क्या है पश्चिम बंगाल स्थापना दिवस? कब और कैसे हुई इस दिवस को मनाने की शुरुआत?

1 minute read
पश्चिम बंगाल स्थापना दिवस

पश्चिम बंगाल, भारत के पूर्वी हिस्से में स्थित एक समृद्ध और ऐतिहासिक राज्य है। इस राज्य ने अपनी विभिन्न सांस्कृतिक विविधता, साहित्य, कला और रीति-रिवाजों के माध्यम से केवल भारत ही नहीं,  बल्कि पूरे विश्व में एक विशेष स्थान बनाया है। 1947 में एक तरफ जहाँ भारत ने स्वतंत्रता प्राप्त की, वहीं दूसरी तरफ पश्चिम बंगाल का जन्म हुआ। इस दिन ने न केवल एक नए राज्य का गठन किया, बल्कि इतिहास के एक महत्वपूर्ण दौर की शुरुआत भी की। पश्चिम बंगाल स्थापना दिवस हर साल इस राज्य की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर और संघर्षों की याद दिलाता है। पश्चिम बंगाल स्थापना दिवस के बारे में अधिक जानने के लिए यह लेख पूरा पढ़े। 

पश्चिम बंगाल स्थापना दिवस के बारे में

पश्चिम बंगाल स्थापना दिवस, पश्चिम बंगाल के गठन की वर्षगांठ के रूप में मनाया जाता है। यह दिवस हमें भारत के महत्वपूर्ण राज्य पश्चिम बंगाल की समृद्ध संस्कृति, इतिहास और उपलब्धियों का जश्न मनाने का अवसर देता है। 24 अगस्त, 1947 को पश्चिम बंगाल को एक अलग राज्य का दर्जा मिला। ऐसे में हर साल इस ऐतिहासिक क्षण की याद में राज्यभर में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। इस दिन के माध्यम से राज्य की ऐतिहासिक घटनाओं और सांस्कृतिक धरोहर के प्रति जागरूकता बढ़ाई जाती है। 

पश्चिम बंगाल स्थापना दिवस का इतिहास क्या है?

बंगाल का इतिहास सैकड़ों वर्ष पुराना है। ब्रिटिश शासन ने 19 जुलाई, 1905 को बंगाल के विभाजन की घोषणा की, जिसे तत्कालीन वायसराय लॉर्ड कर्जन ने प्रस्तावित किया था। इस विभाजन का उद्देश्य एक मुस्लिम बहुल क्षेत्र को अलग करके एक नए राज्य का निर्माण करना था। 16 अक्टूबर, 1905 को यह विभाजन प्रभाव में आया। 

इसके बाद अंग्रेजों ने ‘फूट डालो-शासन करो’ नीति के तहत बंगाल का विभाजन किया लेकिन इसका विरोध शुरू होगया। वर्ष 1905 में ही इस निर्णय के विरोध में ‘बंग भंग’ आंदोलन शुरू हुआ, जो पूरे बंगाल में फैल गया। जनता के भारी विरोध और आंदोलन के कारण, 1911 में अंग्रेजों ने बंगाल विभाजन को रद्द कर दिया और बंगाल के पूर्वी और पश्चिमी हिस्सों को फिर से एकजुट कर दिया।

इसके बाद स्वतंत्रता संग्राम के तेज होने के साथ साथ एक बार फिर बंगाल के विभाजन की जंग छिड़ गयी। 20 जून, 1947 को बंगाल विधानसभा में दो अलग-अलग बैठकें हुईं, जिनमें बंगाल को विभाजित करने का निर्णय लिया गया। एक बैठक में बंगाल को भारत का हिस्सा बनाए रखने का प्रस्ताव पारित हुआ, जबकि दूसरी बैठक में पूर्वी बंगाल को पूर्वी पाकिस्तान (अब बांग्लादेश) बनाने का प्रस्ताव पारित हुआ। इस तरह 15 अगस्त 1947 को भारत की आजादी के साथ-साथ बंगाल का विभाजन भी हुआ, जिसके परिणामस्वरूप पूर्वी और पश्चिमी बंगाल अलग हो गए। एक हिस्सा पूर्वी बंगाल बना जो आज बांग्लादेश है और दूसरा हिस्सा पश्चिमी बंगाल बना जो आज भारत का एक राज्य है। इस ऐतिहासिक घटना को याद रखने के लिए ही पश्चिम बंगाल स्थापना दिवस मनाये जाने का निर्णय लिया गया। 

पश्चिम बंगाल स्थापना दिवस कब मनाया जाता है ?

भारत में हर साल 24 अगस्त को पश्चिम बंगाल स्थापना दिवस मनाया जाता है। बंगाल का विभाजन 15 अगस्त 1947 को भारत के स्वतंत्रता संग्राम के दौरान हुआ था। उस दौरान बंगाल को दो भागों में बांटा गया था – एक हिस्सा पूर्वी बंगाल बना जो आज बांग्लादेश है, और दूसरा हिस्सा पश्चिमी बंगाल बना जो आज भारत का एक राज्य है। इसके बाद 24 अगस्त 1947 को भारतीय संविधान के अनुसार पश्चिम बंगाल को एक अलग राज्य के रूप में मान्यता मिली। तब से इस दिन को बंगाल स्थापना दिवस के रूप में चुना। 

पश्चिम बंगाल स्थापना दिवस का महत्व क्या है?

पश्चिम बंगाल स्थापना दिवस का महत्व केवल राज्य के लिए ही नहीं बल्कि पूरे भारत के लिए महत्वपूर्ण है। यह दिन उस ऐतिहासिक क्षण की याद दिलाता है जब 1947 को एक तरफ भारत ने स्वतंत्रता प्राप्त की और दूसरी तरफ बंगाल का एक नया अध्याय शुरू हुआ। यह दिन स्वतंत्रता संग्राम में योगदान देने वाले बंगाल के वीर स्वतंत्रता सेनानियों को सम्मानित करने का अवसर प्रदान करता है। यह दिवस लोगों को एकजुट करने और राज्य की विविधता को मनाने का अवसर प्रदान करता है। 

पश्चिम बंगाल स्थापना दिवस क्यों मनाया जाता हैं?

पश्चिम बंगाल स्थापना दिवस पश्चिम बंगाल राज्य के गठन और उसके ऐतिहासिक महत्व को याद करने के लिए मनाया जाता है। पश्चिम बंगाल का गठन एक ऐतिहासिक घटना थी। इस दिन को याद करके हम उन सभी लोगों को श्रद्धांजलि देते हैं जिन्होंने बंगाल विभाजन के विरोध में अपनी जान गवां दी। इसके साथ ही यह दिन हमें बंगाल राज्य की समृद्ध संस्कृति और इतिहास को याद करने का अवसर देता है। 

पश्चिम बंगाल स्थापना दिवस कैसे मनाया जाता है?

पश्चिम बंगाल स्थापना दिवस को आप निम्नलिखित तरीकों से मना सकते हैं : 

  • इस दिन सरकारी भवनों और संस्थानों में ध्वजारोहण किया जाता है। राज्य के मुख्यमंत्री एवं अन्य महत्वपूर्ण व्यक्ति ध्वजारोहण कर जनता को सम्बोधित करते हैं। 
  • इस दिन पश्चिम बंगाल की संस्कृति को दर्शाने के लिए विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। 
  • राज्य के विभिन्न हिस्सों में विशेष प्रदर्शनियों और मेलों का आयोजन किया जाता है। 
  • इस विशेष अवसर राज्य के उन महान व्यक्तियों को सम्मानित किया जाता है जिन्होंने विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय योगदान दिया है। 

पश्चिम बंगाल से जुड़े तथ्य 

पश्चिम बंगाल से जुड़े तथ्य निम्नलिखित है : 

  • पश्चिम बंगाल के पहले गवनर-जनरल वारेन हेस्टिंग्स (Warren Hastings) थे।
  • नोबेल पुरस्कार जीतने वाले पहले भारतीय रबिन्द्र नाथ टैगोर का जन्म 7 मई 1861 को पश्चिम बंगाल में ही हुआ था। 
  • पश्चिम बंगाल में दुनिया का सबसे बड़ा बरगद का पेड़ मौजूद है। 
  • भारत का सबे ऊंचा रेलवे स्टेशन पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग में स्थित है। इस स्टेशन का नाम घुम रेलवे स्टेशन है। 
  • चाय के बागानों के लिए मशहूर हिल स्टेशन दार्जिलिंग भी पश्चिम बंगाल में स्थित है।

FAQs

पश्चिम बंगाल स्थापना दिवस कब मनाया जाता है?

भारत में हर साल 24 अगस्त को पश्चिम बंगाल स्थापना दिवस मनाया जाता है। 

पश्चिम बंगाल राज्य का विभाजन कब हुआ?

पश्चिम बंगाल राज्य का विभाजन 15 अगस्त 1947 को हुआ। 

पश्चिम बंगाल को और किस नाम से जाना जाता है?

पश्चिम बंगाल को इसके स्थानीय नाम पश्चिम बोंगो के नाम से भी जाना जाता है।

सम्बंधित आर्टिकल्स 

राष्ट्रीय चिकित्सक दिवसराष्ट्रीय डाक कर्मचारी दिवस 
चार्टर्ड अकाउंटेंट डेजीएसटी दिवस
विश्व यूएफओ दिवसअंतरराष्ट्रीय प्लास्टिक बैग मुक्त दिवस
अमेरिका का स्वतंत्रता दिवसविश्व ज़ूनोसिस दिवस
विश्व चॉकलेट दिवसवैश्विक क्षमा दिवस
निकोला टेस्ला और उनके आविष्कारराष्ट्रीय मत्स्य किसान दिवस
विश्व जनसंख्या दिवसमलाला दिवस
राष्ट्रीय प्लास्टिक सर्जरी दिवससोशल मीडिया गिविंग डे 
विश्व युवा कौशल दिवसपेपर बैग डे 

आशा है कि इस ब्लाॅग में आपको पश्चिम बंगाल स्थापना दिवस के बारे में पूरी जानकारी मिल गई होगी। इसी तरह के अन्य ट्रेंडिंग आर्टिकल्स पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बने रहें।

प्रातिक्रिया दे

Required fields are marked *

*

*