जिल्लत उठाना मुहावरे का हिंदी अर्थ (Zillat uthana muhavare ka arth) ‘अपमानित होना’, ‘शर्मिंदा होना’ या ‘जलील होना’ होता है। जब कोई व्यक्ति किसी स्थान पर बहुत ज्यादा शर्मिंदगी महसूस करता है, लेकिन कुछ कर नहीं पाता तब जिल्ल्त उठाना मुहावरे का प्रयोग किया जाता है। इस ब्लॉग के माध्यम से आप ‘जिल्लत उठाना मुहावरे का अर्थ’ (Zillat uthana muhavare ka arth) का वाक्यों में प्रयोग और अन्य महत्वपूर्ण मुहावरों के बारे में जानेगें।
मुहावरे किसे कहते हैं?
किसी विशेष शब्द के अर्थ को आम जन की भाषा में समझाने के लिए जिस वाक्यांश का प्रयोग किया जाता है उसे ‘मुहावरा’ कहते हैं। इसमें वाक्यांश का सीधा सीधा अर्थ न लेकर बात को घुमा फिराकर कहा जाता है। इसमें भाषा को थोड़ा मजाकिया, प्रभावशाली और संक्षिप्त रूप में कहा जाता है।
जिल्लत उठाना मुहावरे का अर्थ क्या है?
जिल्लत उठाना मुहावरे का हिंदी अर्थ (Zillat uthana muhavare ka arth) ‘अपमानित होना’, ‘शर्मिंदा होना’ या ‘जलील होना’ होता है।
जिल्लत उठाना मुहावरे का वाक्य में प्रयोग
जिल्लत उठाना मुहावरे का वाक्य में प्रयोग निम्नलिखित हैं:-
- आर्थिक अभाव के कारण सोहन को अकसर ज़िल्लत उठानी पड़ती है।
- पिता की सलाह न मानने के कारण राजेश को ज़िल्लत उठानी पड़ी।
- जो व्यक्ति अपने गुरु की बात नहीं मानता वह हमेशा ज़िल्लत उठाता है।
- जब राहुल अपने समान का बिल नहीं चुका पाया तो उसे लोगों के सामने ज़िल्लत उठानी पड़ी।
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