अब्रॉड की यूनिवर्सिटी में पढ़ाई करने में रूचि रखने वाले भारतीय छात्रों के लिए एक बेहतरीन खबर का एलान किया गया है। IELTS जोकि एक लैंग्वेज प्रोफिशिएंसी टेस्ट है उसमें मुख्य रूप से 4 मॉड्यूल होते है। इन मॉड्यूल्स को विद्यार्थी अपनी काबिलियत अनुसार पार करता है और बैंड स्कोर हासिल करता है। पहले जहाँ स्टूडेंटस किसी एक मॉड्यूल में बेहतर परफॉर्म न कर पाने पर एग्ज़ाम में मौजूद सभी मॉड्यूल्स का एग्ज़ाम दोबारा दिया करते थे। वहीँ मार्च 2023 से इस प्रणाली में तब्दीली देखने को मिलेगी।
अपडेशन के अनुसार, अगर किसी छात्र के IELTS एग्ज़ाम में मौजूद किसी एक मॉड्यूल में मनचाहे मार्क्स नहीं आते, तो वह अब सिर्फ उस मॉड्यूल का एग्ज़ाम दोबारा देकर आगे बढ़ सकते हैं। यह अपडेट भारतीय छात्रों के लिए एक वरदान साबित होगी जिससे स्टूडेंट्स के बीच उस टेंशन के माहोल में राहत देखने को मिलेगी। साथ ही यह भी अनुमान लगाया जा रहा है कि यह खबर IELTS के लिए होने वाली रेजिस्ट्रेशन्स की संख्या में बढ़ोतरी होती दिखाएगी। फॉरेन यूनिवर्सिटीज में अप्लाई करने वाले स्टूडेंट्स के लिए ये एक बड़ी खबर है। स्टूडेंट्स जो अपने किसी पर्टिक्युलर मॉड्यूल के मार्क्स से संतुष्ट नहीं है वह इस मौके का भरपूर फायदा उठा पाएंगे।
IDP एजुकेशन के IELTS एमडी, वारविक फ्रीलन ने अपनी एक स्टेटमेंट में कहा कि उन्होंने स्टूडेंटस द्वारा दिए जाने वाले इस टेस्ट को लेकर विभिन्न चिंताओं के बारे जाना। उन्होंने बताया कि स्टूडेंट्स IELTS एग्ज़ाम के फर्स्ट एटेम्पट में दोबारा परीक्षा देने का दूसरा मौका प्राप्त करना चाहते हैं, जिसमें उन्होंने कम अंक प्राप्त किए हैं। यह छात्रों को विदेशी विश्वविद्यालयों के लिए एप्लिकेशन रिक्वायरमेंट को पूरा करने में फ्लेक्सिबिलिटी प्रदान करेगा।