अगर आप कॉर्पोरेट लॉयर बनना चाहते हैं तो आपको एलएलबी कोर्स करना जरूरी है। लॉयर बनने की इच्छा रखने वाले ज्यादातर कॉमर्स स्टूडेंट्स कॉर्पोरेट लॉयर बनने का चुनाव करते हैं। ग्रेजुएशन में बी कॉम या बीबीए किया होता है तो उन्हें कॉर्पोरेट लॉ की पढ़ाई समझने में मदद मिलती है। कॉर्पोरेट लॉयर की जॉब एक हाई प्रोफ़ाइल जॉब होती है और लगभग हर कंपनी में एक कॉर्पोरेट लॉयर जरूर होता है। इस ब्लॉग में Corporate Law Kya Hai के बारे विस्तार से बताया गया है।
कोर्स का नाम | कॉरपरेट लॉ |
फील्ड | लॉ |
जॉब सेक्टर | प्राइवेट/सरकारी |
न्यूनतम योग्यता | B.Com +LLB or BBA +LLB |
मुख्य प्रवेश परीक्षाएं | NLSIU, NLU, GNLU, HNLU, RMLNLU |
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Corporate Law Kya Hai?
कॉरपोरेट लॉ आधुनिक समय का सर्वाधिक प्रभावी बिजनेस टूल है। कॉरपोरेट कानून शेयरधारियों, निदेशकों, कर्मचारियों, ऋणदाताओं तथा अन्य हिस्साधारियों, जैसे उपभोक्ताओं, समुदायों के आंतरिक नियमों के तहत एक-दूसरे के बीच के लेनदेन का अध्ययन होता है। कॉरपोरेट लॉ विस्तृत कंपनी कानून का एक हिस्सा होता है। इसके अंतर्गत बिजनेस से जुड़ी तमाम बातें जैसे पेंशन, चैरिटी, रजिस्ट्रेशन, लेबर लॉ, कॉन्ट्रेक्ट और बिजनस से जुड़े अन्य पहलू आती हैं। कॉर्पोरेट लॉ के अंतर्गत कंपनी लॉ और बिज़नेस की पूरी जानकारी आती है। एक कॉर्पोरेट लॉयर कंपनी को क़ानूनी तरीके से आसमान की बुलंदियों तक पहुँचाने में मदद करता है।
कॉर्पोरेट लॉ कोर्स क्यों करें?
कॉर्पोरेट लॉ कोर्स क्यों करें?
- हर कंपनी को को एक कॉरपोरेट लॉयर की ज़रुरत होती है। इसलिए जैसे जैसे भारत में नई नई कंपनियां आती जाएंगीं, कॉरपोरेट लॉयर की मांग उसी हिसाब से बढ़ती जाएगी।
- कॉरपोरेट लॉयर की जॉब एक हाई प्रोफ़ाइल जॉब है। इसमें अच्छी सैलरी के साथ साथ मान सम्मान भी मिलता है।
- कॉरपोरेट लॉयर बनने के बाद आप एक अच्छी सैलरी पा सकते हैं। अगर आप फ्रेशर भी हैं तब भी आप 6 लाख रूपए सालाना तक कमा सकते हैं।
- कॉरपोरेट लॉयर की विदेशों में भी बहुत मांग होती है। आप चाहें तो विदेश में जाकर भी जॉब कर सकते हैं।
कॉर्पोरेट लॉ करने के कुछ बहुमूल्य फायदे
कॉर्पोरेट लॉ करने के कुछ बहुमूल्य फायदे इस प्रकार हैं :
- कॉर्पोरेट लॉयर की प्रोफ़ाइल एक महत्वपूर्ण प्रोफ़ाइल हैं और कॉरपरेट लॉयर की मांग दिन पर दिन बढ़ती जा रही है। इसलिए कॉरपरेट लॉ का कोर्स करना एक फायदेमंद निर्णय है।
- कॉर्पोरेट लॉयर को कुछ बड़ी कंपनियां सैलरी और मेडिकल के अलावा अन्य सुविधाएं जैसे रहने के लिए घर, कार और घूमने के लिए हॉलिडे पैकेज आदि भी देती है।
- कॉर्पोरेट लॉयर की ज़रुरत प्राइवेट और सरकारी दोनों सेक्टर की कंपनियों को होती है। यदि आप सरकारी जॉब करने के इच्छुक हैं तो आप कॉर्पोरेट लॉयर का कोर्स करने के बाद सरकारी जॉब भी कर सकते हैं।
- अगर आप अपना खुद का बिजनेस खोलने में दिलचस्पी रखते हैं तो आप कॉर्पोरेट लीगल एडवाइज़र के तौर पर खुद का ऑफिस खोलकर भी काम शुरू कर सकते हैं।
कॉर्पोरेट लॉ कोर्स के लिए आवश्यक स्किल्स
कॉर्पोरेट लॉ कोर्स करने के लिए निम्नलिखित स्किल्स आवश्यक होती हैं :
- बिजनेस की समझ : आपके अंदर बिजनेस की समझ होना बहुत ज़रूरी है। एक कॉर्पोरेट लॉयर के तौर पर आपको बिजनेस से जुड़े नियमों के बारे में पता होना चाहिए।
- कम्युनिकेशन स्किल्स : एक कॉर्पोरेट लॉयर बनने के लिए आपके अंदर कम्युनिकेशन स्किल्स होना बहुत ज़रूरी है। आपको कोर्ट में अपनी कंपनी का पक्ष रखना होगा। इसके लिए आपजे पास अच्छी कम्युनिकेशन स्किल्स होना बहुत ज़रूरी है।
- बिजनेस लॉ की समझ : कॉर्पोरेट लॉ कोर्स करने के लिए आपके अंदर बिजनेस लॉ को समझने की क्षमता होना एक अनिवार्य मांग है।
- आंकड़ों को याद रखने की क्षमता : एक लॉयर को बहुत सारे एक्ट्स का उदाहरण देना पड़ता है। इसके लिए आपके अंदर आकड़ों को याद रखने की क्षमता होना ज़रूरी है।
- कॉन्ट्रेक्ट ड्राफ्टिंग : कॉन्ट्रैक्ट ड्राफ्टिंग भी कॉरपरेट लॉ कोर्स का एक ज़रूरी हिस्सा है। कॉर्पोरेट लॉ कोर्स करने के लिए आपको कॉन्ट्रेक्ट ड्राफ्टिंग करना आना बहुत ज़रूरी है।
कॉर्पोरेट लॉ कोर्स सिलेबस
Corporate Law Kya Hai और इस का कोर्स सिलेबस नीचे दिया जा रहा है :
- बिज़नेस आर्गेनाइजेशन एंड मैनेजमेंट
- मैनेजरियल इकोनॉमिक्स एंड एकाउंटिंग
- इनकम टैक्स: थ्योरी, प्रैक्टिस एंड मैनेजमेंट
- बिज़नेस एंड टैक्सेशन लॉ
- कॉर्पोरेट एकाउंटिंग
- कॉर्पोरेट गवर्नेंस
- फाइनेंसियल मैनेजमेंट
- फाइनेंसियल इंस्टीट्यूशन एंड मार्केट
- इंश्योरेंस लॉ
- इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी राइट
- लॉ ऑफ़ टैक्सेशन
- लेबर लॉ
विदेश में कॉर्पोरेट लॉ के लिए टॉप यूनिवर्सिटीज़
कॉर्पोरेट लॉ कोर्स कराने वाली विदेश की टॉप यूनिवर्सिटीज़ इस प्रकार हैं :
- यूनिवर्सिटी ऑफ़ एडिनबर्घ, यूके
- यूनिवर्सिटी ऑफ़ मेलबोर्न, ऑस्ट्रेलिया
- यूनिवर्सिटी ऑफ़ मेनचेस्टर, यूके
- द यूनिवर्सिटी ऑफ़ सिडनी, ऑस्ट्रेलिया
- द यूनिवर्सिटी ऑफ़ क्वींसलैंड, ऑस्ट्रेलिया
- यूनिवर्सिटी ऑफ़ ब्रिस्टल, यूके
- यूनिवर्सिटी ऑफ़ ग्लासगो, यूके
- यूनिवर्सिटी ऑफ़ शेफ़ील्ड, यूके
- ब्रुनेल यूनिवर्सिटी, यूके
भारत में कॉर्पोरेट लॉ कोर्स के लिए टॉप यूनिवर्सिटीज़
कॉर्पोरेट लॉ कोर्स कराने वाली भारत की टॉप यूनिवर्सिटीज़ इस प्रकार हैं :
- नेशनल लॉ स्कूल ऑफ इंडिया यूनिवर्सिटी, बैंगलोर
- नालसर यूनिवर्सिटी ऑफ़ लॉ हैदराबाद
- नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी नई दिल्ली, जोधपुर, भोपाल, गुजरात
- नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी गांधीनगर
- पश्चिम बंगाल राष्ट्रीय न्यायिक विज्ञान विश्वविद्यालय, कोलकाता
- बनारस हिंदू विश्वविद्यालय, वाराणसी
- अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय, अलीगढ़
- गुरु गोबिंद सिंह इंद्रप्रस्थ विश्वविद्यालय, नई दिल्ली
- सिम्बायोसिस सोसाइटीज लॉ कॉलेज पुणे
कॉर्पोरेट लॉयर बनने के लिए ज़रूरी योग्यता
कॉर्पोरेट लॉयर बनने के लिए ज़रूरी योग्यता इस प्रकार हैं :
- बैचलर डिग्री के लिए छात्रों के पास बारहवीं कक्षा में किसी भी मान्यता प्राप्त बोर्ड में (किसी भी स्ट्रीम) में कम से कम 45% अंक प्राप्त होने चाहिए।
- अगर छात्र एलएलबी की तीन साल की पढ़ाई करना चाहते हैं तो उनके पास ग्रेजुएशन की डिग्री होनी जरुरी है।
- आपको स्पेशलाइजेशन में कॉर्पोरटे लॉ को चुनना होगा।
- विदेश में पढ़ने के लिए इंग्लिश लैंग्वेज टेस्ट जैसे IELTS/TOEFL/PTE के अंक।
- लॉ प्रोग्राम में एडमिशन लेने के लिए CLAT, लॉ नेशनल एप्टीट्यूड टेस्ट (LNAT) जैसे एग्जाम पास करने की जरुरत होती है।
- विदेशी यूनिवर्सिटी में पढ़ने के लिए SOP, LOR, सीवी/रिज्यूमे और पोर्टफोलियो भी जमा करने की जरूरत होती है।
आवेदन प्रक्रिया
विदेश के विश्वविद्यालयों में प्रवेश के लिए आवेदन प्रक्रिया इस प्रकार है:
- आपकी आवेदन प्रक्रिया का फर्स्ट स्टेप सही कोर्स चुनना है, जिसके लिए आप AI Course Finder की सहायता लेकर अपने पसंदीदा कोर्सेज को शॉर्टलिस्ट कर सकते हैं।
- एक्सपर्ट्स से कॉन्टैक्ट के पश्चात वे कॉमन डैशबोर्ड प्लेटफॉर्म के माध्यम से कई विश्वविद्यालयों की आपकी आवेदन प्रक्रिया शुरू करेंगे।
- अगला कदम अपने सभी दस्तावेजों जैसे SOP, निबंध (essay), सर्टिफिकेट्स और LOR और आवश्यक टेस्ट स्कोर जैसे IELTS, TOEFL, SAT, ACT आदि को इकट्ठा करना और सुव्यवस्थित करना है।
- यदि आपने अभी तक अपनी IELTS, TOEFL, PTE, GMAT, GRE आदि परीक्षा के लिए तैयारी नहीं की है, जो निश्चित रूप से विदेश में अध्ययन करने का एक महत्वपूर्ण कारक है, तो आप Leverage Live कक्षाओं में शामिल हो सकते हैं। ये कक्षाएं आपको अपने टेस्ट में उच्च स्कोर प्राप्त करने का एक महत्त्वपूर्ण कारक साबित हो सकती हैं।
- आपका एप्लीकेशन और सभी आवश्यक दस्तावेज जमा करने के बाद, एक्सपर्ट्स आवास, छात्र वीजा और छात्रवृत्ति / छात्र लोन के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू करेंगे ।
- अब आपके प्रस्ताव पत्र की प्रतीक्षा करने का समय है जिसमें लगभग 4-6 सप्ताह या उससे अधिक समय लग सकता है। ऑफर लेटर आने के बाद उसे स्वीकार करके आवश्यक सेमेस्टर शुल्क का भुगतान करना आपकी आवेदन प्रक्रिया का अंतिम चरण है।
भारत के विश्वविद्यालयों में आवेदन प्रक्रिया, इस प्रकार है:
- सबसे पहले अपनी चुनी हुई यूनिवर्सिटी की ऑफिशियल वेबसाइट में जाकर रजिस्ट्रेशन करें।
- यूनिवर्सिटी की वेबसाइट में रजिस्ट्रेशन के बाद आपको एक यूजर नेम और पासवर्ड प्राप्त होगा।
- फिर वेबसाइट में साइन इन के बाद अपने चुने हुए कोर्स का चयन करें जिसे आप करना चाहते हैं।
- अब शैक्षिक योग्यता, वर्ग आदि के साथ आवेदन फॉर्म भरें।
- इसके बाद आवेदन फॉर्म जमा करें और आवश्यक आवेदन शुल्क का भुगतान करें।
- यदि एडमिशन, प्रवेश परीक्षा पर आधारित है तो पहले प्रवेश परीक्षा के लिए रजिस्ट्रेशन करें और फिर रिजल्ट के बाद काउंसलिंग की प्रतीक्षा करें। प्रवेश परीक्षा के अंको के आधार पर आपका चयन किया जाएगा और लिस्ट जारी की जाएगी।
आवश्यक दस्तावेज
कुछ जरूरी दस्तावेजों की लिस्ट नीचे दी गई है–
- आधिकारिक शैक्षणिक टेप
- स्कैन किए हुए पासपोर्ट की कॉपी
- IELTS या TOEFL, आवश्यक टेस्ट स्कोर
- प्रोफेशनल/एकेडमिक LORs
- SOP
- निबंध (यदि आवश्यक हो)
- पोर्टफोलियो (यदि आवश्यक हो)
- अपडेट किया गया सीवी / रिज्यूमे
- एक पासपोर्ट और छात्र वीजा
- बैंक विवरण
कॉर्पोरेट लॉ कोर्स करने के बाद करियर स्कोप
कॉर्पोरेट लॉ कोर्स करने के बाद आप निम्नलिखित क्षेत्रों में जा सकते हैं :
- बैंकिंग सेक्टर
- बीमा कंपनियां
- मल्टीनेशनल कम्पनियाँ
- सरकारी क्षेत्र
टॉप रिक्रूटर्स
निम्नलिखित आपको कॉर्पोरेट लॉयर के लिए ज़रूरी टॉप रिक्रूटर्स के नाम दिए जा रहे हैं। नीचे कुछ टॉप कम्पनीज के नाम दिए गए हैं, जहाँ आप जॉइन कर सकते हैं-
- Anand and Anand
- Khaitan and Company
- Shardul Amarchand Mangaldas and Company
- Sagar Associates
- Trilegal India
- Vaish Associates
- Desai and Dewanji
- Lakshmikumaran and Sridharan
- S&R Associates
करियर प्रोफ़ाइल और सैलरी
कॉरपरेट लॉ करने के बाद आप निम्नलिखित प्रोफ़ाइल में जा सकते हैं:
जॉब प्रोफ़ाइल | सैलरी (सालाना ) |
सिविल लिटिगेशन लॉयर | 5 लाख से 6 लाख रु. |
कानून विश्लेशक | 7 से 8 लाख रु. |
लॉ एडवाइज़र | 6 से 7 लाख रु. |
जूनियर असोसिएट अटॉर्नी | 5 से 6 लाख रु. |
असोसिएट अटॉर्नी | 8 से 12 लाख रु. |
FAQs
कॉर्पोरेट कानून उन कानूनों से संबंधित है जो एक कंपनी में शेयरधारकों, कर्मचारियों, निदेशकों, लेनदारों, देनदारों और विभिन्न उपभोक्ताओं जैसे विभिन्न हितधारकों को नियंत्रित करते हैं। विशेषज्ञता विभिन्न विधानों से संबंधित है जो कंपनी अधिनियम 1956 जैसे उपर्युक्त के कामकाज और गतिविधियों को नियंत्रित करते हैं।
ये नियम और विनियम एक निगम को सफलतापूर्वक चलाने और प्रबंधित करने के बारे में प्राथमिक दिशानिर्देशों के रूप में कार्य करते हैं । यह निगम में शामिल सभी हितधारकों को शामिल करता है और उनके कानूनी अधिकारों, कर्तव्यों और दायित्वों को परिभाषित करता है।
हाँ, बीए एलएलबी के बाद कॉरपोरेट लॉ कोर्स कर सकते हैं।
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