मेटलर्जी को हम सामान्य भाषा में धातुकर्म के नाम से जानते हैं। मेटलर्जिकल इंजीनियरिंग, एक ऐसा क्षेत्र है, जो धातुओं की शिक्षा से सम्बन्धित है। धात्विक तत्व हमारे जीवन में अभिन्न अंग के समान है जिसका उपयोग दैनिक जीवन होते ही रहता है। इसके बिना जीवन को सरलता से व्यतीत करना अत्यंत कठिन हो जायेगा। धातुओं से बने उपकरण, मशीनरी और परिवहन के साधन बिना आप जीवन की कल्पना नहीं कर सकते। इस क्षेत्र का ज्ञान होना हमारे आने वाले कल के लिए काफ़ी फायदेमंद है। मेटलर्जी से जुड़े सभी बेसिक कॉन्सेप्ट्स के लिए एक डिप्लोमा कोर्स आदर्श कोर्स हो सकता है। इस ब्लॉग में हम मेटलर्जी में डिप्लोमा कोर्स के बारे में जानेंगे।
कोर्स | मेटलर्जी में डिप्लोमा |
अवधि | 3 वर्ष |
कोर्स स्तर | डिप्लोमा |
आवश्यकता | कक्षा 10 या फिर 10+2 साइंस स्ट्रीम के साथ |
कोर्स प्रकार | सेमेस्टर |
एडमिशन का तरीका | प्रत्यक्ष प्रवेश तथा योग्यता आधारित प्रवेश, योग्य छात्रों को 10वीं बोर्ड परीक्षा (आमतौर पर गणित और विज्ञान विषयों में) में उनके द्वारा प्राप्त अंकों के आधार पर। |
वेतन | 10 से 20 हजार हर महीने |
This Blog Includes:
- मेटलर्जी में डिप्लोमा क्या है?
- मेटलर्जी में डिप्लोमा क्यों करें?
- मेटलर्जी में डिप्लोमा के लिए स्किल से
- मेटलर्जी में डिप्लोमा का सिलेबस
- मेटलर्जी में डिप्लोमा के लिए विश्व के टॉप विश्वविद्यालय
- मेटलर्जी में डिप्लोमा के लिए भारत के टॉप विश्वविद्यालय
- मेटलर्जी में डिप्लोमा के लिए योग्यता
- आवेदन प्रक्रिया
- प्रवेश परीक्षाएं
- मेटलर्जी में डिप्लोमा के लिए बेस्ट बुक्स
- मेटलर्जी में डिप्लोमा के बाद करियर विकल्प
- मेटलर्जी में डिप्लोमा के बाद वेतन
- FAQs
मेटलर्जी में डिप्लोमा क्या है?
मेटलर्जिकल इंजीनियरिंग या मेटलर्जी में डिप्लोमा एक 3 साल का डिप्लोमा सर्टिफिकेट कोर्स है। मेटलर्जिकल साइंस, मटेरियल साइंस और इंजीनियरिंग का एक क्षेत्र है। इस कोर्स धातु, उनके मिश्र धातुओं और इंटरमेटेलिक यौगिकों के भौतिक और रासायनिक गुणों के अध्ययन से संबंधित है।
मेटलर्जी में डिप्लोमा क्यों करें?
मेटलर्जी इंजीनियरिंग में करियर स्कोप काफ़ी अच्छा है। इंजीनियरिंग का डिप्लोमा स्तर इंजीनियरिंग शाखा की सभी मूल बातें सिखाता है। इस कोर्स के चुने जाने के कुछ कारणों को नीचे व्यक्त किया गया है–
- धातुओं का उपयोग करके परिवहन, ऑटोमोबाइल या अन्य विभागों से सबंधित डिजाइनिंग करने में इच्छुक है तो यह कोर्स आप कर सकते हैं।
- देश में हो रहे विकास को देखते हुए औद्योगिकरण उद्योग तेजी से आगे बढ़ रहे हैं जिसके लिए मेटलर्जिकल इंजीनियर की मांग और जरूरत भी बहुत ज्यादा है।
- धात्विक तत्व में यदि आप विषेश रुचि रखते है तो इस विषय में रिसर्चर भी बन सकते है क्योंकि आज कल आए दिन नए-नए धातुओं के परीक्षण होते रहते है।
- यह कोर्स मेटलर्जिकल इंजीनियरिंग के क्षेत्र में अन्य बड़ी डिग्रियों के लिए आपको तैयार करता है।
मेटलर्जी में डिप्लोमा के लिए स्किल से
मेटलर्जी में डिप्लोमा ग्रेजुएट्स को उच्चतम गुणवत्ता प्रकार के धातु का उपयोग करना चाहिए तथा रीसायकल पर विशेष जोर देना चाहिए, मेटलर्जी में डिप्लोमा करने के लिए कुछ आवश्यक कौशल हैं:
- मैटलर्जिकल मटेरियल सांइस और केमिकल साइंस में विशेष रुचि
- वर्क फोकस
- डिजाइनिंग के लिए क्रिएटिविटी
- क्रिटिकल थिंकिंग और प्रॉब्लम सॉल्विंग स्किल्स
- इंजीनियरिंग टेक्नोलॉजी मेथड्स का ज्ञान आदि।
मेटलर्जी में डिप्लोमा का सिलेबस
मेटलर्जी में डिप्लोमा का एक सामान्य सिलेबस यहां दिया गया है-
सेमेस्टर I | सेमेस्टर II |
केमिस्ट्री-I | केमिस्ट्री-II |
कंप्यूटर प्रोग्रामिंग | मैथ्स IIN |
मैथ्स IN | स्ट्रेंथ ऑफ मटेरियल |
इंजीनियरिंग मैकेनिक्स | हीट इंजीनियरिंग |
फिजिक्स आइ ए | फिजिक्स-आईआईए |
सेमेस्टर III | सेमेस्टर VI |
फ्लूइड फ्लो एंड हीट ट्रांसफर | न्यूमेरिकल एनालिसिस |
जियोलॉजी एंड मिनरल बेनिफिकेशन | फिजिकल साइंस |
इलेक्ट्रिकल टेक्नोलॉजी | थर्मोडायनामिक ऑफ मटेरियल |
गणित-IIIIN | मटेरियल टेस्टिंग |
इंजीनियरिंग साइंस | फ्यूल एंड कंब्यूशन |
सेमेस्टर V | सेमेस्टर VI |
डिफॉर्मेशन एंड फ्रैक्चर बिहेवियर ऑफ़ मटेरियल | स्टील मेकिंग |
फिजिकल मेटलर्जी | फाउंड्री मेटलर्जी |
आयरन मेकिंग | एक्सट्रैक्शन ऑफ नॉन फेरस मेटल्स |
रासायनिक कैनेटीक्स और मास ट्रांसफर | सॉलिड स्टेट फेस चेंज प्रोसेस |
इलेक्ट्रो-केमिस्ट्री और करोशन | फिजिक्स ऑफ़ मेटल्स |
एडवांस फिजिकल मेटलर्जी | ट्रेनिंग एंड इंटर्नशिप |
इलेक्टिव | रिसर्च वर्क |
मेटलर्जी में डिप्लोमा के लिए विश्व के टॉप विश्वविद्यालय
मेटलर्जी में डिप्लोमा के लिए विश्व के टॉप विश्वविद्यालय इस प्रकार हैं-
- शेफ़ील्ड विश्वविद्यालय
- वाइकाटो विश्वविद्यालय
- पेंसिल्वेनिया स्टेट यूनिवर्सिटी
- स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी
- इम्पीरियल कॉलेज लंदन
- यूनिवर्सिटी ऑफ़ अल्बर्टा
- हार्वर्ड यूनिवर्सिटी
- ऑकलैंड विश्वविद्यालय
- मैनचेस्टर विश्वविद्यालय
- लौघ्बोरौघ विश्वविद्यालय
- मैसाचुसेट्स लोवेल विश्वविद्यालय
मेटलर्जी में डिप्लोमा के लिए भारत के टॉप विश्वविद्यालय
भारत में यह कोर्स प्रदान करने वाले संस्थानों का नाम यहां बताया गया है-
- इंस्टीट्यूट ऑफ केमिकल टेक्नोलॉजी, मुंबई
- आईआईटी गांधीनगर
- तिरुवल्लुवर विश्वविद्यालय
- पेट्रोकेमिकल इंजीनियरिंग इंस्टीट्यूट
- हुगली इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी
- एनआईटी जालंधर
- केरल गवर्नमेंट पॉलिटेक्निक कॉलेज
- गुरु नानक देव पॉलिटेक्निक कॉलेज, दिल्ली
- सीपीसी पॉलिटेक्निक कॉलेज, मैसूर
- गवर्नमेंट इंस्टीट्यूट ऑफ केमिकल इंजीनियरिंग, विशाखापत्तनम
मेटलर्जी में डिप्लोमा के लिए योग्यता
मेटलर्जी में डिप्लोमा के लिए योग्यता इस प्रकार है –
- भारत में प्रवेश के लिए पात्रता सामान्य और ओबीसी के लिए कुल मिलाकर कम से कम 50% अंकों के साथ 10 वीं कक्षा या समकक्ष परीक्षा है और एससी / एसटी, पीएच श्रेणी के लिए 40% है।
- योग्य छात्रों को 10वीं बोर्ड परीक्षा (आमतौर पर गणित और विज्ञान विषयों में) में उनके द्वारा प्राप्त अंकों के आधार पर प्रवेश दिया जाता है।
- न्यूनतम आयु सीमा 31 जुलाई या उससे पहले 15 वर्ष और अधिकतम आयु सीमा 21 वर्ष होनी चाहिए।
- विदेश में शैक्षणिक योग्यता के अलावा आपको IELTS, TOEFL, PTE जैसी कोई भी भाषा प्रवीणता परीक्षा देनी पड़ सकती है।
- आमतौर पर स्टेटमेंट ऑफ पर्पस (SOP) और लेटर ऑफ रिकमेंडेशन (LORs) जैसे अकादमिक निबंधों की भी आवश्यकता होती है।
आवेदन प्रक्रिया
मेटलर्जी में डिप्लोमा के लिए भारत और विदेशी विश्वविद्यालयों में आवेदन प्रक्रिया के बारे में नीचे बताया गया है–
विदेश में आवेदन प्रक्रिया
विदेश के विश्वविद्यालयों में प्रवेश के लिए आवेदन प्रक्रिया इस प्रकार है–
- आपकी आवेदन प्रक्रिया का फर्स्ट स्टेप सही कोर्स और यूनिवर्सिटी का चुनाव है।
- कोर्स और यूनिवर्सिटी के चुनाव के बाद उस कोर्स के लिए उस यूनिवर्सिटी की पात्रता मानदंड के बारे में रिसर्च करें।
- आवश्यक टेस्ट स्कोर और दस्तावेज एकत्र करें।
- यूनिवर्सिटी की साइट पर जाकर एप्लीकेशन फॉर्म भरें या फिर आप Leverage Edu एक्सपर्ट्स की भी सहायता ले सकते हैं।
- ऑफर की प्रतीक्षा करें और सिलेक्ट होने पर इंटरव्यू की तैयारी करें।
- इंटरव्यू राउंड क्लियर होने के बाद आवश्यक ट्यूशन शुल्क का भुगतान करें और स्कॉलरशिप, छात्रवीजा, एजुकेशन लोन और छात्रावास के लिए आवेदन करें।
आवश्यक दस्तावेज़
कुछ जरूरी दस्तावेजों की लिस्ट नीचे दी गई हैं–
- आधिकारिक शैक्षणिक ट्रांसक्रिप्ट
- स्कैन किए हुए पासपोर्ट की कॉपी
- IELTS या TOEFL, आवश्यक टेस्ट स्कोर
- प्रोफेशनल/एकेडमिक LORs
- SOP
- निबंध (यदि आवश्यक हो)
- पोर्टफोलियो (यदि आवश्यक हो)
- अपडेट किया गया सीवी/रिज्यूमे
- एक पासपोर्ट और छात्र वीजा
- बैंक विवरण
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भारतीय विश्वविद्यालयों में आवेदन प्रक्रिया
भारत के विश्वविद्यालयों में आवेदन प्रक्रिया, इस प्रकार है–
- सबसे पहले अपनी चुनी हुई यूनिवर्सिटी की ऑफिशियल वेबसाइट में जाकर रजिस्ट्रेशन करें।
- यूनिवर्सिटी की वेबसाइट में रजिस्ट्रेशन के बाद आपको एक यूजर नेम और पासवर्ड प्राप्त होगा।
- फिर वेबसाइट में साइन इन के बाद अपने चुने हुए कोर्स का चयन करें जिसे आप करना चाहते हैं।
- अब शैक्षिक योग्यता, वर्ग आदि के साथ आवेदन फॉर्म भरें।
- इसके बाद आवेदन फॉर्म जमा करें और आवश्यक आवेदन शुल्क का भुगतान करें।
- यदि एडमिशन, प्रवेश परीक्षा पर आधारित है तो पहले प्रवेश परीक्षा के लिए रजिस्ट्रेशन करें और फिर रिजल्ट के बाद काउंसलिंग की प्रतीक्षा करें। प्रवेश परीक्षा के अंको के आधार पर आपका चयन किया जाएगा और लिस्ट जारी की जाएगी।
आवश्यक दस्तावेज
कुछ जरूरी दस्तावेजों की लिस्ट नीचे दी गई हैं–
- आपकी दसवीं या बारहवीं की परीक्षा की मार्कशीट और पास सर्टिफिकेट।
- जन्म तिथि का प्रमाण।
- विद्यालय छोड़ने का प्रमाणपत्र
- स्थानांतरण प्रमाणपत्र
- अधिवास प्रमाण पत्र / आवासीय प्रमाण या प्रमाण पत्र
- अस्थायी प्रमाण – पत्र
- चरित्र प्रमाण पत्र
- अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति/अन्य पिछड़ी जाति प्रमाण पत्र
- विकलांगता का प्रमाण (यदि कोई हो)
- प्रवासन प्रमाणपत्र (माइग्रेशन)
प्रवेश परीक्षाएं
हालांकि अधिकतर विश्वविद्यालयों में प्रवेश योग्यता आधारित है, लेकिन वहीं कुछ में प्रवेश परिक्षाओं के आधार पर प्रवेश दिया जाता है। मेटलर्जी में डिप्लोमा के लिए कुछ प्रमुख प्रवेश परीक्षाएं हैं-
- KEE
- KLUEEE
- LPU NEST
- MHT CET
मेटलर्जी में डिप्लोमा के लिए बेस्ट बुक्स
मेटलर्जी में डिप्लोमा का अध्ययन करते समय जिन महत्वपूर्ण पुस्तकों का अध्ययन किया जा सकता है वे हैं-
बुक | राइटर | लिंक |
Materials Science and Engineering: An Introduction | विलियम डी., कॉलिस्टर, डेविड जी. रेथविशो | Buy Here |
Introduction to the Thermodynamics of Materials | डेविड आर गास्केल | Buy Here |
Introduction to Physical Metallurgy | सिडनी अवनेर | Buy Here |
Mechanical Metallurgy | जॉर्ज ई. डाइटर | Buy Here |
Materials Science and Engineering | राघवन वी | Buy Here |
मेटलर्जी में डिप्लोमा के बाद करियर विकल्प
मेटलर्जी में डिप्लोमा के बाद आप विभिन्न करियर के अवसर और नौकरी की संभावनाएं मौजूद हैं।
उच्च शिक्षा
मेटलर्जी में डिप्लोमा पूरा करने के बाद, आपके पास मेटलर्जिकल इंजीनियरिंग में बीई या बीटेक का विकल्प चुन सकते हैं। अधिकांश डिग्री इंजीनियरिंग कॉलेजों में, कुछ प्रतिशत सीटें डिप्लोमा प्रमाणपत्र धारकों के लिए आरक्षित होती हैं।
उसके बाद, आप मास्टर शिक्षा या पीजी डिप्लोमा कार्यक्रमों के लिए जा सकता है। मेटलर्जिकल इंजीनियरिंग में एमई, एमटेक, एमएससी और पीजी डिप्लोमा जैसे कई विकल्प हैं। इसके अलावा, आप माइनिंग इंजीनियरिंग, मटेरियल इंजीनियरिंग जैसे समान क्षेत्रों को भी चुन सकते हैं। ऐसी ही कुछ प्रमुख स्पेशलाइजेशन हैं-
- मटेरियल साइंस एंड इंजीनियरिंग
- एक्सट्रैक्शन मेटलर्जी
- मिनरल प्रोसेस
- मेटल फेब्रिकेशन
- एलॉय टेक्नोलॉजी
- माइनिंग इंजीनियरिंग
- केमिकल इंजीनियरिंग
आपके पास एक और विकल्प एमबीए का है। यदि आप मैनेजमेंट कार्यों में रुचि रखते हैं, तो आप एमबीए का विकल्प चुन सकते हैं।
टॉप रिक्रूटर्स
डिप्लोमा मेटलर्जिकल इंजीनियर्स की भारत में सरकारी और निजी क्षेत्र की नौकरियों तक पहुंच है। इस ब्रांच में विदेशों में भी स्कोप काफी अच्छा है। इस क्षेत्र के कुछ प्रमुख रिक्रूटर्स हैं–
- Bharat Aluminium Company Ltd. (BALCO)
- Bharat Petroleum Corporation Limited (BPCL)
- Steel Authority of India Limited (SAIL)
- National Thermal Power Corporation Limited (NTPC)
- Piramal Healthcare Limited
- Pfizer Inc.
- Schlumberger Limited
- GlaxoSmithKline
- Deepak Fertilizers and Petrochemicals Corp. Ltd
मेटलर्जी में डिप्लोमा के बाद वेतन
मेटलर्जिकल इंजीनियर शुरुआत में लगभग 10-20K रुपये प्रति माह कमा सकते हैं। प्रारंभिक वेतन नौकरी का स्थान, एम्प्लॉयर का प्रोफाइल और जॉब प्रोफाइल पर डिपेंड करता है। मेटलर्जी में डिप्लोमा के बाद कुछ प्रमुख जॉब प्रोफाइल्स के अंतर्गत वेतन नीचे तालिका में दिया गया है-
जॉब प्रोफाइल | वार्षिक वेतन (INR में) |
असिस्टेंट इंजीनियर | 2 से 3 लाख |
टेक्निकल मैनेजर | 3 से 5 लाख |
रिसर्च एसोसिएट | 2 से 4 लाख |
लैब टेक्नीशियन | 2 से 3 लाख |
डिज़ाइन इंजीनियर | 2 से 5 लाख |
FAQs
मेटलर्जिकल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा एक 3 साल का डिप्लोमा सर्टिफिकेट प्रोग्राम है। मेटलर्जिकल साइंस, मटेरियल साइंस और इंजीनियरिंग का एक क्षेत्र है। इस कोर्स धातु, उनके मिश्र धातुओं और इंटरमेटेलिक यौगिकों के भौतिक और रासायनिक गुणों के अध्ययन से संबंधित है।
प्रवेश के लिए पात्रता सामान्य और ओबीसी के लिए कुल मिलाकर कम से कम 50% अंकों के साथ 10 वीं कक्षा या समकक्ष परीक्षा है और एससी/एसटी, पीएच श्रेणी के लिए 40% है।
मेटलर्जी में डिप्लोमा के बाद आप विभिन्न करियर के अवसर और नौकरी की संभावनाएं मौजूद हैं। आप उच्च शिक्षा के लिए भी जा सकते हैं या फिर जूनियर लेवल की नौकरियों में भी शामिल हो सकते हैं। हमारी राय में, डिप्लोमा के बाद इसी क्षेत्र में बैचलर्स डिग्री का चयन करना आपके करियर के लिए काफ़ी उपयोगी हो सकता है।
डिप्लोमा मेटलर्जिकल इंजीनियर्स की भारत में सरकारी और निजी क्षेत्र की नौकरियों तक पहुंच है। इस ब्रांच में विदेशों में भी स्कोप काफी अच्छा है। अतः यह कोर्स करना काफ़ी फायदेमंद है।
हम आशा करते हैं कि आपको मेटलर्जी में डिप्लोमा की संपूर्ण जानकारी इस ब्लॉग में मिली होगी। यदि आप मेटलर्जी में डिप्लोमा विदेश में करना चाहते हैं तो हमारे Leverage Edu एक्सपर्ट्स से 1800 572 000 पर संपर्क करें और एक उपयुक्त कोर्स और सर्वश्रेष्ठ विश्वविद्यालय का चयन करने में मार्गदर्शन प्राप्त करें।