बीएससी इन लाइफ साइंसेज तीन साल का अंडरग्रेजुएट कोर्स है जिसमें मूलतः पौधों और जानवरों की अलग अलग प्रजातियों के बारे में और उनसे जुड़े फैक्ट्स के बारे में ज्ञान दिया जाता है। विस्तार से बात की जाए तो आप अपनी ग्रेजुएशन के तीन सालों में विभिन्न ऑर्गैनिज़्म्स के विकास और उनके मॉलिक्यूलर से सेलुलर होने की प्रक्रिया को भी जानेंगे। इस कोर्स की स्टडीज़ और पढ़ने के विषय कुछ इस प्रकार स्ट्रक्चर्ड है जिससे आपको ऑर्गैनिज़्म्स पर एक्सपेरिमेंट करने का सुनेहरा अवसर मिलता है। आइए बीएससी इन लाइफ साइंसेज के बारे में विस्तार से जानते हैं इस ब्लॉग के माध्यम से।
कोर्स का नाम | बैचलर ऑफ़ साइंस इन लाइफ साइंसेज |
योग्यताएं | 10+2 (साइंस स्ट्रीम के साथ) |
ड्यूरेशन | तीन साल |
एडमिशन का प्रोसीज़र | एंट्रेंस एग्ज़ाम या मेरिट बेस्ड एडमिशंस |
एग्ज़ाम का टाइप | सेमेस्टर्स |
This Blog Includes:
- बीएससी इन लाइफ साइंसेज क्या है ?
- बीएससी इन लाइफ साइंसेज क्यों करें ?
- बीएससी इन लाइफ साइंसेज सिलेबस
- विदेश में बीएससी इन लाइफ साइंसेज कोर्स के लिए टॉप यूनिवर्सिटीज़
- भारत में बीएससी इन लाइफ साइंसेज कोर्स के लिए टॉप यूनिवर्सिटीज़
- बीएससी इन लाइफ साइंसेज के लिए योग्यताएं
- आवेदन प्रक्रिया
- आवश्यक दस्तावेज़
- प्रवेश परीक्षाएं
- करियर स्कोप
- जॉब प्रोफाइल
- FAQs
बीएससी इन लाइफ साइंसेज क्या है ?
बीएससी इन लाइफ साइंसेज एक तीन वर्षीय अंडरग्रेजुएट कोर्स है जिसका ताल्लुक ऑर्गैनिज़्म्स से जुड़े फैक्ट्स और उसमे शामिल सभी श्रेणियों पर स्टडीज़ से है। इसके आलावा आप बीएससी इन लाइफ साइंसेज की डिग्री में कम्प्यूटेशन, स्पीकिंग एंड राइटिंग, क्रिटिकल एंड एनालिटिकल थिंकिंग, माइक्रोस्कोपिक एंड इन्फेरेंशियल स्किल्स जैसे एहम हिस्सों से भी वाकिफ होंगे जो आपके भविष्य में काफी कारगर साबित होगा। क्योंकि यह कार्य गहन रिसर्च से जुड़ा है, यह आपको घंटों काम करने की स्किल में बेहतर बनाता है। इस कोर्स की कम्पलीशन के बाद आप चाहें तो अपनी आगे की पढ़ाई भी इसी क्षेत्र में पूरी कर सकते हैं। मास्टर कोर्सेज की बात करें तो इसमें आते हैं तो इस कोर्स के बाद MSc, M.Phil, PhD, MSc.इन बायोटेक्नोलॉजी, MBA आदि जैसे कोर्स में अपना करियर बना सकते हैं। इसके अलावा आपको यह भी जानना ज़रूरी है कि बीएससी इन लाइफ साइंसेज इसलिए भी चर्चा में है क्योकि इस कोर्स के बाद मिलने वाली जॉब्स की संख्या काफी ज़्यादा मानी जाती है। ख़ास बात यह भी है कि यह संख्या सिर्फ एक फील्ड में सिमित न होकर बाकी फील्ड में भी फैली हुई है।
बीएससी इन लाइफ साइंसेज क्यों करें ?
चूंकि कोर्स के दौरान प्रयोग करने के लिए बहुत सारे सूक्ष्मदर्शी और अन्य उपकरणों का उपयोग किया जाता है, इसलिए छात्र नई तकनीकों को सीख सकते हैं जिनका उपयोग उन्नत रिसर्च प्रयोगशालाओं और उद्योगों में रिसर्च एनालिसिस के लिए किया जाता है।
- इस कोर्स कोर्स में विभिन्न जीवों में मॉलिक्युलर से सेलुलर जीवन में परिवर्तन की प्रक्रियाएं शामिल हैं, और इसलिए, छात्रों को पौधों और जानवरों की कई विविध प्रजातियों पर प्रयोग करने का अवसर मिल सकता है।
- छात्र बोलने और लिखने, आलोचनात्मक और विश्लेषणात्मक सोच, सूक्ष्म और इन्फेरेटियल कौशल, साथ ही साथ लंबे समय तक काम करने की क्षमता जैसे कौशल हासिल करने और बेहतर बनने की प्रवृत्ति रखते हैं।
- यह कोर्स लाइफ साइंस में एमएससी, एम.फिल, पीएचडी या एमएससी में उच्च अध्ययन के लिए सही मार्ग प्रशस्त करता है
- ग्रेजुएट्स के पास विशेष रूप से वैज्ञानिक लेखन, फार्मास्यूटिकल्स और मछली उत्पादों के निर्माण के क्षेत्रों में रोजगार के बेहतर अवसर हैं।
बीएससी इन लाइफ साइंसेज सिलेबस
बीएससी इन लाइफ साइंसेज की तीन वर्षीय डिग्री में आप अपनी पढ़ाई 6 सेमेस्टर के पार्टीशन में पूरा करते हैं। आइए इसके सिलेबस पर डालते है एक नज़र :-
सेमेस्टर 1
अप्लाइड बायोलॉजी | बायोटेक्नोलॉजी |
बायोइंफॉर्मेटिक्स | सेल बायोलॉजी |
डेवलपमेंट फिजियोलॉजी | – |
सेमेस्टर 2
बायोस्टैटिस्टिक्स | बायोडाइवर्सिटी- प्लांट्स |
डेवलपमेंट बायोलॉजी | बायोडायवर्सिटी-एनिमल्स |
सेमेस्टर 3
जेनेटिक्स इंजीनियरिंग | एनवायर्नमेंटल साइंस |
इकोलॉजी | डाइवर्सिटी ऑफ़ क्रिप्टोगेम्स |
एनिमल टिश्यूस कल्चर | – |
सेमेस्टर 4
इवोल्यूशन | एनवायरनमेंट मैनेजमेंट |
प्लांट टिश्यू कल्चर | फ़ूड, न्यूट्रिशन एंड हैल्थ |
सेमेस्टर 5
इनऑर्गेनिक केमिस्ट्री | मॉलिक्यूलर बायोलॉजी |
इंट्रोडक्शन टू कम्प्यूटर्स एंड इनफार्मेशन सिस्टम्स | टेक्सोनोमी एंड एनाटॉमी |
सेमेस्टर 6
जेनेटिक्स एंड गेनोमिक्स | आर्गेनिक एंड फिजिकल केमिस्ट्री |
इंट्रोडक्शन टू मेडिकल डायग्नोस्टिक्स | मैथमेटिक्स फॉर लाइफ साइंसेज |
फिजिक्स | – |
विदेश में बीएससी इन लाइफ साइंसेज कोर्स के लिए टॉप यूनिवर्सिटीज़
बीएससी इन लाइफ साइंसेज में एडमिशन लेने के लिए विदेश की बैस्ट यूनिवर्सिटीज की लिस्ट निम्नलिखित है :-
यूनिवर्सिटी के नाम | स्थान |
यूनिवर्सिटी ऑफ़ टोरंटो | कनाडा |
द यूनिवर्सिटी ऑफ़ ब्रिटिश कोलम्बिआ | कनाडा |
यूनिवर्सिटी ऑफ़ अल्बर्टा | कनाडा |
हार्वर्ड यूनिवर्सिटी | यूएसए |
नॉर्थईस्टर्न यूनिवर्सिटी | यूएसए |
मेमोरियल यूनिवर्सिटी ऑफ़ न्यूफाउंडलैंड | यूके |
एरिज़ोना स्टेट यूनिवर्सिटी | यूएसए |
लुडविग मैक्सिमिलिअन्स यूनिवर्सिटी म्युनिक | जर्मनी |
यूनिवर्सिटी ऑफ़ ग्रेनिच | यूके |
यूनिवर्सिटी ऑफ़ वॉटरलू | कनाडा |
भारत में बीएससी इन लाइफ साइंसेज कोर्स के लिए टॉप यूनिवर्सिटीज़
भारत में बीएससी इन लाइफ साइंसेज के लिए बेस्ट यूनिवर्सिटीज़ की लिस्ट निम्नलिखित है :-
यूनिवर्सिटी के नाम | स्थान |
मिरांडा हाउस | नई दिल्ली |
लोयोला कॉलेज | चन्नई |
हंसराज कॉलेज | नई दिल्ली |
प्रेसीडेंसी कॉलेज | चन्नई |
किरोड़ीमल कॉलेज | नई दिल्ली |
सेंट ज़ेवियर कॉलेज | मुंबई |
रामजस कॉलेज | नई दिल्ली |
श्री वेंकटेश्वरा कॉलेज दिल्ली | नई दिल्ली |
कलिंगा यूनिवर्सिटी | रायपुर, छत्तीसगढ़ |
स्टेला मैरिस कॉलेज | चन्नई, तमिल नाडु |
बीएससी इन लाइफ साइंसेज के लिए योग्यताएं
यदि आप बीएससी इन लाइफ साइंसेज के क्षेत्र में डिग्री प्राप्त करने के इच्छुक हैं, तो आपको अपने चुने हुए विश्वविद्यालय द्वारा निर्धारित योग्यताओं को पूरा करना होगा। ये आवश्यकताएं कोर्सेज के स्तर के अनुसार भिन्न होती हैं, जैसे बैचलर, मास्टर या डिप्लोमा। बीएससी इन लाइफ साइंसेज कोर्स के लिए कुछ सामान्य योग्यताएं इस प्रकार हैं–
- बैचलर्स डिग्री प्रोग्राम के लिए ज़रुरी है कि उम्मीदवारों ने किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से PCB (फिज़िक्स, केमिस्ट्री, बायोलॉजी) से 10+2 पास किया हो।
- बीएससी इन लाइफ साइंसेज कोर्स के लिए आपके बारहवीं में कम से कम 50% मार्क्स होना आवाश्यक है। साथ ही कुछ यूनिवर्सिटीज प्रवेश परीक्षा के आधार पर भी एडमिशन स्वीकार करतीं हैं।
- विदेश की अधिकतर यूनिवर्सिटीज मास्टर्स कोर्सेज के लिए GRE स्कोर की मांग करते हैं।
- विदेश की यूनिवर्सिटीज में एडमिशन के लिए IELTS या TOEFL टेस्ट स्कोर, अंग्रेजी प्रोफिशिएंसी के प्रमाण के रूप में ज़रूरी होते हैं।
- विदेश यूनिवर्सिटीज में पढ़ने के लिए SOP, LOR, सीवी/रिज्यूमे और पोर्टफोलियो भी जमा करने की ज़रूरत होती है।
आवेदन प्रक्रिया
विदेश के विश्वविद्यालयों में प्रवेश के लिए आवेदन प्रक्रिया इस प्रकार है–
- आपकी आवेदन प्रक्रिया का फर्स्ट स्टेप सही कोर्स चुनना है, जिसके लिए आप AI Course Finder की सहायता लेकर अपने पसंदीदा कोर्सेज को शॉर्टलिस्ट कर सकते हैं।
- एक्सपर्ट्स से कॉन्टैक्ट के पश्चात वे कॉमन डैशबोर्ड प्लेटफॉर्म के माध्यम से कई विश्वविद्यालयों की आपकी आवेदन प्रक्रिया शुरू करेंगे।
- अगला कदम अपने सभी दस्तावेज़ों जैसे SOP, निबंध, सर्टिफिकेट्स और LOR और आवश्यक टैस्ट स्कोर जैसे IELTS, TOEFL, SAT, ACT आदि को इकट्ठा करना और सुव्यवस्थित करना है।
- यदि आपने अभी तक अपनी IELTS, TOEFL, PTE, GMAT, GRE आदि परीक्षा के लिए तैयारी नहीं की है, जो निश्चित रूप से विदेश में अध्ययन करने का एक महत्वपूर्ण कारक है, तो आप Leverage Live कक्षाओं में शामिल हो सकते हैं। ये कक्षाएं आपको अपने टेस्ट में उच्च स्कोर प्राप्त करने का एक महत्त्वपूर्ण कारक साबित हो सकती हैं।
- आपका एप्लीकेशन और सभी आवश्यक दस्तावेज़ जमा करने के बाद, एक्सपर्ट्स आवास, छात्र वीज़ा और छात्रवृत्ति/छात्र लोन के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू करेंगे ।
- अब आपके प्रस्ताव पत्र की प्रतीक्षा करने का समय है जिसमें लगभग 4-6 सप्ताह या उससे अधिक समय लग सकता है। ऑफर लैटर आने के बाद उसे स्वीकार करके आवश्यक सेमेस्टर शुल्क का भुगतान करना आपकी आवेदन प्रक्रिया का अंतिम चरण है।
भारत के विश्वविद्यालयों में आवेदन प्रक्रिया, इस प्रकार है–
- सबसे पहले अपनी चुनी हुई यूनिवर्सिटी की ऑफिशियल वेबसाइट में जाकर रजिस्ट्रेशन करें।
- यूनिवर्सिटी की वेबसाइट में रजिस्ट्रेशन के बाद आपको एक यूज़र नेम और पासवर्ड प्राप्त होगा।
- फिर वेबसाइट में साइन इन के बाद अपने चुने हुए कोर्स का चयन करें जिसे आप करना चाहते हैं।
- अब शैक्षिक योग्यता, वर्ग आदि के साथ आवेदन फॉर्म भरें।
- इसके बाद आवेदन फॉर्म जमा करें और आवश्यक आवेदन शुल्क का भुगतान करें।
- यदि एडमिशन, प्रवेश परीक्षा पर आधारित है तो पहले प्रवेश परीक्षा के लिए रजिस्ट्रेशन करें और फिर रिजल्ट के बाद काउंसलिंग की प्रतीक्षा करें। प्रवेश परीक्षा के अंको के आधार पर आपका चयन किया जाएगा और लिस्ट जारी की जाएगी।
आवश्यक दस्तावेज़
कुछ ज़रूरी दस्तावेज़ों की लिस्ट नीचे दी गई हैं–
- आधिकारिक शैक्षणिक ट्रांसक्रिप्ट
- स्कैन किए हुए पासपोर्ट की कॉपी
- IELTS या TOEFL, आवश्यक टेस्ट स्कोर
- प्रोफेशनल/एकेडमिक LORs
- SOP
- निबंध (यदि आवश्यक हो)
- पोर्टफोलियो (यदि आवश्यक हो)
- अपडेट किया गया सीवी/रिज्यूमे
- एक पासपोर्ट और छात्र वीज़ा
- बैंक विवरण
प्रवेश परीक्षाएं
बीएससी इन लाइफ साइंसेज कोर्स में एडमिशन के लिए अलग-अलग संस्थानों द्वारा अलग-अलग प्रवेश परीक्षाएं आयोजित की जाती हैं, जिनमें से कुछ यहां दी गई हैं :
- JET
- NPAT
- BHU UET
- SUAT
- CUET
करियर स्कोप
बीएससी इन लाइफ साइंसेज की डिग्री के बाद आप अपनी फील्ड में इतने निपूर्ण हो जाते हैं कि आप चाहें तो नौकरी के लिए अप्लाई कर सकते हो। इसके अलावा अगर आप चाहते हैं कि इस क्षेत्र में और माहिर हों तो आप मास्टर डिग्री के लिए भी अप्लाई कर सकते है। मास्टर्स की डिग्री में MSc, M.Phil, PhD, MSc.इन बायोटेक्नोलॉजी, MBA आदि कोर्स के लिए भी अप्लाई कर सकते हैं। डिग्री कंप्लीशन के बाद आप निम्नलिखित हैं :-
- AIIMS
- Tata Memorial Center
- Cactus
- Bcs-Insilico Biology
- Vee Technology
- Indian Society of Cell Biology
- Amazon
- HCL
जॉब प्रोफाइल
किसी भी कोर्स में कदम लेने से पहले उसमें मिलने वाली जॉब प्रोफाइल्स और सैलरी पैकेज का अंदाज़ा होना भी आवश्यक है। बीएससी इन लाइफ साइंसेज के बाद मिलने वाली जॉब प्रोफाइल्स इस प्रकार है :-
- बायोकेमिस्ट
- पैथोलोजिस्ट
- फ़ूड साइंटिस्ट
- साइंटिफिक राइटर
- जर्नल राइटर
- वेटेरिनेरियन
FAQs
बीएससी इन लाइफ साइंसेज टॉप यूनिवर्सिटीज निम्नलिखित है :-
यूनिवर्सिटी ऑफ़ टोरंटो
द यूनिवर्सिटी ऑफ़ ब्रिटिश कोलम्बिआ
यूनिवर्सिटी ऑफ़ अल्बर्टा
हार्वर्ड यूनिवर्सिटी
नॉर्थईस्टर्न यूनिवर्सिटी
मेमोरियल यूनिवर्सिटी ऑफ़ न्यूफाउंडलैंड
एरिज़ोना स्टेट यूनिवर्सिटी
लुडविग मैक्सिमिलिअन्स यूनिवर्सिटी म्युनिक
यूनिवर्सिटी ऑफ़ ग्रेनिच
यूनिवर्सिटी ऑफ़ वॉटरलू
बीएससी इन लाइफ साइंसेज में टॉप रिक्रूटर्स की लिस्ट निम्नलिखित हैं :-
AIIMS
Tata Memorial Center
Cactus
Bcs-Insilico Biology
Vee Technology
Indian Society of Cell Biology
Amazon
HCL
बीएससी इन लाइफ साइंसेज के बाद मिलने वाली जॉब प्रोफाइल्स इस प्रकार है :-
बायोकेमिस्ट
पैथोलोजिस्ट
फ़ूड साइंटिस्ट
साइंटिफिक राइटर
जर्नल राइटर
वेटेरिनेरियन
उम्मीद है कि हमारे आज के ब्लॉग से आपको बीएससी इन लाइफ साइंसेज कोर्स के बारे में सभी महत्वपूर्ण जानकारी मिल गई होगी। यदि आप भी विदेश में बीएससी लाइफ साइंस की पढ़ाई करना चाहते हैं, तो आज ही 1800 572 000 पर कॉल करके हमारे Leverage Edu के विशेषज्ञों के साथ 30 मिनट का फ्री सेशन बुक करें। वे आपको उचित मार्गदर्शन के प्रदान करने में मदद करेंगे।