कान में पड़ना मुहावरे का अर्थ (Kaan Mai Padna Muhavare Ka Arth) होता है सुनाई पड़ना, तो उसके लिए कान में पड़ना मुहावरे का प्रयोग किया जाता है। इस ब्लॉग के माध्यम से आप कान में पड़ना मुहावरे का वाक्यों में प्रयोग और इसकी व्याख्या के बारे में जानेगें।
मुहावरे किसे कहते हैं?
मुहावरे और उनके अर्थ – किसी विशेष शब्द के अर्थ को आम जन की भाषा में समझाने के लिए जिस वाक्यांश का प्रयोग किया जाता है उसे मुहावरा कहते हैं। इसमें वाक्यांश का सीधा सीधा अर्थ न लेकर बात को घुमा फिराकर कहा जाता है। इसमें भाषा को थोड़ा मजाकिया, प्रभावशाली और संक्षिप्त रूप में कहा जाता है।
कान में पड़ना मुहावरे का अर्थ क्या है?
कान में पड़ना मुहावरे का अर्थ (Kaan Mai Padna Muhavare Ka Arth) होता है सुनाई पड़ना।
कान में पड़ना पर व्याख्या
इस मुहावरे में “कान में पड़ना मुहावरे का अर्थ” है की सुनाई पड़ना। इस मुहावरे का प्रयोग तब किया जब कोई व्यक्ति को किसी की बात बिना उसके बताए पता चल जाती है।
कान में पड़ना मुहावरे का वाक्य प्रयोग
कान में पड़ना मुहावरे का वाक्य में प्रयोग निम्नलिखित है :
- राम और शाम क्या खिचड़ी पका रहें हैं इसकी भनक साक्षी के कानों में पड़ चुकी है।
- रोहन से कितनी भी बात छुपा लो, लेकिन कही न कही से उसके कान में बात पड़ ही जाती है।
- साक्षी जान बूझ कर ऐसी बातें करती है, ताकि वह बात राकेश के कान में पड़ जाए।
- मुकेश जब भी कुछ बात करता है तो वह बहुत जोर जोर से बोलता है, ताकि उसकी बात सबके कान में पड़ जाए।
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आशा है कि कान में पड़ना मुहावरे का अर्थ (Kaan Mai Padna Muhavare Ka Arth) आपको समझ आया होगा। हिंदी मुहावरे के अन्य ब्लॉग्स पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बनें रहें।