विश्व में मौजूद सभी भाषाओं और उनसे जुड़े कल्चर की एक अलग भुमिका है लेकिन फिर भी अंग्रेजी ने लोगों को दुनिया भर में कम्युनिकेट करने का और अपने विचार प्रकट करने का एक कॉमन ग्राउंड दिया है। क्या आप भी यह बात मानते हैं? अब इसमें और गहराई से बात की जाए तो न सिर्फ एक भाषा की तरह बल्कि लिटरेचर के भाग में भी इंग्लिश ने अपना इम्पैक्ट दुनिया के हर कोने में फैलाया हुआ है। लेजेंड्री राइटर्स जैसे शेक्सपियर, एमिली ब्रोंटे, लियो टॉलस्टॉय आदि को कौन नहीं जानता? आप यह भी कह सकते हैं कि ऐसे बेहतरीन कलाकारों को पढ़कर ही हम में और आप में एक रुझान और दिलचस्पी पैदा होती है कि क्यों का इस फील्ड की डेप्थ में जाया जाए है ना? तो अगर आप भी ऐसा सोचते हैं तो डेफिनेटली आप इस फील्ड में अपने बेस्ट इंटरेस्ट के साथ अपनी पढ़ाई कर सकते हैं। अगर आप उन छात्रों में से हैं जो अपनी ग्रेजुएशन लिटरेचर में पूर्ण कर चुके हैं और आगे क्या करें इस बारे में सोच रहे हैं तो हमने इस ब्लॉग में बीए इंग्लिश ऑनर्स के बाद कौनसे कोर्सेज चुनें और उनकी जानकारी दी है। सम्पूर्ण जानकारी के लिए इस ब्लॉग को आखिर तक पढ़ें।
टॉपिक | बीए इंग्लिश ऑनर्स के बाद कोर्सेज |
कोर्सेज ऑप्शंस | मास्टर्स, पीएचडी |
विदेश की टॉप यूनिवर्सिटीज | –रॉयल होलोवे यूनिवर्सिटी ऑफ़ लंदन –यूनिवर्सिटी ऑफ़ रीडिंग –सॉउथर्न इलिनोई यूनिवर्सिटी ऐडवर्ड्सविल –द यूनिवर्सिटी ऑफ़ इलिनोई एट शिकागो |
भारत की टॉप यूनिवर्सिटी | -यूनिवर्सिटी ऑफ़ दिल्ली -जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी -क्राइस्ट यूनिवर्सिटी -जामिया मिलिया इस्लामिआ -हैदराबाद सेंट्रल यूनिवर्सिट -लोयोला कॉलेज |
टॉप रिक्रूटर्स | Amazon, Goldman Sachs, HCL, Infosys, Cognizant, Aditya Birla Group, Educational Institutions |
This Blog Includes:
- बीए इंग्लिश ऑनर्स क्या है?
- बीए इंग्लिश ऑनर्स के बाद विदेश में पढ़ाई क्यों करें?
- बीए इंग्लिश ऑनर्स के बाद कुछ टॉप मास्टर डिग्री कोर्सेज
- प्रवेश परीक्षाएं
- बीए इंग्लिश ऑनर्स के बाद पढ़ने के लिए कुछ प्रमुख फॉरेन यूनिवर्सिटीज़
- बीए इंग्लिश ऑनर्स के बाद पढ़ने के लिए कुछ प्रमुख भारतीय यूनिवर्सिटीज़
- योग्यता
- विदेशी यूनिवर्सिटीज़ के लिए आवेदन प्रक्रिया
- भारतीय यूनिवर्सिटीज़ के लिए आवेदन प्रक्रिया
- आवश्यक दस्तावेज़
- बीए इंग्लिश ऑनर्स के बाद करियर विकल्प
- बीए इंग्लिश के बाद नौकरी के विकल्प
- रेफ़्रेन्स बुक्स
- FAQs
बीए इंग्लिश ऑनर्स क्या है?
बीए इंग्लिश ऑनर्स को बीए इंग्लिश लिटरेचर के नाम से भी जाना जाता है। बीए इंग्लिश ऑनर्स एक मुश्किल और गहराई से पढ़ने वाली डिग्रीयों में से एक है जिसमें आपको काफी विविधता देखने को मिलेगी। अवधि की बात करें तो ज़्यादा तर ग्रेजुएशन कोर्स की तरह ये कोर्स भी तीन साल की अवधि वाला कोर्स है जिसमें आप पोएट्री, ड्रामा, नॉवल, परोसे और हिस्ट्री के बारे में पढ़ते हैं। यह कोर्स आपको हर कंट्री के भिन्न भिन्न लिटरेचर को एनालाइज़ कर कोर्स में आने वाले हर विषय का एक ब्रॉडर पर्स्पेक्टिव देता है। इसके अलावा इस डिग्री में आप एक राइटर के कामों और उनके लिखने के अंदाज़ के बारे में भी गहराई से स्टडी करते हैं। क्या आपको पता है ? कि एक राइटर का एक राइटिंग पैटर्न होता है जो समय दर समय बदलता है ? इसकी जानकारी भी आप इस डिग्री में विस्तार से पाएंगे।
बीए इंग्लिश ऑनर्स के बाद विदेश में पढ़ाई क्यों करें?
अगर आप किताबों से, लिटरेचर से और राइटिंग से जुड़ी बातो में रुचि रखते हैं तो ये कोर्स आपके लिए है। बीएस इंग्लिश ऑनर्स के बाद विदेश में पढ़ाई करने का विकल्प क्यों चुनें ? कुछ कारण निम्नलिखित हैं-
- क्वालिटी एजुकेशन : आपका जीवन का लक्ष्य चाहे जो भी हो। परिस्थिति में आप हमेशा बेस्ट का चुनाव ही करेंगे। खासकर जब बात आती है करियर की तो विदेश की कई साड़ी यूनिवर्सिटीज दुनिया की बेस्ट एजुकेशन देने में सक्षम मानी जाती है। ऐसे में विदेश की पढ़ाई आपके करियर को एक नई उड़ान देती है।
- सब्जेक्ट एडवांटेज : जब भी हम डिग्री में आने वाले विषयों की बात करते हैं तो एक बात कहते है कि आपकी डिग्री के विषय आपकी चुनी गई यूनिवर्सिटी पर भी निर्भर करते हैं। विदेश की यूनिवर्सिटीज आपको लिटरेचर में उपलब्ध कम्पलीट नॉलेज के साथ विदेशी डिग्री भी प्रदान करती है। ऑस्ट्रेलिया और अमेरिका जैसी कंट्रीज जहाँ इंग्लिश को प्राथमिकता दी जाती है आपको करियर के बेहतरीन ऑप्शंस दे सकती है। साथ ही विदेशी डिग्री को प्रेफरेंस मिलने के कारण आप अपने करियर में जिस नौकरी में रुचि रखते हों उसमें सफलता पूर्वक नौकरी कर सकते हो।
- नए परिवेश में ढलना : आप किसी भी यूनिवर्सिटी को पढ़ने के लिए चुनें इस बात से इतना ख़ास फर्क नहीं पड़ता लेकिन आप जहाँ भी जाएंगे जान पहचान बढ़ाएंगे और दोस्त बनाएंगे। नए लोगों से मिलना उनके कल्चर में ढलना साथ ही उनके साथ मेल जोल बढ़ाना आपके भविष्य में काफी कारगर साबित होता है। यह कार्य तभी हो सकता है जब वह विदेश में जाकर वहां के लोगो के साथ रहते हैं और बेहतर जानते हैं।
- सेल्फ डिपेंडेंट : अपने देश से दूर जाने का ख्याल भी कभी कभी हमें नर्वस करता है क्योंकि हमें अपने कम्फर्ट ज़ोन से बाहर आने में समय और एफर्ट दोनों लगाने की आवश्यकता होती है। विदेश की यूनिवर्सिटी में अप्लाई करना उस कम्फर्ट ज़ोन से बाहर आने की ओर पहले कदम के रूप में काम करता है। इसके साथ पढ़ाई करते समय भी कोई न कोई अर्निंग का सोर्स आपको सेल्फ डिपेंडेंट बनाता है। इससे आपकी पढ़ाई का खर्च का बोझ आपके माता पिता पर नहीं आता।
- टॉप यूनिवर्सिटीज: विदेश की बहुत सी यूनिवर्सिटीज़ हैं जो बीए इंग्लिश ऑनर्स के बाद पढ़ने के लिए कई सारे स्पेशलाइज्ड कोर्स उपलब्ध करवाती हैं। इससे आपको कोर्स में और सिलेबस में वर्सटैलिटी देखने को मिलती है।
बीए इंग्लिश ऑनर्स के बाद कुछ टॉप मास्टर डिग्री कोर्सेज
बीए इंग्लिश ऑनर्स में डिग्री प्राप्त करने के बाद क्या करें, यह एक महत्वपूर्ण प्रश्न है जिसका जवाब हमने इस ब्लॉग में देने का प्रयास किया है। एक विकल्प यह भी है कि आप अपनी बैचलर डिग्री के बाद किसी मास्टर्स डिग्री के लिए अप्लाई कर सकते हैं तथा किसी भी बेहतर यूनिवर्सिटी से डिग्री प्राप्त कर सकते हैं जिससे आपको भविष्य में सहायता मिले। टॉप मास्टर डिग्री कोर्स नीचे दिए गए हैं-
- MA English
- Master of Financial Learning Program
- EFLU Courses (English and Foreign Languages University
- Course in law
- MBA-Marketing
- Human Resource
- Academic-research and training
- Media-Advertising
- Journalism and Film Making
- Retail-Instructional Design
- Hospitality-Event Management
- Public Relations
- Corporate Communications
- Instructional Design
प्रवेश परीक्षाएं
इंग्लिश ऑनर्स के बाद जिन एंट्रेंस एग्जाम जो देकर आप आगे बढ़ पाएंगे वो हमने नीचे दी गयी लिस्ट में मेंशन की है-
- JNUEE
- DUET
- BHU-PET
- PUMDET
- IPU-CET
- CAT
- MAT
- XAT
- SNAP
- CLAT
- AILET
- LSAT
- RULET
- MHT CET
- XIC OET
- CUET UG
- CUET PG
- MASCOM
- NCHM JEE
- IIHM-eCHAT
- AIMA-UGAT
बीए इंग्लिश ऑनर्स के बाद पढ़ने के लिए कुछ प्रमुख फॉरेन यूनिवर्सिटीज़
बीए इंग्लिश के बाद पढ़ने के लिए आपके पास टॉप विदेशी यूनिवर्सिटीज़ के अवसर उपलब्ध हैं। नीचे कुछ ऐसी विदेश की यूनिवर्सिटीज़ के नाम हैं जहां से आप अपनी मास्टर्स डिग्री प्राप्त कर सकते हैं:
- बंगोर यूनिवर्सिटी
- रॉयल होलोवे यूनिवर्सिटी ऑफ़ लंदन, यूके
- यूनिवर्सिटी ऑफ़ रीडिंग, यूके
- किंग्स कॉलेज लंदन
- सॉउथर्न इलिनोई यूनिवर्सिटी ऐडवर्ड्सविल, यूएसए
- यूनिवर्सिटी ऑफ वेस्टमिंस्टर
- यूनिवर्सिटी ऑफ़ इलिनोई एट शिकागो
- यूनिवर्सिटी ऑफ केंटकी
- बॉल स्टेट यूनिवर्सिटी
- यूनिवर्सिटी ऑफ ग्लासगो
- यूनिवर्सिटी ऑफ़ सॉउथर्न कैलिफ़ोर्निया, यूएसए
- यूनिवर्सिटी ऑफ न्यू साउथ वेल्स
- लीडेन यूनिवर्सिटी, नीदरलैंड्स
- यूनिवर्सिटी ऑफ कंसास
- यूनिवर्सिटी ऑफ़ मलाया
- यूनिवर्सिटी कॉलेज डबलिन
- यूनिवर्सिटी ऑफ़ ओटावा, कनाडा
- यूनिवर्सिटी ऑफ सेंट्रल फ्लोरिडा
- यूनिवर्सिटी ऑफ़ विंडसर, कनाडा
- यूनिवर्सिटी ऑफ़ लेथब्रिज, कनाडा
- मैरी इमैक्युलेट कॉलेज, आयरलैंड
बीए इंग्लिश ऑनर्स के बाद पढ़ने के लिए कुछ प्रमुख भारतीय यूनिवर्सिटीज़
भारत में भी ऐसे कई सारे कॉलेज हैं जहां से आप अपनी बीए इंग्लिश के बाद में मास्टर्स डिग्री प्राप्त कर सकते हैं नीचे उन कॉलेजों में से कुछ प्रमुख कॉलेजों के नाम दिए गए हैं:
- सिंबायोसिस कॉलेज ऑफ आर्ट एंड कॉमर्स, पुणे
- हिंदू कॉलेज, दिल्ली
- एसटी स्टीफेंस कॉलेज, दिल्ली
- एमसीएम डीएवी कॉलेज, चंडीगढ़
- जामिया मिल्लिया इस्लामिया
- सावित्रीबाई फुले पुणे यूनिवर्सिटी
- बनारस हिन्दू यूनिवर्सिटी
- कलकत्ता यूनिवर्सिटी
- मिरांडा हाउस
- जवाहरलाल यूनिवर्सिटी
योग्यता
शीर्ष विश्वविद्यालयों से बीए इंग्लिश ऑनर्स के बाद कोर्स करने के लिए, आपको कुछ योग्यताओं को पूरा करना होगा। हालांकि योग्यता मानदंड एक विश्वविद्यालय से दूसरे विश्वविद्यालय में भिन्न हो सकते हैं, यहां कुछ सामान्य शर्तें दी हैं-
- आवेदक का बारहवीं में परिणाम कम से कम 50% से अधिक होना अनिवार्य हैं।
- मास्टर्स डिग्री कोर्स के लिए जरूरी है कि उम्मीदवार ने किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय या कॉलेज से बीए इंग्लिश की बैचलर्स डिग्री प्राप्त की हो।
- मास्टर्स कोर्स में एडमिशन के लिए कुछ विश्वविद्यालय प्रवेश परीक्षा आयोजित करते हैं इसके बाद ही आप इन कोर्सेज के लिए एलिजिबल हो सकते हैं। विदेश की कुछ यूनिवर्सिटीज़ में मास्टर्स के लिए GRE स्कोर की अवश्यकता होती है।
- साथ ही विदेश के लिए आपको ऊपर दी गई आवश्यकताओं के साथ IELTS या TOEFL स्कोर की भी आवश्यकता होती है।
- विदेश के विश्वविद्यालयों में एडमिशन के लिए SOP, LOR, CV/रिज्यूमे और पोर्टफोलियो भी जमा करने होंगे।
विदेशी यूनिवर्सिटीज़ के लिए आवेदन प्रक्रिया
कैंडिडेट को आवदेन करने के लिए नीचे दी गई प्रक्रिया को पूरा करना होगा-
- आपकी आवेदन प्रक्रिया का फर्स्ट स्टेप सही कोर्स चुनना है, जिसके लिए आप हमारे AI Course Finder की सहायता लेकर अपने पसंदीदा कोर्सेज को शॉर्टलिस्ट कर सकते हैं।
- अगला कदम अपने सभी दस्तावेजों जैसे SOP, निबंध, सर्टिफिकेट्स और LOR और आवश्यक टेस्ट स्कोर जैसे IELTS, TOEFL, SAT, ACT आदि को इकट्ठा करना और सुव्यवस्थित करना है।
- यदि आपने अभी तक अपनी IELTS, TOEFL, PTE, GMAT, GRE आदि परीक्षा के लिए तैयारी नहीं की है, जो निश्चित रूप से विदेश में अध्ययन करने का एक महत्वपूर्ण कारक है, तो आप हमारी Leverage Live कक्षाओं में शामिल हो सकते हैं। ये कक्षाएं आपको अपने टेस्ट में उच्च स्कोर प्राप्त करने का एक महत्त्वपूर्ण कारक साबित हो सकती हैं।
- आपका एप्लीकेशन और सभी आवश्यक दस्तावेज जमा करने के बाद, एक्सपर्ट्स आवास, छात्र वीज़ा और छात्रवृत्ति / छात्र लोन के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू करेंगे ।
- अब आपके प्रस्ताव पत्र की प्रतीक्षा करने का समय है जिसमें लगभग 4-6 सप्ताह या उससे अधिक समय लग सकता है। ऑफर लेटर आने के बाद उसे स्वीकार करके आवश्यक सेमेस्टर शुल्क का भुगतान करना आपकी आवेदन प्रक्रिया का अंतिम चरण है।
भारतीय यूनिवर्सिटीज़ के लिए आवेदन प्रक्रिया
भारतीय यूनिवर्सिटीज़ द्वारा आवेदन प्रक्रिया नीचे मौजूद है-
- सबसे पहले अपनी चुनी हुई यूनिवर्सिटी की ऑफिशियल वेबसाइट में जाकर रजिस्ट्रेशन करें।
- यूनिवर्सिटी की वेबसाइट में रजिस्ट्रेशन के बाद आपको एक यूजर नेम और पासवर्ड प्राप्त होगा।
- फिर वेबसाइट में साइन इन के बाद अपने चुने हुए कोर्स का चयन करें जिसे आप करना चाहते हैं।
- अब शैक्षिक योग्यता, वर्ग आदि के साथ आवेदन फॉर्म भरें।
- इसके बाद आवेदन फॉर्म जमा करें और आवश्यक आवेदन शुल्क का भुगतान करें।
- यदि एडमिशन, प्रवेश परीक्षा पर आधारित है तो पहले प्रवेश परीक्षा के लिए रजिस्ट्रेशन करें और फिर रिजल्ट के बाद काउंसलिंग की प्रतीक्षा करें। प्रवेश परीक्षा के अंको के आधार पर आपका चयन किया जाएगा और लिस्ट जारी की जाएगी।
आवश्यक दस्तावेज़
कुछ ज़रूरी दस्तावेज़ों की लिस्ट नीचे दी गई है–
- आधिकारिक शैक्षणिक ट्रांसक्रिप्ट
- स्कैन किए हुए पासपोर्ट की कॉपी
- IELTS या TOEFL, आवश्यक टेस्ट स्कोर
- प्रोफेशनल/एकेडमिक LORs
- SOP
- निबंध (यदि आवश्यक हो)
- पोर्टफोलियो (यदि आवश्यक हो)
- अपडेट किया गया सीवी/रिज्यूमे
- एक पासपोर्ट और छात्र वीज़ा
- बैंक विवरण
बीए इंग्लिश ऑनर्स के बाद करियर विकल्प
बीए इंग्लिश ऑनर्स के बाद करियर स्कोप का जब ज़िक्र आता है तो यह इसपर निर्भर करता है कि आप किस करियर ऑप्शन को चुनते हैं। आपने जाना कि आप अगर लिटरेचर में ही अपनी पढ़ाई को आगे बढ़ाना चाहते हैं तो मास्टर्स कर सकते है साथ ही आप बाक़ी मास्टर्स के ऑप्शनस में से किसी एक को चुन सकते हैं। इसके आलावा कई छात्र अपनी ग्रेजुएशन के बाद ही नौकरी करने का विकल्प भी चुनते हैं जोकि अपने आप में एक एक्सपीरियंस का स्वागत करता है। मास्टर्स करने का विकल्प आपको बेहतर ऑप्शंस के लिए तैयार करता है जिसमें आप बेहतर सैलरी की भी उम्मीद कर सकते हैं। इसके बाद आप सेक्टर्स जैसे एजुकेशन, टीचिंग, न्यूज़ एजेंसीज़, कॉर्पोरेट्स, एमएनसीज़ में नौकरी के ऑप्शंस आसानी से पा सकते हो। इसके अलावा आप अपनी मास्टर्स की डिग्री के पूरा होने के बाद डॉक्टरल प्रोग्राम को भी मौका दे सकते हैं जिससे आप लेक्चररशिप के लिए तैयार होते हैं। जिन छात्रों को मुख्यतः एकेडेमिया और लिटरेचर की फील्ड में गहराई में उतरने की चाह है वो अपनी ग्रेजुएशन के बाद एम्.फिल करने का विकल्प भी अपना सकते हैं।
बीए इंग्लिश के बाद नौकरी के विकल्प
जो छात्र अपनी ग्रेजुएशन के बाद नौकरी करने की इच्छा रखते हैं उनके लिए बेस्ट जॉब प्रोफाइल्स और उनकी एवरेज सैलरी निम्नलिखित है :-
जॉब प्रोफाइल्स | औसत सालाना सैलरी (INR) |
कॉन्टेंट डेवलपर | 4-5 लाख |
आर्ट्स एडमिनिस्ट्रेटर | 8.3-9 लाख |
पब्लिक रिलेशन्स ऑफिसर | 3-4 लाख |
इंग्लिश टीचर | 2.85-4 लाख |
स्पीच राइटर | 2.1-3 लाख |
रेफ़्रेन्स बुक्स
बीए इंग्लिश ऑनर्स के बाद अगर आप मास्टर्स करते हैं तो लिटरेचर और इंग्लिश लैंग्वेज के बारे में बेहतर जानकारी के लिए बेस्ट बुक्स नीचे दी गई हैं-
Lorraine Hansberry A Raisin in the Sun by Shakti Batra | यहाँ से खरीदें |
The Mimic Men by V.S NaiPaul | यहाँ से खरीदें |
A History of English Literature by V.S Naipaul | यहाँ से खरीदें |
Paradise Lost by John Milton | यहाँ से खरीदें |
Theory of Criticism by Raman Selden | यहाँ से खरीदें |
Antigone by Jean Anouilh | यहाँ से खरीदें |
FAQs
इंग्लिश ऑनर्स करने के फायदे-
1. इंग्लिश लैंग्वेज के बारे में आपको विस्तृत ज्ञान हो जाता है।
2. स्पीकिंग एंड एनालिटिकल स्किल्स डेवेलप होता है।
3. क्रिटिकल थिंकिंग इम्प्रूव होता है।
4. देश-विदेश की संस्कृति से अवगत होते हैं।
5. लैंग्वेज स्किल्स में सुधार।
6. इंग्लिश भाषा का शिक्षक बन सकते हैं।
3 इंग्लिश ऑनर्स कोर्स के तहत आपको पोएट्री, नोवेल, ड्रामा और पॉपुलर फिक्शन भी पढ़ाया जाता है. इस कोर्स में शेक्सपियर, मिलटन, वर्ड्सवर्थ, कीट्स, शैली, टनीसन, अर्नोल्ड, हार्डी और डिकेंस जैसे साहित्यकारों की रचनाओं के बारे में पढ़ाया जाता है।
देश की सभी प्रमुख यूनिवर्सिटीज में यह कोर्स उपलब्ध है. इस कोर्स में अंग्रेजी पढ़ने, लिखने, बोलने और सुनने की स्किल्स को बढ़ावा दिया जाता है. इसके अंतर्गत स्टूडेंट्स ऑप्शनल सब्जेक्ट्स का ज्ञान भी हासिल करते हैं, जो उन्हें इंग्लिश के विभिन्न रूपों से परिचित कराते हैं।
इंग्लिश लैंग्वेज की तैयारी के लिए एक बात याद कर लें कि आपको रोज प्रैक्टिस करनी होगी और रोज पढ़ना होगा। इंग्लिश लैग्वेज को रोज पढ़ने से आपकी सेक्शन में पकड़ और भी मजबूत हो जाएगी। आपकी ग्रामर की नॉलेज तभी बढ़ेंगी जब आपको सही और गलत में फर्क पता होगा, इसलिए रोज इंग्लिश की प्रैक्टिस करें।
हाँ, बीए अंग्रेजी के बाद एमबीए संभव है ! आपको केवल MBA प्रवेश परीक्षा देने के लिए अपनी UG डिग्री में न्यूनतम 50% बनाए रखने की आवश्यकता है। आपको प्राप्त अंकों के आधार पर, शीर्ष एमबीए कॉलेजों में आवेदन करें।
हम आशा करते हैं कि अब आप जान गए होंगे कि बीए इंग्लिश ऑनर्स के बाद कोर्सेज कौनसे हैं। अगर आप बीए इंग्लिश ऑनर्स के बाद के कोर्सेज में से कोई कोर्स करना चाहते हैं और साथ ही एक उचित मार्गदर्शन चाहते हैं तो आज ही 1800572000 पर कॉल करके हमारे Leverage Edu के एक्सपर्ट्स के साथ 30 मिनट का फ्री सेशन बुक कीजिए।