App Development Course in Hindi: जानिए इस कोर्स को करने के लिए योग्यता एवं आवेदन प्रक्रिया

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App Development Course in Hindi

ऐप डेवेलपमेंट, या एप्लिकेशन डेवेलपमेंट, एक प्रक्रिया है जिसमें सॉफ़्टवेयर या मोबाइल एप्लिकेशन बनाए जाते हैं जो एक डिवाइस या सिस्टम पर चल सकते हैं, जैसे कि स्मार्टफोन, टैबलेट, कंप्यूटर, या डिजिटल उपकरण। एप्लिकेशन डेवेलपमेंट का काम उपयोगकर्ताओं के लिए उपयुक्त और उपयोगी सॉफ़्टवेयर बनाना है। ऐप डेवलपमेंट कोर्स युवाओं के बीच तेज़ी से पॉपुलर हो रहे हैं। इस ब्लॉग के माध्यम से App Development Course in Hindi के बारे में विस्तार से जानें। 

कोर्स ऐप डेवलपमेंट कोर्स
समय अवधि 6- 12 महीने 
एलिजिबिलिटी UG: 10+2 मार्क्स और/ या एंट्रेंस एग्जाम PG: UG डिग्री + एंट्रेंस एग्जाम
जॉब प्रोफाइल्स सॉफ्टवेयर इंजीनियर, हाइब्रिड डेवलपर, एप्लीकेशन डेवलपर 
औसतन सालाना सैलरी (INR)55,000-60,000 (प्रतिमाह)

ऐप डेवलपमेंट कोर्स के बारे में

एप डवलपमेंट कोर्स वह कोर्सेज़ हैं जिनमें एंड्राइड मोबाइल फोन के लिए एप्लीकेशन बनाना सिखाया जाता है। स्मार्टवॉच, टेबलेट और अन्य स्मार्ट डिवाइस में ऍप्लिकेशन्स को एक एप डेवलपर द्वारा ही बनाया जाता है। 

ऐप डेवलपमेंट कोर्स क्यों करें?

नीचे ऐप डेवलपमेंट कोर्स करने के लिए कुछ कारण दिए जा रहे हैं –

  • App Development Course in Hindi एक उन्नत क्षेत्र है जो आज की इकोनॉमी में सबसे क्रिएटिव कोर्सेज में से एक है। 
  • ऐप डेवेलपमेंट कोर्स करके आप एक नए करियर के लिए तैयारी कर सकते हैं। मोबाइल एप्लिकेशन डेवेलपमेंट के क्षेत्र में अच्छी डिमांड है, और यह आपको टेक्नोलॉजी इंडस्ट्री में एक सकारात्मक स्थान प्रदान कर सकता है।
  • मोबाइल एप्लिकेशन डेवेलपर्स को अच्छी सैलरी मिलती है, क्योंकि वे नवीनतम तकनीकों का ज्ञान रखते हैं और उनका काम बहुत आवश्यक होता है।
  • यह आज प्रौद्योगिकी बाजार का भाग्य रखता है और भविष्य के विकास का एक अभिन्न अंग है।
  • मोबाइल एप्लिकेशन डेवलपमेंट पाठ्यक्रम नए नवाचारों के लिए आवश्यक कोडिंग भाषाओं, प्रोग्रामिंग और सॉफ़्टवेयर के माध्यम से अपने उपक्रमकर्ताओं का मार्गदर्शन करते हैं।
  • पहले से ही मोबाइल एप्लिकेशन की एक चौंका देने वाली संख्या मौजूद है, लेकिन इन पाठ्यक्रमों का उद्देश्य छात्रों को कौशल से लैस करना है जो उन्हें नए गैजेट्स को बेहतर बनाने और नया करने में मदद करेगा जो हमारे जीवन को बहुत आसान बना देगा। 
  • साइबर सुरक्षा में अपने करियर की शुरुआत और एप्लिकेशन सुधार से अर्थव्यवस्थाओं को फलने-फूलने में मदद मिल सकती है और यह मोबाइल ऐप विकास पाठ्यक्रमों का प्रमुख फोकस है।

ऐप डेवलपमेंट कोर्स करने के लिए स्किल्स 

App Development Course in Hindi करने के लिए कुछ आवश्यक कोर्सेज़ हैं-

  • जावा, ऑपरेशन्स C और C++ की समझ 
  • API- एप्लीकेशन प्रोग्रामिंग इंटरफेसेस ट्रेनिंग 
  • कोडिंग 
  • एंड्राइड स्टूडियो 
  • XML लैंग्वेज 
  • कम्युनिकेशन स्किल्स 
  • प्रॉब्लम- सॉल्विंग स्किल्स 
  • एनालिटिकल स्किल्स 
  • आर्गेनाईजेशन स्किल्स 
  • टाइम मैनेजमेंट स्किल्स 
  • टेक्निकल स्किल्स 
  • स्ट्रेस मैनेजमेंट 

ऐप डेवलपमेंट कोर्स लिस्ट 

App Development Course in Hindi कोर्स लिस्ट कुछ इस प्रकार है:

डिप्लोमा 

  • डिप्लोमा इन यूज़र एक्सपीरियंस डिज़ाइन 
  • इलेक्ट्रिकल एंड कंप्यूटर इंजीनियरिंग 
  • सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी 
  • मोबाइल एप्लीकेशन डेवलपमेंट (सर्टिफिकेट कोर्स)
  • सॉफ्टवेयर एंड ऐप डेवलपमेंट 
  • HND वेब एंड ऐप डेवलपमेंट 
  • डिप्लोमा इन सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट- एडवांस्ड डेवलपमेंट इन कंप्यूटर साइंस टेक्नोलॉजी 
  • सर्टिफिकेट इन कंप्यूटिंग 
  • ग्रेजुएट डिल्पोमा इन- गेम एंड ऐप प्रोडक्शन डिप्लोमा इन डिजिटल ह्यूमेनिटीज़ 

बैचलर्स 

  • कंप्यूटर साइंस विद ए स्पेशलाइजेशन 
  • बी.टेक इन इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी 
  • बी.ई इन आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस 
  • बी.टेक इन मोबाइल ऍप्लिकेशन्स 
  • बी.एस.सी सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग 
  • बैचलर इन कंप्यूटर ऐप्लिकेशन इन मोबाइल ऐप्लिकेशन एंड वेब टेक्नोलॉजी 
  • बी.सी.ए- मोबाइल ऐप्लिकेशन डेवलपमेंट 
  • बी.टेक- कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग विद स्पेशलाइजेशन इन मोबाइल ऐप्लिकेशन डेवलपमेंट 
  • बी.एस.सी इन गेमिंग एंड मोबाइल ऐप्लिकेशन डेवलपमेंट 
  • बी.वॉक इन मोबाइल ऐप्लिकेशन डेवलपमेंट  

मास्टर्स 

  • एम.टेक इन कंप्यूटर साइंस 
  • एम.ई इन ए.आई 
  • एम.टेक इन इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी 
  • एम.एस.सी आई.टी इन मोबाइल ऐप्लिकेशन डेवलपमेंट 
  • एम.वॉक मोबाइल ऐप्लिकेशन डेवलपमेंट 
  • एडवांस्ड सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग 
  • मास्टर्स इन एनीमेशन 
  • एम.टेक मोबाइल एप्लीकेशन्स 
  • एम.टेक एप डेवलपमेंट 

ऐप डेवलपमेंट कोर्स का सिलेबस 

ऐप डेवलपमेंट कोर्स सिलेबस कुछ इस प्रकार है:

फैक्टर्स इन डेवलपिंग मोबाइल एप्लीकेशन मोर ऑन यू.आई
इंटेंट्स एंड सर्विसेज स्टोरिंग एंड रीट्रीविंग डेटा 
कम्युनिकेशन्स वाया नेटवर्क एंड द वेब टेलीफोनी 
नोटिफिकेशन्स एंड अलार्मस ग्राफ़िक्स 
मल्टीमीडिया सिक्योरिटी एंड हैकिंग 
प्लेटफॉर्म्स एंड एडिशनल इश्यूज फॉउण्डेशनल मैथमेटिक्स 
बेसिक डिस्क्रीट मैथमेटिक्स डेटा स्ट्रक्चर्स 
इंट्रोडक्शन टू प्रोग्रामिंग यूज़िंग सी डिजिटल कंप्यूटर फंडामेंटल्स 
कंप्यूटर नेटवर्क्स प्रोग्रामिंग इन जावा 
डेटाबेस मैनेजमेंट सिस्टम्स ऑब्जेक्ट ओरिएंटेड प्रोग्रामिंग यूज़िंग C++
C++वेब टेक्नोलॉजी लैब 
OOAD यूज़िंग UML पाइथन प्रोग्रामिंग 
क्लाइंट- सर्वर कंप्यूटिंग डिज़ाइन एंड एनालिसिस ऑफ़ एल्गोरिथ्म्स 
कंप्यूटर आर्किटेक्चर बिज़नेस इंटेलिजेंस लैब 

ऐप डेवलपमेंट कोर्स करने के लिए विदेश की टॉप यूनिवर्सिटीज की लिस्ट 

App Development Course in Hindi करने के लिए विदेश के कुछ बेस्ट कॉलेज हैं –

ऐप डेवलपमेंट कोर्स करने के लिए भारत के टॉप कॉलेज कौनसे हैं?

App Development Course in Hindi करने के लिए भारत के कुछ टॉप कॉलेज हैं-

  • ओएमएस इन्फोटेक, दिल्ली (OMS Infotech, Delhi)
  • एसीई वेब अकादमिक, हैदराबाद (ACE web Academy, Hyderabad)
  • कार्मिक इंस्टीट्यूट, कोलकाता (Karmick Institute, Kolkata)
  • एसएलआर इन्फोटेक, चंडीगढ़ (SLR Infotech, Chandigarh)
  • ग्लोबल सॉफ्ट आईटी अकादमिक, बेंगलोर (Globalsoft IT Academy, Bangalore)
  • एप्ट्रोन नोएडा, नोएडा (Aptron Noida, Noida)
  • एक्सट्रीम हाइट्स इंस्टीट्यूट जयपुर (Extreme Heights Institute, Jaipur)
  • दिल्ली कॉलेज ऑफ एंड्राइड एप्स डेवलपमेंट, न्यू दिल्ली (Delhi College of Android app development, New Delhi)
  • आईआईएचटी वशी नवी मुंबई (IIHT Vashi, Navi Mumbai)
  • लाइववायर, लखनऊ (Livewire, Lucknow)

ऐप डेवलपमेंट कोर्स के लिए योग्यता 

App Development Course in Hindi के लिए सामान्य योग्यताओं के बारे में नीचे बताया गया है–

  • बैचलर्स कोर्सेस में प्रवेश लेने के लिए जरूरी है कि उम्मीदवार ने किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से किसी भी स्ट्रीम में 12वीं पूरा किया हो। 
  • कुछ कॉलेज और विश्वविद्यालय प्रवेश परीक्षा भी आयोजित करते हैं। विदेश में बैचलर्स के लिए SAT या ACT स्कोर्स की मांग की जाती है।
  • मास्टर्स कोर्सेस के लिए जरूरी है कि उम्मीदवार ने किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय या कॉलेज से किसी भी स्ट्रीम में बैचलर्स डिग्री प्राप्त की हो।
  • मास्टर्स कोर्सेस में एडमिशन के लिए कुछ विश्वविद्यालय प्रवेश परीक्षा आयोजित करते हैं इसके बाद ही आप इन कोर्सेस के लिए पात्र हो सकते हैं। विदेश की कुछ यूनिवर्सिटीज में मास्टर्स के लिए GRE स्कोर की आवश्यकता होती है।
  • साथ ही विदेश के लिए आपको ऊपर दी गई आवश्यकताओं के साथ IELTS या TOEFL स्कोर की भी आवश्यकता होती है।

आवेदन प्रक्रिया

विदेश की यूनिवर्सिटीज़ में प्रवेश के लिए ऐप्लिकेशन प्रोसेस इस प्रकार है:

  • आपकी आवेदन प्रक्रिया का फर्स्ट स्टेप सही कोर्स चुनना है, जिसके लिए आप AI Course Finder की सहायता लेकर अपने पसंदीदा कोर्सेज को शॉर्टलिस्ट कर सकते हैं। 
  • एक्सपर्ट्स से कॉन्टैक्ट के पश्चात वे कॉमन डैशबोर्ड प्लेटफॉर्म के माध्यम से कई विश्वविद्यालयों की आपकी आवेदन प्रक्रिया शुरू करेंगे। 
  • अगला कदम अपने सभी दस्तावेजों जैसे SOP, निबंध, सर्टिफिकेट्स और LOR और आवश्यक टेस्ट स्कोर जैसे IELTS, TOEFL, SAT, ACT आदि को इकट्ठा करना और सुव्यवस्थित करना है। 
  • यदि आपने अभी तक अपनी IELTS, TOEFL, PTE, GRE आदि परीक्षा के लिए तैयारी नहीं की है, जो निश्चित रूप से विदेश में अध्ययन करने का एक महत्वपूर्ण कारक है, तो आप Leverage Live कक्षाओं में शामिल हो सकते हैं। ये कक्षाएं आपको अपने टेस्ट में उच्च स्कोर प्राप्त करने का एक महत्त्वपूर्ण कारक साबित हो सकती हैं।
  • आपका एप्लीकेशन और सभी आवश्यक दस्तावेज जमा करने के बाद, एक्सपर्ट्स आवास, छात्र वीजा और छात्रवृत्ति / छात्र लोन के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू करेंगे। 
  • अब आपके प्रस्ताव पत्र की प्रतीक्षा करने का समय है जिसमें लगभग 4-6 सप्ताह या उससे अधिक समय लग सकता है। ऑफर लेटर आने के बाद उसे स्वीकार करके आवश्यक सेमेस्टर शुल्क का भुगतान करना आपकी आवेदन प्रक्रिया का अंतिम चरण है। 

भारत की यूनिवर्सिटीज़ में ऐप्लिकेशन प्रोसेस इस प्रकार है:

  • सबसे पहले अपनी चुनी हुई यूनिवर्सिटी की ऑफिशियल वेबसाइट में जाकर रजिस्ट्रेशन करें।
  • यूनिवर्सिटी की वेबसाइट में रजिस्ट्रेशन के बाद आपको एक यूजर नेम और पासवर्ड प्राप्त होगा।
  • फिर वेबसाइट में साइन इन के बाद अपने चुने हुए कोर्स का चयन करें जिसे आप करना चाहते हैं।
  • अब शैक्षिक योग्यता, वर्ग आदि के साथ आवेदन फॉर्म भरें।
  • इसके बाद आवेदन फॉर्म जमा करें और आवश्यक आवेदन शुल्क का भुगतान करें। 
  • यदि एडमिशन, प्रवेश परीक्षा पर आधारित है तो पहले प्रवेश परीक्षा के लिए रजिस्ट्रेशन करें और फिर रिजल्ट के बाद काउंसलिंग की प्रतीक्षा करें। प्रवेश परीक्षा के अंको के आधार पर आपका चयन किया जाएगा और लिस्ट जारी की जाएगी।

आवश्यक दस्तावेज़ 

कुछ जरूरी दस्तावेज़ों की लिस्ट नीचे दी गई है–

ऐप डेवलपमेंट कोर्स करने के लिए एंट्रेंस एग्जाम 

एंड्रॉयड ऐप डेवलपमेंट कोर्सेज के लिए कुछ प्रवेश परीक्षाएं हैं:

  • MHT CET
  • IIT JEE (MAIN + ADVANCE)
  • KIITEE
  • LPUNEST
  • NIMCET
  • UPCET
  • SAT/ACT
  • GRE

ऐप डेवलपमेंट कोर्स करने के लिए बेस्ट बुक्स 

App Development Course in Hindi करने के लिए लुक बेस्ट बुक्स हैं –

बुक डायरेक्ट लिंक 
Android Programming with Kotlin for Beginners by John Hortonयहाँ से खरीदें 
Head First Android Development: A Brain-Friendly Guideयहाँ से खरीदें 
Android App Development for Dummiesयहाँ से खरीदें 
Android Programming: The Big Nerd Ranch Guideयहाँ से खरीदें 
Android Studio 3.0 Development Essentialsयहाँ से खरीदें 

ऐप डेवलपमेंट कोर्स के बाद करियर स्कोप 

डिजिटलाईज़ेशन के कारण टेक्नोलॉजी हमारे जीवन का एक अभिन्न अंग बन चुकी है। टेक्नोलॉजी की बढ़ती रेलेवंस को देखते हुए हम यह कह सकते हैं कि यह क्षेत्र एक्सपोनेंशियल दर से डेवलप कर रहा है और भविष्य में यह और ऊँचें दर से बढ़ेगा। ऐप डेवेलपमेंट कोर्स के पूरा होने के बाद, आपके पास कई रोजगार संबंधित और उच्चतम शिक्षा के लिए कई विकल्प हो सकते हैं। यहां कुछ करियर स्कोप के क्षेत्रों का विवेचना की गई है:

  • मोबाइल एप्लिकेशन डेवेलपर: यदि आपने एक Android या iOS डेवेलपमेंट कोर्स किया है, तो आप मोबाइल एप्लिकेशन डेवेलपर के रूप में काम कर सकते हैं। आप विभिन्न उद्यमों या कंपनियों के लिए एप्लिकेशन्स डेवेलप करने में सहायक हो सकते हैं।
  • फ्रीलांसिंग: अगर आपने खुद का बिजनेस शुरू करने का सोचा है, तो आप फ्रीलांसिंग के लिए एप्लिकेशन डेवेलपमेंट कार्य कर सकते हैं। इसमें आप अपने ग्राहकों के लिए एक्सक्लूसिव एप्लिकेशन्स बना सकते हैं।
  • वेब डेवेलपमेंट: यदि आपने वेब डेवेलपमेंट सीखा है, तो आप वेब एप्लिकेशन्स डेवेलपमेंट की ओर बढ़ सकते हैं। आप फ्रंट-एंड और बैक-एंड वेब डेवेलपमेंट में स्पेशलाइज़ हो सकते हैं।
  • गेम डेवेलपमेंट: अगर आपको गेम डेवेलपमेंट में रुचि है, तो आप गेम डेवेलपमेंट कंपनियों में या खुद के गेम्स बनाने के लिए काम कर सकते हैं।
  • इंटरनेट ऑफ़ थिंग्स (IoT) डेवेलपमेंट: आप इंटरनेट ऑफ़ थिंग्स (IoT) डेवेलपमेंट में रुचि रखते हैं तो आप स्मार्ट डिवाइसेस के लिए एप्लिकेशन्स डेवेलप कर सकते हैं जो डेटा को संग्रहित करते हैं और उससे जुड़े डिवाइसेस के साथ संवाद कर सकते हैं।
  • टेक्निकल टीचिंग और शिक्षा: एक अन्य विकल्प है कि आप अपने तकनीकी ज्ञान को शेयर करने के लिए एक टीचिंग या ट्रेनिंग करियर की दिशा में जा सकते हैं।
  • इनोवेशन और नए परियोजनाएं: एप्लिकेशन डेवेलपमेंट कोर्स के बाद, आप नए और उन्नत परियोजनाओं में भाग लेने के लिए तैयार हो सकते हैं और नए इनोवेटिव आविष्कार कर सकते हैं।

इन विभिन्न करियर स्कोप क्षेत्रों के अलावा, एप डेवेलपर्स कई इंडस्ट्रीज़ में काम कर सकते हैं, जैसे कि स्वास्थ्य, वित्त, शिक्षा, और विभिन्न सेक्टरों में तकनीकी समस्याओं का हल करने के लिए।

टॉप रिक्रूटर्स 

App development course in Hindi जानने के बाद अब यह जानते हैं कि कौनसी बड़ी कंपनी छात्रों को हायर करती हैं, जो इस प्रकार हैं: 

  • Google 
  • Accenture
  • Cognizant
  • Dell 
  • HCL
  • Paytm 
  • NIIT 
  • Wipro 
  • Tech Mahindra 
  • Oracle 
  • Apple (OIS)
  • BlackBerry OS
  • Hewlett-Packard
  • Zoho
  • Rapidsoft Technologies
  • KiwiTech
  • Hidden Brains InfoTech
  • LeewayHertz

टॉप जॉब प्रोफाइल्स और सैलरी  

App Development Course in Hindi करने से आपके पास करियर के बहुत सारे विकल्प खुल जाएँगे। नीचे कुछ टॉप जॉब प्रोफाइल्स और उनकी औसतन अनुमानित सैलरी भी दी जा रही है। अनुभव और क्वालिफिकेशन के आधार पर यह  अलग हो सकती हैं। 

जॉब प्रोफाइल्स अनुमानित औसतन सैलरी (प्रतिमाह) INR 
सॉफ्टवेयर इंजीनियर 55,000-60,000
हाइब्रिड डेवलपर 42,000-50,000
एप्लीकेशन डेवलपर 45,000-50,000
टेक्निकल आर्किटेक्ट 85,000- 95,000 
प्रोजेक्ट लीडर 95,000- 1 लाख
टेक्निकल प्रोजेक्ट मैनेजर 90,000- 1.10 लाख

FAQs

ऐप डेवलपमेंट और वेब डेवलपमेंट क्या अलग- अलग होते हैं?

ऐप डेवलपमेंट एक Apps को बनाने की प्रक्रिया हैं और वहीं पर वेब डेवलपमेंट वेबसाइटस् को बनाने की प्रक्रिया हैं।

App Development Course in Hindi सीखने मे कितना समय लगता है?

ऐप डेवलपमेंट को सीखने मे 6 महीने से लेकर 1 वर्ष तक लग जाते हैं। यह ज्यादातर इस बात पर आधारित होता हैं की आप कितनी जल्दी प्रोग्रामिंग भाषाओ को सीखते हैं।

App Development Course in Hindi के लिए किस टूल का उपयोग किया जाता है?

वर्तमान मे एंड्राइड ऐप डेवलपमेंट के लिए एंड्राइड स्टूडियो का उपयोग किया जाता हैं इसकी मदद से हम एंड्राइड ऐप डेवलपमेंट के लिए कोडिंग कर सकते हैं।

आशा करते हैं कि आपको App Development Course in Hindi का ब्लॉग अच्छा लगा होगा। अगर आप भी विदेश में जाकर ऐप डेवलपमेंट कोर्स करना चाहते हैं, तो आज ही हमारे Leverage Edu के एक्सपर्ट्स के साथ अपना फ्री सेशन बुक कीजिए।

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