Delhi University: डॉक्टरल प्रोग्राम में एडमिशन लेने वाले छात्रों को टीचिंग में किया जाएगा ट्रेन

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Delhi University phd scholars traning teaching

अब दिल्ली विश्वविद्यालय में डॉक्टरेट प्रोग्राम्स के लिए एडमिशन लेने वाले छात्रों को अपने चुने हुए पीएचडी विषय से संबंधित टीचिंग/एजुकेशन/पेडगोजी/राइटिंग में ट्रेनिंग लेना होगी। डीयू की रिसर्च काउंसिल (RC) में यह सिफारिश है कि चौथे और पांचवें वर्ष में, रिसर्च स्कॉलर्स को प्रति सप्ताह 4-6 घंटे टीचिंग/रिसर्च हेल्प और ट्यूटोरियल या लैब वर्क सौंपा जा सकता है।

इन सिफारिशों को कल यानि 30 नवंबर 2023 को दिल्ली विश्वविद्यालय की अकादमिक काउंसिल (AC) की बैठक में रखा जाएगा।

हालाँकि, रिसर्च काउंसिल की ओर से स्पष्ट नहीं है कि इन सिफारिशों को कोर्सेज में कैसे शामिल किया जाएगा। RC के दस्तावेज़ में कहा गया है, “छात्रों को पीएचडी डिग्री के लिए तैयार करने वाले एडवांस लेवल के कोर्सेज होंगे। पीएचडी स्कॉलर्स को संबद्ध विभागों से ऑप्शनल कोर्सेज लेने की भी अनुमति दी जाएगी।”

दिल्ली यूनिवर्सिटी द्वारा चार साल का UG प्रोग्राम शुरू करने के साथ, AC ने कहा कि जिन छात्रों ने UG प्रोग्राम के चार साल पूरे कर लिए हैं, वे सीधे पीएचडी कोर्स में शामिल हो सकते हैं। हालाँकि, सीधे पीएचडी कोर्स में एडमिशन पाने में सक्षम होने के लिए, उन्हें अपने UG प्रोग्राम में 75% अंक की आवश्यकता होगी।

ये है रिसर्च काउंसिल के दस्तावेज़ में

वहीं रिसर्च काउंसिल के दस्तावेज़ में यह भी कहा गया है कि “कैंडिडेट्स जिन्होंने 4-वर्षीय/8-सेमेस्टर UG डिग्री प्रोग्राम के बाद एक वर्षीय/2-सेमेस्टर मास्टर डिग्री प्रोग्राम पूरा कर लिया है या 3 वर्ष/8-सेमेस्टर UG डिग्री प्रोग्राम के बाद 2-वर्षीय/4-सेमेस्टर मास्टर डिग्री प्रोग्राम पूरा कर लिया है। 3 वर्षीय UG डिग्री प्रोग्राम या संबंधित स्टेचटोरी रेगुलेटरी बॉडी द्वारा मास्टर डिग्री के समकक्ष घोषित योग्यता, कुल मिलाकर कम से कम 55% अंक या एक पॉइंट स्केल में इसके समकक्ष ग्रेड के साथ पीएचडी प्रोग्राम्स में शामिल हो सकते हैं।

जिन छात्रों ने MPhil पूरा कर लिया है और उसमें 55% अंक या समकक्ष प्राप्त किए हैं, वे भी पीएचडी प्रोग्राम में शामिल हो सकते हैं।

UGC रेगुलेशंस 2022 के अनुसार, डॉक्टरेट प्रोग्राम के लिए प्रवेश परीक्षा वर्ष में एक बार आयोजित की जाएगी और शॉर्टलिस्ट किए गए कैंडिडेट्स की योग्यता अगली प्रवेश परीक्षा तक मान्य रहेगी। सीटों की उपलब्धता के आधार पर इंटरव्यू वर्ष में दो बार या उससे अधिक आयोजित किए जा सकते हैं।

इतने होंगे क्वालिफिकेशन मार्क्स

RC के दस्तावेज़ के अनुसार, रिसर्च मेथोडोलॉजी में प्रवेश परीक्षा कोर्स का 50% शामिल होगा और बाकी सब्जेक्ट-स्पेसिफिक होगा। प्रवेश परीक्षा एक क्वालिफिकेशन परीक्षा होगी जिसमें जनरल क्लास के कैंडिडेट्स के लिए 50% क्वालिफिकेशन मार्क्स होंगे। जिन छात्रों ने प्रवेश परीक्षा में 50% अंक प्राप्त किए हैं वे इंटरव्यू के लिए बुलाए जाने के पात्र होंगे।

दिल्ली यूनिवर्सिटी से जुड़ी महत्वपूर्ण अपडेट्स के लिए बने रहिए Leverage Edu के साथ।

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