तहसीलदार कैसे बने? जानें योग्यता, परीक्षा और चयन प्रक्रिया

1 minute read
तहसीलदार कैसे बने

भारत में सरकारी नौकरियों की अपनी एक अलग प्रतिष्ठा होती है। इनमें भी अगर बात तहसीलदार की करें, तो यह पद न केवल प्रशासनिक जिम्मेदारियों से जुड़ा होता है, बल्कि ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में विकास की प्रक्रिया को आगे बढ़ाने में भी इसकी अहम भूमिका होती है। बहुत से युवाओं का सपना होता है कि वे एक सफल तहसीलदार बनें, लेकिन देखा गया है कि उन्हें सही समय पर पूरी जानकारी और उचित दिशा नहीं मिल पाती है। इसलिए इस लेख में हम जानेंगे कि तहसीलदार कैसे बना जाता है, इसके लिए कौन-कौन सी योग्यताएं चाहिए होती हैं, और इसकी तैयारी कैसे की जा सकती है। यदि आपका सपना सम्मानित स्थायी सरकारी नौकरी पाना या तहसीलदार बनना है, तो यह लेख आपके लिए मददगार साबित होगा।

तहसीलदार किसे कहते हैं?

तहसीलदार एक राजस्व अधिकारी होता है, जो किसी जिले के अंतर्गत आने वाले एक या एक से अधिक तहसीलों का प्रमुख होता है। इसकी जिम्मेदारी होती है कि वह भूमि संबंधित रिकॉर्ड, टैक्स वसूली, भूमि विवादों के समाधान, और सरकारी योजनाओं का क्रियान्वयन जैसे कार्यों को सही ढंग से निभाए। सरल शब्दों में कहें तो तहसीलदार अपने क्षेत्र का एक महत्वपूर्ण प्रशासनिक अधिकारी होता है, जो ज़मीनी स्तर पर शासन की रीढ़ होता है।

तहसीलदार कैसे बने?

भारत देश में अनेक राज्य हैं और प्रत्येक राज्य कई जिलों से मिलकर बना होता है। एक जिले में अनेक तहसील होते हैं और उनके अलग-अलग तहसीलदार होते है जो अपने तहसील के कार्य को देखते है। तहसील हमारे भारत की एक प्रशासनिक इकाई है, जिनका प्रभारी तहसीलदार होता हैं। इसे अंग्रेजी में ‘Executive Magistrate’ और हिंदी में ‘कर अधिकारी’ भी कहते है। एक तहसील में दो पोस्ट तहसीलदार और नायब तहसीलदार होती हैं। तहसीलदार बनने के लिए निम्नलिखित बिंदुओं को ध्यानपूर्वक पढ़ें, जो इस प्रकार हैं –

राज्य लोक सेवा आयोग की परीक्षा पास करें

तहसीलदार बनने के लिए आपको अपने राज्य की State Public Service Commission (जैसे – UPPSC, MPPSC, BPSC) द्वारा आयोजित परीक्षा पास करनी होती है।

परीक्षा के तीन चरण होते हैं

बताना चाहेंगे कि तहसीलदार बनने के लिए उम्मीदवार को जिस परीक्षा से गुजरना पड़ता है। उसके मूल रूप से तीन चरण होते हैं, जिसकी जानकारी इस प्रकार हैं –

  • प्रारंभिक परीक्षा (Prelims Exam) – यह एक स्क्रीनिंग टेस्ट होता है।
  • मुख्य परीक्षा (Mains Exam) – इसमें विस्तृत उत्तर लिखने होते हैं।
  • साक्षात्कार (Interview) – आपकी सोच, समझ और प्रशासनिक दृष्टिकोण को परखा जाता है।

चयन प्रक्रिया और परिणाम

तहसीलदार बनने के लिए उम्मीदवारों को उपरोक्त परीक्षा के पड़ावों से गुजरना पड़ता है। मेरिट द्वारा निर्धारित अंकों को प्राप्त करने वाले उम्मीदवारों का इसमें चयन हो जाता है। बता दें कि चयनित उम्मीदवार को तहसीलदार के पद पर आसीन होने से पहले यानि पदभार संभालने से पहले प्रशिक्षण (Training) दिया जाता है। इसके बाद परिणामस्वरूप उम्मीदवारों को तहसीलदार के रूप में नियुक्त किया जाता है।

तहसीलदार के प्रमुख कार्य

तहसीलदार के बहुत सारे कार्य होते हैं। जो बहुत अलग-अलग प्रकार के कार्य होते है। आज के Post में हम एक तहसीलदार के उन जरूरी कार्यों के बारे यहां बता रहे है। जो इस प्रकार है:-

  • किसी भी प्रकार की फसल से संबंधित नुकसान होने पर मुआवजा तहसीलदार द्वारा प्रबंधित किया जाता है।
  • जाति प्रमाण पत्र, निवास प्रमाण पत्र, आय प्रमाण पत्र आदि ऐसे महत्वपूर्ण प्रमाण पत्र है जो किसी व्यक्ति के संबंधित जिले के तहसीलदार के हस्ताक्षर के बाद ही मान्य होता है।
  • किसानों को भूमि संबंधित परेशानी न हो इसे सुनिश्चित करना।
  • भूमि अभिलेखों से संबंधित अलग-अलग प्रकार के कार्य करना।
  • पटवारी द्वारा किए जाने वाले कार्यों का पर्यवेक्षण करना भी एक तहसीलदार का कार्य होता है।
  • भूमि से संबंधित विवाद व किसानों से संबंधित विवादों को सुनना व उनका निवारण करना भी तहसीलदार के कार्य के अंतर्गत आता है।
  • एक तहसीलदार के इन सभी कार्यों के अलावा भी बहुत सारे कार्य होते है तथा इन्हें कई प्रकार की अथॉरिटी भी प्राप्त होती है, जिनका तहसीलदार समय-समय पर आवश्यकतानुसार उपयोग करता है।

तहसीलदार बनने के लिए आवश्यक योग्यताएं

तहसीलदार एक राजस्व विभाग का महत्वपूर्ण अधिकारी होता है, जो ज़िले के अंतर्गत आने वाली एक तहसील में सरकारी कार्यों की देखरेख करता है। यह पद न केवल प्रशासनिक दृष्टि से महत्वपूर्ण होता है, बल्कि सामाजिक सम्मान भी दिलाता है। तहसीलदार बनने के लिए आप में निम्नलिखित आवश्यक योग्यताएं होनी चाहिए –

  • तहसीलदार बनने के लिए उम्मीदवार का स्नातक (Graduation) उत्तीर्ण होना अनिवार्य है। आसान भाषा में समझें तो तहसीलदार बनने के लिए उम्मीदवार द्वारा किसी भी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से BA, B.Sc., B.Com या कोई भी समकक्ष डिग्री मान्य होती है।
  • यदि तहसीलदार बनने के लिए आयु सीमा की बात की जाए तो बता दें कि सामान्य वर्ग (General Category) के उम्मीदवारों के लिए आयु सीमा 21 से 40 वर्ष के बीच निर्धारित की गई है। तो वहीं आरक्षित वर्गों (SC/ST/OBC) को सरकार द्वारा नियमानुसार उम्र में छूट दी जाती है।
  • उम्मीदवार किसी भी राज्य का निवासी होकर, उस राज्य की प्रशासनिक सेवा परीक्षा में भाग ले सकते हैं। बता दें कि तहसीलदार बनने के लिए उम्मीदवार का भारतीय नागरिक होना अनिवार्य है।
  • तहसीलदार बनने के लिए संबंधित राज्य की राज्य लोक सेवा आयोग (State PSC) द्वारा आयोजित परीक्षा पास करनी होती है। उदाहरण: उत्तर प्रदेश में यह परीक्षा UPPSC, मध्यप्रदेश में MPPSC, राजस्थान में RPSC के माध्यम से होती है।
  • तहसीलदार बनने के लिए उम्मीदवार का शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ होना जरूरी है। बताना चाहेंगे कि सरकारी सेवा में आने से पहले एक मेडिकल जांच (Medical Examination) भी की जाती है।

तहसीलदार बनने के लिए आवश्यक कौशल

तहसीलदार बनने के लिए आप में निम्नलिखित आवश्यक कौशल (आवश्यक स्किल्स) होनी चाहिए, जिसकी जानकारी इस प्रकार है –

  • नेतृत्व क्षमता (Leadership Skills)
  • जनसंवाद और समाधान देने की क्षमता
  • ज़मीन और राजस्व संबंधी कानूनों की समझ
  • निर्णय लेने की क्षमता

तहसीलदार बनने के लिए आवश्यक टिप्स

यहाँ आपके लिए तहसीलदार बनने के लिए आवश्यक टिप्स दी गई हैं, जो इस प्रकार हैं –

  • तहसीलदार बननें हेतु सबसे पहले अपने लक्ष्य को निर्धारित करें, अर्थात लक्ष्य निर्धारित करनें के उपरांत उसमें परिवर्तन ना करें।
  • तहसीलदार की परीक्षाओं में सफलता प्राप्त करनें हेतु समय –सारिणी बनायें तथा सभी कार्य समय- सारिणी के अनुसार करनें का प्रयास करें, प्रारंभ में आपको कठिनाई होनें की संभावना है, परन्तु कुछ दिनों तक निरंतर समय से कार्य करनें पर आपको समय से कार्य करना का अभ्यास हो जायेगा।
  • परीक्षा में सफलता प्राप्त करनें हेतु पिछले वर्षो के पुराने पेपरों को हल करनें का प्रयास करें, इससे आपको परीक्षा में पूछें जाने वाले पैटर्न के बारें में जानकारी प्राप्त होगी।
  • तहसीलदार की परीक्षा में आपसे सामान्य ज्ञान, करंट अफेयर से संबंधित प्रश्न पूछे जाते है, इसलिए आपको प्रतिदिन अख़बार, न्यूज़, प्रतियोगी परीक्षाओं पर प्रकाशित होने वाली मैगज़ीन का अध्ययन करना आवश्यक है।
  • वर्तमान समय में इंटरनेट का उपयोग सबसे अधिक किया जा रहा है, आप इंटरनेट की सहायता से प्रतिदिन के लेटेस्ट करंट अफेयर्स, तथा वर्तमान में घटित होनें वाली घटनाओं के बारें में जानकारी प्राप्त कर सकते है, जो परीक्षा की दृष्टिकोण से अत्यंत आवश्यक है।

तहसीलदार की अनुमानित सैलरी

तहसीलदार की सैलरी उनके राज्य, अनुभव, और पद के अनुसार थोड़ी भिन्न हो सकती है। लेकिन सामान्य तौर पर तहसीलदार को सरकारी वेतनमान के अनुसार Pay Level-7 या Pay Level-8 में रखा जाता है। केंद्र सरकार की 7वें वेतन आयोग की सिफारिशों के अनुसार, इस वेतनमान में मूल वेतन (Basic Pay) लगभग ₹44,900 से ₹56,100 के बीच होता है।

इसके अतिरिक्त उन्हें कई भत्ते (Allowances) भी मिलते हैं जैसे:

  • महंगाई भत्ता (DA) – वर्तमान में लगभग 46%
  • मकान किराया भत्ता (HRA) – शहर के अनुसार 8%, 16% या 24%
  • यात्रा भत्ता (TA) – ₹3,600 से ₹7,200 तक

ऊपर दी गई जानकारी के अनुसार यदि कैलकुलेट किया जाए तो आप जानेंगे कि एक तहसीलदार की कुल अनुमानित सैलरी लगभग: ₹80,712 प्रति माह हो सकती है। ध्यान देने वाली बात यह है कि यह आंकड़ा शहर, पदस्थापन और राज्य के अनुसार ऊपर-नीचे हो सकता है।

पदोन्नति (Promotion)

तहसीलदार कैसे बने की जानकारी प्राप्त करने के बाद आपको बता दें कि नायब तहसीलदार के पद पर नियुक्त होने वाले अभ्यर्थियों को पदोन्नति के उपरांत तहसीलदार का पद मिलता है। तहसीलदार के पद पर नियुक्ति पाने वाले अभ्यर्थियों को सम्बंधित राज्य के पदोन्नति नियमों के अनुसार पदोन्नति के उपरांत Sub- Divisional Magistrate (SDM) या District Revenue Officer (DRO) के पद पर पदोन्नति मिल सकती है।

यह भी पढ़ें – पशु चिकित्सक कैसे बने

तहसीलदार बनने के लिए परीक्षा की तैयारी कैसे करें?

  1. यदि आप तहसीलदार ऑफिसर के कैरियर में अपना किस्मत आजमा रहे हैं तो उस लक्ष को अच्छी तरह से तय करे ।
  2. तहसीलदार के परीक्षा में सफलता पाना चाहते हैं तो सबसे पहले अपना टाईम टेबल बनाएं , और आप टाइम टेबल के हिसाब से अपना परीक्षा की तैयारी करें । इससे आपकी पढ़ाई अच्छी तरह से होगी ।
  3. आप न्यूज पेपर खूब पढ़ें , और न्यूज पेपर में दिए गए प्रश्नों कोख़ूब याद करें । इससे परीक्षा में किस तरह के प्रश्न पूछे जाते हैं यह आसानी से पता चल जायेगा । साथ ही पेपरों को पढ़ने के साथ साथ कटिंग करके रखते जाइए और साथ मे प्रश्नों को हल करते जाइए ।
  4. तहसीलदार के परीक्षा में आपसे कुछ सामान्य ज्ञान (General knowledge) करेंट अफेयर (current affair) से सम्बंधित प्रश्न पूछे जाते हैं । तहसीलदार के परीक्षा के लिए आपको अखबार हमेशा पढ़ना चाहिए ताकि नई नई चीजों के बारे में जानकारी प्राप्त होता रहें।

FAQs

तहसीलदार बनने के लिए न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता क्या होती है?

तहसीलदार बनने के लिए उम्मीदवार को किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से स्नातक डिग्री प्राप्त करनी चाहिए। यह डिग्री किसी भी विषय में हो सकती है।

तहसीलदार बनने की परीक्षा में कौन-कौन से विषय पूछे जाते हैं?

परीक्षा में सामान्य अध्ययन, राज्य से संबंधित सामान्य ज्ञान, इतिहास, भूगोल, करंट अफेयर्स, हिंदी भाषा और कभी-कभी गणित व तार्किक क्षमता से जुड़े प्रश्न पूछे जाते हैं।

तहसीलदार की नौकरी स्थायी सरकारी होती है या संविदा पर?

तहसीलदार एक पूर्णत: स्थायी सरकारी पद होता है, जो राज्य सरकार के अधीन होता है और राजस्व विभाग में कार्य करता है।

तहसीलदार की सैलरी कितनी होती है?

तहसीलदार की प्रारंभिक मासिक सैलरी राज्य अनुसार भिन्न होती है, लेकिन लगभग 50 हजार से 70 हजार रुपये के बीच होती है, इसके अलावा महंगाई भत्ता और अन्य सरकारी सुविधाएं भी मिलती हैं।

तहसीलदार को किस प्रकार के प्रशासनिक कार्य करने होते हैं?

तहसीलदार भूमि रिकॉर्ड, राजस्व वसूली, भूमि विवाद, जाति और निवास प्रमाण पत्र की निगरानी, आपदा प्रबंधन, चुनावी कार्य आदि की जिम्मेदारी संभालते हैं।

तहसीलदार बनने की तैयारी कितने समय में पूरी की जा सकती है?

यदि नियमित और केंद्रित अध्ययन किया जाए तो लगभग 1 से 2 वर्षों में तैयारी पूरी की जा सकती है। हालांकि यह व्यक्ति की क्षमता और परिश्रम पर निर्भर करता है।

क्या एक इंजीनियरिंग ग्रेजुएट भी तहसीलदार बन सकता है?

जी हाँ, कोई भी स्नातक चाहे वह इंजीनियरिंग, विज्ञान, कला या वाणिज्य से हो, यदि वह परीक्षा उत्तीर्ण करता है, तो तहसीलदार बन सकता है।

क्या तहसीलदार बनने के लिए कोई इंटरव्यू भी होता है?

हाँ, प्रारंभिक और मुख्य परीक्षा पास करने के बाद अभ्यर्थियों का इंटरव्यू (साक्षात्कार) लिया जाता है, जिसमें उनकी प्रशासनिक सोच, व्यक्तित्व और निर्णय क्षमता का मूल्यांकन होता है।

क्या तहसीलदार बनने के लिए UPSC परीक्षा देनी पड़ती है?

नहीं, तहसीलदार बनने के लिए UPSC परीक्षा नहीं बल्कि संबंधित राज्य की लोक सेवा आयोग (State Public Service Commission) द्वारा आयोजित परीक्षा देनी होती है, जैसे कि MPSC, UPPSC, BPSC आदि।

संबंधित आर्टिकल

आशा करते हैं कि आपको तहसीलदार कैसे बने का ब्लॉग अच्छा लगा होगा। इसी प्रकार के अन्य ब्लॉग्स पढ़ने के लिए हमारी वेबसाइट Leverage Edu के साथ बने रहें।

Leave a Reply

Required fields are marked *

*

*

5 comments
    1. चमकौर जी कमेंट करने के लिए आपका आभार, ऐसे ही हमारी वेबसाइट पर बने रहें।

    1. चमकौर जी कमेंट करने के लिए आपका आभार, ऐसे ही हमारी वेबसाइट पर बने रहें।