डिप्लोमा पावर इंजीनियरिंग क्या है और कैसे करें?

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डिप्लोमा पॉवर इंजीनियरिंग कोर्स के सब्जेक्ट्स पॉवर इलेक्ट्रॉनिक्स, इलेक्ट्रिकल मशीन, पॉवर प्रोडक्शन, ट्रांसमिशन और डिस्ट्रीब्यूशन, स्विच प्रोटेक्शन आदि हैं। पॉवर इंजीनियरिंग में डिप्लोमा कोर्स के लिए एवरेज ट्यूशन फीस INR 50,000-1 लाख है। पॉवर इंजीनियरिंग में डिप्लोमा के बाद में आप पॉवर इंजीनियर, पॉवर ट्रांसफॉर्मर एक्जीक्यूटिव, पॉवर इंजीनियरिंग सुपरवाइजर, टेस्ट इंजीनियर आदि पदों पर कार्य कर सकते हैं। आप आसानी से बड़े न्यूक्लियर पॉवर प्लांट में भी कार्य कर सकते हैं, जहां बिजली प्रोड्यूस की जाती है। यदि आप इस फील्ड में करियर बनाना चाहते हैं तो कम से कम आपके पास डिप्लोमा होना जरूरी है। इस ब्लॉग में डिप्लोमा पॉवर इंजीनियरिंग कोर्स के बारे में सम्पूर्ण जानकारी दी गई है। 

कोर्स लेवलडिप्लोमा
अवधि3 साल
योग्यताकिसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से 10th एग्जाम या 12th एग्जाम साइंस स्ट्रीम से पास किया हो
एडमिशन प्रोसेसएंट्रेंस एग्जाम, मेरिट बेस्ड 
एवरेज सालाना फीसINR 50,000-1 लाख

डिप्लोमा पॉवर इंजीनियरिंग क्या है?

डिप्लोमा पॉवर इंजीनियरिंग 3 साल का होता है। इस कोर्स का मुख्य फोकस लोगों को इलेक्ट्रॉनिक्स और पॉवर इंडस्ट्री के कामकाज की ओर जागरूक करने पर है।

डिप्लोमा पॉवर इंजीनियरिंग क्यों करें? 

डिप्लोमा पॉवर इंजीनियरिंग क्यों करें जानने के लिए नीचे दिये गए पॉइंट्स को पढ़ें-

  • इंजीनियरिंग के क्षेत्र में अन्य लाभों के साथ छात्रों का पेस्केल काफी अधिक मिलता है। 
  • आपको बड़े क्षेत्रों में कठिन प्रोजेक्ट्स पर भी काम करने का मोका मिलेगा। यदि आप चुनौतियों का सामना करना चाहते हैं तो भी यह फील्ड आपके लिए आवश्यक है।  
  • आप अपने क्रिएटिव विचारों और प्लानिंग के साथ शुरुआत कर सकते हैं। क्योंकि विद्यार्थियों में स्ट्रॉन्ग स्ट्रेंथ के साथ कार्य करने की यूनिक एबिलिटी होती है।
  • लाभ के मामले में इसके कई फायदे हैं।
  • पॉवर इंजीनियर के पास कई अवसर उपलब्ध होते हैं क्योंकि वे हमेशा ऊंची मांग में रहते हैं।

स्किल्स

डिप्लोमा पॉवर इंजीनियरिंग के लिए कुछ स्किल्स नीचे दी गई हैं-

  • मोटिवेशन और एक्टीवनेस
  • टीम वर्क स्पिरिट
  • कम्युनिकेशन स्किल्स
  • एनालिटिकल स्किल्स
  • अच्छी टेक्निकल एबिलिटीज
  • इनोवेशन

सिलेबस

हालांकि सिलेबस एक यूनिवर्सिटी से दूसरी यूनिवर्सिटी में अलग हो सकता है। डिप्लोमा पॉवर इंजीनियरिंग में पढ़ाये जाने वाले कुछ विषयों की लिस्ट नीचे दी गई है-

  • फ्लूड मैकेनिक्स
  • थर्मोडायनेमिक्स
  • सर्किट थ्योरी एंड नेटवर्क
  • इंजीनियरिंग थर्मोडायनेमिक्स
  • थ्योरी ऑफ मशीन्स 
  • न्यूक्लियर पावर जेनरेशन
  • स्टीम टर्बाइन
  • पावर सिस्टम ऑपरेशन

टॉप विदेशी यूनिवर्सिटीज़

डिप्लोमा पॉवर इंजीनियरिंग की पेशकश करने वाली टॉप विदेशी यूनिवर्सिटीज़ की लिस्ट नीचे दी गई है-

टॉप भारतीय यूनिवर्सिटीज़

डिप्लोमा पॉवर इंजीनियरिंग की पेशकश करने वाली टॉप भारतीय यूनिवर्सिटीज़ की लिस्ट नीचे दी गई है-

  • SRM यूनिवर्सिटी चेन्नई
  • MSU बड़ौदा
  • JMI न्यू दिल्ली
  • IIT मुंबई
  • IIT मद्रास
  • IIT दिल्ली
  • IIT खड़कपुर
  • VIT यूनिवर्सिटी, वेल्लोर

योग्यता 

डिप्लोमा पॉवर इंजीनियरिंग के लिए सामान्य योग्यता मानदंड नीचे दिया गया है-

  • उम्मीदवारों को किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से 10 वीं या 12th साइंस स्ट्रीम से या इसके समकक्ष पूरा करना होगा।
  • आवेदकों को प्रत्येक विषय में कक्षा 10 वीं की परीक्षा में 55% कुल अंकों के साथ उत्तीर्ण होना चाहिए।
  • साथ ही विदेश के लिए आपको ऊपर दी गई आवश्यकताओं के साथ IELTS, TOEFL या PTE  स्कोर की भी आवश्यकता होती है।

आवेदन प्रक्रिया

कैंडिडेट को आवदेन करने के लिए नीचे दी गई प्रक्रिया को पूरा करना होगा-

  • आपकी आवेदन प्रक्रिया का फर्स्ट स्टेप सही कोर्स चुनना है, जिसके लिए आप हमारे AI Course Finder की सहायता लेकर अपने पसंदीदा कोर्सेज को शॉर्टलिस्ट कर सकते हैं। 
  • अगला कदम अपने सभी दस्तावेजों जैसे SOP, निबंध (essay), सर्टिफिकेट्स और LOR और आवश्यक टेस्ट स्कोर जैसे IELTS, TOEFL, SAT, ACT आदि को इकट्ठा करना और सुव्यवस्थित करना है। 
  • यदि आपने अभी तक अपनी IELTS, TOEFL, PTE, GMAT, GRE आदि परीक्षा के लिए तैयारी नहीं की है, जो निश्चित रूप से विदेश में अध्ययन करने का एक महत्वपूर्ण कारक है, तो आप हमारी Leverage Live कक्षाओं में शामिल हो सकते हैं। ये कक्षाएं आपको अपने टेस्ट में उच्च स्कोर प्राप्त करने का एक महत्त्वपूर्ण कारक साबित हो सकती हैं।
  • आपका एप्लीकेशन और सभी आवश्यक दस्तावेज जमा करने के बाद, एक्सपर्ट्स आवास, छात्र वीज़ा और छात्रवृत्ति / छात्र लोन के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू करेंगे । 
  • अब आपके प्रस्ताव पत्र की प्रतीक्षा करने का समय है जिसमें लगभग 4-6 सप्ताह या उससे अधिक समय लग सकता है। ऑफर लेटर आने के बाद उसे स्वीकार करके आवश्यक सेमेस्टर शुल्क का भुगतान करना आपकी आवेदन प्रक्रिया का अंतिम चरण है। 

आवदेन प्रक्रिया से सम्बन्धित जानकारी और मदद के लिए Leverage Edu के एक्सपर्ट्स से 1800 572 000 पर संपर्क करें।

भारतीय यूनिवर्सिटी के लिए आवेदन प्रक्रिया 

भारतीय यूनिवर्सिटीज़ द्वारा आवेदन प्रक्रिया नीचे मौजूद है-

  • सबसे पहले अपनी चुनी हुई यूनिवर्सिटी की ऑफिशियल वेबसाइट में जाकर रजिस्ट्रेशन करें।
  • यूनिवर्सिटी की वेबसाइट में रजिस्ट्रेशन के बाद आपको एक यूजर नेम और पासवर्ड प्राप्त होगा।
  • फिर वेबसाइट में साइन इन के बाद अपने चुने हुए कोर्स का चयन करें जिसे आप करना चाहते हैं।
  • अब शैक्षिक योग्यता, वर्ग आदि के साथ आवेदन फॉर्म भरें।
  • इसके बाद आवेदन फॉर्म जमा करें और आवश्यक आवेदन शुल्क का भुगतान करें। 
  • यदि एडमिशन, प्रवेश परीक्षा पर आधारित है तो पहले प्रवेश परीक्षा के लिए रजिस्ट्रेशन करें और फिर रिजल्ट के बाद काउंसलिंग की प्रतीक्षा करें। प्रवेश परीक्षा के अंको के आधार पर आपका चयन किया जाएगा और लिस्ट जारी की जाएगी।

आवश्यक दस्तावेज़

आपको निम्न आवश्यक दस्तावेज़ों की आवश्यकता होगी-

प्रवेश परीक्षाएं 

डिप्लोमा पॉवर इंजीनियरिंग के लिए कुछ प्रवेश परीक्षाएं इस प्रकार हैं:

  • JEE Main
  • GATE
  • MHT CET
  • WBJEE
  • TANCET

बुक्स

डिप्लोमा पॉवर इंजीनियरिंग के लिए कुछ बुक्स हैं-

करियर स्कोप

डिप्लोमा पॉवर इंजीनियरिंग करने के बाद आप BTech, MTech या MBA भी कर सकते हैं या नौकरी के लिए आवेदन कर सकते हैं। 

शीर्ष भर्ती कंपनियां

कई भर्तीकर्ता इस क्षेत्र में उपयुक्त ग्रेजुएट्स की तलाश में हैं। निम्नलिखित टॉप रिक्रूटर्स हैं-

  • TATA steel 
  • L&T Technology Services
  • Siemens 
  • Electronics industries
  • Indian railways  
  • reliance power 
  • TATA power 
  • Adani Industries

एंप्लॉयमेंट एरिया

  • पॉवर इंजीनियरिंग सेक्टर
  • इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग सेक्टर
  • स्कूल्स
  • यूनिवर्सिटीज
  • बैंक्स
  • हॉस्पिटल्स
  • पुलिस स्टेशन
  • फायरफाइटिंग 

जॉब प्रोफ़ाइल और सैलरी

इस क्षेत्र में एक ठोस करियर बनाने के इच्छुक व्यक्तियों के लिए विभिन्न जॉब प्रोफाइल और अनुमानित सालाना सैलरी की सूची glassdoor.co.in के अनुसार यहां दी गई है:

जॉब प्रोफाइल्सअनुमानित सालाना सैलरी (INR)
पॉवर टेक्नीशियन3-4 लाख
इलेक्ट्रिकल इंजीनियर 4-5 लाख
पॉवर इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियर8-10 लाख
सेफ्टी ऑफिसर3-5 लाख
ट्रांसफार्मर एक्जीक्यूटिव3.5-5.5 लाख

FAQs

डिप्लोमा पॉवर इंजीनियरिंग कोर्स कितने साल का होता है?

डिप्लोमा पॉवर इंजीनियरिंग कोर्स 3 साल का होता है।

डिप्लोमा पॉवर इंजीनियरिंग कोर्स के लिए योग्यता क्या है?

डिप्लोमा पॉवर इंजीनियरिंग के लिए सामान्य योग्यता मानदंड नीचे दिया गया है-

1. उम्मीदवारों को किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से 10 वीं या 12th साइंस स्ट्रीम से या इसके समकक्ष पूरा करना होगा।
2. आवेदकों को प्रत्येक विषय में कक्षा 10 वीं की परीक्षा में 55% कुल अंकों के साथ उत्तीर्ण होना चाहिए।
3. साथ ही विदेश के लिए आपको ऊपर दी गई आवश्यकताओं के साथ IELTS, TOEFL या PTE  स्कोर की भी आवश्यकता होती है।

डिप्लोमा पॉवर इंजीनियरिंग क्या है?

डिप्लोमा पॉवर इंजीनियरिंग 3 साल का होता है। इस कोर्स का मुख्य फोकस लोगों को इलेक्ट्रॉनिक्स और पॉवर इंडस्ट्री के कामकाज की ओर जागरूक करने पर है।

उम्मीद है आपको डिप्लोमा पॉवर इंजीनियरिंग के संदर्भ में हमारा यह ब्लॉग पसंद आया होगा। यदि आप भी किसी विदेशी यूनिवर्सिटी से डिप्लोमा पॉवर इंजीनियरिंग की पढ़ाई करना चाहते हैं तो आज ही 1800 572 000 पर कॉल करके हमारे Leverage Edu के एक्सपर्ट्स के साथ 30 मिनट का फ्री सेशन बुक करें। वे एक उचित मार्गदर्शन के साथ आवेदन प्रक्रिया में भी आपकी मदद करेंगे।

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