UPSC 2023 : यूपीएससी मेंस एग्जाम के लिए क्वाड समूह (Quad Group) टॉपिक पर महत्वपूर्ण नोट्स

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UPSC 2023

UPSC एग्जाम के लिए करंट अफेयर्स कितना महत्वपूर्ण है यह सभी जानते हैं। इसी से जुड़े क्वाड समूह के बारे में महत्वपूर्ण नोट्स इस ब्लॉग में दिए गए हैं।

प्रमुख सुर्खियां 

क्वाड समूह के बारे में महत्वपूर्ण पॉइंट्स नीचे दिए गए हैं:

  • क्वाड देशों (भारत, जापान, ऑस्ट्रेलिया और जापान) के विदेश मंत्रियों ने संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) के मंच पर मानवीय मदद एवं आपदा राहत साझेदारी पर हस्ताक्षर करने के लिए बैठक की।  
  • इसके अंतर्गत सदस्य देश दूसरी राष्ट्रीय और एजेंसियों, निजी और गैर सरकारी संगठनों साथ हिन्द प्रशांत क्षेत्र में अपने आपदा प्रतिक्रिया कार्यों का समन्वय करेंगे।  

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क्वाड समूह के बारे में 

क्वाड समूह के बारे में नीचे बताया गया है:

  • क्वाड भारत, जापान, अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया का एक समूह है।  
  • ये चारों देश लोकतान्त्रिक होने के कारण अपने विचारों में समानता अनुभव करते हैं और समुद्री व्यापार और सुरक्षा को लेकर एक दूसरे के हितों का समर्थन करते हैं।  
  • इसका प्रमुख लक्ष्य मुक्त और स्पष्ट एवं समृद्ध इंडो पैसिफिक क्षेत्र का समर्थन करना है।  
  • क्वाड का विचार सबसे पहले जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे की ओर से आया था।  लेकिन उस समय चीन के दवाब में आकर ऑस्ट्रेलिया ने इसका हिस्सा बनने से मना कर दिया था।  
  • 10 साल बाद वर्ष 2017 में भारत, जापान, अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया चारों  देश साथ आए और क्वाड समूह बनाया।  

क्वाड समूह का भारत के लिए महत्व 

क्वाड समूह का भारत के लिए बहुत महत्व है : 

  • चीन से मुकाबला करने में मदद : क्वाड समूह की मदद से भारत चीन से आसानी से मुकाबला कर सकता है।  चीन का समुद्री व्यापर का बड़ा भाग भारतीय समुद्री मार्ग से होता है, युद्ध की स्थिति में भारत चीनी व्यापर को बाधित कर चीन पर दवाब बना सकता है।  
  • समुद्री सुरक्षा : भारत-प्रशांत भू-राजनीतिक कल्पना के केंद्र में स्थित है, ‘व्यापक एशिया’ की दृष्टि को साकार कर सकता है व भौगोलिक सीमाओं से दूर अपने प्रभाव को बढ़ा सकता है। इसके अतिरिक्त भारत क्वाड हिन्द महासागर क्षेत्र में चीन की साम्राज्य्वादी नीतियों पर नज़र रख सकता है और इस क्षेत्र में अपनी सुरक्षा और विकास के लिए योजनाएं तैयार कर सकता है।  क्वाड समूह की मदद से भारत को हिन्द महासागर में अपने व्यापारिक जहाजों की समुद्री लुटेरों से सुरक्षा सुनिश्चित कर सकता है।  

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क्वाड समूह से जुड़े मुद्दे

क्वाड समूह से जुड़े मुद्दे इस प्रकार हैं : 

  • अपरिभाषित नजरिया : क्वाड परिभाषित रणनीतिक मिशन के बिना एक तंत्र बना हुआ है, इसके बावजूद सहयोग की संभावना है।
  • समुद्री प्रभुत्व: इंडो-पैसिफिक पर पूरा ध्यान क्वाड को एक भूमि-आधारित समूह के बजाय एक समुद्र का हिस्सा बनाता है, यह सवाल उठता है कि क्या यह सहयोग एशिया-प्रशांत और यूरेशियन क्षेत्रों तक फैला हुआ है।
  • भारत की गठबंधन तंत्र का विरोध: तथ्य यह है कि भारत एकमात्र सदस्य है जो संधि गठबंधन प्रणाली के खिलाफ है, इसने एक मज़बूत चतुष्पक्षीय जुड़ाव को लेकर प्रगति को धीमा कर दिया है।

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