भाषा के आधार पर केरल राज्य का गठन 1 नवंबर 1956 को हुआ था। इसका पुराना नाम चेरलम था। केरल भारत का सबसे शिक्षित प्रदेश है। केरल के वर्तमान मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन हैं। राजनीतिक दृष्टिकोण से राज्य को देखा जाए तो प्रदेश में विधानसभा की सीटें 140 और लोकसभा की 20 सीटें हैं। केरल के मुख्यमंत्रियों और उनके कार्यकाल से जुड़े प्रश्न प्रतियोगी परीक्षाओं में पूछे जाते हैं, इसलिए इस ब्लाॅग में केरल के मुख्यमंत्री की सूची दी जा रही है जिससे आपकी तैयारी को मजबूती मिलेगी।
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मुख्यमंत्री के बारे में
किसी भी प्रदेश में गवर्नर प्रमुख वक्ता होता है, लेकिन वास्तविक कार्यकारी अधिकार सीएम के पास होता है। भारत के संविधान के अनुच्छेद 164 में बताया है कि सीएम की नियुक्ती राज्यपाल द्वारा की जाएगी। एक प्रदेश में सिर्फ एक ही चीफ मिनिस्टर होता है। मुख्यमंत्री सीधे तौर पर निर्वाचित नहीं होता बल्कि उस पार्टी द्वारा मनोनीत किया जाता है जिसके पास स्टेट में सबसे अधिक विधायक होते हैं। ऐसा माना जाता है कि मुख्यमंत्री राज्य स्तर पर पीएम के समान ही होता है।
केरल के मुख्यमंत्री की सूची क्या है?
यहां केरल के मुख्यमंत्रियों की सूची और उनके कार्यकाल के बारे में बताया जा रहा हैः
मुख्यमंत्री | कार्यकाल |
राष्ट्रपति शासन | 1 नवंबर 1956 से 5 अप्रैल 1957 तक |
ईएमएस नंबूदरीपाद | 5 अप्रैल 1957 से 31 जुलाई 1959 तक |
राष्ट्रपति शासन | 31 जुलाई 1959 से 22 फरवरी 1960 तक |
पट्टम ए. थानु पिल्लई | 22 फरवरी 1960 से 26 सितंबर 1962 तक |
र. शंकर | 26 सितंबर 1962 से 10 सितंबर 1964 तक |
राष्ट्रपति शासन | 10 सितंबर 1964 से 25 मार्च 1965 तक |
राष्ट्रपति शासन | 25 मार्च 1965 से 6 मार्च 1967 तक |
ईएमएस नंबूदरीपाद | 6 मार्च 1967 से 1 नवंबर 1969 तक |
सी.अच्युत मेनन | 1 नवंबर 1969 से 1 अगस्त 1970 तक |
राष्ट्रपति शासन | 4 अगस्त 1970 से 3 अक्टूबर 1970 तक |
सी.अच्युत मेनन | 4 अक्टूबर 1970 से 25 मार्च 1977 तक |
के.करूणाकरण | 25 मार्च 1977 से 25 अप्रेल 1977 तक |
ए.के.एंटनी | 25 अप्रेल 1977 से 27 अक्टूबर 1978 तक |
पीके वासिदेव नायर | 29 अक्टूबर 1978 से 7 अक्टूबर 1979 तक |
सीएच मोहम्मद कोया | 12 अक्टूबर 1979 से 1 दिसंबर 1979 तक |
राष्ट्रपति शासन | 5 दिसंबर 1979 से 25 जनवरी 1980 तक |
ईके नयनार | 25 जनवरी 1980 से 20 अक्टूबर 1981 तक |
राष्ट्रपति शासन | 21 अक्टूबर 1981 से 28 दिसम्बर 1981 तक |
के. करूणाकरण | 28 दिसंबर 1981 से 17 मार्च 1982 तक |
राष्ट्रपति शासन | 17 मार्च 1982 से 23 मई1982 तक |
के.करूणाकरण | 24 मई 1982 से 25 मार्च 1987 तक |
ईके नयनार | 26 मार्च 1987 से 17 जून 1991 तक |
के.करूणाकरण | 24 जून 1991 से 16 मार्च 1995 तक |
ए.के.एंटनी | 22 मार्च 1995 से 9 मई 1996 तक |
ईके नयनार | 20 मई 1996 से 13 मई 2001 तक |
ए.के एंटनी | 17 मई 2001 से 29 अगस्त 2004 तक |
ओमन चांडी | 31 अगस्त 2004 से 12 मई 2006 तक |
वीएस अच्युतानंदन | 18 मई 2006 से 14 मई 2011 तक |
ओमन चांडी | 18 मई 2011 से 20 मई 2016 तक |
पिनाराई विजयन | 25 मई 2016 से 19 मई 2021 तक |
पिनाराई विजयन | 20 मई 2021 से वर्तमान तक। |
केरल के पहले मुख्यमंत्री कौन थे?
केरल के पहले मुख्यमंत्री ईएमएस नंबूदरीपाद थे। ईएमएस नंबूदरीपाद ने पहली बार मद्रास प्रांतीय विधान सभा से चुनाव लड़कर जीत हांसील की थी। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के समूह का गठन ईएमएस नंबूदरीपाद ने ही किया था। ऐसा कहा जाता है कि नंबूरीपाद का व्यक्तित्व ऐसा था कि उन्होंने अपनी प्राॅपर्टी दान कर दी थी।
केरल के वर्तमान मुख्यमंत्री कौन हैं?
केरल के वर्तमान मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन है। इन्होंने लगातार दूसरी बार 4 मई 2021 को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। ये केरल के 12वें मुख्यमंत्री के रूप में कार्यरत हैं। इन्होंने पहली बार विधानसभा चुनाव 1970 में लड़ा था। पिनाराई विजयन ने 1996 से 1998 तक केरल सरकार में सहकारिता मंत्री के रूप में भी कार्य किया था।
मुख्यमंत्री बनने के लिए योग्यता क्या है?
सीएम बनने के लिए भारत के संविधान में योग्यता के बारे में नहीं बताया गया है। जो योग्यता MLA बनने के लिए होती है वही योग्यता मुख्यमंत्री के लिए होती है। मुख्यमंत्री बनने के लिए आपके पास भारत की नागरिकता होनी चाहिए और आपकी उम्र 25 साल या उससे अधिक होनी चाहिए। मुख्यमंत्री बनने के लिए आपके पास विधानसभा की सदस्यता होनी चाहिए।
मुख्यमंत्री का कार्यकाल कितना होता है?
सीएम का कार्यकाल 5 साल की अवधि तक का होता है इसे भारत के संविधान में भी उल्लेख किया गया है। गवर्नर सीएम को उनके पद पर नियुक्त करते हैं। सीएम का कार्यकाल निश्चित नहीं होता है और वह राज्यपाल के विवेक पर कार्य करता है। जब तक मुख्यमंत्री को विधान सभा में भारी मात्रा में समर्थन प्राप्त नहीं हो जाता, तब तक वह इस्तीफा दे सकता है और राज्यपाल उसे बर्खास्त कर देता है।
मुख्यमंत्री का काम क्या होता है?
केरल के मुख्यमंत्रियों की सूची जानने के साथ ही यहां हम मुख्यमंत्री का कार्य प्वाइंट्स में जानेंगेः
- मुख्यमंत्री राज्य के कैबिनेट मंत्री और राज्य मंत्रीयों के मंत्रालय आवंटित करता हैं।
- सीएम मंत्रिमंडल की बैठकों की अध्यक्षता करता है।
- सीएम गवर्नर को किसी भी आदमी को मंत्री बनाने के लिए राय देता है।
- सीएम स्टेट का प्रमुख प्रवक्ता होता है।
- सरकार के प्रति काम न करने वाले मिनिस्टरों को पद से हटाना
- विधानसभा को उसके कार्यकाल की समाप्ति से पहले भंग करने की शक्ति
- मंत्रिपरिषद के खिलाफ कार्य करने वालों का आपराधिक रिकाॅर्ड चेक करना
- मिनिस्टरो की लिस्ट तैयार करना और उसे गवर्नर को सौंपकर सरकार बनाना।
केरल के मुख्यमंत्री से जुड़े 10 प्रमुख सवाल
केरल के मुख्यमंत्रियों से जुड़े 10 प्रमुख सवाल इस प्रकार हैंः
1- केरल के दूसरे मुख्यमंत्री कौन थे?
उत्तर- केरल के दूसरे मुख्यमंत्री पट्टम ए. थानु पिल्लई थे।
2- केरल में कितनी बार राष्ट्रपति शासन लग चुका है?
उत्तर- केरल में 8 बार राष्ट्रपति शासन लग चुका है।
3- केरल के वर्तमान मुख्यमंत्री कौन हैं?
उत्तर- केरल के वर्तमान मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन हैं।
4- केरल में अब तक कितनें मुख्यमंत्री हो चुके हैं?
उत्तर- केरल में अब तक 12 मुख्यमंत्री हो चुके हैं।
5- केरल के पाचंवे मुख्यमंत्री कौन थे?
उत्तर- केरल के पाचंवे मुख्यमंत्री सी.अच्युत मेनन थे।
6- केरल के मुख्यमंत्री की सैलरी कितनी होती है?
उत्तर- केरल के मुख्यमंत्री की सैलरी INR 185,000 प्रति माह है।
7- मुख्यमंत्री की नियुक्ति कौन करता है?
उत्तर- मुख्यमंत्री की नियुक्ति राज्यपाल करता है।
8- 2000 में केरल के मुख्यमंत्री कौन थे?
उत्तर- 2000 में केरल के मुख्यमंत्री ईके नयनार थे
10- 2007 में केरल के मुख्यमंत्री कौन थे?
उत्तर- 2007 में केरल के मुख्यमंत्री वीएस अच्युतानंदन थे।
संबंधित ब्लाॅग्स
FAQs
मुख्यमंत्री की नियुक्ती राज्यपाल करता है।
केरल में विधानसभा की 140 सीटें हैं।
केरल के वर्तमान मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन हैं।
उम्मीद है कि इस ब्लाॅग में आपको केरल के मुख्यमंत्री की सूची और उनके बारे में पूरी जानकारी मिल गई होगी। इसी तरह के अन्य ब्लाॅग्स पढ़ने के लिए बने रहें हमारी वेबसाइट पर।