30 नवंबर 2023 में दिल्ली विश्वविद्यालय ने अपनी 1016वीं अकादमिक काउंसिल (AC) की बैठक बुलाई थी। इस बैठक का मुख्य फोकस ड्यूल डिग्री सिस्टम लागू करने के प्रस्ताव को मंजूरी देना था। इसमें एक ही समय में दो एजुकेशनल प्रोग्राम्स को आगे बढ़ाने में छात्रों को सक्षम बनाएगा जाएगा। यह मीटिंग वाईस चांसलर (VC) प्रोफेसर योगेश सिंह की अध्यक्षता में हुई थी।
इस बैठक में प्रतिष्ठित विदेशी संस्थानों के साथ ट्विनिंग, जॉइंट और ड्यूल डिग्री प्रोजेक्ट्स के साथ-साथ दो एजुकेशनल डिग्री प्रोग्राम्स में एक साथ शामिल होने और NEP 2020 के अनुसार क्रेडिट ट्रांसफर पर चर्चा शामिल थी।
VC ने दाखिले की जानकारी दी
दिल्ली विश्वविद्यालय के VC सिंह ने वर्तमान एजुकेशनल सेशन में एडमिशन पर सम्पूर्ण जानकारी प्रदान की, जिसमें बताया गया कि कुल 68,583 UG, 11,196 PG और 784 पीएचडी एडमिशन हैं। वहीं 98 अनाथ छात्रों को एक स्पेशल रिज़र्वेशन प्रोजेक्ट के तहत पूर्ण फीस माफ़ के साथ एडमिशन दिया गया था। साथ ही फाइनेंशियल ईयर 2022-2023 में फाइनेंशियल एड सिस्टम के तहत 1,009 छात्रों को कुल INR 1,00,61,057 डिस्ट्रीब्यूट किए गए।
कई डिपार्टमेंट्स के कोर्सेज को मंजूरी दी गई
बैठक के दौरान, अंडरग्रेजुएट करिकुलम फ्रेमवर्क 2022 (UGCF-2022) के अनुसार कई डिपार्टमेंट्स के कुछ कोर्सेज को भी मंजूरी दी गई। जिन छात्रों ने कक्षा 8वीं तक हिंदी नहीं पढ़ी है, उनके लिए हिंदी विभाग के अंतर्गत हिंदी EL (सेमेस्टर I और II में प्रस्तावित) नामक योग्यता बढ़ोतरी कोर्स को भी मंजूरी दी गई। अर्थशास्त्र विभाग के तहत, डॉ. बीआर अंबेडकर के आर्थिक विचार (सेमेस्टर III/V) शीर्षक वाले तीन DSE पेपरों का कोर्स; अर्थव्यवस्था, राज्य और समाज (सेमेस्टर III/V); और प्रोडक्शन रिलेशन और ग्लोबलाइजेशन (सेमेस्टर IV/VI) को भी UGCF-2022 के आधार पर अकादमिक सेशन 2022-2023 से शुरू करने की मंजूरी दी गई।
ट्विनिंग, ज्वाइंट और डुअल डिग्री योजनाओं पर चर्चा की गई
DU AC की बैठक के दौरान प्रतिष्ठित विदेशी संस्थानों के साथ ट्विनिंग, जॉइंट और ड्यूल डिग्री प्रोजेक्ट्स के साथ-साथ दो अकादमिक डिग्री प्रोग्राम्स में एक साथ शामिल होने और NEP 2020 के अनुसार क्रेडिट ट्रांसफर पर भी चर्चा की गई।
वहीं बैठक के दौरान, कमला नेहरू कॉलेज, गार्गी कॉलेज और हंसराज कॉलेज में तमिल, तेलुगु और अन्य MIL कोर्सेज में जेनेरिक इलेक्टिव (GE) कोर्स चुनने वाले छात्रों को संबंधित कॉलेजों द्वारा ऑफर नहीं किए गए विषयों की पढ़ाई करने के लिए नज़दीकी क्लस्टर सेंटर में आमंत्रित किया गया था। कॉलेजों और विभागों में क्लासेज में भाग लेकर ऐसी भाषाओं की पढ़ाई करने की भी अनुमति दी गई।
अनाथ बच्चों के लिए कोटा
इस बैठक का एक केंद्र बिंदु अनाथ बच्चों को मुफ्त हायर एजुकेशन प्रदान करते हुए सभी कक्षाओं में अनाथ बच्चों के लिए सीटें रिज़र्व करने का प्रोविज़न किया था। इस योजना के तहत विश्वविद्यालय के सभी कॉलेजों और विभागों में UG और PG दोनों स्तरों पर सभी कक्षाओं में अनाथ लड़के और लड़कियों के लिए एक-एक सीट आरक्षित की गई है। इन रिज़र्व सीटों पर एडमिशन पाने वाले बच्चों की ट्यूशन और हॉस्टल फीस आदि पूरी तरह से माफ करने का प्रोविज़न किया गया है।