बायोफिज़िक्स, जैसा कि नाम से ही स्पष्ट है, जैविक दुनिया पर लागू होने वाला फिजिक्स है। इस क्षेत्र में, जैविक कोशिकाओं, मॉलिक्यूल्स और जीवों के स्ट्रक्चर और मेथाडोलॉजी की जांच के लिए फ़िज़िकल प्रिंसिपल्स का उपयोग किया जाता है। बायोफिजिक्स में एमएससी चार सेमेस्टर में विभाजित दो साल का कोर्स है। यह कोर्स छात्र को बायोफिज़िक्स, बायोकैमिस्ट्री, बायोमैथमैटिक्स जैसे विषयों का गहन ज्ञान प्रदान करता है, उन्हें फार्मास्युटिकल कंपनियों, चिकित्सा संगठनों आदि में उच्च-भुगतान वाले करियर के लिए तैयार करता है। एमएससी बायोफिजिक्स के बारे में अधिक जानने के लिए ब्लॉग को अंत तक पढ़ें।
कोर्स लेवल | पोस्ट ग्रेजुएट |
अवधि | 2 साल |
परीक्षा प्रकार | सेमेस्टर वाइज |
पात्रता | रिलेवेंट फील्ड में बीएससी/संबंधित अंडर ग्रेजुएट कोर्स |
This Blog Includes:
एमएससी बायोफिजिक्स क्या है?
बायोफिज़िक्स विज्ञान का एक एडवांस्ड क्षेत्र है जो बायोलॉजिकल सिस्टम का अध्ययन करने के लिए फिजिक्स की तकनीकों का उपयोग करता है। एमएससी बायोफिजिक्स में प्रमुख विषयों में जीव विज्ञान और आणविक जीव विज्ञान, बायोमैकेनिक्स, संरचनात्मक जीव विज्ञान, जैव रसायन और रसायन विज्ञान, कंप्यूटर विज्ञान, कम्प्यूटेशनल केमिस्ट्री, जैव इनफार्मेशन साइंस, गणित, चिकित्सा और तंत्रिका विज्ञान, फार्माकोलॉजी और फिजियोलॉजी, फिजिक्स, क्वांटम बायोफिजिक्स, कृषि विज्ञान और कृषि शामिल हैं।
एमएससी बायोफिजिक्स क्यों करें?
एमएससी बायोफिजिक्स का अध्ययन क्यों करें यह जानने के लिए नीचे दिए पॉइंट्स को पढ़ें-
- फिजियोलॉजी या बायोफिज़िक्स में मास्टर डिग्री आपको संभावित करियर को आगे बढ़ाने के लिए फ्लैक्सिबिलिटी और ज्ञान प्रदान करती है।
- इस कोर्स को करने के बाद दवा कंपनियां, बायोटेक्नोलॉजी कंपनियां, सरकारी, सार्वजनिक विज्ञान शिक्षा आदि क्षेत्रों में काम कर सकते हैं।
- बायोकेमिस्ट और बायोफिजिसिस्ट के रूप में आप बेसिक और अप्लाइड साइंस दोनों में सोफिस्टिकेटेड रिसर्च प्रोग्राम्स का आयोजन और संचालन करते हैं।
- बायोफिज़िक्स जीव विज्ञान और भौतिकी के विषयों पर आधारित कई कॉम्प्लेक्स कांसेप्ट्स के अध्ययन से संबंधित है।
स्किल्स
एमएससी बायोफिजिक्स में डिग्री के साथ कुछ स्किल्स का होना भी जरूरी है जिनमें से कुछ स्किल्स नीचे दी गई हैं-
- कम्युनिकेशन स्किल्स
- क्रिटिकल थिंकिंग स्किल्स
- इंटरपर्सनल स्किल्स
- मैथ स्किल्स
- प्रॉब्लम सॉल्विंग स्किल्स
- टाइम मैनेजमेंट स्किल्स
- एनालिटिकल स्किल्स
- टीम मैनेजमेंट
सिलेबस
एमएससी बायोफिजिक्स का सामान्य सिलेबस नीचे दिया गया है-
M.Sc. पार्ट I
सेमेस्टर I: | सेमेस्टर II: |
पेपर I: जनरल-फिजियो केमिकल प्रिंसिपल पेपर II: बायोमैथमेटिक्स & बॉयोस्टैटिसटिक्सपेपर III: सेल बायोफिजिक्सपेपर IV: मेथड्स इन बायो फिजिक्स | पेपर V: मॉलिक्यूलर बायोफिजिक्स: PSBP201 , क्रेडिट :04पेपर VI: बायोकेमिस्ट्री: PSBP202, क्रेडिट:04पेपर VII: मॉलिक्यूलर बायोलॉजी & प्रोटीन इंजीनियरिंग: PSBP203 , क्रेडिट:04पेपर VIII: मेंब्रेन बायोफिजिक्स: PSBP204 , क्रेडिट 04.प्रैक्टिकल: प्रत्येक प्रैक्टिकल पेपर(I,II,III,IV,V,VI,VII,VIII) |
टॉप विदेशी यूनिवर्सिटीज़
एमएससी बायोफिजिक्स की पेशकश करने वाली कुछ टॉप विदेशी यूनिवर्सिटीज़ की लिस्ट नीचे दी गई है-
- इलिनोइस इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी
- वर्जीनिया कॉमनवेल्थ यूनिवर्सिटी
- गुएल्फ़ी विश्वविद्यालय
- मैनचेस्टर विश्वविद्यालय
- ब्रॉक विश्वविद्यालय
- आयोवा स्टेट यूनिवर्सिटी
टॉप भारतीय यूनिवर्सिटीज़
एमएससी बायोफिजिक्स की पेशकश करने वाली कुछ टॉप भारतीय यूनिवर्सिटीज़ की लिस्ट नीचे दी गई है-
- जामिया मिलिया इस्लामिया विश्वविद्यालय (JMI)
- मणिपाल विश्वविद्यालय
- ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (एम्स)
- दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू)
- पंजाब विश्वविद्यालय
- महात्मा गांधी विश्वविद्यालय (MGU)
- मुंबई विश्वविद्यालय (एमयू)
- निम्स विश्वविद्यालय (एनआईएमएस)
- डॉ बाबासाहेब अम्बेडकर मराठवाड़ा विश्वविद्यालय
- मद्रास विश्वविद्यालय
योग्यता
आवेदन प्रक्रिया के साथ आगे बढ़ने से पहले, विश्वविद्यालय द्वारा आवश्यक शैक्षणिक योग्यता के माध्यम से जाना महत्वपूर्ण है। यहां एमएससी बायोफिजिक्स के लिए सामान्य योग्यता दी गई है-
- न्यूनतम योग्यता मानदंड के रूप में किसी भी भौतिकी, जैव सूचना विज्ञान, जीव विज्ञान (गणित के साथ 10+2), रसायन विज्ञान , जैव प्रौद्योगिकी , जैव रसायन, जैव सूचना विज्ञान, जैव प्रौद्योगिकी और औद्योगिक जैव प्रौद्योगिकी में बीटेक, न्यूनतम कुल स्कोर 55 प्रतिशत के साथ बैचलर्स की डिग्री आवश्यक है।
- इंग्लिश लैंग्वेज प्रोफिशिएंसी टेस्ट जैसे : IELTS/TOEFL/PTE के स्कोर
- मास्टर्स के लिए GRE स्कोर की मांग भी की जा सकती है।
आवेदन प्रक्रिया
विदेश के विश्वविद्यालयों में प्रवेश के लिए आवेदन प्रक्रिया इस प्रकार है:
- आपकी आवेदन प्रक्रिया का फर्स्ट स्टेप सही कोर्स चुनना है, जिसके लिए आप AI Course Finder की सहायता लेकर अपने पसंदीदा कोर्सेज को शॉर्टलिस्ट कर सकते हैं।
- एक्सपर्ट्स से कॉन्टैक्ट के पश्चात वे कॉमन डैशबोर्ड प्लेटफॉर्म के माध्यम से कई विश्वविद्यालयों की आपकी आवेदन प्रक्रिया शुरू करेंगे।
- अगला कदम अपने सभी दस्तावेजों जैसे SOP, निबंध (essay), सर्टिफिकेट्स और LOR और आवश्यक टेस्ट स्कोर जैसे IELTS, TOEFL, SAT, ACT आदि को इकट्ठा करना और सुव्यवस्थित करना है।
- यदि आपने अभी तक अपनी IELTS, TOEFL, PTE, GMAT, GRE आदि परीक्षा के लिए तैयारी नहीं की है, जो निश्चित रूप से विदेश में अध्ययन करने का एक महत्वपूर्ण कारक है, तो आप Leverage Live कक्षाओं में शामिल हो सकते हैं। ये कक्षाएं आपको अपने टेस्ट में उच्च स्कोर प्राप्त करने का एक महत्त्वपूर्ण कारक साबित हो सकती हैं।
- आपका एप्लीकेशन और सभी आवश्यक दस्तावेज जमा करने के बाद, एक्सपर्ट्स आवास, छात्र वीज़ा और छात्रवृत्ति / छात्र लोन के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू करेंगे ।
- अब आपके प्रस्ताव पत्र की प्रतीक्षा करने का समय है जिसमें लगभग 4-6 सप्ताह या उससे अधिक समय लग सकता है। ऑफर लेटर आने के बाद उसे स्वीकार करके आवश्यक सेमेस्टर शुल्क का भुगतान करना आपकी आवेदन प्रक्रिया का अंतिम चरण है।
भारत के विश्वविद्यालयों में आवेदन प्रक्रिया, इस प्रकार है:
- सबसे पहले अपनी चुनी हुई यूनिवर्सिटी की ऑफिशियल वेबसाइट में जाकर रजिस्ट्रेशन करें।
- यूनिवर्सिटी की वेबसाइट में रजिस्ट्रेशन के बाद आपको एक यूजर नेम और पासवर्ड प्राप्त होगा।
- फिर वेबसाइट में साइन इन के बाद अपने चुने हुए कोर्स का चयन करें जिसे आप करना चाहते हैं।
- अब शैक्षिक योग्यता, वर्ग आदि के साथ आवेदन फॉर्म भरें।
- इसके बाद आवेदन फॉर्म जमा करें और आवश्यक आवेदन शुल्क का भुगतान करें।
- यदि एडमिशन, प्रवेश परीक्षा पर आधारित है तो पहले प्रवेश परीक्षा के लिए रजिस्ट्रेशन करें और फिर रिजल्ट के बाद काउंसलिंग की प्रतीक्षा करें। प्रवेश परीक्षा के अंको के आधार पर आपका चयन किया जाएगा और लिस्ट जारी की जाएगी।
आवश्यक दस्तावेज़
कुछ जरूरी दस्तावेजों की लिस्ट नीचे दी गई है–
- आधिकारिक शैक्षणिक ट्रांसक्रिप्ट
- स्कैन किए हुए पासपोर्ट की कॉपी
- IELTS या TOEFL, आवश्यक टेस्ट स्कोर
- प्रोफेशनल/एकेडमिक LORs
- SOP
- निबंध (यदि आवश्यक हो)
- पोर्टफोलियो (यदि आवश्यक हो)
- अपडेट किया गया सीवी/रिज्यूमे
- एक पासपोर्ट और छात्र वीज़ा
- बैंक विवरण
प्रवेश परीक्षाएं
एमएससी बायोफिजिक्स में एडमिशन के लिए कुछ यूनिवर्सिटी प्रवेश परीक्षाओं का आयोजन करती है जिनमें से कुछ हैं-
- अलगप्पा यूनिवर्सिटी एंट्रेंस एग्जाम
- अलीगढ मुस्लिम यूनिवर्सिटी एंट्रेंस एग्जाम
- ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज एंट्रेंस एग्जाम
- अमृता विश्व विद्यापीठम एंट्रेंस एग्जाम
- आंध्र यूनिवर्सिटी एंट्रेंस एग्जाम
- अन्नामलाई यूनिवर्सिटी एंट्रेंस एग्जाम
- बैंगलोर यूनिवर्सिटी एंट्रेंस एग्जाम
- भारतीर यूनिवर्सिटी एंट्रेंस एग्जाम
- भोपाल यूनिवर्सिटी एंट्रेंस एग्जाम
- मणिपाल यूनिवर्सिटी ऑनलाइन एंट्रेंस टेस्ट
बुक्स
एमएससी बायोफिजिक्स के लिए कुछ बुक्स नीचे दी गई हैं-
- Introduction To Biophysics by Pranab Kumar
- Elementary Biophysics,2E by P. K. Srivastava
- Fundamentals and Techniques of Biophysics and Molecular Biology by Pranav Kumar
- Biophysics: Principles and Techniques by Subramanian
करियर स्कोप
एमएससी बायोफिजिक्स अनुसंधान संगठनों, फार्मास्युटिकल कंपनियों, अस्पतालों आदि सहित कई अलग-अलग क्षेत्रों में शानदार करियर विकल्प प्रदान करता है। बायोफिजिक्स में एमएससी के बाद कुछ सबसे लोकप्रिय जॉब प्रोफाइल्स हैं-
- बायोफिजिसिस्ट
- मेडिकल बायोफिजिसिस्ट
- एप्लाइड बायोफिजिसिस्ट
- रिसर्चर
- एसोसिएट इंजीनियर
- क्वालिटी कंट्रोलर
- रीजनल मैनेजर
जॉब प्रोफाइल्स और सैलरी
Payscale के अनुसार एमएससी बायोफिजिक्स ग्रेजुएट्स के लिए कुछ जॉब प्रोफाइल्स और अनुमानित सालाना सैलरी नीचे दी गई हैं-
जॉब प्रोफाइल्स | औसत सालाना सैलरी (INR) |
कॉपीराइटर | 1.60-5.06 लाख |
रेगुलेटरी अफेयर्स मैनेजर | 7.05-20 लाख |
क्वालिटी कंट्रोलर | 1.27-6.90 लाख |
एसोसिएट इंजीनियर | 2.48-10 लाख |
FAQs
बायोफिज़िक्स विज्ञान का एक उन्नत क्षेत्र है जो बायोलॉजिकल सिस्टम का अध्ययन करने के लिए फिजिक्स की तकनीकों का उपयोग करता है। एमएससी बायोफिजिक्स में प्रमुख विषयों में जीव विज्ञान और आणविक जीव विज्ञान, बायोमैकेनिक्स, संरचनात्मक जीव विज्ञान, जैव रसायन और रसायन विज्ञान, कंप्यूटर विज्ञान, कम्प्यूटेशनल रसायन विज्ञान, जैव सूचना विज्ञान, गणित, चिकित्सा और तंत्रिका विज्ञान, फार्माकोलॉजी और फिजियोलॉजी, भौतिकी, क्वांटम बायोफिजिक्स, कृषि विज्ञान और कृषि शामिल हैं।
इस कोर्स को करने के बाद दवा कंपनियां, जैव प्रौद्योगिकी कंपनियां, सरकारी, सार्वजनिक विज्ञान शिक्षा आदि क्षेत्रों में काम कर सकते हैं।
बायोफिजिक्स में एमएससी के बाद कुछ सबसे लोकप्रिय जॉब प्रोफाइल्स बायोफिजिसिस्ट, मेडिकल बायोफिजिसिस्ट, एप्लाइड बायोफिजिसिस्ट, रिसर्चर, एसोसिएट इंजीनियर, क्वालिटी कंट्रोलर, रीजनल मैनेजर आदि हैं।
उम्मीद है, इस ब्लॉग में एमएससी बायोफिजिक्स कोर्स के बारे में सभी जानकारियां मिल गई होंगी। यदि आप विदेश में एमएससी मैथमेटिक्स करना चाहते हैं तो 1800572000 पर कॉल करके Leverage Edu एक्सपर्ट्स के साथ 30 मिनट का फ्री सेशन बुक करें।