UCC Full Form in Hindi: UCC की फुल फॉर्म ‘समान नागरिक संहिता’ (Uniform Civil Code) होती है। बता दें कि UCC को भारत के संविधान में राज्य के नीति निदेशक सिद्धांतों के अनुच्छेद 44 के तहत परिभाषित किया गया है। आसान भाषा में कहें तो यूसीसी का अर्थ है- एक देश और एक कानून। आपको बता दें कि भारत में उत्तराखंड राज्य के मंत्रिमंडल ने 4 फरवरी 2024 को समान नागरिक संहिता (UCC) के मसौदे को मंजूरी दे दी और अब इसे राज्य में लागू किया जा रहा है। इस ब्लाॅग में आप ‘समान नागरिक संहिता’ (UCC) के बारे में विस्तार से जानेंगे।
यूसीसी की फुल फॉर्म क्या है? (UCC Full Form in Hindi)
UCC Full Form in Hindi | ‘समान नागरिक संहिता’ (Uniform Civil Code) |
यूनिफाॅर्म सिविल कोड क्या है? (UCC in Hindi)
समान नागरिक संहिता (यूसीसी) भारत में प्रस्तावित एक कानून है। इसका उद्देश्य सभी नागरिकों के लिए, चाहे उनका धर्म कुछ भी हो, विवाह, तलाक, विरासत, गोद लेने और उत्तराधिकार जैसे व्यक्तिगत मामलों को नियंत्रित करने वाले कानूनों का एक समान सेट सुनिश्चित करना है। यह धार्मिक रीति-रिवाजों पर आधारित व्यक्तिगत कानूनों को एकीकृत कानूनी ढांचे से बदलकर समानता, धर्मनिरपेक्षता और लैंगिक न्याय को बढ़ावा देने का प्रयास करता है। भारतीय संविधान के अनुच्छेद 44 में यूसीसी को एक निर्देशक सिद्धांत के रूप में उल्लेख किया गया है जो इसके कार्यान्वयन को प्रोत्साहित करता है। हालाँकि, भारत में विविध धार्मिक प्रथाओं के कारण यह एक बहस का विषय है जो सांस्कृतिक संरक्षण और व्यक्तिगत और सामुदायिक अधिकारों के संतुलन के बारे में चिंताएँ पैदा करता है।
यूनिफाॅर्म सिविल कोड से क्या बदलाव होंगे?
UCC Full Form in Hindi जानने के बाद आप यूनिफाॅर्म सिविल कोड से क्या बदलाव होंगे के बारे में समझेंगे जिसके बारे में यहां बताया जा रहा है-
- लैंगिक समानता को बढ़ावा मिलेगा।
- सभी समुदाय के लोगों को एक समान अधिकार दिए जाएंगे।
- समान नागरिक सहिंता लागू होने से महिलाओं की स्थिति में सुधार होगा।
- बहुविवाह पर पूरी तरह से रोक लग जाएगी।
- गांव के स्तर पर शादी के रजिस्ट्रेशन की सुविधा होगी।
- लिव-इन रिलेशन का डिक्लेरेशन देना होगा।
- लड़कियों की शादी की उम्र बढ़ाई जाएगी।
- जनसंख्या नियंत्रण पर भी बात की जाएगी।
- पति-पत्नी दोनों को तलाक के समान आधार और अधिकार उपलब्ध होंगे।
- बच्चों के अनाथ होने पर गार्जियनशिप का प्रोसेस आसान होगा।
भारत के कितने राज्यों में समान नागरिक संहिता लागू है?
- उत्तराखंड में समान नागरिक संहिता (यूसीसी) लागू हो गई है, जिससे यह ऐसा कानून लागू करने वाला पहला राज्य बन गया है। यूसीसी का उद्देश्य व्यक्तिगत नागरिक कानूनों को मानकीकृत करना है, जिससे सभी नागरिकों के लिए समान अधिकार सुनिश्चित हों।
- गोवा में UCC लागू है। बता दें कि संविधान में गोवा को विशेष राज्य का दर्जा दिया गया है। इसे गोवा सिविल कोड के नाम से भी जाना जाता है। गोवा में हिंदू, मुस्लिम और ईसाई समेत सभी धर्म और जातियों के लिए एक ही फैमिली लॉ है।
FAQs
यूसीसी सभी नागरिकों के लिए, चाहे उनका धर्म कुछ भी हो, विवाह, उत्तराधिकार और तलाक जैसे व्यक्तिगत मामलों के लिए कानूनों के एक ही सेट को लागू करने का प्रस्ताव है।
यूसीसी का उद्देश्य समान कानूनी अधिकार प्रदान करके, निष्पक्षता सुनिश्चित करके और व्यक्तिगत मामलों में धर्म-आधारित भेदभाव को समाप्त करके राष्ट्रीय एकता, समानता, धर्मनिरपेक्षता और लैंगिक न्याय को बढ़ावा देना है।
हां, भारतीय संविधान का अनुच्छेद 44 राज्य को यूसीसी को लागू करने की दिशा में काम करने के लिए प्रोत्साहित करता है, हालांकि यह अनिवार्य नहीं है।
नहीं, समान नागरिक संहिता अभी तक पूरी तरह से लागू नहीं हुई है।
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आशा है कि आपको यूसीसी की फुल फॉर्म क्या है? (UCC Full Form in Hindi) से संबंधित सभी आवश्यक जानकारी मिल गई होगी। फुल फॉर्म के अन्य ब्लॉग्स पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बने रहें।