मध्य प्रदेश माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की कक्षा 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाएं शुरू हो चुकी हैं। इस बार एमपी बोर्ड की तरफ से बोर्ड एग्ज़ाम्स में नक़ल और पेपर लीक जैसी घटनाओं को रोकने के लिए कड़े कदम उठाए जा रहे हैं। इस कारण से स्टूडेंट्स को बोर्ड अधिकारियों की जाने वाली कड़ी जाँच से गुजरना पड़ रहा है।
एग्जाम सेंटर्स पर टोपी पहनकर जाने पर की जा रही जांच
इस बार एग्जाम सेंटर पर स्टूडेंट्स को कड़ी जांच से होकर गुजरना पड़ रहा है। एमपी बोर्ड की नई गाइडलाइंस के तहत अब स्टूडेंट्स को सेंटर में जाने से पहले बाहर ही टोपी आदि की चेकिंग करानी होगी। इसके अलावा किसी स्टूडेंट पर अधिक शक होने पर उसके जूते और मोज़े आदि खुलवाकर भी चेकिंग की जा रही है।
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नकलचियों को पकड़ेगा उड़न दस्ता
मध्य प्रदेश माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के द्वारा नकलचियों को पकड़ने के लिए और पेपर लीक जैसी घटनाओं पर रोक लगाने के उद्देश्य से उड़न दस्तों का गठन किया गया है। ये उड़न दस्ते परीक्षा के समय विभिन्न परीक्षा केंद्रों पर जाकर स्टूडेंट्स की चेकिंग करेगा।
संवेदनशील और अतिसंवेदनशील केंद्रों पर रखी जा रही कड़ी नज़र
मध्य प्रदेश माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के द्वारा इस बार नक़ल को रोकने के लिए कड़े इंतज़ाम किए गए हैं। एमपी बोर्ड के द्वारा इस बार केंद्रों को नकल रोकने के लिए परीक्षा केंद्रों को संवेदनशील और अतिसंवेदनशील की कैटेगरी में बांटा गया है। इन केंद्रों पर सुरक्षा के विशेष इंतज़ाम किए गए हैं। इन केंद्रों पर अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किए गए हैं। इसके अलावा इन एग्जाम सेंटर्स पर सीसीटीवी कैमरे भी लगाए गए हैं ताकि इन केन्द्रो पर निगरानी की जा सके। एमपी बोर्ड द्वारा इन केंद्रों को संवेदनशील और अतिसंवेदनशील केंद्रों में इन परीक्षा केंद्रों में पूर्व में नक़ल की अत्यधिक घटनाओं के इतिहास के कारण वर्गीकृत किया गया है।