फाइनेंस में एमबीए क्या है और कैसे करें?

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फाइनेंस में एमबीए

इंडस्ट्री में साधारण कोर्सेज यानी कोर्सेज जो आज कल आम माने जाते हैं उन्हें प्रायोरिटी की लिस्ट में वो दर्जा कई बार नहीं मिलता जितना मिलना आवश्यक होता है।  आज कल एजुकेशन इंडस्ट्री स्टूडेंट्स को कुछ अलग कुछ हटके प्रोवाइड करने का सोचती हैं जिससे उनके सीखने का दायरा बढ़े और नौकरी मिलने का भी। इसी ट्रेंड के चलते मास्टर्स ऑफ़ बिज़नेस एडमिनिस्ट्रेशन इन फाइनेंस जैसे कोर्सेज का आगमन हुआ है। इस कोर्स में आपको मैनेजमेंट और फाइनेंस दोनों ही क्षेत्रों का ज्ञान दिया जाता है। यह अनोखी और इफेक्टिव टेक्नीक आपको दोनों ही फील्ड में नौकरी के काबिल बनाती है। मास्टर्स ऑफ़ बिज़नेस एडमिनिस्ट्रेशन इन फाइनेंस यानी फाइनेंस में एनबीए के बारे में विस्तार से जानकारी के लिए इस ब्लॉग को आखिर तक पढ़ें। 

फुल फॉर्म मास्टर्स ऑफ़ बिज़नेस एडमिनिस्ट्रेशन इन फाइनेंस 
क्वालिफिकेशन पोस्टग्रेजुएशन 
अवधि दो वर्ष 
जॉब पोज़िशन्स फाइनेंशियल एनालिस्ट, फाइनेंस मैनेजर, असिस्टेंट वाईस प्रेजिडेंट-कॉर्पोरेट बैंकिंग, क्रेडिट रिस्क मैनेजर, डेरिवेटिव्स ट्रेडर, पोर्टफोलियो मैनेजर, ट्रेजरी मैनेजर

फाइनेंस में एमबीए क्या है?

फाइनेंस में एमबीए एक दो साल की मास्टर डिग्री है जिसमें मैनेजमेंट, स्ट्रेटेजी और एडमिनिस्ट्रेशन के साथ साथ फाइनेंस की लॉज़ और इन्वेस्टमेंट जैसी टर्म्स का भी ख़ास किरदार है। इस डिग्री के सतह मिलने वाली प्रोफाइल्स में कैंडिडेट मैनेजर लेवल की नौकरी के लिए सक्षम माना जाता है। यह मैनेजीरियल रोल टॉप बैंक्स, इंश्योरेंस कंपनीज़, ऑडिट फर्मस और फिनटेक कंपनीज़ जैसी फील्ड में मिलने की संभावनायें आप इस डिग्री के साथ पाते हैं। 

इस कोर्स के सिलेबस पर अगर नज़र डालें तो इसमें कोर और इलेक्टिव सब्जेक्ट्स मौजूद हैं जो मैनेजमेंट स्टडीज़, इनवेस्टमेंट एंड फाइनेंस के बारे में आपको नॉलेज देंगे। इसके अलावा मुख्य सब्जेक्ट्स की श्रेणी में इंटरनेशनल फाइनेंस, स्ट्रक्चर्ड फाइनेंस, इंफ्रास्ट्रक्चर फाइनेंस और कॉर्पोरेट फाइनेंस आदि शामिल हैं। 

फाइनेंस में एमबीए क्यों करें?

हर डिग्री को चुनने और उसमें अपना करियर बनाने का सोचने से पहले आपको उसे करने के बाद होने वाले फायदों के बारे में पता होना आवश्यक है। तो फाइनेंस में एमबीए करने के क्या फायदे हैं। आइए जानते हैं :-

  • इस कोर्स को जो बाकी मैनेजमेंट या फाइनेंस कोर्सेज से अलग बनाता है वो है इसमें दोनों कोर्सेज का मिश्रण। तो अगर आप मैनेजमेंट की क्वालिटीज़ को खुदमें लाना चाहते हैं लेकिन साथ ही फाइनेंस में रूचि भी रखते हैं तो आप इन दोनों का मिश्रण फाइनेंस में एमबीए को चुन सकते हैं। 
  • क्योंकि यह आपको दोनों फील्ड, मैनेजमेंट और फाइनेंस दोनों की खूबियों से रूबरू कराता है इससे आपको मैनेजमेंट और फाइनेंस दोनों में मिलने वाली नौकरियों के काबिल समझा जाता है। तो मुख्य रूप से आपको मिलने वाली नौकरियों की संख्या बढ़ जाती है। साथ ही साथ नौकरी देने वाले सेक्टर्स का दायरा भी बढ़ जाता है। 
  • नौकरिया जिनमें आप अपना सिक्का आज़मा सकते है उसमें फाइनेंशियल एनालिस्ट, फाइनेंस मैनेजर, असिस्टेंट वाईस प्रेजिडेंट-कॉर्पोरेट बैंकिंग, क्रेडिट रिस्क मैनेजर, डेरिवेटिव्स ट्रेडर, पोर्टफोलियो मैनेजर, ट्रेजरी मैनेजर आदि प्रोफाइल्स शामिल हैं। 

फाइनेंस में एमबीए के लिए अनिवार्य स्किल्स

हर प्रोफाइल में बेहतर परफॉर्मेंस के लिए आपको कुछ स्पेसिफिक स्किल्स में माहिर होना आवश्यक होता है। फाइनेंस में एमबीए के लिए अनिवार्य स्किल्स कौनसी हैं? आइए नीचे दिए पॉइंटर्स के माध्यम से जानते हैं-

  • स्ट्रांग क्वांटिटेटिव स्किल्स 
  • लीड करने की क्वालिटी 
  • क्रिटिकल थिंकिंग 
  • मल्टीपल टास्कस हैंडल करने की कला 
  • क्रिटिसिज़्म को बरदाश करने की कला 
  • भरोसेमंद और आत्मनिर्भर 
  • मोटिवेटेड एंड एम्बीशियस 
  • डेटा को एनालाइज़ करने की स्किल 
  • प्रेशर में काम करने की स्किल 

फाइनेंस में एमबीए सिलेबस

फाइनेंस में एमबीए एक दो वर्षीय पोस्टग्रेजुएशन कोर्स है जिसके सिलेबस को चार सेमेस्टर में डिवाइड किया गया है-

सेमेस्टर 1 सेमेस्टर 2 
माइक्रो इकोनॉमिक्स फाइनेंशियल मॉडलिंग 
कॉर्पोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी सप्लाई चेन मैनेजमेंट 
प्रिंसिपल्स ऑफ़ एकाउंटिंग बिज़नेस इंटेलिजेंस 
प्रिंसिपल्स ऑफ़ मार्केटिंग मैनेजमेंट स्ट्रेटेजिक मैनेजमेंट 
टूल्स एंड फ्रेमवर्क फॉर डिसिशन मेकिंग मैनेजीरियल इकोनॉमिक्स 
क्वांटिटेटिव मेथड्स एंड स्टेटिस्टिक्स मार्केटिंग रिसर्च 
बिज़नेस कम्युनिकेशन एंड सॉफ्ट स्किल्स कॉर्पोरेट गवर्नेंस एंड बिज़नेस एथिक्स 
ऑर्गनाइज़ेशनल बिहेवियर- 1 कॉर्पोरेट फाइनेंस-2 
सेमेस्टर 3 सेमेस्टर 4 
मैक्रो इकोनॉमिक्स इंटर्नशिप प्रोजेक्ट्स 
बिज़नेस लॉ प्रोजेक्ट सुब्मिशन 
ऑपरेशन्स मैनेजमेंट ऑर्गनाइज़ेशन बिहेवियर- 2 
कॉर्पोरेट मैनेजमेंट मार्केटिंग मैनेजमेंट 
ऑप्टिमाइज़ेशन एंड प्रोजेक्ट रिसर्च प्रोजेक्ट मैनेजमेंट 

विदेश में फाइनेंस में एमबीए कोर्स के लिए बेस्ट यूनिवर्सिटीज 

विदेश में फाइनेंस में एमबीए करने के लिए बेस्ट यूनिवर्सिटीज कौनसी हैं? हमने विदेश की टॉप यूनिवर्सिटीज के नाम नीचे दिए है-

भारत में फाइनेंस में एमबीए कोर्स के लिए बेस्ट यूनिवर्सिटीज

भारत में एमबीए फाइनेंस करने के लिए टॉप कॉलेजेस हमने नीचे मेंशन किए हैं-

  • ज़ेवियर स्कूल ऑफ़ मैनेजमेंट, जमशेदपुर 
  • इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ मैनेजमेंट(IIM), लखनऊ 
  • एस. पी. जैन इंस्टिट्यूट ऑफ़ मैनेजमेंट एंड रिसर्च(SPJIMR), मुंबई 
  • मैनेजमेंट डेवलपमेंट इंस्टिट्यूट, गुरुग्राम 
  • नरसी मोंजी इंस्टिट्यूट ऑफ़ मैनेजमेंट स्टडीज़(NMIMS), मुंबई 
  • सुरेश ज्ञान विहार यूनिवर्सिटी, जयपुर 
  • UEI ग्लोबल, दिल्ली 
  • MIT स्कूल ऑफ़ मैनेजमेंट, पुणे 
  • एंटरप्रेन्योरशिप डेवलपमेंट इंस्टिट्यूट ऑफ़ इंडिया, गांधीनगर 

फाइनेंस में एमबीए के लिए योग्यताएं 

यदि आप फाइनेंस में एमबीए के क्षेत्र में डिग्री प्राप्त करने के इच्छुक हैं, तो आपको अपने चुने हुए विश्वविद्यालय द्वारा निर्धारित योग्यताओं को पूरा करना होगा। ये आवश्यकताएं कोर्सेज के स्तर के अनुसार भिन्न होती हैं, जैसे बैचलर, मास्टर या डिप्लोमा। फाइनेंस में एमबीए कोर्स के लिए कुछ सामान्य योग्यताएं इस प्रकार हैं:

  • बैचलर्स डिग्री प्रोग्राम के लिए ज़रुरी है कि उम्मीदवारों ने किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से 10+2 में कम से कम 50 % मार्क्स अर्जित किए हों।
  • कुछ यूनिवर्सिटीज प्रवेश परीक्षा के आधार पर भी एडमिशन स्वीकार करतीं हैं।
  • विदेश की अधिकतर यूनिवर्सिटीज मास्टर्स कोर्सेज के लिए GRE स्कोर की मांग करते हैं।
  • साथ ही मास्टर्स में एडमिशन के लिए आपकी अंडरग्रेजुएट डिग्री में कम से कम 50 % मार्क्स का होना आवश्यक है। 
  • विदेश की यूनिवर्सिटीज में एडमिशन के लिए IELTS या TOEFL टेस्ट स्कोर, अंग्रेजी प्रोफिशिएंसी के प्रमाण के रूप में ज़रूरी होते हैं।
  • विदेश यूनिवर्सिटीज में पढ़ने के लिए SOP, LOR, सीवी/रिज्यूमे और पोर्टफोलियो भी जमा करने की ज़रूरत होती है।

आवेदन प्रक्रिया 

विदेश के विश्वविद्यालयों में प्रवेश के लिए आवेदन प्रक्रिया इस प्रकार है:

  • आपकी आवेदन प्रक्रिया का फर्स्ट स्टेप सही कोर्स चुनना है, जिसके लिए आप AI Course Finder की सहायता लेकर अपने पसंदीदा कोर्सेज को शॉर्टलिस्ट कर सकते हैं। 
  • एक्सपर्ट्स से कॉन्टैक्ट के पश्चात वे कॉमन डैशबोर्ड प्लेटफॉर्म के माध्यम से कई विश्वविद्यालयों की आपकी आवेदन प्रक्रिया शुरू करेंगे। 
  • अगला कदम अपने सभी दस्तावेज़ों जैसे SOP, निबंध, सर्टिफिकेट्स और LOR और आवश्यक टैस्ट स्कोर जैसे IELTS, TOEFL, SAT, ACT आदि को इकट्ठा करना और सुव्यवस्थित करना है। 
  • यदि आपने अभी तक अपनी IELTS, TOEFL, PTE, GMAT, GRE आदि परीक्षा के लिए तैयारी नहीं की है, जो निश्चित रूप से विदेश में अध्ययन करने का एक महत्वपूर्ण कारक है, तो आप Leverage Live कक्षाओं में शामिल हो सकते हैं। ये कक्षाएं आपको अपने टेस्ट में उच्च स्कोर प्राप्त करने का एक महत्त्वपूर्ण कारक साबित हो सकती हैं।
  • आपका एप्लीकेशन और सभी आवश्यक दस्तावेज़ जमा करने के बाद, एक्सपर्ट्स आवास, छात्र वीज़ा और छात्रवृत्ति/छात्र लोन के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू करेंगे । 
  • अब आपके प्रस्ताव पत्र की प्रतीक्षा करने का समय है जिसमें लगभग 4-6 सप्ताह या उससे अधिक समय लग सकता है। ऑफर लैटर आने के बाद उसे स्वीकार करके आवश्यक सेमेस्टर शुल्क का भुगतान करना आपकी आवेदन प्रक्रिया का अंतिम चरण है। 

भारत के विश्वविद्यालयों में आवेदन प्रक्रिया, इस प्रकार है:

  • सबसे पहले अपनी चुनी हुई यूनिवर्सिटी की ऑफिशियल वेबसाइट में जाकर रजिस्ट्रेशन करें।
  • यूनिवर्सिटी की वेबसाइट में रजिस्ट्रेशन के बाद आपको एक यूज़र नेम और पासवर्ड प्राप्त होगा।
  • फिर वेबसाइट में साइन इन के बाद अपने चुने हुए कोर्स का चयन करें जिसे आप करना चाहते हैं।
  • अब शैक्षिक योग्यता, वर्ग आदि के साथ आवेदन फॉर्म भरें।
  • इसके बाद आवेदन फॉर्म जमा करें और आवश्यक आवेदन शुल्क का भुगतान करें। 
  • यदि एडमिशन, प्रवेश परीक्षा पर आधारित है तो पहले प्रवेश परीक्षा के लिए रजिस्ट्रेशन करें और फिर रिजल्ट के बाद काउंसलिंग की प्रतीक्षा करें। प्रवेश परीक्षा के अंको के आधार पर आपका चयन किया जाएगा और लिस्ट जारी की जाएगी।

आवश्यक दस्तावेज़  

कुछ ज़रूरी दस्तावेज़ों की लिस्ट नीचे दी गई है–

प्रवेश परीक्षाएं

फाइनेंस में एमबीए करने के लिए कैंडिडेट को कुछ एंट्रेंस एग्ज़ाम्स को क्लियर करना आवश्यक होगा। नीचे उनकी लिस्ट दी गई है-

  • CAT 
  • MAT 
  • GMAT 
  • CMAT 
  • XAT 
  • NMAT 

फाइनेंस में एमबीए के लिए स्टडी मटेरियल

हमने आपकी सहूलियत के लिए फाइनेंस में एमबीए करने के लिए बेस्ट स्टडी मटेरियल नीचे टेबल में बताए हैं-

किताबों के नाम लेखक का नाम 
The Intelligent InvestorBenjamin Graham, Jason Zweig, and Warren E. Buffet
The Five Rules For Successful Stock InvestingPat Dorsey and Joe Mansueto
Common Stocks and Uncommon Profits and Other WritingsPhilip A. Fisher and Kenneth L. Fisher
Interpretation and Application of Generally Accepted Accounting PrinciplesSteven M. Bragg
Competitive Strategy: Techniques for Analyzing Industries and CompetitorsMichael E. Porter
Best Practices for Equity Research AnalystsJames J. Valentine

करियर स्कोप

वैसे तो फाइनेंस में एमबीए करने के बाद आपके पास कई बेहतरीन ऑप्शंस मौजूद होंगे लेकिन जिन फ़ील्ड्स में आपको नौकरी मिलने के ज़्यादा ऑप्शंस नज़र आएंगे उनमें बैंकिंग, फाइनेंशियल सर्विसेज और इंश्योरेंस शामिल होंगे। फाइनेंस में एमबीए के बाद आप चाहें तो कॉर्पोरेट फाइनेंस, इंश्योरेंस, फाइनेंशियल प्लानिंग, बैंकिंग, एकाउंटिंग, टैक्सेशन, फाइनेंशियल इनवेस्टमेंट, पोर्टफोलियो मैनेजमेंट, टैक्सेशन एंड प्लानिंग, असेट्स एंड लाईबिलिटी फाइनेंस, इंटरनेशनल फाइनेंस एंड इंश्योरेंस मैनेजमेंट जैसी फील्डस में अप्लाई करके अपने करियर में आगे बढ़ सकते हो। 

टॉप रिक्रूटिंग कंपनीज़

 फाइनेंस में एमबीए करने के बाद आपको निम्नलिखित कंपनिया नौकरी देने में सक्षम हैं-

1. Morgan Stanley6. Merrill Lynch11. Barclays
2. JP Morgan7. Goldman Sachs12. Bain & Co
3. Boston Consulting Group8. McKinsey13. Deloitte
4. Lehman Brothers9. Deutsche Bank14. Citi Bank
5. KPMG10. ICICI Bank

जॉब प्रोफाइल एंड सैलरी

फाइनेंस में एमबीए के बाद नीचे दी गई जॉब प्रोफाइल्स के लिए अप्लाई कर सकते हैं जिनकी एवरेज सैलरी भी हमने टेबल में बताई है। दी गई सैलरी Payscale.com द्वारा ली गई जानकारी है :-

जॉब पोज़िशन औसत सालाना सैलरी (INR)
फाइंनेशियल एनालिस्ट 4.22-5 लाख
फाइनेंस मैनेजर 9.80-10.50 लाख
असिस्टेंट वाईस प्रेजिडेंट-कॉर्पोरेट बैंकिंग 20-21 लाख
क्रेडिट रिस्क मैनेजर 13.50-14.50 लाख
डेरिवेटिव्स ट्रेडर 3.25-4 लाख
पोर्टफोलियो मैनेजर 10.71-11.40 लाख
ट्रेजरी मैनेजर INR 9.69-10.40 लाख

FAQs

फाइनेंस में एमबीए कितने वर्ष की है?

फाइनेंस में एमबीए एक दो साल का पोस्टग्रेजुएशन कोर्स है।

फाइनेंस में एमबीए के लिए एंट्रेंस एग्जाम कौनसे हैं?

फाइनेंस में एमबीए करने के लिए कैंडिडेट को कुछ एंट्रेंस एग्ज़ाम्स को क्लियर करना आवश्यक होगा। नीचे उनकी सूचि दी गई है :-
1. CAT 
2. MAT 
3. GMAT 
4. CMAT 
5. XAT 
6. NMAT

फाइनेंस में एमबीए करने के लिए भारत के टॉप कॉलेज कौनसे हैं?

भारत में एमबीए फाइनेंस करने के लिए टॉप कॉलेजेस हमने नीचे मेंशन किए हैं :-
1. ज़ेवियर स्कूल ऑफ़ मैनेजमेंट, जमशेदपुर 
2. इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ मैनेजमेंट (IIM), लखनऊ 
3. एस. पी. जैन इंस्टिट्यूट ऑफ़ मैनेजमेंट एंड रिसर्च (SPJIMR), मुंबई 
4. मैनेजमेंट डेवलपमेंट इंस्टिट्यूट, गुरुग्राम 
5. नरसी मोंजी इंस्टिट्यूट ऑफ़ मैनेजमेंट स्टडीज़ (NMIMS), मुंबई 
6. सुरेश ज्ञान विहार यूनिवर्सिटी, जयपुर 
7. UEI ग्लोबल, दिल्ली 
8. MIT स्कूल ऑफ़ मैनेजमेंट, पुणे 
9. एंटरप्रेन्योरशिप डेवलपमेंट इंस्टिट्यूट ऑफ़ इंडिया, गांधीनगर

हम आशा करते हैं कि अब आप जान गए होंगे कि फाइनेंस में एमबीए कैसे करें? अगर आप फाइनेंस में एमबीए करना चाहते हैं और साथ ही एक उचित मार्गदर्शन चाहते हैं तो आज ही 1800572000 पर कॉल करके हमारे Leverage Edu के एक्सपर्ट्स के साथ 30 मिनट का फ्री सेशन बुक कीजिए।

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