BMR की फुल फॉर्म ‘बेसल मेटाबॉलिक रेट’ (Basal Metabolic Rate) होती है। बता दें कि बेसल मेटाबॉलिक रेट (BMR) वह कैलोरी होती है जिसे मनुष्य का शरीर तब बर्न करता है जब वह आराम कर रहा होता है। यह एक तरह की एनर्जी होती है जिसका उपयोग हमारा शरीर सभी अंगों को चलाने के लिए करता है। इसी एनर्जी को बेसल मेटाबोलिक रेट (BMR) के नाम से जाना जाता है। BMR Full Form in Hindi के बारे में अधिक जानने के लिए लेख को अंत तक जरूर पढ़ें।
BMR Full Form in Hindi | ‘बेसल मेटाबॉलिक रेट’ (Basal Metabolic Rate) |
बीएमआर क्या है?
मनुष्य के शरीर की सामान्य गतिविधियां जैसे सांस लेना, ब्लड सर्कुलेशन, हार्ट रेट, प्रोटीन सिंथेसिस, सेल प्रोडक्शन आदि जैसे काम करने के लिए जितनी कैलोरी की आवश्यकता होती है, उसको नापने की क्रिया को ‘बेसल मेटाबॉलिक रेट’ (Basal Metabolic Rate) कहा जाता है। बीएमआर के माध्यम से ही यह ज्ञात होता है कि सामान्य स्थिर अवस्था में हमारा शरीर कितनी कैलोरी बर्न करता है।
बीएमआर को प्रभावित करने वाले कारक
ऐसे बहुत से कारक होते हैं जो आपके BMR को प्रभावित कर सकते हैं:-
- जेंडर
- आयु
- स्वास्थ्य समस्या
- दवाइयों का सेवन
- मेटाबॉलिज़्म
- आंत माइक्रोबायोम
- शारीरिक गतिविधि का स्तर
कैसे बदले अपना बीएमआर
आपका बीएमआर (BMR in Hindi) कई कारकों द्वारा निर्धारित होता है, जिसे जानने के बाद आप अपना बीएमआर बदल सकते हैं: –
- जेंडर
- आयु
- वजन
- हाइट
- आपकी वेट हिस्ट्री
- शारीरिक संरचना
- आनुवांशिक कारक
FAQs
BMR की फुल फॉर्म ‘बेसल मेटाबॉलिक रेट’ (Basal Metabolic Rate) होती है।
बेसल मेटाबॉलिक रेट (BMR) शरीर को आराम करते समय काम करने के लिए आवश्यक कैलोरी की न्यूनतम संख्या को संदर्भित करता है।
स्वास्थ्य समस्या, क्षेत्र, लिंग, आयु, शारीरिक गतिविधि स्तर, हार्मोन, पर्यावरण और बीमारी BMR को प्रभावित करने वाले प्रमुख कारक होते हैं।
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आशा है कि आपको BMR Full Form in Hindi से संबंधित सभी आवश्यक जानकारी मिल गई होगी। फुल फॉर्म के अन्य ब्लॉग्स पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बने रहें।