बैंकिंग और फाइनेंस के फील्ड में करियर को ग्लोबल लेवल पर सबसे स्थापित करियर में से एक माना जाता है। इसका श्रेय इन फील्ड में मैनपावर की बढ़ती मांग को जाता है। बैंकिंग फील्ड हमेशा ही ऐसे योग्य और एक्सपेरिएंस्ड एम्प्लोयी को महत्व देता है, जो बैंकिंग और फाइनेंस की जानकारी रखने के साथ ही कंप्यूटर टेक्नोलॉजी और कस्टमर ओरिएंटेशन की अंडरस्टैंडिंग भी रखते हैं। ऐसा ही एक एग्ज़ाम होता है Diploma in Banking and Finance (DBF), जो आवेदक के लिए बैंकिंग और फाइनेंस के क्षेत्र के दरवाजे खोलता है। आइए, डीबीएफ एग्जाम के बारे में जानते हैं विस्तार से।
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DBF एग्ज़ाम क्या होता है?
Diploma in Banking and Finance (DBF) एक फ्लैगशिप प्रोग्राम है, जिसका उद्देश्य छात्रों को ऑपरेशनल प्रोसेस और कंटेम्पररी बैंकिंग सिस्टम के बारे में शिक्षित करना है। प्रतियोगी परीक्षा होने के कारण जो छात्र डीबीएफ एग्जाम को पास कर लेते हैं, उन्हें बैंक और फाइनेंसियल इंस्टिट्यूशन में डायरेक्ट रिक्रूटमेंट मिल जाती है। छात्रों को बैंकिंग की दुनिया में आने के लिए तैयार करने के लिए, IIBF इस परीक्षा का आयोजन वर्ष में दो बार मई/जून और नवंबर/दिसम्बर के माह में करता है।
डीबीएफ एग्जाम के साथ ही इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ बैंकिंग एंड फाइनेंस (IIBF) अपने अन्य IIBF सर्टिफिकेशन कोर्स की कई तरह की परीक्षाओं का आयोजन करता है। इन परीक्षाओं के नाम इस प्रकार हैं :
- DRA Exam : IIBF के डिपार्टमेंट रिकवरी एजेंट (DRA) इस परीक्षा का आयोजन महीने में एक बार किया जाता है, इसका निर्णय IIBF लेता है। इस परीक्षा का आयोजन देश में DRA अप्पॉइंट करना होता है। RBI ये सुनिश्चित करता है कि इस पद के लिए सर्टिफाइड प्रोफेशनल्स ही चुने जाएं।
- JAIIB Exam : JAIIB की फुल फॉर्म होती है जूनियर असिस्टेंट इन इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ बैंकिंग एंड फाइनेंस। इस परीक्षा का आयोजन IIBF द्वारा वर्ष में दो बार किया जाता है। जो कि मई/जून और नवंबर/दिसंबर में संडे को होता है। ये सर्टिफिकेशन एग्ज़ाम बैंकिंग के प्रोफेशनल्स को बैंकिंग एरीना की बेसिक नॉलेज ट्रेनिंग करने के लिए आयोजित की जाती है। इसमें कस्टमर से प्रोफेशनल रिलेशन बनाने और उन्हें मजबूत करने की प्रक्रिया शामिल है जिसमें अन्य लीगल और एडमिनिस्ट्रेटिव आस्पेक्ट को सुनिश्चित किया जाता है।
- CAIIBF Exam : CAIIBF की फुल फॉर्म होती है सर्टिफाइड एसोसिएट ऑफ़ इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ बैंकिंग एंड फाइनेंस। इस परीक्षा का आयोजन वर्ष में दो बार किया जाता है। JAIIB एग्ज़ाम पास कर लेने के बाद आप CAIIBF एग्ज़ाम दे सकते हैं। इसमें बेहतर प्रदर्शन के लिए बैंक के प्रोफेशनल्स को फाइनेंसियल, रिस्क और बैंकिंग मैनेजमेंट की हाई लेवल जानकारी होनी चाहिए।
योग्यता
डीबीएफ एग्जाम देने के लिए, कैंडिडेट को नीचे दी गई योग्यता को पूरा करना अनिवार्य है:
- उम्मीदवार ने किसी भी स्ट्रीम में अपनी 10+2 या एक्विवैलेन्ट किसी रेपुटेड एजुकेशन बोर्ड से पूरी की हो।
- कैंडिडेट IIBF द्वारा आयोजित BC/BF एग्ज़ाम पास कर चुके हैं, ये परीक्षा दे सकते हैं।
- डीबीएफ एग्जाम में बैठने के लिए कोई आयु सीमा निश्चित नहीं है।
नोट : जो छात्र किसी प्रकार से IIBF से affiliated हैं वो इस परीक्षा को नहीं दे सकते हैं। बल्कि वो JAIIB परीक्षा दे सकते हैं।
डीबीएफ एग्जाम मॉडल
डीबीएफ एग्जाम में तीन मॉडल होते हैं और इसी कारण इस परीक्षा का आयोजन तीन अलग अलग दिनों में होता है। कैंडिडेट को देश की बैंकिंग और फाइनेंसियल कंडीशन के अनुसार अलग-अलग आस्पेक्ट से टेस्ट किया जाता है। मॉडल इस प्रकार है:
एग्ज़ाम मॉडल | सब्जेक्ट |
प्रिंसिपल्स एंड प्रैक्टिस ऑफ़ बैंकिंग | इंडियन फाइनेंसियल सिस्टम बैंकिंग टेक्नोलॉजी फंक्शन्स ऑफ़ बैंक्स मार्केटिंग ऑफ़ बैंकिंग सर्विसेज |
लीगल एंड रेगुलेटरी आस्पेक्ट ऑफ़ बैंकिंग | लीगल आस्पेक्ट ऑफ़ बैंकिंग ऑपरेशन बैंकिंग टेक्नोलॉजी रेगुलेशन कंप्लायंस कमर्शियल लॉ इन द कॉन्टेक्स्ट ऑफ़ बैंकिंग ऑपरेशन |
एकाउंटिंग एंड फाइनेंस फॉर बैंकर | फाइनल एकाउंट्स स्पेशल एकाउंटिंग बेसिक्स ऑफ़ बिज़नेस मैथेमेटिक्स प्रिंसिपल्स ऑफ़ बुक कीपिंग |
डीबीएफ एग्जाम की तैयारी के लिए बुक्स
डीबीएफ एग्जाम में छात्रों की बेहतर तैयारी के लिए, IIBF की बेस्ट बुक्स की लिस्ट जो इस प्रकार हैं:
बुक नाम | Buy Link |
English Legal and Regulatory Aspects of BankingPrinciples & Practices of Banking | Buy Here |
Accounting & Finance for Bankers | Buy Here |
Legal Aspects of Banking | Buy Here |
Bankers Accounting and Finance | Buy Here |
Principles and Practices of Banking | Buy Here |
एग्ज़ाम पैटर्न
डीबीएफ एग्जाम के लिए एग्ज़ाम पैटर्न इस प्रकार है:
एग्ज़ाम मॉडल | कुल अंक | पासिंग स्कोर | कुल प्रश्न | एग्ज़ाम अवधि | नेगेटिव मार्किंग | एग्ज़ाम मोड |
Principles and Practice of Banking | 100 | 50 | 120 | 2 घंटे | नहीं | Online |
Legal and Regulatory Aspects of Banking | 100 | 50 | 120 | 2 घंटे | नहीं | Online |
Accounting and Finance for Bankers | 100 | 50 | 120 | 2 घंटे | नहीं | Online |
सिलेबस
डीबीएफ एग्जाम के सिलेबस को अलग-अलग मॉडल और IIBF द्वारा प्रेसक्राइब्ड एग्जामिनेशन के अनुसार बांटा गया है। नीचे दी गई टेबल आपको अलग-अलग पार्ट्स के अनुसार परीक्षा के सिलेबस की जानकारी देगी:
डीबीएफ एग्जाम पेपर 1: थ्योरी एंड प्रैक्टिस ऑफ़ बैंकिंग
मॉडल | सब्जेक्ट्स |
मॉडल A: इंडियन फाइनेंसियल सिस्टम | -इंडियन फाइनेंसियल सिस्टम -बैंकिंग रेगुलेशन -रिटेल बैंकिंग -होलसेल एंड इंटरनेशनल बैंकिंग -रोल ऑफ़ मनी मार्किट -डेब्ट मार्किट एंड फॉरेन एक्सचेंज मार्किट -रीसेंट डेवलपमेंट इन द फाइनेंसियल सिस्टम -इंट्रोडक्शन टू रिस्क मैनेजमेंट -रोल ऑफ़ कैपिटल मार्किट, CIBIL -फेयर प्रैक्टिस कोड फॉर डेब्ट कलेक्शन -BCSB |
मॉडल B: फंक्शन ऑफ़ बैंक | -बैंकर कस्टमर रिलेशन -एंसीलरी सर्विस -कैश मैनेजमेंट सर्विस एंड इट्स इम्पोर्टेंस -डिफरेंट मोड ऑफ़ चार्जिंग सिक्योरिटीज -टाइप्स ऑफ़ कोलैटरल एंड देयर फीचर -नॉन-परफार्मिंग एसेट्स -स्पेशल रिलेशनशिप विथ बैंकर -प्रायोरिटी सेक्टर एडवांस -ऑपरेशनल आस्पेक्ट्स ऑफ़ ओपनिंग एंड मैनटैनिंग एकाउंट्स ऑफ़ डिफरेंट टाइप ऑफ़ कस्टमर -कैश हैंडलिंग -फाइनेंसियल लिटरेसी |
मॉडल C: बैंकिंग टेक्नोलॉजी | -इम्पेरटिव ऑफ़ बैंक कम्प्यूटराइजेशन -रोल ऑफ़ टेक्नोलॉजी अप-ग्रेडेशन एंड इट्स इम्पैक्ट ऑन बैंक -प्रिवेंटिव विजिलेंस इन इलेक्ट्रॉनिक बैंकिंग -रिकमेन्डेशन ऑफ़ द गोपाल कृष्णा कमिटी -सिक्योरिटी कन्सिडरेशन -ओवरव्यू ऑफ़ द IT एक्ट -पैमेंट सिस्टम एंड इलेक्ट्रॉनिक बैंकिंग -डाटा कम्युनिकेशन नेटवर्क एंड EFT सिस्टम |
मॉडल D: सपोर्ट सर्विस, मार्केटिंग ऑफ़ बैंकिंग सर्विस एंड प्रोडक्ट | -मार्केटिंग -चैनल मैनेजमेंट -डिस्ट्रीब्यूशन -प्राइसिंग -सोशल मार्केटिंग/नेटवर्किंग -मार्केटिंग इनफार्मेशन सिस्टम -कंस्यूमर बिहेवियर एंड प्रोडक्ट -प्रमोशन |
मॉडल E: एथिक्स इन बैंक एंड फाइनेंसियल इंस्टिट्यूशन | -बैंकिंग एथिक्स -हैंगिंग डायनामिक -एथिक्स -बिज़नेस एथिक्स एंड बैंकिंग -वर्क एथिक एंड वर्कप्लेस -एथिक्स एट द इंडिविजुअल -एथिकल डायमेंशन: एम्प्लोयी |
डीबीएफ एग्जाम पेपर 2: एकाउंटिंग एंड फाइनेंस फॉर बैंकर
मॉडल | सब्जेक्ट्स |
मॉडल A: बिज़नेस मैथमेटिक्स एंड फाइनेंस | -कैलकुलेशन ऑफ़ इंटरेस्ट एंड एनुअल -कैपिटल इनकम- एक्सपेंडिचर -डेप्रिसिएशन एंड इट्स एकाउंटिंग -कैलकुलेशन ऑफ़ YTM -फोरेक्स अरिथमेटिक |
मॉडल B: प्रिंसिपल्स ऑफ़ बुककीपिंग एंड एकाउंटेंसी | -परिभाषा -स्कोप एंड एकाउंटिंग स्टैण्डर्ड ट्रायल बैलेंस |
मॉडल C: फाइनल एकाउंट्स | -बैलेंस शीट एक्वेशन -एकाउंटिंग इन कंप्यूटराइज्ड एनवायरनमेंट -प्रिपरेशन ऑफ़ फाइनल एकाउंट्स -रेश्यो एनालिसिस -फाइनल एकाउंट्स ऑफ़ बैंकिंग कम्पनीज |
मॉडल D: बैंकिंग ऑपरेशन्स | -बैंकिंग ऑपरेशन्स एंड एकाउंट्स फंक्शन |
डीबीएफ एग्जाम पेपर 3: लीगल एंड रेगुलेटरी आस्पेक्ट ऑफ़ बैंकिंग
मॉडल | सब्जेक्ट्स |
मॉडल A: रेगुलेशन एंड कंप्लायंस | -लीगल फ्रेमवर्क फॉर रेगुलेशन ऑफ़ बैंक -कण्ट्रोल ओवर द आर्गेनाइजेशन ऑफ़ बैंक्स -फाइनेंसियल सेक्टर लेजिस्लेटिव रिफॉर्म्स -रेगुलेशन ऑफ़ बैंकिंग बिज़नेस -रीसेंट लेजिस्लेटिव चेंज इन द RBI एक्ट -पब्लिक सेक्टर बैंक्स एंड को-ऑपरेटिव बैंक्स |
मॉडल B: लीगल आस्पेक्ट्स ऑफ़ बैंकिंग ऑपरेशन्स | -डिफरेंट टाइप्स ऑफ़ बोरोवर्स -डैफर्ड पेमेंट गारण्टीस -बिल लेजिस्लेशन रिलेटिंग टू फाइनेंस -टाइप्स ऑफ़ क्रेडिट फैसिलिटीज -केस लॉ ऑन रेस्पोंसिबिलिटी ऑफ़ द पेइंग बैंक -सिक्योर्ड एंड अनसिक्योर्ड लोन -रजिस्ट्रेशन ऑफ़ फर्म्स एंड इंकॉर्पोरेशन ऑफ़ फर्म्स एंड इंकॉर्पोरेशन ऑफ़ कम्पनीज -लॉ रिलेटिंग टू सिक्योरिटीज एंड मोड ऑफ़ चार्जिंग- I & II -इन्डेम्निटी |
मॉडल C: बैंकिंग रिलेटेड लॉ | -रिकवरी ऑफ़ लोन टू बैंक एंड फाइनेंशियल इंस्टिट्यूशन एक्ट, 1993 (DRT एक्ट) -लीगल सर्विस अथॉरिटी एक्ट, 1987 -सेक्युरिटाइज़ेशन एंड रिकंस्ट्रक्शन ऑफ़ फाइनेंशियल एसेट्स एंड एनफोर्समेंट ऑफ़ सिक्योरिटी -बैंकर्स बुक एविडेंस एक्ट, 1891 -इंटरेस्ट एक्ट (SARFAESI), टैक्स लॉ |
मॉडल D: कमर्शियल लॉ इन द कॉन्टेक्स्ट ऑफ़ बैंकिंग ऑपेरशन | -इंडियन कॉन्ट्रैक्ट एक्ट, 1872 -कम्पनीज एक्ट, 1956 (कम्पनीज एक्ट, 2013), सेल ऑफ़ गुड्स एक्ट, 1930 -लिमिटेड लायबिलिटी पार्टनरशिप पार्टनरशिप फार्मेशन -रजिस्ट्रेशन, राइट्स एंड लायबिलिटीज ऑफ़ पार्टनर्स -इंडियन पार्टनरशिप एक्ट, 1932 |
फीस
डीबीएफ एग्जाम एटेम्पट के लिए राशि नीचे इस प्रकार हैं:
एटेम्पट | राशि (INR में) |
फर्स्ट एटेम्पट | 3200 |
सेकंड एटेम्पट | 1000 |
थर्ड एटेम्पट | 1000 |
फोर्थ एटेम्पट | 1000 |
डीबीएफ एग्जाम पास करने के लाभ?
डीबीएफ एग्जाम के तीनों मॉडल को सफलता से पूरा कर लेने के बाद जब आप IIBF का डिप्लोमा प्राप्त कर लेते हैं तो आपके करियर को नए और बड़े डायमेंशन प्राप्त होते हैं। डीबीएफ एग्जाम पास करने के लाभ इस प्रकार हैं:
- डीबीएफ एग्जाम पास कर लेने के बाद अपॉइंटमेंट के लिए आपका CV 600 से अधिक बैंकिंग और फाइनेंशियल इंस्टिट्यूशन के बीच शेयर होता है।
- स्टूडेंट जिन्होंने IBPS PO, SBI PO या क्लर्क के रिटन टेस्ट में सफलता प्राप्त की है और अब इंटरव्यू के लिए आगे बढ़ रहे हैं वो वो आमतौर पर डीबीएफ एग्जाम क्रैक कर लेते हैं।
- डिप्लोमा होल्डर्स को JAIIB एग्ज़ाम देने की अनुमति दी जा सकती है। हालांकि, अधिकांश बैंक JAIIB डिग्री रखने वालों को अतिरिक्त प्रोत्साहन और वेतन वृद्धि देते हैं।
FAQs
DBF एग्ज़ाम की फुल फॉर्म Diploma in Banking and Finance होती है और यह इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ बैंकिंग एंड फाइनेंस द्वारा कंडक्ट किया जाता है। यह एक प्रोफेशनल बैंकिंग और फाइनेंस सर्टिफिकेशन है और इंडियन बैंक एसोसिएशन (IBA) द्वारा मान्यता प्राप्त है।
एक नॉन-बैंकर JAIIB एग्जामिनेशन के लिए आवेदन नहीं कर सकता है, हालांकि, वह डिप्लोमा इन बैंकिंग एंड फाइनेंस (DBF) के लिए आवेदन कर सकता है, जो IIBF द्वारा प्रदान किया जाने वाला एक सर्टिफाइड कोर्स है। यह JAIIB के एक्विवैलेन्ट है, इसका कोर्स समान है।
आवेदक को 2 साल (यानी 4 कोंसिक्युटिव एटेम्पट) की टाइम लिमिट के अंदर एग्ज़ाम पास करना होता है।
आशा करते हैं कि इस ब्लॉग से आपको डीबीएफ एग्जाम की जानकारी मिली होगी। यदि आप विदेश में पढ़ाई करना करना चाहते हैं तो हमारे Leverage Edu के एक्सपर्ट से 1800 572 000 पर कॉल करके आज ही 30 मिनट का फ्री सेशन बुक कीजिए।