विश्वकर्मा योजना क्या है? जानें इसके लाभ, उद्देश्य और इतिहास

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विश्वकर्मा योजना

भारत सरकार द्वारा 17 सितंबर 2023 को शुरू की गई ‘प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना’ एक ऐसी पहल है, जिसका उद्देश्य देश के पारंपरिक शिल्पकारों और कारीगरों को आर्थिक, तकनीकी और प्रशिक्षण से जोड़कर उन्हें आत्मनिर्भर बनाना है। इस योजना का लक्ष्य शिल्पकारों और कारीगरों को वित्तीय सहायता देना है। असंगठित क्षेत्र में व्यवसायों में काम करने वाले 18 वर्ष या उससे अधिक आयु के व्यक्ति इस योजना से सहायता प्राप्त कर सकते हैं। यही कारण है कि इस योजना के बारे में यूपीएससी जैसी कई प्रतियोगी परीक्षाओं में अक्सर पूछा जाता है। इसलिए इस लेख में विश्वकर्मा योजना की पूरी जानकारी दी गई है।

This Blog Includes:
  1. विश्वकर्मा योजना क्या है?
  2. विश्वकर्मा योजना का उद्देश्य
  3. विश्वकर्मा योजना के लिए योग्यता
  4. विश्वकर्मा योजना के लिए कौन से डाक्यूमेंट्स चाहिए?
  5. विश्वकर्मा योजना के लिए ऐसे करें आवेदन
  6. पीएम विश्वकर्मा योजना का स्टेटस कैसे देखें?
  7. विश्वकर्मा योजना के लिए आवेदन पत्र पीडीएफ कैसे डाउनलोड करें?
  8. पीएम विश्वकर्मा योजना लोन कैसे लें?
  9. पीएम विश्वकर्मा योजना की 18 कैटेगरी
  10. पीएम विश्वकर्मा योजना में अपना नाम कैसे चेक करें
  11. पीएम विश्वकर्मा योजना के तहत ट्रेनिंग सेंटर रजिस्ट्रेशन
  12. विश्वकर्मा योजना में कितना लोन मिल सकता है?
  13. पीएम विश्वकर्मा योजना मोबाइल से कैसे चेक करें?
  14. पीएम विश्वकर्मा योजना लाभ और सेवाएँ
  15. विश्वकर्मा योजना पेमेंट स्टेट्स कैसे चेक करें?
  16. FAQs 
योजना का नामप्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना 
ऑफिशियल वेबसाइट pmvishwakarma.gov.in
किसने लॉन्च कीप्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 
उद्देश्यपारंपरिक कारीगरों और शिल्पकारों का समर्थन करना
लक्षित लाभार्थीबढ़ई, लोहार, कुम्हार, बुनकर, दर्जी, आदि (18 व्यवसाय)
ऋण सहायतादो चरणों में ₹3 लाख तक: पहले ₹1 लाख, दूसरे चरण में ₹2 लाख
ब्याज दर5% (सरकार सब्सिडी प्रदान करती है)

विश्वकर्मा योजना क्या है?

पीएम विश्वकर्मा योजना 17 सितंबर 2023 को भारत भर में पारंपरिक कारीगरों और शिल्पकारों का समर्थन करने के लिए शुरू की गई एक सरकारी योजना है। इस योजना का उद्देश्य बढ़ईगीरी, लोहार, मिट्टी के बर्तन बनाने, सिलाई और अन्य शिल्प जैसे पारंपरिक व्यवसायों में लगे श्रमिकों को वित्तीय सहायता, कौशल प्रशिक्षण, आधुनिक उपकरण और बाजार तक पहुँच प्रदान करना है। विश्वकर्मा योजना में दो चरणों में ₹3 लाख तक की वित्तीय सहायता प्रदान करती है। इसमें पहले चरण में ₹1 लाख (5% ब्याज पर) और दूसरे चरण में ₹2 लाख (ऋण चुकौती के बाद) की राशि प्रदान की जाती है। इसके साथ यह योजना कौशल प्रशिक्षण, आधुनिक उपकरण, मान्यता और प्रमाणन, बाजार से जुड़ाव और सहायता प्रदान करती है। 

विश्वकर्मा योजना का उद्देश्य

इस योजना का उद्देश्य सिर्फ युवाओं को आर्थिक सहायता देना नहीं, बल्कि उन्हें समुचित प्रशिक्षण, आधुनिक उपकरण, ब्रांडिंग और मार्केट एक्सेस के माध्यम से सशक्त बनाना है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य भारत की सांस्कृतिक विरासत को बचाना और उसे बढ़ावा देने के लिए पारंपरिक शिल्प और हस्तकला से जुड़े लोगों को सशक्त बनाना है।

इसके साथ ही कारीगरों को औपचारिक प्रशिक्षण, आधुनिक उपकरण और डिजिटल भुगतान जैसी सुविधाओं से जोड़ना, बेरोजगारी की समस्या को हल करने के लिए स्थानीय स्तर पर स्वरोज़गार को प्रोत्साहित करना है। इस योजना को केंद्र सरकार द्वारा पूरी तरह से वित्तपोषित किया गया है और इसे सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय (MSME) के माध्यम से क्रियान्वित भी किया जा रहा है।

विश्वकर्मा योजना के लिए योग्यता

विश्वकर्मा योजना के लिए योग्यता इस प्रकार हैः-

  • आवेदनकर्ता भारत का निवासी होना चाहिए।
  • आवेदनकर्ता 18 निर्दिष्ट व्यवसायों में से किसी एक में संलग्न पारंपरिक कारीगर या शिल्पकार होना चाहिए।
  • आवेदनकर्ता अठारह साल या उससे अधिक होना चाहिए।
  • आवेदनकर्ता के पास एक सक्रिय बैंक खाता होना चाहिए (वित्तीय सहायता के लिए)।
  • आवेदनकर्ता किसी भी बैंक ऋण का डिफॉल्टर नहीं होना चाहिए

विश्वकर्मा योजना के लिए कौन से डाक्यूमेंट्स चाहिए?

विश्वकर्मा योजना के लिए आवश्यक डाक्यूमेंट्स की जानकारी इस प्रकार है –

  • आधार कार्ड
  • पहचान पत्र (वोटर आईडी)
  • व्यवसाय का प्रूफ
  • बैंक अकाउंट इन्फार्मेंशन
  • इनकम स्टेटमेंट
  • काॅस्ट सर्टिफिकेट (जरूरत पर)।

विश्वकर्मा योजना के लिए ऐसे करें आवेदन

इस योजना का लाभ उठाने के लिए आपको आवेदन करना अनिवार्य होगा, जिसे केवल लोक सेवा केंद्र के माध्यम से भी किया जा सकता है। इस योजना का लाभ उठाने के लिए आवेदन करने के लिए निम्न चरणों का पालन करें –

  1. आधिकारिक वेबसाइट पर जाएँ।
  2. होमपेज पर ‘ऑनलाइन आवेदन करें’ विकल्प खोजें और उस पर क्लिक करें।
  3. अपना आधार नंबर दर्ज करें और लॉगिन करें।
  4. लॉगिन के बाद अपना व्यक्तिगत विवरण प्रदान करें, जिसमें नाम, जन्म तिथि और संपर्क जानकारी शामिल है। अपना व्यापार या व्यवसाय दर्ज करें और आधार कार्ड, बैंक खाता विवरण और व्यवसाय प्रमाण जैसे आवश्यक दस्तावेज़ अपलोड करें।
  5. सम्पूर्ण जानकारी देखने की बाद आवेदन जमा करें।
  6. स्थानीय अधिकारियों द्वारा आपके आवेदन का सत्यापन किया जाएगा। अनुमोदित होने पर, आपको विश्वकर्मा प्रमाणपत्र और आईडी कार्ड मिलेगा।
  7. पंजीकृत होने के बाद, आप योजना के तहत वित्तीय सहायता, कौशल प्रशिक्षण और टूलकिट प्राप्त कर सकते हैं।

पीएम विश्वकर्मा योजना का स्टेटस कैसे देखें?

यदि आपने पीएम विश्वकर्मा योजना के लिए आवेदन किया है, तो आप इन चरणों का पालन करके अपने आवेदन की स्थिति ऑनलाइन देख सकते हैं:

  1. आधिकारिक वेबसाइट pmvishwakarma.gov.in पर जाएँ और लॉगिन पर क्लिक करें।
  2. होमपेज पर ‘ट्रैक एप्लिकेशन’ विकल्प देखें। इसके साथ ही आगे बढ़ने के लिए उस पर क्लिक करें।
  3. अपना आवेदन संदर्भ संख्या या आधार संख्या दर्ज करें और सबमिट करें। 
  4. अपने आवेदन की स्थिति देखें।

विश्वकर्मा योजना के लिए आवेदन पत्र पीडीएफ कैसे डाउनलोड करें?

आप इन चरणों का पालन करके आधिकारिक वेबसाइट से पीएम विश्वकर्मा योजना आवेदन पत्र पीडीएफ डाउनलोड कर सकते हैं:-

  1. आधिकारिक वेबसाइट pmvishwakarma.gov.in पर जाएँ
  2. होमपेज पर फ़ॉर्म या डाउनलोड अनुभाग खोजें।
  3. पीएम विश्वकर्मा योजना आवेदन पत्र पीडीएफ पर क्लिक करें।
  4. आवेदन पत्र एक नए टैब में खुलेगा।
  5. इसे अपने डिवाइस पर सहेजने के लिए डाउनलोड आइकन पर क्लिक करें।

पीएम विश्वकर्मा योजना लोन कैसे लें?

पीएम विश्वकर्मा योजना पारंपरिक कारीगरों और शिल्पकारों को बिना किसी जमानत के लोन प्रदान करती है। लोन दो चरणों में दिया जाता है, पहले चरण में ₹1 लाख और दूसरे चरण में ₹2 लाख दिए जाएंगे। पीएम विश्वकर्मा योजना के लोन के लिए इस प्रकार आवेदन स्वीकृति के बाद आपको विश्वकर्मा प्रमाणपत्र और आईडी कार्ड प्राप्त होगा। इसके बाद आपको 5-7 दिन का बुनियादी प्रशिक्षण कार्यक्रम पूरा करना होगा। यह प्रशिक्षण योजना के तहत निःशुल्क प्रदान किया जाता है। इसके बाद आप ऋण के लिए आवेदन कर सकते हैं। लोन के आवेदन के लिए निम्न चरणों को देखें:

  1. आधार का उपयोग करके पीएम विश्वकर्मा पोर्टल पर लॉग इन करें।
  2. ऋण आवेदन पत्र भरें।
  3. ऋण राशि चुनें (पहले चरण में ₹1 लाख)।
  4. सीधे हस्तांतरण के लिए बैंक खाते का विवरण प्रदान करें।
  5. बैंकों और स्थानीय अधिकारियों द्वारा आपके आवेदन का सत्यापन किया जाएगा।
  6. स्वीकृत होने पर, ऋण राशि आपके बैंक खाते में जमा कर दी जाएगी। 
  7. दूसरे चरण में ₹2 लाख के लिए पात्र होने के लिए ₹1 लाख का ऋण समय पर चुकाएँ।

पीएम विश्वकर्मा योजना की 18 कैटेगरी

पीएम विश्वकर्मा योजना की 18 कैटेगरी इस प्रकार हैं:-

  • बढ़ई अथवा लकड़ी का काम करने वाले
  • नाव निर्माता
  • कवचकार
  • लुहार अथवा लोहे का काम करने वाले लोग
  • हथौड़ा और अन्य उपकरण किट निर्माता
  • ताले निर्माता अर्थात ताले बनाने वाला
  • सुनार
  • कुम्हार
  • मूर्तिकार, पत्थर कलाकार, पत्थर तोड़ने वाला
  • चर्मकार, जूता निर्माता, जूता कलाकार
  • मिस्त्री, चिनाई करने वाला मिस्त्री
  • टोकरी, चटाई, झाड़ू निर्माता, बुनाई करने वाला
  • गुड़िया और खिलौने निर्माता
  • नाई
  • माला बनाने वाले
  • धोबी
  • दर्जी
  • मछली जाल निर्माता

पीएम विश्वकर्मा योजना में अपना नाम कैसे चेक करें

यदि आपने पीएम विश्वकर्मा योजना के लिए आवेदन किया है, तो आपको समय समय पर अपने आवेदन की स्थिति की जांच करते रहना चाहिए। आवेदन की स्थिति को देखने के लिए निम्न चरणों का पालन करें:

  1. पीएम विश्वकर्मा योजना आधिकारिक वेबसाइट pmvishwakarma.gov.in पर जाएँ
  2. होमपेज पर लाभार्थी सूची या आवेदन ट्रैक करें अनुभाग देखें।
  3. अपना आधार नंबर या आवेदन संदर्भ संख्या दर्ज करें।
  4. सबमिट पर क्लिक करें।
  5. यदि आपका आवेदन स्वीकृत हो जाता है, तो आपका नाम सूची में होगा।
  6. यदि यह अभी भी प्रक्रियाधीन है, तो यह लंबित दिखाएगा।

पीएम विश्वकर्मा योजना के तहत ट्रेनिंग सेंटर रजिस्ट्रेशन

पीएम विश्वकर्मा योजना पंजीकृत प्रशिक्षण केंद्रों के माध्यम से पारंपरिक कारीगरों और शिल्पकारों को कौशल प्रशिक्षण प्रदान करती है। प्रशिक्षण केंद्रों के लिए आईटीआई, पॉलिटेक्निक और कौशल विकास केंद्र से प्रमाण पत्र वाले उम्मीदवार योग्य होते हैं। यदि आप इस योजना के तहत प्रशिक्षण केंद्र पंजीकृत करना चाहते हैं, तो नीचे दिए गए चरणों का पालन करें:

  • आधिकारिक वेबसाइट पर जाएँ।
  • प्रशिक्षण केंद्र पंजीकरण विकल्प देखें।
  •  पंजीकरण फ़ॉर्म भरें और प्रमाणपत्र अपलोड करें (NSDC, ITI, पॉलिटेक्निक, आदि)।
  • विवरण की समीक्षा करें और सबमिट करें।
  • आपको ट्रैकिंग के लिए एक संदर्भ संख्या प्राप्त होगी।
  • होने के बाद, प्रशिक्षण केंद्र को पोर्टल पर सूचीबद्ध किया जाएगा।

विश्वकर्मा योजना में कितना लोन मिल सकता है?

पीएम विश्वकर्मा योजना के तहत पात्र कारीगर और शिल्पकार दो चरणों में बिना किसी गारंटी के ऋण प्राप्त कर सकते हैं। पहले चरण में उन्हें 5% ब्याज दर पर ₹1 लाख का ऋण मिल सकता है। इसमें 8% तक की सरकारी सब्सिडी भी शामिल है। इस लोन की पुनर्भुगतान अवधि 18 महीने है। पहला ऋण सफलतापूर्वक चुकाने के बाद वे दूसरे चरण के लिए पात्र हो जाते हैं। जहाँ वे उन्हीं शर्तों के तहत ₹2 लाख का लाभ उठा सकते हैं, जिसकी पुनर्भुगतान अवधि 30 महीने है। इस योजना का उद्देश्य पारंपरिक कारीगरों को उनके व्यवसाय को बढ़ाने में मदद करने के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करना है।

पीएम विश्वकर्मा योजना मोबाइल से कैसे चेक करें?

आप इन चरणों का पालन करके अपने मोबाइल फोन का उपयोग करके अपनी पीएम विश्वकर्मा (Vishwakarma Yojana) योजना की स्थिति की जांच कर सकते हैं:

  1. अपना मोबाइल ब्राउज़र खोलें और pmvishwakarma.gov.in पर जाएं।
  2. नीचे स्क्रॉल करें और ट्रैक एप्लिकेशन या लाभार्थी की स्थिति पर टैप करें।
  3. अपना आवेदन संदर्भ संख्या या आधार संख्या दर्ज करें।
  4. अपनी स्थिति की जांच करने के लिए सबमिट पर क्लिक करें।
  5. आपकी आवेदन स्थिति स्वीकृत, लंबित या अस्वीकृत के रूप में प्रदर्शित होगी।
  6. मोबाइल ऐप के माध्यम से जांचें।

पीएम विश्वकर्मा योजना लाभ और सेवाएँ

पीएम विश्वकर्मा योजना लोन और टूलकिट से कहीं ज़्यादा लाभ और सेवाएँ प्रदान करती है। इस योजना के तहत सेवाओं की पूरी सूची इस प्रकार है:

  • मान्यता और प्रमाणन: लाभार्थियों को पारंपरिक कारीगरों और शिल्पकारों के रूप में अपनी स्थिति प्रमाणित करने के लिए विश्वकर्मा प्रमाणपत्र और आईडी कार्ड मिलता है।
  • कौशल विकास और प्रशिक्षण: सरकारी मान्यता प्राप्त केंद्रों पर 5-7 दिनों का निःशुल्क कौशल प्रशिक्षण प्रदान किया जाता है। प्रशिक्षण के दौरान प्रतिदिन ₹500 का स्टाइपेंड भी दिया जाता है।
  • विश्वकर्मा टूलकिट: प्रशिक्षण पूरा करने के बाद कारीगरों के लिए निःशुल्क अनुकूलित टूलकिट उपलब्ध करवाई जाती है।  
  • वित्तीय सहायता (लोन योजना): उम्मीदवारों को 5% ब्याज पर ₹1 लाख ऋण का लोन चरण 1 में और ₹2 लाख ऋण चरण 2 में दिया जाता है। 
  • मार्केट लिंकेज और डिजिटल प्रमोशन: GeM (गवर्नमेंट ई-मार्केटप्लेस) और फ्लिपकार्ट/अमेज़ॅन जैसे प्लेटफ़ॉर्म पर ब्रांडिंग, पैकेजिंग और ई-कॉमर्स लिस्टिंग में सहायता प्रदान की जाती है। 
  • डिजिटल लेनदेन के लिए प्रोत्साहन: UPI/डिजिटल भुगतान का उपयोग करने पर प्रति लेनदेन ₹1 का कैशबैक (प्रति माह ₹100 तक) प्रदान किया जाता है।
  • मार्केटिंग और व्यवसाय सहायता: सरकारी खरीद और विक्रेता पंजीकरण के माध्यम से व्यवसायों की विस्तार करने में सहायता की जाती है।
  • विस्तार के लिए सब्सिडी और सहायता: कच्चे माल, उपकरण और कार्यशाला सुधार पर सब्सिडी प्रदान की जाती है।

विश्वकर्मा योजना पेमेंट स्टेट्स कैसे चेक करें?

इस योजना का पेमेंट स्टेट्स चेक करने के लिए निम्न स्टेप्स को फॉलो करें:

  1. सबसे पहले अपना बैंक स्टेटमेंट चेक करें या अपने बैंक से संपर्क करें और लोन की स्थिति के बारे में पूछें।
  2. आधिकारिक पीएम विश्वकर्मा वेबसाइट pmvishwakarma.gov.in पर जाएँ।
  3. लॉग इन करने के लिए अपना मोबाइल नंबर और OTP का उपयोग करें और लॉगिन करें। 
  4. सुनिश्चित करें कि आपने अपना पंजीकृत मोबाइल नंबर दर्ज किया है।
  5. सफल लॉगिन के बाद, डैशबोर्ड पर ‘स्टेटस’ सेक्शन पर जाएँ।
  6. सिस्टम लोन भुगतान की स्थिति प्रदर्शित करेगा।

FAQs 

पीएम विश्वकर्मा योजना 2025 के लिए पात्रता क्या है?

पीएम विश्वकर्मा योजना 2025 के लिए पात्रता में भारत का स्थायी नागरिक होना और संबंधित श्रेणी में आने वाला शिल्पकार या कारीगर होना शामिल है।

प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना का लाभ कैसे उठाएं?

प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना का लाभ लेने के लिए संबंधित विभाग की आधिकारिक वेबसाइट पर आवेदन करके आवश्यक दस्तावेज जमा करें।

पीएम विश्वकर्मा का हेल्पलाइन नंबर क्या है?

पीएम विश्वकर्मा योजना हेल्पलाइन नंबर 011-44467923 है।

आशा है कि इस लेख के माध्यम से आपको विश्वकर्मा योजना की पूरी जानकारी प्राप्त हुई होगी। ऐसे ही UPSC से जुड़े अन्य विषयों पर महत्वपूर्ण ब्लॉग्स पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बने रहें।

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