UPSC 2023: Manipur Tribes UPSC in Hindi : UPSC मेंस के लिए मणिपुर जनजातीय संरचना पर महत्वपूर्ण शॉर्ट नोट्स 

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Manipur Tribes UPSC in Hindi

हाल ही में मणिपुर राज्य बहुत ही चर्चा में चल रहा है। यहाँ दो समुदायों कुकी और मैतेई के बीच आरक्षण को लेकर विवाद की ख़बरें इन दिनों सुर्ख़ियों में बनी हुई हैं। यहाँ आपको मणिपुर हिंसा से इतर मणिपुर की जनजातीय संरचना, आरक्षण को लेकर दोनों जनजातीय समुदायों के तर्कों और एसटी रिज़र्वेशन से जुड़ी महत्वपूर्ण बातों पर शॉर्ट नोट्स दिए जा रहे हैं। Manipur Tribes UPSC in Hindi पर ये शॉर्ट नोट्स UPSC मेंस एग्जाम के सन्दर्भ में बहुत ही महत्वपूर्ण हैं।  

मुख्य सुर्खियां 

Manipur Tribes UPSC in Hindi से जुड़े मुख्य पॉइंट्स नीचे दिए गए हैं:

  • गैर जनजातीय मैतई समुदाय को अनुसूचित जनजाति का दर्जा दिए जाने की 10 साल पुरानी सिफारिश पर आगे की कार्रवाई करने के लिए मणिपुर हाईकोर्ट के फैसले के बाद दोनों समुदायों के बीच विवाद की स्थिति उत्पन्न हो गई है।  
  • वर्ष 1949 में भारत संघ में मणिपुर राज्य के विलय के पूर्व मैतई समुदाय को अनुसूचित जनजाति की मान्यता मिली हुई थी। 
  •  मैतई समुदाय मानता है कि जनजातीय स्टेटस उनकी संस्कृति और पैतृक संपत्ति की रक्षा करने के लिए आवश्यक है।  
  • वर्ष 1972 में केंद्रशासित राज्य मणिपुर को भारतीय राज्य के रूप में मान्यता दी गई।  
  • मैतई समुदाय के अनुसार बाहरी लोगों से मैतई समुदाय की भूमि की रक्षा के लिए संवैधानिक उपाय किए जाने आवश्यक हैं।  
  • मणिपुर में राजकीय सरकारी नौकरियां रोजगार का एक बड़ा साधन हैं और मैतई समुदाय को आरक्षण दिए जाने की बात पर कुकी समुदाय असुरक्षा की भावना महसूस कर रहा है।  
  • कुकी समुदाय के लोगों का मानना है कि मैतई समुदाय के लोग पहले से ही काफी समृद्ध हैं इसलिए उन्हें अनुसूचित जनजाति के तहत आरक्षण दिया जाना गलत है।  

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मणिपुर की जनजातीय संरचना 

मणिपुर की जनजातीय संरचना इस प्रकार है : 

  • मणिपुर राज्य एक खेल के मैदान की तरह है जिसके मध्य में इम्फाल घाटी खेल के मैदान का मुख्य बिंदु है और आसपास की पहाड़ियां गैलरी की तरह हैं।  
  • मणिपुर के 10% भूभाग पर मैतई समुदाय का  प्रभाव देखने को मिलता है।  
  • मैतई समुदाय की जनसंख्या मणिपुर राज्य में 64% है।  
  • राज्य की 90% भूमि पर कुकी समुदाय का 35% जन समुदाय रहता है। इन्हें मणिपुर में अनुसूचित जनजाति का दर्जा मिला हुआ है।  
  • मैतई समुदाय में हिन्दू और मुस्लिम दोनों धर्मों के लोग शामिल हैं।  मैतई समुदाय में सबसे बड़ी संख्या मुस्लिम समुदाय की ही है।  
  • मणिपुर में मुख्य रूप से 33 जनजातियां हैं जिन्हें नगा जनजाति और कुकी जनजाति के रूप में वर्गीकृत किया है।  
  • कुकी जनजाति के लोग मुख्य रूप से ईसाई धर्म का पालन करते हैं।  

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किसी भी समुदाय को ST सूची में शामिल किए जाने की प्रक्रिया 

किसी भी समुदाय को ST समुदाय में शामिल किए जाने की प्रक्रिया इस प्रकार है : 

  • राज्य सरकार जनजाति  समुदाय को ST सूची में शामिल किए जाने की सिफारिश करती है।  
  • राज्य  सरकार की अनुशंसा के बाद जनजातीय कार्य मंत्रालय उसकी समीक्षा करता है और उन्हें गृह मंत्रालय के तहत भारत के रजिस्ट्रार जनरल के अनुमोदन के लिये भेजता है।
  • अनुमोदन के बाद इसे राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग को भेजा जाता है जिस पर केंद्रीय मंत्रिमंडल अंतिम निर्णय लेता है।
  • एक बार जब मंत्रिमंडल इसे अंतिम रूप प्रदान कर देता है, तब वह संविधान (अनुसूचित जाति) आदेश, 1950 में संशोधन के लिये संसद में एक विधेयक पेश करता है।
  • संशोधन विधेयक को लोकसभा और राज्यसभा से पास कर दिए जाने के बाद भारत के राष्ट्रपति द्वारा इस विधेयक पर भारतीय संविधान के अनुच्छेद 341 और 342 के अनुसार अंतिम निर्णय लिया जाता है।  

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