमा करें।
प्रवेश परीक्षा आधारित प्रवेश
परीक्षा आधारित प्रवेश प्रक्रिया इस प्रकार है-
- प्रवेश के लिए आप जिन कॉलेजों या विश्वविद्यालयों में रुचि रखते हैं, उन्हें आवेदन जमा करें।
- चुने गए कोर्स के लिए निर्धारित प्रवेश परीक्षा की जानकारी प्राप्त करें और प्रवेश परीक्षा के लिए रजिस्ट्रेशन करें।
- प्रवेश के अगले स्टेप के लिए शॉर्टलिस्ट होने के लिए आपको, संबंधित कॉलेज या विश्वविद्यालय द्वारा निर्धारित न्यूनतम योग्यता प्रतिशत से ऊपर स्कोर करना होगा।
- लिखित परीक्षा के बाद, शॉर्टलिस्ट किए गए छात्रों की अंतिम मेरिट सूची तैयार करने के लिए विशेष ग्रुप डिस्कशन और पर्सनल इंटरव्यू आयोजित किए जाते हैं।
- एक बार सभी परीक्षण आयोजित किए जाने के बाद, कॉलेज या विश्वविद्यालय परिणाम घोषित करते हैं और लिखित परीक्षा, ग्रुप डिस्कशन और पर्सनल इंटरव्यू के आधार पर अंतिम रूप से शॉर्टलिस्ट किए गए उम्मीदवारों की एक मेरिट सूची जारी करते हैं।
- प्रवेश प्रक्रिया के बाद, उम्मीदवारों को सीटों का आखिरी अलॉटमेंट होता है, तब उम्मीदवार को कोर्स शुल्क जमा करना होता है और संबंधित शैक्षणिक वर्ष के लिए रजिस्ट्रेशन करना होता है।
आवेदन प्रक्रिया
फार्मास्यूटिकल मैनेजमेंट में एमबीए के लिए भारत और विदेशी विश्वविद्यालयों में आवेदन प्रक्रिया के बारे में नीचे बताया गया है:
विदेश में आवेदन प्रक्रिया
विदेश के विश्वविद्यालयों में प्रवेश के लिए आवेदन प्रक्रिया इस प्रकार है–
- आपकी आवेदन प्रक्रिया का फर्स्ट स्टेप सही कोर्स और यूनिवर्सिटी का चुनाव है।
- कोर्स और यूनिवर्सिटी के चुनाव के बाद उस कोर्स के लिए उस यूनिवर्सिटी की पात्रता मानदंड के बारे में रिसर्च करें।
- आवश्यक टेस्ट स्कोर और दस्तावेज एकत्र करें।
- यूनिवर्सिटी की साइट पर जाकर एप्लीकेशन फॉर्म भरें या फिर आप Leverage Edu एक्सपर्ट्स की भी सहायता ले सकते हैं।
- ऑफर की प्रतीक्षा करें और सिलेक्ट होने पर इंटरव्यू की तैयारी करें।
- इंटरव्यू राउंड क्लियर होने के बाद आवश्यक ट्यूशन शुल्क का भुगतान करें और स्कॉलरशिप, छात्रवीजा, एजुकेशन लोन और छात्रावास के लिए आवेदन करें।
आवश्यक दस्तावेज़
कुछ जरूरी दस्तावेजों की लिस्ट नीचे दी गई हैं–
- आधिकारिक शैक्षणिक टेप
- स्कैन किए हुए पासपोर्ट की कॉपी
- IELTS या TOEFL, आवश्यक टेस्ट स्कोर
- प्रोफेशनल/एकेडमिक LORs
- SOP
- निबंध (यदि आवश्यक हो)
- पोर्टफोलियो (यदि आवश्यक हो)
- अपडेट किया गया सीवी / रिज्यूमे
- एक पासपोर्ट और छात्र वीजा
- बैंक विवरण
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भारतीय विश्वविद्यालयों में आवेदन प्रक्रिया
भारत के विश्वविद्यालयों में आवेदन प्रक्रिया, इस प्रकार है–
- सबसे पहले अपनी चुनी हुई यूनिवर्सिटी की ऑफिशियल वेबसाइट में जाकर रजिस्ट्रेशन करें।
- यूनिवर्सिटी की वेबसाइट में रजिस्ट्रेशन के बाद आपको एक यूजर नेम और पासवर्ड प्राप्त होगा।
- फिर वेबसाइट में साइन इन के बाद अपने चुने हुए कोर्स का चयन करें जिसे आप करना चाहते हैं।
- अब शैक्षिक योग्यता, वर्ग आदि के साथ आवेदन फॉर्म भरें।
- इसके बाद आवेदन फॉर्म जमा करें और आवश्यक आवेदन शुल्क का भुगतान करें।
- यदि एडमिशन, प्रवेश परीक्षा पर आधारित है तो पहले प्रवेश परीक्षा के लिए रजिस्ट्रेशन करें और फिर रिजल्ट के बाद काउंसलिंग की प्रतीक्षा करें। प्रवेश परीक्षा के अंको के आधार पर आपका चयन किया जाएगा और लिस्ट जारी की जाएगी।
फार्मास्यूटिकल मैनेजमेंट में एमबीए के लिए प्रवेश परीक्षा
देश भर में उन सभी छात्रों के लिए विभिन्न प्रवेश परीक्षाएं आयोजित की जाती हैं फार्मास्यूटिकल मैनेजमेंट में एमबीए की पढ़ाई करना चाहते हैं। वहीं विदेशों में SAT, ACT या GMAT और अंग्रेज़ी दक्षता के टेस्ट स्कोर जरूरी होते हैं। हमने नीचे फार्मास्यूटिकल मैनेजमेंट में एमबीए के लिए प्रवेश परीक्षाओं को सारणीबद्ध किया है-
राज्य स्तर की प्रवेश परीक्षाएं
- PU CET
- TSICET
- KMAT
- APICET
- HPCET
- TANCET
- MAHCET
राष्ट्रीय स्तर की प्रवेश परीक्षाएं
फार्मास्यूटिकल मैनेजमेंट में एमबीए की कुछ प्रमुख किताबें
फार्मास्यूटिकल मैनेजमेंट में एमबीए के लिए महत्वपूर्ण पुस्तकें यहां दी गई हैं-
पुस्तक | लेखक | लिंक |
Pharmaceutical Management | सचिन इतकार | Buy here |
Pharmaceutical Industrial Management | जी विद्या सागर | Buy here |
Textbook of Pharmaceutical Industrial Management | बीरेन शाही | Buy here |
Project Management for the Pharmaceutical Industry | लौरा ब्राउन | Buy here |
फार्मास्यूटिकल मैनेजमेंट में एमबीए के बाद करियर
पिछले वर्षों में, फार्मास्युटिकल मैनेजमेंट में एमबीए छात्रों के बीच बेहद लोकप्रिय हो गया है। अधिक से अधिक छात्र इस कोर्स को कर रहे हैं। कोर्स विविध करियर के अवसर प्रदान करता है। कुछ उपलब्ध प्रमुख जॉब प्रोफाइल फार्मास्युटिकल्स डिस्ट्रीब्यूटर्स, फार्मास्युटिकल परचेज मैनेजर, क्वालिटी एश्योरेंस मैनेजर आदि हैं।
नौकरी की तलाश के अलावा, छात्रों के लिए एक और विकल्प उच्च शिक्षा हासिल करना है। छात्रों के लिए उपलब्ध कुछ उच्च शिक्षा विकल्प नीचे दिए गए हैं:
- पीएचडी: यदि कोई शिक्षा के उसी क्षेत्र में जारी रखना चाहता है, तो पसंद का पहला कार्यक्रम पीएचडी फार्मास्यूटिक्स है। यह तीन साल का कोर्स है और पात्रता मानदंड में फार्मास्यूटिक्स में मास्टर डिग्री होना शामिल है। छात्र किसी भी संबंधित क्षेत्र में पीएचडी कर सकते हैं। छात्र इस एमबीए कोर्स के पूरा होने पर सभी आईआईएम द्वारा आयोजित फेलो प्रोग्राम इन मैनेजमेंट में भी भाग ले सकते हैं ।
- प्रतियोगी परीक्षाएं: एक अन्य मार्ग जिसे आप चुन सकते हैं, वह है प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी। सरकारी क्षेत्र के संगठनों में नौकरी के अवसरों के लिए होने वाली परीक्षाएं सबसे लोकप्रिय हैं। छात्र इस क्षेत्र में सबसे अधिक वेतन वाली नौकरी पाने में सक्षम होंगे।
टॉप रिक्रूटर्स
फार्मास्युटिकल मैनेजमेंट में एमबीए ग्रेजुएट्स को विभिन्न प्रतिष्ठित विभिन्न संगठनों में काम पर रखा जाता है। फार्मास्यूटिकल मैनेजमेंट में एमबीए के ग्रेजुएट्स को हायर करने वाली कुछ टॉप रिक्रूटर्स हैं-
- Ranbaxy Laboratories
- Dabur India Limited
- Central Warehousing Corp
- Infosys
- Cipla
- Abbott India
- Lupine
- Sun Pharma
- Dr Reddy’s Lab
- Piramal
फार्मास्यूटिकल मैनेजमेंट में एमबीए के बाद जॉब प्रोफाइल और वेतन
फार्मास्यूटिकल मैनेजमेंट में अपनी मास्टर डिग्री पूरी करने के बाद, आप विभिन्न जॉब संभावनाओं की खोज कर सकते हैं। कुछ सामान्य फार्मास्यूटिकल मैनेजमेंट में एमबीए नौकरियां और PayScale के अनुसार सैलरी इस प्रकार है-
जॉब प्रोफाइल | वेतन (INR में) |
बिज़नेस डेवलपमेंट मैनेजर | 4 लाख से 7 लाख |
मार्केट रिसर्चर एंड ड्रग डेवलपर | 4 लाख से 8 लाख |
सेल्स मैनेजर | 3 लाख से 6 लाख |
ड्रग ड्रिस्टिब्यूटर मैनेजर | 6 लाख से 10 लाख |
फार्मास्यूटिकल परचेज मैनेजर | 5 लाख से 10 लाख |
FAQs
फार्मास्युटिकल मैनेजमेंट में एमबीए 2 साल का पोस्टग्रेजुएट डिग्री कोर्स है जो ड्रग मैन्युफैक्चरिंग, प्रोडक्शन मैनेजमेंट, फार्मास्युटिकल मार्केटिंग, ब्रांड मैनेजमेंट आदि क्षेत्रों का गहन ज्ञान प्रदान करने पर केंद्रित है।
पिछले वर्षों में, फार्मास्युटिकल मैनेजमेंट में एमबीए छात्रों के बीच बेहद लोकप्रिय हो गया है। अधिक से अधिक छात्र इस कोर्स को कर रहे हैं। कोर्स विविध करियर के अवसर प्रदान करता है। कुछ उपलब्ध प्रमुख जॉब प्रोफाइल फार्मास्युटिकल्स डिस्ट्रीब्यूटर्स, फार्मास्युटिकल परचेज मैनेजर, क्वालिटी एश्योरेंस मैनेजर आदि हैं।
जो छात्र फार्मास्युटिकल मैनेजमेंट में एमबीए करना चाहते हैं, उनके पास किसी मान्यता प्राप्त कॉलेज या विश्वविद्यालय से संबंधित क्षेत्र में न्यूनतम 50% अंकों के साथ बैचलर्स की डिग्री होनी चाहिए।
इस कोर्स के नए ग्रेजुएट आसानी से INR 3,00,000 से 10,00,000 प्रति वर्ष सैलरी की उम्मीद कर सकते हैं।
आशा करते हैं कि आपको फार्मास्यूटिकल मैनेजमेंट में एमबीए कोर्स से सम्बन्धित सारी जानकारी मिल गई होंगी। क्या आप विदेश में फार्मास्यूटिकल मैनेजमेंट संबंधित कोर्स करना चाहते हैं? हमारे Leverage Edu एक्सपर्ट्स से संपर्क करें जो विश्व स्तर पर टॉप विश्वविद्यालयों में आवेदन करने में आपका मार्गदर्शन करेंगे। आज ही अपना 30 मिनट का फ्री सेशन बुक करने के लिए 1800 572 000 पर कॉल करें।