क्या आप जानते हैं द्वितीय विश्व युद्ध का कारण क्या था?

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द्वितीय विश्व युद्ध का कारण

युद्ध चाहे किसी भी कालखंड में क्यों न हुए हों, युद्धों से मानव ने भयंकर त्रासदी ही झेली है। इतिहास के पन्नों को पलटकर देखा जाए तो युद्धों ने सभ्यताओं के साथ-साथ मानवता का भी अंत किया है, जिससे मानव को पृथ्वी पर हर कहीं केवल पीड़ाएं ही मिली हैं। इस प्रकार के क्रूर युद्धों में से एक द्वितीय विश्व युद्ध भी था, जिसमें क्रूरता की आवो-हवा से दुनिया की हवाओं में भयंकर प्रलय का अंजाम दिखा। इस पोस्ट के माध्यम से आपको द्वितीय विश्व युद्ध का कारण जानने को मिलेगा।

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क्या था द्वितीय विश्व युद्ध का कारण?

इतिहास के पन्नों को खंगाला जाए तो पता लगता है कि द्वितीय विश्व युद्ध का कारण कोई एक नहीं था, यह तो अनेकों कारणों का दुष्परिणाम था। जिनमें से कुछ मुख्य कारणों को निम्नलिखित बिंदुओं के माध्यम से समझा जा सकता है;

वर्सायइल्स की संधि (Treaty of Versailles)

वर्सायइल्स की संधि एक ऐसी संधि थी, जिस पर प्रथम युद्ध के बाद जर्मनी से हस्ताक्षर कराए गए। इस संधि के तहत जर्मनी को अत्यधिक कठिनाइयों का सामना करना पड़ा, जिसमें जर्मनी को अपनी सेना को कम रखना था, साथ ही इस संधि के तहत जर्मनी को भारी मात्रा में जुर्माना भी चुकाना पड़ा। जर्मनी की इस अपमान जनक संधि को आगामी 20 वर्षों में ही जर्मनी के जनरल ने स्वीकारने से मन किया, जो कि द्वितीय विश्व युद्ध का कारण बना।

आर्थिक संकट

एक ओर वर्सायइल्स की संधि तो दूसरी ओर 1929 की महामंगी संकट यानी कि आर्थिक संकट द्वितीय विश्व युद्ध का कारण बना। इस आर्थिक दुर्भाग्य ने राजनीतिक स्थितियों को भी प्रभावित किया।

आपसी संघर्ष

आपसी संघर्ष भी द्वितीय विश्व युद्ध का कारण बना। उस दौरान हुए विश्व भर में आपसी संघर्षों जैसे स्पेन में किविल वॉर, मंचूरिया में जापान की आक्रमणकर्तावादी नीति, और इटली के आबेटोलिनी के आक्रमण आदि ने राजनीतिक तनावों को बढ़ावा देकर विश्व को दूसरे विश्व युद्ध की ओर धकेला।

अपराधिक नेताओं का उत्थान

अपराधिक नेताओं का उत्थान भी द्वितीय विश्व युद्ध का कारण बना, आपराधिक नेताओं जैसे: जर्मनी में अडॉल्फ हिटलर और इटली में बेनितो मुसोलिनी ने अपने देशों में ताक़त को पाने के चलते कई आपसी संघर्ष किए। यही संघर्ष द्वितीय विश्वयुद्ध में बदल गए।

ताक़तों के स्पर्श

कई ताकतवर देशों का हवा देना या यूँ कहा जाए कि ताकतों का युद्ध को स्पर्श करना भी द्वितीय विश्व युद्ध का कारण बना। उदाहरण स्वरूप, जर्मनी ने पोलैंड पर 1939 में हमला किया, जिससे विश्व युद्ध का विगुल बजा और इस युद्ध से करोड़ों लोगों ने अपनी जान गवाई।

क्या रहे द्वितीय विश्व युद्ध के परिणाम?

द्वितीय विश्व युद्ध के बारे में जानने के बाद आप इसके परिणामों को भी निम्नलिखित बिंदुओं द्वारा जान सकते हैं;

  • द्वितीय विश्व युद्ध के परिणामस्वरूप, संयुक्त राष्ट्र (यूनाइटेड नेशंस) का गठन हुआ, जिसका उद्देश्य विश्व शांति और सुरक्षा को सुनिश्चित करना था।
  • द्वितीय विश्व युद्ध के बाद, अनेक देशों की अर्थव्यवस्थाओं को पुनर्निर्माण करने के लिए मार्शल प्लान के तहत संयुक्त राज्य द्वारा यूरोप के देशों को आर्थिक सहायता प्रदान की गयी, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार हुआ।
  • द्वितीय विश्व युद्ध के बाद कई देशों ने गणराज्य की स्थापना की और लोगों को ज्यादा सामाजिक और राजनैतिक स्वतंत्रता प्रदान की।
  • द्वितीय विश्व युद्ध के बाद, अनेक देशों ने एक दूसरे के साथ आपसी विश्वास और सहयोग की आवश्यकता को समझा और इसका पालन किया।
  • द्वितीय विश्व युद्ध के बाद, जर्मनी और जापान को विदेशी सहायता और संरक्षण प्रदान किया गया और उनकी संरचनाओं में सुधार किया गया।
  • द्वितीय विश्व युद्ध के बाद, नाशक आणविक हमलों और युद्धकालीन निरसन के संबंध में अंतर्राष्ट्रीय कानून बनाकर इनका पालन किया गया।

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आशा है कि आप द्वितीय विश्व युद्ध का कारण इस ब्लॉग के माध्यम से जान पाए होंगे और यह ब्लॉग आपको जानकारी से भरपूर लगा होगा। इसी प्रकार इतिहास से जुड़े अन्य ब्लॉग्स पढ़ने के लिए हमारी वेबसाइट Leverage Edu के साथ बने रहें।

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