BAF कोर्स क्या है?

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BAF कोर्स

भारत एक डेवलपिंग नेशन है, कॉरपोरेट जगत के विस्तार से तथा मल्टीनेशनल कंपनियों के भारत में आगमन से कॉमर्स स्ट्रीम के छात्रों के लिए करियर विकल्पों की बेतहाशा रूप से वृद्धि हुई है। इस अवसर का बेहतर उपयोग करने के लिए विद्यार्थियों को कॉमर्स में अकाउंटिंग तथा फाइनेंस से रिलेटेड क्वालिफिकेशन कि जरूरत है। विदेश कि किसी यूनिवर्सिटी से एक क्षेत्र में डिग्री प्राप्त करना आपके लिए फायदेमंद हो सकता है। आज के इस आर्टिकल में हम कॉमर्स स्ट्रीम से जुड़े हुए बैचलर डिग्री कोर्स, BAF कोर्स के बारे में आपको सम्पूर्ण जानकारी प्रदान कर रहें है जिससे आपको इस कोर्स को करियर ओब्जेक्टिव के रूप में चुनने में मदद मिले।

BAF कोर्स क्या होता है?

BAF कोर्स का पूरा नाम बैचलर ऑफ अकाउंटिंग एंड फाइनेंस होता है। यह UGC के द्वारा प्रदान किया जाने वाला एक अंडरग्रेजुएट डिग्री प्रोग्राम है। इस कोर्स में आपको अकाउंटिंग, फाइनेंस, टैक्सेशन, ऑडिटिंग, रिस्क मैनेजमेंट आदि विषयों में ज्ञान प्राप्त होता है। इसके साथ-साथ इसमें बीकॉम से जुड़े विषय भी पढ़ाए जाते हैं। जो छात्र अकाउंटिंग और फाइनेंस में अपने करियर को आगे बढ़ाना चाहते हैं वह इस कोर्स को चुन सकते हैं। 

BAF कोर्स को क्यों चुनें? 

विद्यार्थियों द्वारा BAF कोर्स को चुने जाने के कुछ मुख्य कारण इस प्रकार हैं:

  • BAF एक अंडरग्रेजुएट डिग्री है, लेकिन यह डिग्री एक विशिष्ट क्षेत्र के लिए उपलब्ध है। इस डिग्री की शुरुआत मुंबई यूनिवर्सिटी के द्वारा वर्ष 2003 से 2004 में हुई थी इसका मुख्य उद्देश्य कॉमर्स के विद्यार्थियों में अकाउंटिंग और फाइनेंस को जोर देकर उन्हें ऑर्गनाइजेशन के लिए ट्रेंड करना था। 
  • यह डिग्री उन छात्रों के लिए सबसे सही विकल्प है जो अकाउंटिंग में करियर बनाना चाहते हैं लेकिन CA कि पढ़ाई नहीं करना चाहते हैं। 
  • कॉमर्स की दूसरी डिग्रियों में सभी विषयों का सामान्य ज्ञान होता है लेकिन इसमें उनके मुकाबले इस कोर्स में अकाउंटिंग पर ज्यादा ध्यान दिया गया है। 
  • प्रत्येक ऑर्गनाइजेशन में जॉब पाने के लिए अकाउंटिंग और फाइनेंस की बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका होती है। 

BAF कोर्स को करने के लिए प्रमुख स्किल्स

अकाउंटिंग और फाइनेंस का क्षेत्र आपके लिए बहुत सारे अवसरों से भरा हुआ है। इसके लिए आपके पास कुछ स्किल्स होनी चाहिए जो आपको इस अवसर का लाभ उठाने में मदद करे। BAF कोर्स से संबंधित जिन स्किल्स की आपको आवश्यकता होती हैं वो इस प्रकार हैं:

संज्ञानात्मक (कॉग्निटिव) स्किल्स

संज्ञानात्मक (कॉग्निटिव) स्किल्स वे मुख्य स्किल्स हैं जिनके उपयोग से आपका दिमाग सोचने, पढ़ने, सीखने, याद रखने, तर्क करने और ध्यान देने के लिए करता है। इस स्किल की सहायता से एक साथ काम करते हुए आपका दिमाग जानकारी प्राप्त करता है तथा इस ज्ञान का उपयोग आप स्कूल, कॉलेज, ऑफिस तथा अपने और किसी कार्य में करते हैं। 

कॉग्निटिव स्किल्स के प्रकार 

  • किसी भी कार्य में ध्यान लगाना 
  • रिस्पॉन्स इन्हिबिशन की क्षमता
  • किसी भी इनफॉर्मेशन को जल्दी से प्रोसेस में लाना
  • अपने कार्य में लचीला रुख
  • एक साथ एक से अधिक जिम्मेदारी पर ध्यान देना 
  • अपने द्वारा किए गए कार्यों को वर्किंग मेमोरी के द्वारा याद रखना 
  • कार्यों को अलग अलग कैटेगरी बांटना
  • चीजों में पैटर्न को समझना

अकाउंटिंग स्किल्स

एक BAF कोर्स के विद्यार्थी होने के नाते आप के लिए सबसे जरूरी है कि आपके पास अच्छी एकाउंटिंग स्किल्स होनी चाहिए। यदि आपके पास अच्छी एकाउंटिंग स्किल्स है तो जिस किसी नौकरी की भी आप चाह रखते हैं वह आपको आसानी से प्राप्त हो जाएगी। एकाउंटिंग स्किल्स सबसे ज्यादा जरूरी होती है क्योंकि इनकी सहायता से किसी भी कंपनी के फाइनेंस से रिलेटेड डेटा का सही से हिसाब रखा जा सकता है और आप यह तो भली-भांति जानते ही होंगे कि एकाउंटिंग कि एक कंपनी में कितनी अहम भूमिका होती है। इससे डाटा को अप-टू-डेट रखने में सहायता मिलती है तथा पुराने डाटा को नए डाटा के साथ कंपेयर भी किया जा सकता है।

प्रोब्लम सॉल्विंग की स्किल

प्रोब्लम सॉल्विंग स्किल केवल BAF में ही नहीं बल्कि सभी जगहों पर सबसे अधिक आवश्यक स्किल्स में से एक है। किसी भी कंपनी के पास हमेशा कुछ ऐसी प्रॉब्लम्स होती है जिनके समाधान के लिए वह हमेशा प्रयास करती रहती हैं। BAF के क्षेत्र में बात करें तो सभी बिजनेस के पास हमेशा इकोनामिक इंपैक्ट से जुड़ी प्रॉब्लम्स होती ही है। अर्थात् जिन लोगों के पास अच्छी प्रॉब्लम सॉल्विंग स्किल्स होती है उन लोगों की कंपनी को हमेशा आवश्यकता रहती है तथा वे कंपनी के लिए एक वैल्युएबल ऐसेट होते हैं। विद्यार्थियों को इस क्षेत्र में अपने स्किल्स का विकास करने के लिए जानी-मानी यूनिवर्सिटी, कॉलेज और एजुकेशन इंस्टीट्यूट से अपनी पढ़ाई पूरी करनी चाहिए जोकि प्रॉब्लम सॉल्विंग स्किल्स का करिकुलम ऑफर करती हैं। 

टेक्निकल स्किल्स

जैसा कि हमारे आसपास के क्षेत्र में टेक्नोलॉजी का इतना प्रभाव बढ़ता जा रहा है। BAF विद्यार्थियों के पास अच्छी टेक्निकल स्किल्स होना बहुत ही महत्वपूर्ण है क्योंकि पहले के समय में अकाउंट का हिसाब बैलेंस शीट रजिस्टर में रखा जाता था लेकिन आजकल प्रत्येक का हिसाब किसी न किसी प्रकार के सॉफ्टवेयर और एप्लीकेशन में रखा जाता है। कंपनी से जुड़े इंर्पोटैंट डॉक्युमेंट्स, बिल और इनवॉइस सभी ऑनलाइन ही जनरेट किए जाते हैं। कोई भी कंपनी आपको जॉब देने से पहले आपकी टेक्निकल स्किल्स को परखतीं हैं यदि आपके पास अच्छी टेक्निकल स्किल्स है तो आप आसानी से किसी भी जॉब को प्राप्त कर सकते हैं। 

BAF कोर्सेज के प्रकार

इस कोर्सेज के प्रकार नीचे दी गए हैं-

  • फुल-टाइम कोर्स
  • पार्ट-टाइम कोर्स
  • ऑनलाइन कोर्स
  • डिस्टेंस एजुकेशन
  • IGNOU डिस्टेंस एजुकेशन

BAF कोर्स का लिए सिलेबस

BAF कोर्स का सिलेबस नीचे दिया गया है-

सेमेस्टर 1सेमेस्टर 2
फाइनेंशियल अकाउंटिंग – lफाइनेंसियल अकाउंटिंग 
कॉस्ट अकाउंटिंग – lऑडिटिंग – l
कॉमर्स – lफाइनेंसियल मैनेजमेंट – l
इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी – lटैक्सेशन – l
बिजनेस कम्युनिकेशन – lबिजनेस लो – l
क्वांटिटेटिव मेथड्स फॉर बिजनेस – l
बिजनेस कम्युनिकेशन – ll
सेमेस्टर 3सेमेस्टर 4
फाइनेंशियल अकाउंटिंग – lllफाइनेंशियल अकाउंटिंग – lV
कॉस्ट ऑडिटिंग – llमैनेजमेंट अकाउंटिंग – l
ऑडिटिंग – llटैक्सेशन – ll
इकोनामिक – llकॉमर्स – ll
मैनेजमेंट – lबिज़नेस लो – lll
बिजनेस लो – llइनफॉरमेशन टेक्नोलॉजी – ll
क्वांटिटेटिव मेथड्स फॉर बिजनेस – llफाउंडेशन कोर्सेज – ll
सेमेस्टर 5सेमेस्टर 6
फाइनेंशियल अकाउंटिंग – Vफाइनेंसियल एकाउंटिंग – Vll
कॉस्ट अकाउंटिंग – lllकॉस्ट अकाउंटिंग – lV
फाइनेंशियल अकाउंटिंग – Vlऑडिटिंग – lll
मैनेजमेंट अकाउंटिंग – llफाइनेंशियल अकाउंटिंग – Vlll
टैक्सेशन – lllटैक्सेशन – lV
इकोनॉमिक – lllमैनेजमेंट – ll

BAF कोर्स करने के लिए टॉप विदेशी यूनिवर्सिटीज

BAF कोर्स करने के लिए टॉप विदेशी प्रकार यूनिवर्सिटीज की लिस्ट इस प्रकार है:

BAF कोर्स करने के लिए टॉप भारतीय यूनिवर्सिटीज

भारतीय यूनिवर्सिटी जो BAF कोर्स ऑफर करती है इस प्रकार हैं:

  • संपदा कॉलेज ऑफ कॉमर्स एंड टेक्नोलॉजी, नवी मुंबई
  • बिरला इंस्टिट्यूट ऑफ लिबरल आर्ट्स एंड मैनेजमेंट साइंसेज, कोलकाता
  • गायत्री विद्या परिषद कॉलेज फॉर डिग्री एंड पीजी कोर्सेज, विशाखापट्टनम
  • रिजवी कॉलेज ऑफ़ आर्ट्स, साइंस एंड कॉमर्स
  • महरिशी दयानंद कॉलेज ऑफ़ आर्ट्स, साइंस एंड कॉमर्स
  • लोयोला कॉलेज, चेन्नई
  • क्रिस्ट यूनिवर्सिटी
  • चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी
  • एमसीसी, चेन्नई
  • नर्सी मोंजी कॉलेज ऑफ कॉमर्स एंड इकोनॉमिक्स, मुंबई

BAF कोर्स करने के लिए योग्यताएं

BAF कोर्स के लिए योग्यताएं इस प्रकार समझ सकते हैं–

  • विद्यार्थियों को अपनी 12वीं कक्षा कॉमर्स स्ट्रीम से किसी मान्यता प्राप्त विद्यालय से करनी होगी। 
  • 12वीं कक्षा में 50% अंको के साथ उत्तीर्ण होना आवश्यक है। 
  • किसी विदेश की यूनिवर्सिटी से पढ़ने के लिए इंग्लिश प्रोफिशिएंसी टेस्ट के अंको का प्रदर्शन। 
  • विदेश की यूनिवर्सिटी में एडमिशन के लिए SOP एवं LOR की भी आवश्यकता होती है। 

आवेदन प्रक्रिया

BAF कोर्स के लिए आवेदन प्रक्रिया को हम निम्न चरणों में समझ सकते हैं–

  • सबसे पहले आप किसी भी मान्यता प्राप्त संस्थान से अपनी 12वीं कक्षा की पढ़ाई साइंस या कॉमर्स की स्ट्रीम से पूरी करें। 
  • BAF कोर्स के लिए एलिजिबल होने की लिए आपको 12वीं कक्षा में 50% अंकों के साथ उत्तीर्ण होना पड़ेगा। 
  • अपने कोर्स को पूरा करने के लिए किसी भी एक अच्छे कॉलेज का चुनाव करें। 
  • उस कॉलेज के एंट्रेंस एग्जाम के बारे में पता लगाएं तथा एग्जाम की तैयारी करें। 
  • यदि आप किसी विदेश यूनिवर्सिटी में अप्लाई करना चाहते हैं तो आपको इंग्लिश प्रोफिशिएंसी टेस्ट IELTS तथा TOEFL के अंको का प्रमाण देना होगा। 
  • बाकी सभी दवतावेजों के साथ साथ अपनी एप्लीकेशन भेजते समय आपको SOP तथा LOR कि भी आवश्यकता होगी। 
  • यूनिवर्सिटी के एंट्रेंस एग्जाम के परिणाम घोषित होने तक का इंतजार करें। 

आवश्यक दस्तावेज़

BAF कोर्स के लिए आवश्यक दस्तावेज़ निम्नलिखित हैं :-

  • 12 वीं कक्षा में 50% अंको के साथ उत्तीर्ण होने का प्रमाण पत्र
  • इंग्लिश लैंग्वेज के टेस्ट स्कोर
  • लिखित स्टेटमेंट 
  • सभी पहचान के प्रमाण 
  • पासपोर्ट 

प्रवेश परीक्षाएं

BAF कोर्स के लिए विद्यार्थियों का चयन एंट्रेंस एग्जाम की मेरिट के आधार पर होता है कई यूनिवर्सिटी अपने आधार पर एग्जाम कंडक्ट करवाती हैं। विदेशी प्रतियोगी परीक्षाएं:

  • ACT : अमेरिकन कॉलेज टेस्टिंग
  • GRE : ग्रेजुएट रिकॉर्ड एग्जामिनेशन
  • SAT : स्कॉलस्टिक एप्टिट्यूड टेस्ट 
  • GMAT : ग्रेजुएट मैनेजमेंट एडमिशन टेस्ट

भारतीय प्रतियोगी परीक्षाएं

  • NPAT, STE और DUAT
  • IPU CET: यह एंट्रेंस एग्जाम  BAF के साथ अन्य कोर्सेज के लिए भी होता है। 
  • VEE : इस एंट्रेंस एग्जाम को VELS यूनिवर्सिटी चेन्नई कंडक्ट करवाती है। 
  • NPAT : यह एंट्रेंस एग्जाम नर्सी मोंजी इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज के द्वारा विभिन्न UG एवं PG कोर्सेज के लिए कंडक्ट करवाया जाता है। 
  • LPUNEST : इस एंट्रेंस एग्जाम को LPU यूनिवर्सिटी कंडक्ट करवाती है। 
  • CUCET : यह एंट्रेंस एग्जाम दिल्ली यूनिवर्सिटी के द्वारा BAF कोर्स में एडमिशन लेने के लिए कराया जाता है। 

BAF कोर्स प्रवेश परीक्षा की तैयारी कैसे करें?

इस कोर्स के लिए प्रवेश परीक्षा की तैयारी कैसे करें, जानिए नीचे-

  • कैंडिडेट को COVID-19 के कारण प्रवेश पैटर्न में नए चेंजिस के बारे में पता होना चाहिए। इसके लिए वे निम्नलिखित कॉलेजों या विश्वविद्यालयों की आधिकारिक वेबसाइटों पर नजर रख सकते हैं।
  • उम्मीदवारों को फाइनेंस, एकाउंटिंग और टैक्सेशन के लिए विस्तृत कोर्स के बारे में पता होना चाहिए, यह जानना महत्वपूर्ण है कि कोर्स वास्तव में क्या कवर करता है।
  • उम्मीदवारों को अपने आवेदन कौशल का अभ्यास करने के लिए रेगुलर प्रॉब्लम सॉल्विंग का अभ्यास करना चाहिए।
  • बिना ब्रेक के दिए गए समय में पिछले वर्ष के प्रश्न पत्रों और न्यूमेरिकल को हल करना परीक्षा के दिन के लिए प्रभावी हो सकता है, इससे छात्र को मदद मिलेगी।
  • दिन में चार से पांच घंटे रेगुलर और प्रभावी अध्ययन का अभ्यास परीक्षा में अच्छे अंक प्राप्त करने के लिए पर्याप्त है क्योंकि पहले से तैयारी करने से हमेशा अंतिम क्षण के लिए बने दबाव को कम करने में मदद मिलती है।

स्टडी मटीरियल

BAF कोर्स करने के लिए नीचे स्टडी मटीरियल दिया गया है-

बुक का नामऑथर
Financial Accounting Essentials You Always Wanted To KnowVibrant Publisher
Handbook On Gst Audit By Tax AuthoritiesSanjay Malhotra,Anil Sharma
Students Handbook On Cost And Management AccountingPadhuka
Students Handbook On Advanced AccountingPadhuka
Cash Transactions & Income From Undisclosed Sources With Post Demonetisation Scenario (2020)Avadhesh Ojha And Nisha Bhandari

BAF कोर्स करने के बाद करियर और वेतन

BAF कोर्स को कंप्लीट करने के बाद  विद्यार्थियों के पास विभिन्न इंस्टीट्यूट्स में कई सारे जॉब विकल्प उपलब्ध होते हैं जोकि इस प्रकार हैं:

  • बैंकिंग
  • बिजनेस एनालिसिस
  • फाइनेंसियल मैनेजमेंट
  • ऑडिटिंग
  • अकाउंटेंसी
  • टैक्सेशन
  • इकोनॉमिक्स 
  • ई-कॉमर्स

जॉब विकल्प और सैलरी

BAF कोर्स के बाद जॉब ऑप्शंस निम्नलिखित हैं-

  • फाइनेंशियल कंसलटेंट
  • अकाउंटिंग एनालिस्ट
  • मार्केटिंग मैनेजर
  • बिलिंग डाटा एनालिस्ट
  • अकाउंट असिस्टेंट
  • कंपनी सेक्रेट्री
  • फाइनेंस एनालिस्ट
  • फाइनेंशियल रिस्क मैनेजर

किसी भी BAF ग्रेजुएट छात्र की अपने करियर की शुरुआत में एवरेज सैलरी INR 2-6 लाख तक होती है।  4–5 वर्षों के अनुभव के बाद यह सैलरी INR 7–8 लाख तक हो सकती है। 

FAQs

BAF तथा B.Com मे क्या अंतर है?

बीकॉम एक सामान्य डिग्री है जिसमे सभी विषयों का ज्ञान प्राप्त होता है जबकि BAF अकाउंटिंग को समर्पित डिग्री है। आप ये कह सकते हैं कि BAF में बीकॉम से अधिक अकाउंटिंग का ज्ञान प्राप्त होता है। 

क्या BAF में काम सिलेबस होने से कोई नुकसान होता है?

नहीं, BAF में दूसरे विषयों के तुलना में कम विषय हैं लेकिन इसके अपने फायदे हैं आप किसी और विषय की चिंता किए बिना एक विषय पर फोकस करके उसे पढ़ सकते हैं। 

BAF के लिए एंट्रेंस एग्जाम कठिन होते हैं क्या?

नहीं, BAF एग्जाम की थोड़ी सी तैयारी करने के बाद आप आराम से किसी अच्छे कॉलेज में प्रवेश पा सकते हैं। 

हमें उम्मीद है की आपके मन से BAF कोर्स से संबंधित किसी भी प्रकार शंका दूर हो गई होगी यदि आप भी किसी विदेश कि यूनिवर्सिटी से BAF कोर्स में दाखिला लेना चाहते हैं तो आज ही 1800 572 000 पर कॉल करके हमारे Leverage Edu के एक्सपर्ट्स के साथ 30 मिनट का फ्री सेशन बुक करें। वे एक उचित मार्गदर्शन के साथ आवेदन प्रक्रिया में भी आपकी मदद करेंगे।

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