दो दिन का मेहमान मुहावरे का अर्थ (Do Din Ka Mehman Muhavare Ka Arth) होता है। जब कोई व्यक्ति अपने जीवन के अंतिम समय में होता है, तो उसके लिए हम दो दिन का मेहमान मुहावरे का प्रयोग करते हैं। इस ब्लॉग के माध्यम से दो दिन का मेहमान मुहावरे का वाक्यों में प्रयोग और इसकी व्याख्या के बारे में जानेगें।
मुहावरे किसे कहते हैं?
मुहावरे और उनके अर्थ – किसी विशेष शब्द के अर्थ को आम जन की भाषा में समझाने के लिए जिस वाक्यांश का प्रयोग किया जाता है उसे मुहावरा कहते हैं। इसमें वाक्यांश का सीधा सीधा अर्थ न लेकर बात को घुमा फिराकर कहा जाता है। इसमें भाषा को थोड़ा मजाकिया, प्रभावशाली और संक्षिप्त रूप में कहा जाता है।
दो दिन का मेहमान मुहावरे का अर्थ क्या है?
दो दिन का मेहमान मुहावरे का अर्थ (Do Din Ka Mehman Muhavare Ka Arth) होता है- मरणासन्न होना आदि।
दो दिन का मेहमान व्याख्या
इस मुहावरे में “दो दिन का मेहमान मुहावरे का अर्थ” उसकी बीमारी इतनी बढ़ गई है, वो दो दिन का मेहमान ही है।
दो दिन का मेहमान मुहावरे का वाक्य प्रयोग
दो दिन का मेहमान मुहावरे का वाक्य में प्रयोग निम्नलिखित है;
- सौरभ दुर्धटना में घायल हो गया है, डॉक्टर ने कहा है कि वो दो दिन का मेहमान है।
- लड़ाई में उसे इतनी मार पड़ी की अब वो दो दिन का ही मेहमान बचा है।
- राकेश के दादा की उम्र बहुत हो गई है, डॉक्टर ने कहा है कि वो दो दिन के ही मेहमान हैं।
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आशा है कि दो दिन का मेहमान मुहावरे का अर्थ (Do Din Ka Mehman Muhavare Ka Arth) आपको समझ आया होगा। हिंदी मुहावरे के अन्य ब्लॉग्स पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बनें रहें।