Bharat Ka Samvidhan Kisne Likha: भारत का संविधान किसने लिखा?

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Bharat Ka Samvidhan Kisne Likha

Bharat Ka Samvidhan Kisne Likha: क्या आप जानते हैं कि भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक देश है और संविधान भारत का सर्वोच्च कानून है। आज भारत में लोकतांत्रिक व्यवस्था भारतीय संविधान के अनुसार ही चलती है। बताना चाहेंगे भारत का संविधान 26 नवंबर, 1949 को संविधान सभा द्वारा अंगीकृत किया गया था और यह 26 जनवरी 1950 को लागू हुआ। डॉ. बी.आर. अंबेडकर को संविधान सभा का अध्यक्ष होने के नाते संविधान निर्माता होने का श्रेय दिया जाता है। उन्हीं की देखरेख में संविधान को तैयार किया गया था। वहीं मूल संविधान 2 साल, 11 महीने और 18 दिन में लिखा गया था। 

आपको बता दें कि भारत का संविधान न तो मुद्रित है और न ही टंकित है। यह हिंदी और अंग्रेजी दोनों भाषाओं में हस्तलिखित और सुलेखित है। इसे अंग्रेजी में श्री प्रेम बिहारी नारायण रायज़ादा (Prem Behari Narain Raizada) द्वारा हस्तलिखित किया गया था और उनके द्वारा देहरादून में प्रकाशित किया गया था। उन्हें यह जिम्मेदारी भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू ने सौंपी थीं। जबकि संविधान की हिंदी प्रति बसंत कृष्ण वैद्य ने लिखी थी। संविधान के प्रत्येक पृष्ठ को शांतिनिकेतन के कलाकारों द्वारा सजाया गया था, जिनमें ब्योहर राममनोहर सिन्हा और नंदलाल बोस शामिल हैं। इस ब्लॉग में भारत का संविधान किसने लिखा? (Bharat Ka Samvidhan Kisne Likha) की विस्तृत जानकारी दी गई है। 

भारत का संविधान क्या है?

भारत का संविधान देश का सर्वोच्च कानून है। यह भारत के शासन के लिए रूपरेखा है और सरकारी संस्थानों की संरचना, शक्तियों और कर्तव्यों को स्थापित करता है। भारत का संविधान दुनिया में सबसे लंबे लिखित संविधान के रूप में जाना जाता है। इसका पेनिंग स्टेटमेंट संविधान के आदर्शों और उद्देश्यों, जैसे न्याय, स्वतंत्रता, समानता को रेखांकित करता है।

भारतीय संविधान, सरकार और उसके संगठनों की संरचना, प्रक्रियाओं, शक्तियों, कर्तव्यों और नागरिकों के अधिकारों को निर्धारित करता है। sansad.in के अनुसार, संविधान में 395 अनुच्छेद और 8 अनुसूचियां थीं और इसमें लगभग 145,000 शब्द थे और यह अब तक का सबसे बड़ा संविधान है।

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भारत का संविधान किसने लिखा? – Bharat Ka Samvidhan Kisne Likha

भारत का प्रतिनिधित्व करने वाले लोगों ने मिलकर भारतीय संविधान का निर्माण किया। यह सुनिश्चित करने के लिए कि सब कुछ सही था, उनके बीच बहुत सारी चर्चाएँ और बातचीत हुई। भारत का संविधान विश्व स्तर पर सबसे विस्तृत संविधान है, जिसमें छोटी से छोटी बातों पर भी ध्यान दिया गया है।

9 दिसंबर 1946 में संविधान सभा का गठन किया गया था जिसका कार्य था एक मजबूत संविधान का निर्माण करना। डॉ. राजेंद्र प्रसाद इस सभा के अध्यक्ष बने। उन्होंने संविधान का शुरुआती ढांचा बनाने के लिए ड्राफ्टिंग कमिटी का निर्माण किया और डॉ. बी.आर. अम्बेडकर इसके चेयरमैन थे। इसे पूरा करने में उन्हें लगभग तीन साल में 166 दिन लगे।  

अंबेडकर को संविधान बनाने का श्रेय दिया जाता है क्योंकि वह संविधान सभा की ड्राफ्टिंग सभा के अध्यक्ष थे। उन्हें संविधान का जनक भी कहा जाता है। हालाँकि, संविधान को भौतिक रूप से अपने हाथ से लिखने वाले वास्तविक व्यक्ति प्रेम बिहारी नारायण रायजादा थे। संविधान को 26 नवम्‍बर 1949 को अपनाया गया था, जो 26 जनवरी 1950 को लागू हुआ था। 

संविधान का इतिहास क्या है?

1928 में सर्वदलीय सम्मेलन ने भारत का संविधान तैयार करने के लिए लखनऊ में एक समिति बुलाई, जिसे नेहरू रिपोर्ट के नाम से जाना गया। 1857 से 1947 तक भारत का अधिकांश भाग सीधे ब्रिटिश शासन के अधीन था। स्वतंत्रता के बाद यह स्पष्ट हो गया कि एक नया संविधान बनाने की आवश्यकता है। लेकिन इसके लिए पूरे भारत को संघ में लाने की जरूरत थी। इसका मतलब यह था कि रियासतों को बल या कूटनीति से भारतीय संघ का हिस्सा बनने के लिए राजी करने की आवश्यकता थी। 

सरदार वल्लभभाई पटेल और वी पी मेनन ने यह अविश्वसनीय कार्य किया। ऐसा होने तक भारत अभी भी कानूनी तौर पर अंग्रेजों के अधीन था, लेकिन भारत के संविधान ने 26 जनवरी 1950 को प्रभावी होने पर भारतीय स्वतंत्रता अधिनियम 1947 और भारत सरकार अधिनियम 1935 को निरस्त कर दिया। भारत ब्रिटिश क्राउन का प्रभुत्व समाप्त हो गया और संविधान के साथ एक संप्रभु लोकतांत्रिक गणराज्य बन गया।

भारतीय संविधान से जुड़े रोचक तथ्य

भारत का संविधान किसने बनाया के बारे में जानने के बाद आपको भारतीय संविधान से जुड़े रोचक तथ्यों के बारे में भी जान लेना चाहिए। भारतीय संविधान से जुड़े रोचक तथ्य निम्नलिखित हैं;

  • भारतीय संविधान एक हस्तलिखित संविधान है जो प्रेम बिहारी नारायण रायजादा द्वारा लिखा गया था।
  • भारतीय संविधान के मूल संस्करण को नंद लाल बोस और राम मनोहर सिन्हा सहित “शांति निकेतन” के अन्य कलाकारों द्वारा सुशोभित और सुसज्जित किया गया था।
  • भारतीय संविधान के हिंदी संस्करण का सुलेखन “वसंत कृष्णन वैद्य” द्वारा किया गया था, जिसे नंद लाल बोस द्वारा सुरुचिपूर्ण ढंग से सजाया गया था।
  • भारतीय संविधान के लिए मुख्य भूमिका निभाने वाली प्रारूप समिति का गठन 29 अगस्त 1947 को हुआ था।
  • इस समिति में डॉ. भीमराव अंबेडकर के अलावा एन. गोपालस्वामी आयंगार, अल्लादी कृष्णस्वामी अय्यर, डॉक्टर के. एम. मुंशी, सैय्यद मोहम्मद सादुल्ला, एन. माधव राव और टी. टी. कृष्णामाचारी भी शामिल थे।

संविधान पर डॉ. भीमराव अंबेडकर के विचार

भारत का संविधान किसने बनाया के बारे में जानने के बाद आपको डॉ. बी. आर. अंबेडकर के संविधान के बारे में कुछ कोट्स बहुत प्रसिद्ध हैं-

संविधान एक मात्र वकीलों का दस्तावेज नहीं। यह जीवन का एक माध्यम है।

डॉ. बी. आर. अंबेडकर
भारत का संविधान किसने बनाया

यदि मुझे लगा संविधान का दुरुपयोग किया जा रहा है, तो इसे जलानेवाला सबसे पहले मैं रहूँगा।

डॉ. बी. आर. अंबेडकर
भारत का संविधान किसने बनाया

जब तक आप सामाजिक स्वतंत्रता नहीं हासिल कर लेते, कानून आपको जो भी स्वतंत्रता देता है, वो आपके किसी काम की नहीं।

डॉ. बी. आर. अंबेडकर
भारत का संविधान किसने बनाया

भारत का संविधान, देश के आजाद होने से कई साल पहले से ही बनना प्रारम्‍भ हो गया था। 1928 में मोतीलाल नेहरू और आठ अन्य कांग्रेस नेताओं ने भारत के लिए एक संविधान का प्रारूप तैयार किया। 13 दिसंबर 1946 को जवाहर लाल नेहरू ने संविधान की नींव के रूप में, संविधान का एक पूरा का पूरा खाका तैयार कर दिया था।

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भारत के संविधान का महत्व क्या है?

संविधान का महत्व भारत में बहुत है क्योंकि यह तय करता है कि समाज में निर्णय लेने की शक्ति किसके पास है। यह तय करता है कि सरकार का गठन कैसे होगा। एक सरकार अपने नागरिकों पर क्या थोप सकती है, इस पर कुछ सीमाएं भी हो सकती हैं। लोगों के मौलिक अधिकार संविधान की देन हैं और इससे यह तय होता है कि सरकार को समाज की इच्छाओं को पूरा करने में सक्षम बनाता है। संविधान सरकार की शक्तियों को सीमित कर सकता है और लोगों द्वारा राजतंत्र बनाने का अधिकार देता है।

FAQs


भारत के संविधान के निर्माता कौन हैं?

भारत के संविधान का निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर को कहा जाता है।

संविधान बनाने में कितने लोग थे?

भारतीय संविधान लिखने वाली सभा में 299 सदस्य थे।

संविधान बनाने में डॉ बीआर अंबेडकर की क्या भूमिका थी?

डॉ. बीआर अंबेडकर विधानसभा की सबसे महत्वपूर्ण समिति – मसौदा समिति के अध्यक्ष और अन्य महत्वपूर्ण समितियों के सदस्य थे। इसके अध्यक्ष के रूप में, उन्हें समिति द्वारा तैयार किए गए संविधान के मसौदे का बचाव करना था, इसलिए उन्होंने लगभग हर बहस में हस्तक्षेप किया।

भारत का संविधान लिखने वाला व्यक्ति कौन था?

संविधान की मूल कॉपी श्री प्रेम बिहारी नारायण रायज़ादा द्वारा लिखी गई है।

संविधान का असली लेखक कौन था?

श्री प्रेम बिहारी नारायण रायजादा ने अपने हाथ से अंग्रेजी में संविधान की मूल कॉपी लिखी थी।

संविधान में कुल कितने पेज हैं?

भारत का संविधान 251 पेज का है।

संविधान कहाँ रखा गया है? 

भारतीय संविधान की एक मूल प्रति ग्वालियर की सेंट्रल लाइब्रेरी में रखी हुई है।

संविधान पर हस्ताक्षर करने वाला पहला व्यक्ति कौन था?

भारत के प्रथम राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद भारत के संविधान पर हस्ताक्षर करने वाले पहले व्यक्ति थे। 

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आशा है कि आपको इस ब्लॉग में भारत का संविधान किसने लिखा (Bharat Ka Samvidhan Kisne Likha) की संपूर्ण जानकारी मिल गई होगी। ऐसे ही सामान्य ज्ञान और इंडियन एग्जाम से संबंधित अन्य ब्लॉग्स पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बने रहें। 

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3 comments
    1. धीरज जी आपका आभार, ऐसे ही बने रहिए हमारी वेबसाइट पर।

    1. धीरज जी आपका आभार, ऐसे ही बने रहिए हमारी वेबसाइट पर।