भारतीय संविधान के निर्माता कहे जाने वाले डॉ. भीमराव अंबेडकर भारतीय इतिहास के सबसे अधिक पढ़े लिखे नेता माने जाते हैं। कहा जाता है कि उनके पास डिग्रियों का भंडार था। उनके पास देश विदेश की कई यूनिवर्सिटीज़ से प्राप्त डिग्रियां थीं। वे आज़ादी से पूर्व भारत के बाहर पढ़ने जाने वाले चंद भारतीयों में से एक थे। यहाँ क्या अंबेडकर के पास 32 डिग्री थी? इस बारे में विस्तार से बताया जा रहा है।
क्या अंबेडकर के पास 32 डिग्री थी?
कुछ लोग इस बात पर विश्वास नहीं करते हैं कि क्या अंबेडकर के पास 32 डिग्री थी? लेकिन यह बात बिलकुल सच है कि डॉक्टर अंबेडकर के पास 32 अलग अलग विषयों में डिग्रियां थीं। इसमें से प्रमुख रूप से उन्हें तीनों ही मुख्य धाराओं विज्ञान, कला और वाणिज्य तीनों ही विभागों में अंडर ग्रेजुएट और पोस्ट ग्रेजुएट डिग्रियां प्राप्त थीं।
देश विदेश की कई भाषाओं का था ज्ञान
डॉ. बीआर अंबेडकर बहुमुखी प्रतिभा के धनी थे। वे एक अच्छे लेखक और पेंटर भी थे। उन्हें देश और विदेश की कुल नौ भाषाओं का ज्ञान था। उनके भाषा भंडार में फ्रेंच जर्मन और अंग्रेजी जैसी विदेशी भाषाओं के साथ साथ हिंदी, मराठी, संस्कृत और गुजराती जैसी भारतीय भाषाएं भी शामिल थीं। डॉ. बीआर अंबेडकर इन सभी भाषाओं को बहुत अच्छी तरह से लिख, पढ़ और समझ और बोल लेते थे।
डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की प्रमुख डिग्रियों के नाम
आपने जान लिया कि क्या अंबेडकर के पास 32 डिग्री थी? इसी क्रम में यहाँ डॉक्टर बीआर अंबेडकर की कुछ प्रमुख डिग्रियों के नाम दिए जा रहे हैं :
- बीए (बॉम्बे विश्वविद्यालय, 1912)
- एम.ए. (कोलंबिया विश्वविद्यालय, 1915)
- एम.एससी. (लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स, 1921)
- पीएच.डी. (लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स, 1923)
- डी.एससी. (लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स, 1927)
- एल.एल.डी. (कोलंबिया विश्वविद्यालय, 1952)
- डी.लिट. (उस्मानिया विश्वविद्यालय, 1953)
- एल.एल.डी. (नागपुर विश्वविद्यालय, 1956)
- डी.लिट. (मराठवाड़ा विश्वविद्यालय, 1958)
- डी.सी.एल. (आंध्र विश्वविद्यालय, 1958)
आशा है कि आपको इस ब्लॉग में क्या अंबेडकर के पास 32 डिग्री थी? से संबंधित सभी जानकारी मिल गयी होगी। इसी तरह ट्रेंडिंग इवेंट से संबंधित अन्य ब्लॉग्स पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बने रहें।