IPO की फुल फॉर्म ‘इनिशियल पब्लिक ऑफर’ (Initial Public Offer) होती है। वहीं, हिंदी में आईपीओ की फुल फॉर्म ‘आरंभिक सार्वजिनक प्रस्ताव’ होती है। बता दें कि जब कोई सरकारी या निजी कंपनी अपने शेयरों को सार्वजिनक रूप से बेचती है, जिससे वह खुले बाजार में निवेशकों को स्वामित्व शेयर प्रदान करके पूंजी जुटाती है तब उसे शेयर मार्केट में लिस्ट होने के लिए आईपीओ लाने की आवश्यकता होती है।
अगर आसान भाषा में कहे तो अब उस कंपनी का मालिक सिर्फ उसे चलाने वाला परिवार या शेयर होल्डर नहीं होते बल्कि वो सब होते हैं जिनको IPO में शेयर अलॉट होता है। आईपीओ (IPO Full Form in Hindi) के बारे में अधिक जानने के लिए लेख को अंत तक जरूर पढ़ें।
IPO Full Form in Hindi | ‘इनिशियल पब्लिक ऑफर’ (Initial Public Offer) |
IPO के बारे में जानें
- IPO में जो शेयर अलॉट होते हैं, वो आमतौर पर Bombay Stock Exchange (BSE) या National Stock Exchange of India Limited (NSE) जैसे स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्ट होते है।
- वहीं, कोई कंपनी अगर IPO लाने का निर्णय करती है तो उसे मार्केट रेग्युलेटर ‘भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड’ (SEBI) के नियमों का पालन करना अनिवार्य होता है।
- SEBI द्वारा आईपीओ जारी होने के बाद कंपनी शेयर मार्केट में लिस्ट हो जाती है। इसके बाद निवेशक उस शेयर को खरीद या बेच सकते हैं।
- बता दें कि किसी निवेशक को अगर IPO में निवेश करना है तो उसके पास एक Demat Account होना चाहिए।
संबंधित लेख
आशा है कि आपको IPO Full Form in Hindi से संबंधित सभी आवश्यक जानकारी मिल गई होगी। फुल फॉर्म के अन्य ब्लॉग्स पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बने रहें।