इकोनॉमिक रिसर्च एनालिस्ट कैसे बनें?

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इकॉनॉमिक्स उन छात्रों के लिए एक महत्वपूर्ण विषय है जो बिज़नेस और मैनेजमेंट के इर्द-गिर्द अपना करियर बनाना चाहते हैं। इसी में से एक है इकोनॉमिक रिसर्च एनालिस्ट जिसके रूप में आप करियर बना सकते हैं। इकॉनॉमिक्स उम्मीदवार को भारत और पूरी दुनिया में फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशंस के आसपास काम करने वाले विभिन्न फैक्टर्स के बारे में सिखाता है। इकॉनॉमिक्स, फाइनेंस, बिज़नेस, या किसी अन्य प्रासंगिक हेड में ग्रेजुएट की डिग्री फॉर्मल रूप से इकोनॉमिक रिसर्च एनालिस्ट बनने के लिए एक सामान्य आवश्यकता है। हालांकि, कई नियोक्ता मास्टर डिग्री या डॉक्टरेट के साथ किसी को पसंद करते हैं। इकोनॉमिक रिसर्च एनालिस्ट कैसे बनें और इससे जुड़ी सभी जानकारियों के लिए ब्लॉग को अंत तक पढ़ें।

इकोनॉमिक रिसर्च एनालिस्ट कौन होते हैं?

एक इकोनॉमिक रिसर्च एनालिस्ट रिसर्च करता है, रिपोर्ट बनाता है, और वस्तुओं और सेवाओं के प्रोडक्शन और डिस्ट्रीब्यूशन से जुड़ी इकोनॉमिक समस्याओं से निपटने के लिए योजना बनाता है। आमतौर पर, उनके दैनिक कार्यों में डेटा की कम्पाइलिंग और एनालिसिस करना, रिलेवेंट इश्यूज पर रिसर्च करना, प्रेजेंटेशन और टेक्नोलॉजी रिपोर्ट तैयार करना और अपने एंप्लॉयर्स को परामर्श प्रदान करना शामिल है।

रोल्स और रेस्पॉन्सिबिलिटीज़

इकोनॉमिक रिसर्च एनालिस्ट के रोल्स और रेस्पॉन्सिबिलिटीज़ नीचे दी गई हैं-

  • रिसर्च प्रोजेक्ट का ऑब्जर्वेशन करना।
  • नॉन-रिन्यूएबल रिसोर्सेज के प्रोडक्शन और कंसम्पशन का पूर्वानुमान लगाना। 
  • एक इकोनॉमिक रिसर्च एनालिस्ट एक बिज़नेस, एक सार्वजनिक या निजी एजेंसी, या एक कंसल्टेंसी कंपनी में काम कर सकता है।
  • अधिकांश एनालिस्ट एक विशिष्ट कार्यालय सेट-अप में काम करते हैं।
  • दवाओं के विकास के लिए नैदानिक ​​परीक्षणों में दक्षता में सुधार से संबंधित परियोजनाओं के लिए इंटरनेट बेस सर्वेक्षणों के कार्यान्वयन का डिजाइन और मैनेजमेंट।
  • मांग प्रक्रियाओं और प्रशासनिक प्रक्रियाओं को पुनर्जीवित करना।
  • कच्चे डेटा से सार्थक उपयोग के लिए डेटा लेने के लिए ईटीएल प्रक्रियाओं का विकास करना।

स्किल्स

इकोनॉमिक रिसर्च एनालिस्ट के स्किल्स नीचे दी गई हैं-

  • एनालिटिकल स्किल्स 
  • रिसर्च स्किल्स
  • कम्युनिकेशन स्किल्स
  • टाइम मैनेजमेंट 
  • प्रॉब्लम-सॉल्विंग  
  • टेक्निकल स्किल्स
  • लॉजिकल
  • ऑर्गेनाइज्ड

इकोनॉमिक रिसर्च एनालिस्ट बनने के लिए स्टेप बाय स्टेप गाइड

इकोनॉमिक रिसर्च एनालिस्ट कैसे बनें इनके कुछ कारण नीचे दिए गए हैं-

  • यदि आप एक फाइनेंशियल रिसर्च एनालिस्ट बनने में रुचि रखते हैं, तो सबसे पहले विचार करने वाली चीजों में से एक यह है कि आपको कितनी शिक्षा की आवश्यकता है।
  • अपनी बैचलर डिग्री को पूरा करें कई एंपलॉयर्स बैचलर्स की डिग्री के आधार पर भी आप इकोनॉमिक रिसर्च एनालिस्ट बन सकते हैं। 
  • हालांकि कुछ एंपलॉयर्स मास्टर्स की डिग्री के आधार पर भी इकोनॉमिक रिसर्च एनालिस्ट को रखते हैं। 
  • इकोनॉमिक रिसर्च एनालिस्ट के लिए आवश्यक स्किल्स को बढ़ाएं या अपनाएं। 
  • अब आप इकोनॉमिक रिसर्च एनालिस्ट के लिए टॉप रिक्रूटिंग कंपनीज़ की तलाश करें तथा इकोनॉमिक रिसर्च एनालिस्ट के रूप में काम करके अपने अनुभव को बढ़ाएं। 

कोर्सेज

इकोनॉमिक रिसर्च एनालिस्ट बनने के लिए कोर्सेज नीचे दिए गए हैं-

  • BA Economics
  • BA Economics Hons
  • BA Economics + Commerce
  • BSc in Economics
  • MA in Economics
  • MA in Applied Economics
  • MSc in Agricultural Economics
  • Integrated MA in Economics
  • MA Economics with specialization in Energy Economics
  • BSc in Economics with Data Science
  • BSc in Politics, Economics and Analytics
  • PhD in Economics
  • MPhil in Economics

आप AI Course Finder की मदद से अपने पसंद के कोर्सेज और उससे सम्बंधित टॉप यूनिवर्सिटी का चयन कर सकते हैं।

टॉप विदेशी यूनिवर्सिटीज़

इकोनॉमिक रिसर्च एनालिस्ट बनने के लिए कुछ विदेश की टॉप यूनिवर्सिटी नीचे दी गई हैं-

आप UniConnect के जरिए विश्व के पहले और सबसे बड़े ऑनलाइन विश्वविद्यालय फेयर का हिस्सा बनने का मौका पा सकते हैं, जहाँ आप अपनी पसंद के विश्वविद्यालय के प्रतिनिधि से सीधा संपर्क कर सकेंगे।

टॉप भारतीय यूनिवर्सिटीज़

इकोनॉमिक रिसर्च एनालिस्ट भारत की टॉप यूनिवर्सिटी नीचे दी गई हैं-

  • श्री राम कॉलेज ऑफ कॉमर्स (SRCC) 
  • लेडी श्री राम कॉलेज फॉर विमेन 
  • क्राइस्ट यूनिवर्सिटी, बैंगलोर
  • सेंट जेवियर्स बैंगलोर, प्रेसीडेंसी कॉलेज
  • गवर्नमेंट आर्ट्स कॉलेज, कोयंबटूर 
  • हंसराज कॉलेज, दिल्ली 
  • St जोसेफ कॉलेज, बैंगलोर 
  • फारूक कॉलेज, कोझिकोड 
  • SXC रांची – St जेवियर्स कॉलेज
  • महाराजा कॉलेज, एर्नाकुलम 

योग्यता

इकोनॉमिक रिसर्च एनालिस्ट की योग्यता नीचे दी गई हैं-

  • बैचलर कोर्स के लिए उम्मीदवारों ने किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से किसी भी स्ट्रीम में न्यूनतम 50 प्रतिशत अंकों के साथ अपना 10+2 पूरा कर लिया हो। 
  • इकॉनॉमिक्स में मास्टर कोर्स करने के लिए किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से न्यूनतम 50 प्रतिशत अंकों के साथ इकॉनॉमिक्स में स्नातक की डिग्री होनी चाहिए। 
  • यदि कोई छात्र इकॉनॉमिक्स में डॉक्टरेट की डिग्री हासिल करना चाहता है, तो उम्मीदवार के पास किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से मास्टर डिग्री होनी चाहिए। 
  • विदेश के लिए लिए इंग्लिश लैंग्वेज प्रोफिशिएंसी टेस्ट जैसे : IELTS/TOEFL/PTE के अंक।
  • किसी यूनिवर्सिटी में बैचलर्स के लिए SAT/ACT की मांग भी की जा सकती है। 
  • मास्टर्स के लिए GRE व मैनेजमेंट कोर्स के लिए GMAT स्कोर की मांग भी की जा सकती है।

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आवेदन प्रक्रिया

विदेश के विश्वविद्यालयों में प्रवेश के लिए आवेदन प्रक्रिया इस प्रकार है:

  • आपकी आवेदन प्रक्रिया का फर्स्ट स्टेप सही कोर्स चुनना है, जिसके लिए आप AI Course Finder की सहायता लेकर अपने पसंदीदा कोर्सेज को शॉर्टलिस्ट कर सकते हैं। 
  • एक्सपर्ट्स से कॉन्टैक्ट के पश्चात वे कॉमन डैशबोर्ड प्लेटफॉर्म के माध्यम से कई विश्वविद्यालयों की आपकी आवेदन प्रक्रिया शुरू करेंगे। 
  • अगला कदम अपने सभी दस्तावेजों जैसे SOP, निबंध (essay), सर्टिफिकेट्स और LOR और आवश्यक टेस्ट स्कोर जैसे IELTS, TOEFL, SAT, ACT आदि को इकट्ठा करना और सुव्यवस्थित करना है। 
  • यदि आपने अभी तक अपनी IELTS, TOEFL, PTE, GMAT, GRE आदि परीक्षा के लिए तैयारी नहीं की है, जो निश्चित रूप से विदेश में अध्ययन करने का एक महत्वपूर्ण कारक है, तो आप Leverage Live कक्षाओं में शामिल हो सकते हैं। ये कक्षाएं आपको अपने टेस्ट में उच्च स्कोर प्राप्त करने का एक महत्त्वपूर्ण कारक साबित हो सकती हैं।
  • आपका एप्लीकेशन और सभी आवश्यक दस्तावेज जमा करने के बाद, एक्सपर्ट्स आवास, छात्र वीज़ा और छात्रवृत्ति / छात्र लोन के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू करेंगे। 
  • अब आपके प्रस्ताव पत्र की प्रतीक्षा करने का समय है जिसमें लगभग 4-6 सप्ताह या उससे अधिक समय लग सकता है। ऑफर लेटर आने के बाद उसे स्वीकार करके आवश्यक सेमेस्टर शुल्क का भुगतान करना आपकी आवेदन प्रक्रिया का अंतिम चरण है।

आवदेन प्रक्रिया से सम्बन्धित जानकारी और मदद के लिए Leverage Edu के एक्सपर्ट्स से 1800 572 000 पर संपर्क करें।

भारत के विश्वविद्यालयों में आवेदन प्रक्रिया, इस प्रकार है:

  • सबसे पहले अपनी चुनी हुई यूनिवर्सिटी की ऑफिशियल वेबसाइट में जाकर रजिस्ट्रेशन करें।
  • यूनिवर्सिटी की वेबसाइट में रजिस्ट्रेशन के बाद आपको एक यूजर नेम और पासवर्ड प्राप्त होगा।
  • फिर वेबसाइट में साइन इन के बाद अपने चुने हुए कोर्स का चयन करें जिसे आप करना चाहते हैं।
  • अब शैक्षिक योग्यता, वर्ग आदि के साथ आवेदन फॉर्म भरें।
  • इसके बाद आवेदन फॉर्म जमा करें और आवश्यक आवेदन शुल्क का भुगतान करें। 
  • यदि एडमिशन, प्रवेश परीक्षा पर आधारित है तो पहले प्रवेश परीक्षा के लिए रजिस्ट्रेशन करें और फिर रिजल्ट के बाद काउंसलिंग की प्रतीक्षा करें। प्रवेश परीक्षा के अंको के आधार पर आपका चयन किया जाएगा और लिस्ट जारी की जाएगी।

आवश्यक दस्तावेज़  

कुछ जरूरी दस्तावेजों की लिस्ट नीचे दी गई है–

छात्र वीजा पाने के लिए भी Leverage Edu विशेषज्ञ आपकी हर सम्भव मदद करेंगे।

प्रवेश परीक्षाएं

प्रवेश परीक्षाएं इस प्रकार हैं:

  • NPAT
  • DUET
  • BHU UET
  • PUCET
  • TISS BAT
  • IPU CET
  • JNUEE
  • SAT, ACT
  • GRE

बेस्ट बुक्स

इकोनॉमिक रिसर्च एनालिस्ट के लिए बुक्स नीचे दी गई हैं-

करियर स्कोप

आप निम्नलिखित क्षेत्रों और कंपनीज़ में काम कर सकते हैं-

  • गवर्नमेंट्स 
  • कंसलटिंग फर्म्स 
  • फार्मास्यूटिकल कंपनीज़
  • इंश्योरेंस कंपनीज़ 
  • बैंक्स 
  • हेल्थ केयर प्रोवाइडर्स 

टॉप कंपनीज़

टॉप कंपनीज़ के नाम इस प्रकार हैं:

  • Deloitte
  • JP Morgan
  • PepsiCo
  • Goldman Sachs
  • IBM
  • Nielsen
  • Futures First
  • Beroe Inc
  • Mordor Intelligence
  • iResearch Services
  • Google
  • Boston Consulting Group
  • Mckinsey and Company
  • Flipkart
  • Henkel

सैलरी

Payscale के अनुसार 1 वर्ष से कम के अनुभव के साथ एक प्रवेश स्तर के इकोनॉमिक एनालिस्ट वेतन के आधार पर ₹3.40 लाख का औसत कुल मुआवजा (टिप्स, बोनस और ओवरटाइम वेतन सहित) अर्जित करने की उम्मीद कर सकते हैं। 1-4 साल के अनुभव के साथ एक प्रारंभिक करियर आर्थिक विश्लेषक 13 वेतन के आधार पर औसतन ₹6.10 लाख का मुआवजा अर्जित करता है।

FAQs

इकोनॉमिक रिसर्च एनालिस्ट कौन होते हैं?

एक इकोनॉमिक रिसर्च एनालिस्ट रिसर्च करता है, रिपोर्ट बनाता है, और वस्तुओं और सेवाओं के उत्पादन और वितरण से जुड़ी इकोनॉमिक समस्याओं से निपटने के लिए योजना बनाता है। आमतौर पर, उनके दैनिक कार्यों में डेटा कीकॉम्पिलिंग और एनालिसिस करना, रिलेवेंट इश्यूज पर रिसर्च करना, प्रेजेंटेशन और तकनीकी रिपोर्ट तैयार करना और अपने एंप्लॉयर्स को परामर्श प्रदान करना शामिल है।

इकोनॉमिक रिसर्च एनालिस्ट कैसे बनें?

इकोनॉमिक रिसर्च एनालिस्ट कैसे बनें इनके कुछ कारण नीचे दी गई हैं-
1. यदि आप एक फाइनेंशियल रिसर्च एनालिस्ट बनने में रुचि रखते हैं, तो सबसे पहले विचार करने वाली चीजों में से एक यह है कि आपको कितनी शिक्षा की आवश्यकता है।
2. अपनी बैचलर डिग्री को पूरा करें कई एंपलॉयर्स बैचलर्स की डिग्री के आधार पर भी आप इकोनॉमिक रिसर्च एनालिस्ट बन सकते हैं।

इकोनॉमिक रिसर्च एनालिस्ट की रोल्स और रेस्पॉन्सिबिलिटीज़ क्या हैं?

इकोनॉमिक रिसर्च एनालिस्ट के रोल्स और रेस्पॉन्सिबिलिटीज़ नीचे दी गई हैं-

1. रिसर्च  परियोजनाओं का ऑब्जर्वेशन करना
2. नॉन- रिन्यूएबल रिसोर्सेज के उत्पादन और खपत का पूर्वानुमान लगाना 
3. एक इकोनामिक रिसर्च एनालिस्ट एक व्यवसाय, एक सार्वजनिक या निजी एजेंसी, या एक परामर्श कंपनी में काम कर सकता है।
4. अधिकांश एनालिस्ट एक विशिष्ट कार्यालय सेट-अप में काम करते हैं।

उम्मीद है, इकोनॉमिक रिसर्च एनालिस्ट के बारे में सभी जानकारियां आपको मिल गई होंगी। यदि आप विदेश में इकोनॉमिक रिसर्च एनालिस्ट करना चाहते हैं तो 1800 572 000 पर कॉल करके Leverage Edu एक्सपर्ट्स के साथ 30 मिनट का फ्री सेशन बुक करें।

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