बगुला भगत मुहावरे का हिंदी अर्थ (Bagula Bhagat Muhavare Ka Arth) ‘ढोंगी व्यक्ति होना’ या ‘कपटी होना’ होता है। जो व्यक्ति बहुत सीधा से लगता हो किंतु भीतर से बहुत कपटी हो तब बगुला भगत मुहावरे का प्रयोग किया जाता है। इस ब्लॉग के माध्यम से आप ‘बगुला भगत मुहावरे का अर्थ’ (Bagula Bhagat Muhavare Ka Arth) का वाक्यों में प्रयोग और अन्य महत्वपूर्ण मुहावरों के बारे में जानेगें।
मुहावरे किसे कहते हैं?
किसी विशेष शब्द के अर्थ को आम जन की भाषा में समझाने के लिए जिस वाक्यांश का प्रयोग किया जाता है उसे ‘मुहावरा’ कहते हैं। इसमें वाक्यांश का सीधा सीधा अर्थ न लेकर बात को घुमा फिराकर कहा जाता है। इसमें भाषा को थोड़ा मजाकिया, प्रभावशाली और संक्षिप्त रूप में कहा जाता है।
बगुला भगत मुहावरे का अर्थ क्या है?
बगुला भगत मुहावरे का हिंदी अर्थ (Bagula Bhagat Muhavare Ka Arth) ‘ढोंगी व्यक्ति होना’ या ‘कपटी होना’ होता है।
बगुला भगत मुहावरे का वाक्य में प्रयोग
बगुला भगत मुहावरे का वाक्य में प्रयोग निम्नलिखित हैं:-
- आज समाज में बहुत से बगुला भगत लोगों को धोखा देने के लिए बैठे हैं।
- आपको सोहन से बच कर रहना चाहिए वह तो बगुला भगत है।
- यह अधिकारी तो पूरा बगुला भगत है बिना रिश्वत लिए कोई काम ही नहीं करता।
- पिताजी ने अंशुल को समझाया कि बगुला भगत जैसी प्रवृति के व्यक्तियों से बच कर रहना चाहिए।
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आशा है कि आपको, बगुला भगत मुहावरे का अर्थ (Bagula Bhagat Muhavare Ka Arth) से संबंधित सभी आवश्यक जानकारी मिल गई होगी। हिंदी मुहावरे के अन्य ब्लॉग्स पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बनें रहें।