आज की भागदौड़ भरी जीवनशैली और बिगड़ती दिनचर्या के कारण बीमारियाँ लगातार बढ़ रही हैं, जिससे मेडिकल सेक्टर तेजी से विकसित हो रहा है। ऐसे में OT (ऑपरेशन थिएटर) कोर्स जैसे मेडिकल कोर्स न केवल आपको आवश्यक ज्ञान और कौशल प्रदान करते हैं, बल्कि हेल्थकेयर क्षेत्र में करियर बनाने का बेहतरीन अवसर भी देते हैं। डॉक्टर और नर्स की तरह ही ऑपरेशन थिएटर से जुड़े प्रोफेशनल्स अस्पतालों में हर सर्जरी के दौरान महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। ऑपरेशन थिएटर टेक्नीशियन डॉक्टरों के साथ मिलकर मरीज की देखभाल और उपचार में मदद करते हैं। यदि आप मेडिकल क्षेत्र में अपना करियर शुरू करना चाहते हैं और हेल्थकेयर से जुड़ी तकनीकी जानकारी सीखना चाहते हैं, तो OT कोर्स आपके लिए एक शानदार विकल्प है। इस लेख में OT कोर्स से जुड़ी जानकारी दी गई है।
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OT कोर्स क्या है?
ऑपरेशन थिएटर टेक्नोलॉजी यानी OT मेडिकल फील्ड का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, इस कोर्स के लिए युवाओं को 12वीं में विज्ञान जैसे फिजिक्स, केमेस्ट्री और बायोलॉजी विषयों में अच्छे अंक लाना अनिवार्य होता है। ऑपरेशन थिएटर टेक्नोलॉजी यानी OT कोर्स मेडिकल फील्ड का एक महत्वपूर्ण कोर्स है, जिसे खासतौर पर उन विद्यार्थियों के लिए डिज़ाइन किया गया है जो डॉक्टरों और सर्जन की टीम का हिस्सा बनकर काम करना चाहते हैं। इस कोर्स में छात्रों को ऑपरेशन थिएटर की तकनीकी जिम्मेदारियों, मशीनों के संचालन, सर्जरी में उपयोग होने वाले उपकरणों की देखभाल और मरीज की सुरक्षा से जुड़ी ट्रेनिंग दी जाती है।
OT कोर्स क्यों चुनें?
भारत में हर साल OT टेक्नीशियन की डिमांड बढ़ रही है क्योंकि सरकारी और प्राइवेट दोनों अस्पतालों में सर्जरी और ऑपरेशन की संख्या लगातार बढ़ रही है। इसी कारण यह कोर्स युवाओं के लिए एक सुरक्षित और स्थिर करियर विकल्प बन चुका है। अच्छे वेतन के साथ मेडिकल क्षेत्र में संतोषजनक करियर बनाने का सपना देखने वाले स्टूडेंट्स के लिए इस कोर्स का चुनाव एक अच्छा ऑप्शन हो सकता है। इस कोर्स को करने के बाद आपको वर्कप्लेस पर समय में लचीलापन मिलता है, साथ ही इस कोर्स को करने के बाद आप में व्यावहारिक कौशल का विकास भी होता है। यह कोर्स छात्रों को सर्जरी और अस्पतालों में ऑपरेशन संबंधी प्रक्रियाओं को समझने और उस क्षेत्र में विशेषज्ञता हासिल करने का मौका देता है।
OT कोर्स के लिए आवश्यक योग्यता
इस कोर्स में प्रवेश पाने के लिए कुछ निम्नलिखित योग्यताएं और शर्तें जरुरी होती हैं –
- सबसे पहले उम्मीदवारों की न्यूनतम आयु 17 वर्ष होनी चाहिए।
- कुछ संस्थान एडमिशन के लिए अधिकतम आयु सीमा भी निर्धारित करते हैं।
- इस कोर्स को करने के लिए उम्मीदवारों में हेल्थकेयर में रुचि और मरीजों की सेवा करने का जुनून, टीमवर्क, ध्यान से काम करने की क्षमता और अनुशासन के साथ-साथ मेडिकल टर्म्स और टेक्निकल उपकरणों को समझने की क्षमता होनी चाहिए।
- इस कोर्स को करने के लिए उम्मीदवारों को कम से कम 12वीं कक्षा में फिजिक्स, केमिस्ट्री और बायोलॉजी (PCB) जैसे विषयों को पढ़ना चाहिए।
- इस कोर्स को करने के लिए कई संस्थान 12वीं में न्यूनतम 45% से 50% अंकों की मांग करते हैं।
- इस कोर्स के लिए यूँ तो ज़्यादातर कॉलेज मेरिट बेसिस पर एडमिशन लेते हैं, जबकि कुछ संस्थान एंट्रेंस एग्ज़ाम भी करवाते हैं।
प्रवेश परीक्षाएं
इस कोर्स को करने के लिए कुछ यूनिवर्सिटी मैरिट के आधार पर एडमिशन देती हैं, जबकि कई संस्थान एंट्रेंस एग्जाम आयोजित करते हैं। इन परीक्षाओं में फिज़िक्स, केमिस्ट्री, बायोलॉजी और सामान्य ज्ञान से प्रश्न पूछे जाते हैं। अधिकांश OT और पैरामेडिकल कोर्सों के लिए NEET ज्यादातर अनिवार्य नहीं होता। कई क़ॉलेज अधिकतर 10+2 (PCB) के अंक ही देखते हैं। साथ ही कई संस्थान विशेष एंट्रेंस एग्जाम लेते हैं। प्रत्येक कॉलेज में एडमिशन लेने की प्रक्रिया अलग-अलग है।
OT कोर्स की फीस
इस कोर्स को आप सरकारी और प्राइवेट दोनों तरह के कॉलेजों से कर सकते हैं। इसकी अनुमानित फीस नीचे दी गई है। किसी विशेष यूनिवर्सिटी की सही फीस जानने के लिए उसकी आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर जानकारी प्राप्त करें।
| कोर्स का प्रकार | कुल अवधि | अनुमानित/आधिकारिक फीस (₹) |
| Diploma in OT Technology | 2 साल | ₹30,000-70,000 प्रति वर्ष (औसत) |
| KGMU Diploma | 2 साल | कुल ₹77,000 (ट्यूशन ₹48,000 + अन्य) |
| Mewar University Diploma | 2 साल | कुल ₹50,000 (₹25,000/वर्ष) |
| B.Sc. Operation Theatre Tech. | 3 साल + 1 साल इंटर्नशिप | कुल ₹3.99 लाख (लगभग ₹4 लाख) |
| B.Sc. (Lateral Entry) | 2 साल + 1 साल इंटर्नशिप | कुल ₹2.24-2.25 लाख |
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OT कोर्स के लिए सिलेबस
OT कोर्स का सिलेबस राज्य और यूनिवर्सिटी के अनुसार थोड़ा अलग हो सकता है, लेकिन इसका सामान्य और बुनियादी सिलेबस कुछ इस प्रकार होता है:
- फिजियोलॉजी एंड एनाटोमी
- सर्जिकल इंस्ट्रूमेंट्स
- सर्जिकल प्रिंसिपल्स
- पेशेंट मॉनिटरिंग
- हॉस्पिटल ट्रेनिंग
- पैथोलॉजी
- फार्माकोलॉजी
- ऑपरेशन टेक्नोलॉजी
- मेडिकल एथिक्स
- सर्जिकल प्रोसीजर
- अनेस्थेसिया टेक्नोलॉजी
OT कोर्स के लिए कॉलेज
OT कोर्स के लिए निम्नलिखित कॉलेज/संस्थान आपके लिए बेहतरीन विकल्प हो सकते हैं:
- यूनिवर्सिटी कॉलेज ऑफ मेडिकल साइंसेज, दिल्ली यूनिवर्सिटी
- छत्रपति शिवाजी महाराज यूनिवर्सिटी, नवी मुंबई
- ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस
- सशस्त्र बल मेडिकल कॉलेज, पुणे
- स्वामी विवेकानंद इंस्टिट्यूट ऑफ़ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी, चंडीगढ़
- कस्तूरबा मेडिकल कॉलेज मणिपाल यूनिवर्सिटी, मणिपाल
- क्रिश्चियन मेडिकल कॉलेज, लुधियाना
- जामिया हमदर्द यूनिवर्सिटी
- AIIMS
OT कोर्स के लिए आवेदन प्रक्रिया
OT कोर्स के लिए आप निम्नलिखित आवेदन प्रक्रिया को फॉलो कर सकते हैं –
- मान्यता प्राप्त यूनिवर्सिटी हर साल OT कोर्स के लिए ऑनलाइन आवेदन फॉर्म जारी करती हैं।
- OT कोर्स संबंधित संस्थान ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया के लिए ऑनलाइन फॉर्म को देखें।
- इसके बाद इस कोर्स के लिए दिए गए आवेदन ऑनलाइन फॉर्म को भरें।
- आवेदन फॉर्म में अपने दस्तावेज जैसे- 10+2 मार्कशीट, पहचान प्रमाण, जाति प्रमाण पत्र (यदि लागू हो) आदि को अपलोड करें और अपनी जानकारी को सही से अपडेट करें।
- इसके बाद आवेदन शुल्क का भुगतान भरें और यदि आपके द्वारा चयनित संस्थान में प्रवेश पाने के लिए किसी प्रवेश परीक्षा का आयोजन होता है तो आप इस परीक्षा के लिए खुद को तैयार करें।
- यदि आपके चुने गए संस्थान में मेरिट लिस्ट के आधार पर एडमिशन होता है तो आप मेरिट लिस्ट की प्रतीक्षा करें, जो कि 12वीं के अंकों के आधार पर बनती है।
- मेरिट लिस्ट में या परीक्षा के बाद चुने जाने पर कॉउंसलिंग प्रोसेस का पार्ट बनें।
- इसके बाद अंत में अपने दस्तावेज़ सत्यापन कराएं, और अपनी प्रवेश प्रक्रिया को पूरा करें।
- इस कोर्स के लिए ऑफलाइन आवेदन प्रक्रिया के लिए सबसे पहले अपने लिए मान्यता प्राप्त संस्थान की पहचान करें और फिर इसके लिए पात्रता मानदंड को जांचें।
- फिर संबंधित संस्थान में जाकर सबसे पहले आप आवेदन फॉर्म को खरीदें और उसे ध्यान पूर्वक पढ़ते हुए ही अपनी जानकारी उस फॉर्म में भरें।
- इस कोर्स को करने के लिए उम्मीदवारों के पास मार्कशीट 10+2 मार्कशीट, पहचान प्रमाण, जाति प्रमाण पत्र (यदि लागू हो) जैसे जरूरी डॉक्यूमेंट्स होने चाहिए।
- इसके बाद आप अपने आवेदन शुल्क को समय रहते भरें और आगे की प्रक्रिया का हिस्सा बनें।
- सही ढंग से आवेदन फॉर्म भरने के बाद फॉर्म को निर्धारित तिथि से पहले ही सबमिट करें और यदि इसके लिए संस्थान द्वारा किसी परीक्षा का आयोजन किया जाता है, तो उसमें प्रतिभाग करें।
- यदि मेरिट के आधार पर आपका एडमिशन होगा तो इसके लिए अपने संसथान में जाकर मेरिट लिस्ट को चेक करें।
- अंत में मेरिट लिस्ट में नाम आने पर कॉउंसलिंग प्रोसेस का पार्ट बनें और अपनी आवेदन प्रक्रिया को पूरा करें।
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OT कोर्स करने के बाद करियर स्कोप
OT (ऑपरेशन थिएटर) कोर्स पूरा करने के बाद छात्रों के सामने हेल्थकेयर क्षेत्र में कई करियर अवसर खुल जाते हैं। इस कोर्स को करने के बाद आप सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों, डायग्नोस्टिक सेंटर और हेल्थकेयर क्लिनिक, सर्जिकल उपकरण कंपनियों, रिसर्च सेंटर में प्रयोगशाला में, मेडिकल कॉलेजों में शिक्षण या ट्रेनिंग असिस्टेंट के रूप में, आपातकालीन सेवाओं और ट्रॉमा सेंटर में नीचे बताए गए पदों पर काम करके अपना करियर बना सकते हैं या खुद का ऑपरेशन थिएटर सेटअप या हेल्थकेयर सेवा से जुड़ा व्यवसाय खोलकर एक अच्छा करियर बनाया जा सकता है।
- ऑपरेशन थिएटर टेक्नीशियन
- ऑपरेशन थिएटर असिस्टें
- एनेस्थेसिया टेक्नीशियन
- पेशेंट केयर एक्सक्यूटिव
- मेडिकल लैब असिस्टेंट
- हॉस्पिटल एडमिनिस्ट्रेटर
- ऑपरेशन थिएटर असिस्टेंट या टेक्नीशियन
- तकनीकी स्टाफ
- टेक्निकल सपोर्ट की पोस्ट पर
- क्लिनिकल सहायता जैसे अहम पदों पर
- विशेषज्ञ तकनीशियन के रूप में
OT कोर्स करने के बाद मिलने वाली सैलरी
OT कोर्स पूरा करने के बाद मिलने वाली अनुमानित सालाना सैलरी Ambitionbox.com के अनुसार नीचे दी गई तालिका में दर्शाई गई है। वास्तविक सैलरी आपके अनुभव, कौशल और परफॉर्मेंस के आधार पर इससे अधिक भी हो सकती है।
| जॉब प्रोफाइल | अनुमानित सालाना सैलरी (INR) |
| ऑपरेशन थिएटर टेकनीशियन | 1.1 लाख – 5.4 लाख |
| सर्जिकल अस्सिटैंट्स | 0.8 लाख – 6.5 लाख |
| एनेस्थीसिया टेकनीशियन | 1 लाख – 5.1 लाख |
| एंडोस्कोपी टेकनीशियन | 1.2 लाख – 6 लाख |
| सर्जिकल इक्विपमेंट टेकनीशियन | 2.4 लाख – 4 लाख |
FAQs
OT यानी ऑक्युपेशनल थेरेपी कोर्स एक हेल्थकेयर से जुड़ा प्रोफेशनल कोर्स है जिसमें मरीजों को शारीरिक और मानसिक समस्याओं से उबरने में मदद करना सिखाया जाता है।
भारत के कई मेडिकल कॉलेज और यूनिवर्सिटी जैसे AIIMS, जामिया हमदर्द, एमजीएम इंस्टिट्यूट, मणिपाल यूनिवर्सिटी आदि संस्थानों में यह कोर्स उपलब्ध है।
OT कोर्स पूरा करने के बाद छात्र अस्पताल, पुनर्वास केंद्र, क्लीनिक, विशेष विद्यालय और प्राइवेट प्रैक्टिस में काम कर सकते हैं।
ऑक्युपेशनल थेरेपी का ग्रेजुएशन कोर्स सामान्यतः चार वर्ष का होता है। इसके बाद स्टूडेंट्स को इंटर्नशिप भी करनी जरुरी है।
OT कोर्स में एडमिशन के लिए अभ्यर्थी को बारहवीं कक्षा विज्ञान संकाय से पास होना चाहिए। इस कोर्स को करने के लिए स्टूडेंट्स के पास फिजिक्स, केमिस्ट्री और बायोलॉजी जैसे विषयों का होना अनिवार्य हैं।
हमें आशा है कि आप इस लेख के माध्यम से OT कोर्स की जानकारी प्राप्त कर पाए होंगे, साथ ही ये जानकारी आपके लिए सहायक साबित होगी। अन्य कोर्स-सम्बंधित जानकारियों के लिए Leverage Edu के साथ जुड़े रहें।
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