एक अच्छा आर्किटेक्ट कैसे बने?

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Architect kaise bane, आर्किटेक्ट

आपने ताजमहल जैसे स्मारक और बुर्ज खलीफा जैसी भव्य इमारत देखी ही होगी और आप उनकी सुंदरता और अनोखेपन को देख कर मंत्रमुग्ध हो गए होंगे। पर आपने सोचा है कि इसके निर्माण में अहम भूमिका किसने निभाई है? एक आर्किटेक्ट ने, जी हां! बड़ी से बड़ी इमारतों की डिजाइनिंग से लेकर निर्माण तक में एक आर्किटेक्ट का महत्त्वपूर्ण योगदान होता है। क्या आप भी आर्किटेक्ट के रूप में अपना भविष्य बनाना चाहते हैं? तो आइए architect kaise bane जानिए इस ब्लॉग के माध्यम से।

This Blog Includes:
  1. आर्किटेक्ट कौन होते हैं?
  2. आर्किटेक्ट क्यों बनें?
  3. आर्किटेक्ट के प्रकार
  4. जिम्मेदारियां
  5. आर्किटेक्ट बनने के लिए जरूरी स्किल्स
  6. आर्किटेक्ट करते क्या हैं ? 
    1. 1.डिज़ाइन
    2. 2. दस्तावेज तैयार करना
    3. 3. निर्माण भूमिकाएं
  7. आर्किटेक्ट कैसे बनें : स्टेप बाय स्टेप गाइड
  8. आर्किटेक्चर कोर्सेज
    1. आर्किटेक्चर बैचलर्स डिग्री कोर्सेज
    2. आर्किटेक्चर मास्टर्स डिग्री कोर्सेज
    3. ऑनलाइन आर्किटेक्चर कोर्सेज
  9. आर्किटेक्चर कोर्सेज के लिए दुनिया की टॉप यूनिवर्सिटीज़
  10. भारत की टॉप यूनिवर्सिटीज़
  11. योग्यता
  12. आवेदन प्रक्रिया
    1. विदेश के लिए आवेदन प्रक्रिया
    2. भारत के लिए आवेदन प्रक्रिया
  13. आवश्यक दस्तावेज़
  14. टॉप रिक्रूटर्स
  15. जॉब प्रोफाइल्स और सैलरी
  16. दुनिया के टॉप आर्किटेटक्स
  17. FAQs

आर्किटेक्ट कौन होते हैं?

आर्किटेक्ट एक स्किल्ड प्रोफेशनल होता है जो इमारतों की डिजाइनिंग से लेकर उनके निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। आर्किटेक्ट, कंस्ट्रक्शन प्रोजेक्ट के सभी चरणों जैसे क्लाइंट के साथ प्रिलिमिनरी विचार-विमर्श से लेकर पूरे स्ट्रक्चर की अंतिम डिलीवरी तक शामिल होते हैं। आर्किटेक्ट बनने के लिए विशिष्ट स्किल्स की आवश्यकता होती है जैसे डिजाइनिंग, मैनेजमेंट, सुपरविज़न और ग्राहकों और बिल्डर्स के साथ कम्यूनिकेट करना। 

आर्किटेक्ट क्यों बनें?

Architect kaise bane जानने के साथ-साथ यह जानना भी आवश्यक है कि इस प्रोफेशन को क्यों चुनें, इसके मुख्य कारण नीचे दिए गए हैं-

  • अपनी एनालिटिकल और क्रिएटिव स्किल्स का विकास करें: आर्किटेक्चर एक अंतःविषय क्षेत्र है। कॉन्सेप्ट्स को चित्रित करने और रेखाचित्रों को डिजाइन करने के लिए क्रिएटिव स्किल्स की आवश्यकता होती है जबकि दूसरी ओर बिल्डिंग्स और अन्य संरचनाओं के निर्माण के तकनीकी पक्ष में गहन एनालिटिकल स्किल्स की आवश्यकता होती है। आर्किटेक्चर उन दुर्लभ व्यवसायों में से एक है जो आपको एक ही समय में क्रिएटिव और एनालिटिकल दोनों होने की अनुमति देता है।
  • यह लगातार विकसित होने वाला क्षेत्र है: एक पेशे के रूप में आर्किटेक्चर लगातार विकसित हो रहा है और यह एक आर्किटेक्चर की जिम्मेदारी है कि वह निर्माण विधियों और प्रक्रिया के संदर्भ में जनता और उनके ग्राहकों की मांगों को पूरा करे। आर्किटेक्ट्स से नई डिजाइन कॉन्सेप्ट्स बनाने की उम्मीद की जाती है जो आधुनिक निर्माणों को उत्साहित करती हैं जिससे यह एक सतत बदलते और विकसित क्षेत्र बन जाता है।
  • आपको यात्रा करने देता है: एक आर्किटेक्ट होने के नाते आपको बहुत से नए स्थानों की यात्रा करने की आवश्यकता होगी जहां आपके ग्राहक चाहते हैं कि उनका डिज़ाइन स्थापित किया जाए या बनाया जाए। यह एक निश्चित स्थान तक ही सीमित नहीं है, यह आपको दुनिया की यात्रा करने और डिजाइन और निर्माण करने की सुविधा देता है।

आर्किटेक्ट के प्रकार

Architect kaise bane जानने से पहले आर्किटेक्ट के प्रकारों के बारे में जानते हैं, जो इस प्रकार हैं:

  • लैंडस्केप आर्किटेक्ट: लैंडस्केप आर्किटेक्ट, आकर्षित और फंक्शनल सार्वजनिक पार्क, उद्यान, खेल के मैदान, आवासीय क्षेत्र, कॉलेज और सार्वजनिक स्थान के इंफ्रास्ट्रक्चर डिज़ाइन करते हैं।
  • रिसर्च आर्किटेक्ट: एक रिसर्च आर्किटेक्ट, थ्योरेटिकल और एडवाइजरी कार्य में एक्सपर्ट होता है। वे काम के बीच आए जटिल समस्याओं के लिए समाधान की सिफारिश करते हैं। साथ ही इंजीनियर के साथ मिलकर काम करते हैं और विकास, परीक्षण और डिजाइनिंग जैसे विभिन्न कार्यों के लिए तकनीकी निर्देश प्रदान करते हैं।
  • रीस्टोरेशन आर्किटेक्ट: रीस्टोरेशन आर्किटेक्ट एक आर्किटेक्चरल प्रोफेशनल हैं जो ऐतिहासिक इमारतों और स्मारकों के संरक्षण के स्पेशलिस्ट हैं और और वे इन इमारतों और स्मारक को खराब होने से बचाने के लिए उन्हें बदलने या पुनर्स्थापित करें करने का काम करते हैं।
  • एक्सट्रीम आर्किटेक्ट: एक्सट्रीम आर्किटेक्ट, पर्यावरण के अनुकूल इमारतों की संरचना डिजाइन करते हैं।

जिम्मेदारियां

Architect kaise bane जानने के लिए ज़रुरी है कि आप उनकी जिम्मेदारियों को भी जानें। आर्किटेक्ट की कुछ प्रमुख जिम्मेदारियां इस प्रकार हैं:

  • प्रोजेक्ट के आइडियाज, उद्देश्य, आवश्यकताओं और बजट पर चर्चा करना और कुछ मामलों में साइट चुनने में मदद करना।
  • डिज़ाइन के बारे में अन्य प्रोफेशनल्स से परामर्श करना।
  • क्लाइंट्स को उनके प्रोजेक्ट की प्रैक्टिकैलिटी पर सलाह देते हुए, बिल्डिंग और उसके यूजर्स की जरूरतों का आकलन करना।
  • फिजिबिलिटी रिपोर्ट और डिजाइन प्रस्ताव तैयार करना और क्लाइंट्स को प्रेजेंट करना।
  • स्थानीय पर्यावरण पर पड़ने वाले असर का आकलन करना।
  • डिज़ाइन और प्रोजेक्ट मैनेजमेंट में IT का उपयोग करना। 
  • फाइनेंशियल मैनेजमेंट और डेडलाइन का ध्यान रखना। 
  • डिटेल्ड कार्यों, ड्रॉइंग्स और स्पेसिफिकेशन पर ध्यान देना।
  • आवश्यक मटीरिअलों के नेचर और क्वालिटी का परीक्षण करना।
  • टेंडर आवेदन और प्रेजेंटेशन तैयार करना।
  • ठेकेदारों और अन्य प्रोफेशनल्स के साथ बातचीत करना।
  • कंट्रोल विभागों की योजना और निर्माण के लिए आवेदन तैयार करना।
  • कॉन्ट्रैक्ट्स के लिए टेंडर दस्तावेजों को तैयार करना।
  • प्रोग्रेस की जांच के लिए नियमित रूप से साइट का दौरा करना और यह सुनिश्चित करना कि प्रोजेक्ट सही समय और बजट पर चल रहा है।
  • कंस्ट्रक्शन के दौरान आने वाली समस्याओं का समाधान करना।

आर्किटेक्ट बनने के लिए जरूरी स्किल्स

यदि आप Architect kaise bane जानना चाहते हैं तो यह भी बहुत महत्वपूर्ण है कि आप एक आर्किटेक्ट के लिए स्किल्स के भी बारे में जानना। आइए architect kaise bane के साथ–साथ एक आर्किटेक्ट की स्किल्स के बारे में जानते हैं-

  • न्यूमेरिकल स्किल्स: आर्किटेक्चर गणित के बारे में है, आपको न्यूमेरिकल प्रिंसिपल्स, ज्योमेट्री और एडवांस्ड अलजेब्रा की अच्छी समझ होनी चाहिए। यह सबसे जरूरी स्किल्स में से एक जो एक आर्किटेक्ट के पास होनी चाहिए।
  • क्रिएटिविटी: एक आर्किटेक्ट के रूप में आपके पास अलग-अलग और अनोखे बिल्डिंग आइडियाज होने चाहिए। इसके लिए आपका क्रिएटिव होना बेहद जरूरी है।
  • डिजाइनिंग स्किल्स: एक आर्किटेक्ट को मॉडल और ड्राइंग बनाने में अच्छा होना चाहिए। इसके लिए आपको डिजाइनिंग प्रोसेस की अच्छी समझ होनी चाहिए, तभी आप अपने क्लाइंट्स की जरूरतों को पूरा करने में सक्षम होंगे।
  • लीगल नॉलेज: एक आर्किटेक्ट के पास कानूनी ज्ञान होना भी जरूरी है। आर्किटेक्ट को बिल्डिंग कोड्स, नियम और नीतियों से अवगत होना चाहिए। 
  • कम्युनिकेशन स्किल्स: आर्किटेक्ट के रूप में, आपको अपने ग्राहक, वकील, भवन मैनेजर और अन्य लोगों के साथ कम्यूनिकेट करने की जरूरत पड़ती है। यदि आपकी कम्युनिकेशन स्किल्स अच्छी नहीं है तो आपके लिए अपनी बात कहना, क्लाइंट्स से डील करना आदि बहुत ही चुनौतीपूर्ण होगा। अतः ज़रुरी है कि आप अपनी कम्युनिकेशन स्किल्स अच्छी रखें।
  • लीडरशिप/मैनेजमेंट स्किल्स: लीडरशिप और मैनेजमेंट स्किल्स भी एक जरूरी स्किल्स में से हैं जो एक आर्किटेक्ट के पास होनी चाहिए। डिज़ाइन बनाना, उसे अपने क्लाइंट्स को समझाना और उन्हें यह विश्वास दिलाना है कि यह सबसे अच्छा है, यह सब एक आर्किटेक्ट का काम होता है। इसके अलावा, उन्हें जूनियर आर्किटेक्ट और टेक्नीशियन्स के साथ काम करना होता है, इसलिए एक अच्छी लीडरशिप स्किल्स का होना महत्त्वपूर्ण है।
  • प्रॉब्लम-सॉल्विंग स्किल्स: एक आर्किटेक्ट के रूप में आपको अपने करियर में बहुत सारी समस्याओं का सामना करना पड़ेगा, चाहे वह डिजाइनिंग संबंधित प्रोब्लेम्स हों, कानूनी समस्याओं हों या कुछ और। अपने रास्ते में आने वाली सभी समस्याओं, सभी मुद्दों से निपटने के लिए आपके पास एक बेहतरीन प्रॉब्लम-सॉल्विंग स्किल्स का होना ज़रुरी है।

आर्किटेक्ट करते क्या हैं ? 

आर्किटेक्ट करते क्या हैं, इसकी जानकारी यहाँ दी गई है:

1.डिज़ाइन

इसमें वास्तुकार का काम अपने क्लाइंट के कहे मुताबिक ईमारत या साईट का नक्शा या डिज़ाइन बनाने का होता है।

2. दस्तावेज तैयार करना

एक आर्किटेक्ट की भूमिका का दूसरा चरण फाइनल डिज़ाइन को दस्तावेज का रूप देने का होता है अर्थात इस चरण में वास्तुकार को ग्राहक द्वारा बताये गए डिजाईन को पेपर में उतारना होता है। इस चरण में वास्तुकार को ग्राहक की आवश्यकता, बजट, नियमों के मुताबिक दस्तावेज में संसोधन करने की आवश्यकता हो सकती है ।  

3. निर्माण भूमिकाएं

इस चरण में निर्माण दस्तावेजों को तैयार करना होता है इसमें डिज़ाइन को ठेकेदारों एवं निर्माण विशेषज्ञों के लिए निर्देशों एवं तकनिकी विनिर्देशों के रूप में रूपांतरित किया जाता है ताकि वे इनका अनुसरण करके ही भवन या साईट का निर्माण कर सकें।

आर्किटेक्ट कैसे बनें : स्टेप बाय स्टेप गाइड

Architect kaise bane इसके बारे में समझाने के लिए नीचे हमने स्टेप बाय स्टेप गाइड दी है, जिसे फॉलो करके आप एक अच्छे आर्किटेक्ट के रूप में अपने करियर की शुरूआत कर सकते हैं।

  • स्टेप 1: 10वीं के बाद साइंस स्ट्रीम का चयन करें: यदि आप आर्किटेक्ट बनना चाहते हैं तो इसके लिए तैयारी आपको अपने स्कूल के दिनों से ही करनी होगी। 10वीं के बाद साइंस स्ट्रीम का चयन कीजिए और 12वीं अच्छे अंकों से उत्तीर्ण कीजिए। 
  • स्टेप 2: बैचलर्स डिग्री अर्जित करें: अब आप आर्किटेक्चर में बैचलर्स डिग्री की पढ़ाई करें। आर्किटेक्चर में सबसे लोकप्रिय बैचलर्स कोर्स B Arch है। यह एक 5 साल की अवधि का डिग्री प्रोग्राम है। आर्किटेक्चर में बैचलर्स डिग्री का उद्देश्य स्टूडेंट्स को सभी स्किल्स के साथ-साथ कंस्ट्रक्शन एरिया में एक आर्किटेक्ट के रूप में काम करने के लिए बेसिक नॉलेज उपलब्ध कराना है। 
  • स्टेप 3: एक इंटर्नशिप प्रोग्राम में हिस्सा लें: एक आर्किटेक्ट के रूप में, लाइसेंस के लिए योग्य होने के लिए इंटर्नशिप प्रोग्राम में भाग लेना ज़रुरी है। एक आर्किटेक्ट के रूप में काम करने के लिए आपको कंस्ट्रक्शन से जुड़ी सभी शब्दावली के बारे में पता होना चाहिए। आप अनुभव के लिए एक प्रोफेशनल आर्किटेक्ट के नीचे काम कर सकते हैं। यह स्टेप आपके करियर के लिए काफ़ी अच्छा साबित हो सकता है।
  • स्टेप 4: लाइसेंस प्राप्त करें: एक प्रोफेशनल आर्किटेक्ट के रूप में काम करने के लिए सर्टिफाइड होना या लाइसेंस प्राप्त करना एक महत्त्वपूर्ण कदम है। हालांकि कुछ देशों में आप आर्किटेक्चर में बैचलर्स डिग्री पूरी करने के बाद बिना लाइसेंस के भी आर्किटेक्ट के रूप में काम कर सकते हैं। लाइसेंस प्राप्त करना आपके करियर के लिए काफ़ी अच्छा है, क्योंकि यह आपको ग्लोबल स्केल पर अधिक नौकरी के अवसरों के लिए योग्य बनाता है। भारत में, एक आर्किटेक्ट को किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से सर्टिफिकेट प्राप्त करने के अलावा सभी आवश्यक दस्तावेजों के साथ आर्किटेक्चर कॉउन्सिल (COA) के साथ रजिस्ट्रेशन करने की आवश्यकता होती है। आर्किटेक्ट को लाइसेंस प्रदान करने के लिए विदेशों में सभी देशों के अपने-अपने विभाग हैं। उदाहरण के लिए, अमेरिका में, आपको प्रोफेशनल लाइसेंस हासिल करने के लिए नेशनल कॉउन्सिल ऑफ़ आर्किटेक्चर रजिस्ट्रेशन बोर्ड (NCARB) द्वारा आयोजित आर्किटेक्ट रजिस्ट्रेशन एग्जामिनेशन (ARE) पास करनी होगी।
  • स्टेप 5: आर्किटेक्ट की पोस्ट के लिए आवेदन करें: लाइसेंस प्राप्त करने के बाद अब आप आर्किटेक्ट के रूप में काम करने के लिए आवेदन कर सकते हैं। आप एक फर्म, या उस स्पेशलिटी में काम करना चुन सकते हैं जिसमें आपने अपनी इंटर्नशिप पूरी की है।
  • स्टेप 6: मास्टर्स डिग्री पर विचार करें: कुछ आर्किटेक्ट, आर्किटेक्चर से संबंधित क्षेत्र में मास्टर्स डिग्री प्राप्त करके अपने करियर को आगे बढ़ाने का विकल्प चुनते हैं। कई मास्टर ऑफ़ आर्किटेक्चर प्रोग्राम उपलब्ध हैं जो NAAB द्वारा मान्यता प्राप्त हैं। यह आपके करियर के लिए काफ़ी अच्छा साबित हो सकता है।

आर्किटेक्चर कोर्सेज

आर्किटेक्चर कोर्सेज बड़े पैमाने पर स्किल डेवलपमेंट पर केंद्रित है जो एक आर्किटेक्ट बनने के लिए आवश्यक हैं। आर्किटेक्चर कोर्सेज में विभिन्न नए और अनोखे आइडियाज और अन्य एनालिटिकल स्किल्स का उपयोग करके निर्माण प्रक्रिया, हवाई अड्डा टर्मिनल, राजमार्ग निर्माण, मॉल और अन्य सिविल कंस्ट्रक्शन के बारे में सिखाया जाता है। आर्किटेक्चर में बैचलर्स, मास्टर्स और ऑनलाइन कोर्सेज की लिस्ट नीचे दी गई है:

आर्किटेक्चर बैचलर्स डिग्री कोर्सेज

आर्किटेक्चर के कुछ प्रमुख बैचलर्स डिग्री कोर्सेज की लिस्ट नीचे दी गई है–

  • Bachelor of Architecture (B.Arch)
  • Bachelor’s in Engineering and Architectural Design
  • Bachelor of Engineering in Landscape Architecture
  • BSc/BA in Architecture Technology & Construction Management
  • BA (Hons) in Interior Architecture & Design

आर्किटेक्चर मास्टर्स डिग्री कोर्सेज

आर्किटेक्चर में कुछ प्रमुख मास्टर्स डिग्री कोर्सेज इस प्रकार हैं:

  • M.Arch in Conservation and Restoration
  • M.Arch in Architectural History and Theory
  • M.Arch in Landscape Design 
  • Masters in Urban Planning 
  • M.Tech in Construction Engineering and Management 
  • M.Tech in Building Energy Performance
  • M.Des in Interior Architecture

ऑनलाइन आर्किटेक्चर कोर्सेज

छात्र विभिन्न प्रकार के आर्किटेक्चर ऑनलाइन कोर्सेज का चुनाव करके आर्किटेक्चर संबंधित बेसिक नॉलेज की पढ़ाई कर सकते हैं, इससे उनकी स्किल्स में भी सुधार होगा। कुछ ऑनलाइन आर्किटेक्चर कोर्सेज की लिस्ट नीचे दी गई है–

  • Udemy Architectural Post Production in Photoshop by DATEC studios
  • edX The Architectural Imagination by Harvard University
  • EDX Realistic Architectural 3D Modeling
  • Coursera Roman Architecture by Yale University
  • Architectural design and fundamentals Udemy
  • Coursera Autodesk Certified Professional: Revit for Architectural design Exam by Autodesk

आप AI Course Finder की सहायता से विदेश में पढ़ाई करने के लिए विभिन्न कोर्स और यूनिवर्सिटी का चयन कर सकते हैं।

आर्किटेक्चर कोर्सेज के लिए दुनिया की टॉप यूनिवर्सिटीज़

विश्व की कुछ टॉप यूनिवर्सिटीज़ की लिस्ट नीचे दी गई है-

आप UniConnect के जरिए विश्व के पहले और सबसे बड़े ऑनलाइन विश्वविद्यालय मेले का हिस्सा बनने का मौका पा सकते हैं, जहाँ आप अपनी पसंद के विश्वविद्यालय के प्रतिनिधि से सीधा संपर्क कर सक सकते हैं।

भारत की टॉप यूनिवर्सिटीज़

भारत की कुछ टॉप यूनिवर्सिटीज़ की लिस्ट नीचे दी गई है जहां से आप आर्किटेक्चर की अच्छी शिक्षा हासिल कर सकते हैं-

  • इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी, खड़गपुर
  • इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी, रुड़की
  • इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी, कालीकट
  • जामिया मिलिया इस्लामिया विश्वविद्यालय
  • मणिपाल इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी
  • बिरला इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी
  • मौलाना आजाद इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी
  • अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय
  • अन्ना विश्वविद्यालय

योग्यता

आर्किटेक्चर कोर्स करने के लिए योग्यता मानदंड यूनिवर्सिटी और कॉलेज के आधार पर अलग-अलग हो सकते हैं। आर्किटेक्चर कोर्सेज के लिए कुछ सामान्य आवश्यकताएं नीचे दी गई हैं-

  • आर्किटेक्चर में बैचलर्स डिग्री प्रोग्राम के लिए ज़रुरी है कि कैंडिडेट्स ने किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से PCM (भौतिकी, रसायन विज्ञान, गणित) से 10+2 में कम से कम 60% अंक प्राप्त किए हों। 
  • भारत के कुछ कॉलेजों और यूनिवर्सिटीज़ में आर्किटेक्चर में बैचलर्स के लिए JEE Mains, JEE Advanced और NATA जैसी प्रवेश परीक्षाओं के अंक आवश्यक हैं।
  • आर्किटेक्चर में PG प्रोग्राम्स के लिए कम से कम 60% अंकों के साथ आर्किटेक्चर में बैचलर्स डिग्री होना आवश्यक है।
  • विदेश की कुछ यूनिवर्सिटीज़ मास्टर्स के लिए GRE अंकों की मांग करते हैं।
  • विदेश की यूनिवर्सिटीज़ में एडमिशन के लिए IELTS या TOEFL टेस्ट अंक ज़रूरी होते हैं। जिसमें IELTS अंक 6.5 या उससे अधिक और TOEFL अंक 90 या उससे अधिक होना चाहिए।
  • विदेश की यूनिवर्सिटीज़, एडमिशन के लिए SOP, LOR और CV/Resume तथा पोर्टफोलियो की मांग करते हैं।

आप Leverage Live की मदद से IELTS/TOEFL/GMAT/GRE/SAT/ACT जैसे एग्जाम की तैयारी कर सकते हैं। लाइव डेमो के लिए अभी Leverage Live पर अपना फ्री डेमो बुक करें। 

आवेदन प्रक्रिया

भारत और विदेश के लिए आवेदन प्रक्रियाएं नीचे दी गई हैं:

विदेश के लिए आवेदन प्रक्रिया

कैंडिडेट को आवदेन करने के लिए नीचे दी गई प्रक्रिया को पूरा करना होगा:

  • आपकी आवेदन प्रक्रिया का फर्स्ट स्टेप सही कोर्स चुनना है, जिसके लिए आप हमारे AI Course Finder की सहायता लेकर अपने पसंदीदा कोर्सेज को शॉर्टलिस्ट कर सकते हैं। 
  • Leverage Edu एक्सपर्ट्स से कॉन्टैक्ट के पश्चात वे हमारे कॉमन डैशबोर्ड प्लेटफॉर्म के माध्यम से कई विश्वविद्यालयों की आपकी आवेदन प्रक्रिया शुरू करेंगे। 
  • अगला कदम अपने सभी दस्तावेजों जैसे SOP, निबंध (essay), सर्टिफिकेट्स और LOR और आवश्यक टेस्ट स्कोर जैसे IELTS, TOEFL, SAT, ACT आदि को इकट्ठा करना और सुव्यवस्थित करना है। 
  • यदि आपने अभी तक अपनी IELTS, TOEFL, PTE, GMAT, GRE आदि परीक्षा के लिए तैयारी नहीं की है, जो निश्चित रूप से विदेश में अध्ययन करने का एक महत्वपूर्ण कारक है, तो आप हमारी Leverage Live कक्षाओं में शामिल हो सकते हैं। ये कक्षाएं आपको अपने टेस्ट में उच्च स्कोर प्राप्त करने का एक महत्त्वपूर्ण कारक साबित हो सकती हैं।
  • आपका एप्लीकेशन और सभी आवश्यक दस्तावेज जमा करने के बाद, एक्सपर्ट्स आवास, छात्र वीजा और छात्रवृत्ति / छात्र लोन के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू करेंगे । 
  • अब आपके प्रस्ताव पत्र की प्रतीक्षा करने का समय है जिसमें लगभग 4-6 सप्ताह या उससे अधिक समय लग सकता है। ऑफर लेटर आने के बाद उसे स्वीकार करके आवश्यक सेमेस्टर शुल्क का भुगतान करना आपकी आवेदन प्रक्रिया का अंतिम चरण है।

भारत के लिए आवेदन प्रक्रिया

भारतीय यूनिवर्सिटीज़ द्वारा आवेदन प्रक्रिया नीचे मौजूद है-

  • सबसे पहले अपनी चुनी हुई यूनिवर्सिटी की ऑफिशियल वेबसाइट में जाकर रजिस्ट्रेशन करें।
  • यूनिवर्सिटी की वेबसाइट में रजिस्ट्रेशन के बाद आपको एक यूजर नेम और पासवर्ड प्राप्त होगा।
  • फिर वेबसाइट में साइन इन के बाद अपने चुने हुए कोर्स का चयन करें जिसे आप करना चाहते हैं।
  • अब शैक्षिक योग्यता, वर्ग आदि के साथ आवेदन फॉर्म भरें।
  • इसके बाद आवेदन फॉर्म जमा करें और आवश्यक आवेदन शुल्क का भुगतान करें। 
  • यदि एडमिशन, प्रवेश परीक्षा पर आधारित है तो पहले प्रवेश परीक्षा के लिए रजिस्ट्रेशन करें और फिर रिजल्ट के बाद काउंसलिंग की प्रतीक्षा करें। प्रवेश परीक्षा के अंको के आधार पर आपका चयन किया जाएगा और लिस्ट जारी की जाएगी।

आवश्यक दस्तावेज़

विदेशी विश्वविद्यालय में एडमिशन लेने के लिए नीचे दिए गए डॉक्यूमेंट होने आवश्यक है:

छात्र वीजा पाने के लिए भी Leverage Edu विशेषज्ञ आपकी हर सम्भव मदद करेंगे।

टॉप रिक्रूटर्स

नीचे टॉप रिक्रूटर्स के नाम दिए गए हैं-

  • CAD Outsourcing Services.
  • iKix 3D Prints
  • MaRS BIM.
  • CBRE
  • Dar-al-Handasah
  • Kolte Patil
  • Virtual Building Studio.
  • VimalSony Associates
  • AXIS Architects & Urban Planners
  • Morphogenesis

जॉब प्रोफाइल्स और सैलरी

आर्किटेक्चर के अंतर्गत करियर के कई विकल्प हैं। एक आर्किटेक्ट की सैलरी उसके एक्सपीरियंस, नॉलेज, कंपनी आदि के आधार पर ज्यादा या कम हो सकती है। एक आर्किटेक्ट एंट्री लेवल पर कम से कम INR 2-2.5 लाख प्रति वर्ष कमाता है। नीचे दिए गए टेबल में आर्किटेक्ट जॉब प्रोफाइल्स और उनकी सैलरी दी गई है-

जॉब प्रोफाइल्सऔसत सालाना सैलरी (INR)
लाइटिंग आर्किटेक्ट30–34 लाख
रिसर्च आर्किटेक्ट7–18 लाख
रिस्टोरेशन आर्किटेक्ट6–14 लाख
लैंडस्केप आर्किटेक्ट6–18 लाख

दुनिया के टॉप आर्किटेटक्स

दुनिया के टॉप आर्किटेटक्स की लिस्ट नीचे दी गई है:

  • फ्रैंक गेहरी
  • फ़्रैंक लॉएड राइट
  • येओ मिंग पेई
  • ज़ाहा हदीद
  • फिलिप जॉनसन
  • टॉम राइट
  • लुडविग मिस वैन डेर रोहे
  • रेंज़ो पियानो

FAQs

क्या एक आर्किटेक्ट बनना कठिन है?

यह आसान प्रोफेशन नहीं है, लेकिन एक बार ध्यान से पढ़ने के बाद आप इसमें सफलता हासिल कर सकते हैं। आर्किटेक्चर की फील्ड में बहुत काम है।

आर्किटेक्ट की सैलरी कितनी होती है?

एक आर्किटेक्ट एंट्री लेवल पर कम से कम भारत में INR 2-3.5 लाख प्रति वर्ष कमाता है। 

क्या आर्किटेक्ट एक अच्छा करियर विकल्प है?

अपनी इमेजिनेशन से स्ट्रक्चर बनाने में इंटेरसेस्टड, क्रिएटिव व्यक्ति के लिए काफी अच्छे सैलरी पैकेज के साथ आर्किटेक्ट एक अच्छा करियर विकल्प है। 

दुनिया की पहली महिला आर्किटेक्ट कौन थी?

Louise Blanchard Bethune पहली अमेरिकी महिला थीं जिन्हें एक प्रोफेशनल आर्किटेक्ट के रूप में काम करने के लिए जाना जाता था। 

Architect kaise bane?

स्टेप 1: 10वीं के बाद साइंस स्ट्रीम का चयन करें
स्टेप 2: बैचलर्स डिग्री अर्जित करें
स्टेप 3: एक इंटर्नशिप प्रोग्राम में हिस्सा लें
स्टेप 4: लाइसेंस प्राप्त करें
स्टेप 5: आर्किटेक्ट की पोस्ट के लिए आवेदन करें
स्टेप 6: मास्टर्स डिग्री पर विचार करें

हम आशा करते हैं कि आप अब जान गए होंगे कि architect kaise bane और इसके लिए आपको क्या करना चाहिए। अगर आप विदेश में आर्किटेक्चर कोर्स करने की इच्छा रखते हैं तो आज ही 1800 572 000 पर कॉल करके हमारे Leverage Edu एक्सपर्ट्स के साथ 30 मिनट का फ्री सेशन बुक कीजिए और बेहतर गाइडेंस पाएं।

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