12वीं के बाद फॉरेंसिक साइंस कोर्सेज के विकल्प

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स्कूल की पढ़ाई पूरी होने के बाद हम अपने व्यक्तिगत और व्यावसायिक विकास के लिए अलग-अलग अवसरों की तलाश में लग जाते हैं। आमतौर पर, लोग इंजीनियरिंग या मेडिसीन फ़ील्ड चुनते हैं, जो अपने आप में अच्छे विकल्प हैं, लेकिन यदि आप कुछ अलग करना चाहते हैं तो फॉरेंसिक साइंस में करियर एक शानदार मौका हो सकता है। आपने शेरलॉक होम्स का नाम तो सुना ही होगा? शेरलॉक होम्स पहले शख्स थे जिन्होंने फॉरेंसिक साइंस के क्षेत्र का लोगों से परिचय करवाया। यदि आप भी इस क्षेत्र में दिलचस्पी रखते हैं, तो एक आकर्षक करियर आपका इंतजार कर रहा है। इस आर्टिकल में 12वीं के बाद फॉरेंसिक साइंस कोर्स से जुड़ी पूरी जानकारी दी गई है।

स्पेशलाइजेशन (विशेषज्ञता)फॉरेंसिक साइंस
12वीं के बाद डिग्री के विकल्पडिप्लोमा (6 महीने)बैचलर (3 साल)
योग्यतासाइंस स्ट्रीम से 10+2
पार्श्व प्रवेश विकल्प3 वर्षीय डिप्लोमा के बाद बैचलर कोर्स में डायरेक्ट एंट्री
विदेश में एड मिशन प्रक्रियाआपके एकेडमिक प्रो फाइल और आवेदन पर निर्भर करता है
भारत में एडमिशन प्रक्रियाप्रवेश परीक्षा
प्रवेश परीक्षाएंCG PATIISER IATOUAYGSATBHU UETNEST
फीसभारत में लगभग ₹50,000विदेश में 25 लाख से 50 लाख तक
औसत शुरुआती वेतन (सालाना)INR 2-5 लाख
नौकरियाँफॉरेंसिक साइंटिस्टप्राइवेट अन्वेषक (इन्वेस्टिगेटर)फॉरेंसिक आर्किटेक्टफॉरेंसिक इंजीनियरड्रग एनालिस्टफॉरेंसिक टॉक्सिकोलॉजिस्टफॉरेंसिक कंसल्टेंटक्राइम लेबोरेटरी एनालिस्ट

फॉरेंसिक साइंस क्या है?

फोरेंसिक साइंस विज्ञान का एक इंटरडिसिप्लिनरी क्षेत्र है, जो सभी विज्ञान विषयों यानी रसायन विज्ञान, जीव विज्ञान, भौतिकी और गणित से मिलकर बना है। फॉरेंसिक साइंस की सहायता से वैज्ञानिक सिद्धांतों को उपयोग करके अपराधों में मिले सबूतों की जांच-पड़ताल करते हैं। फोरेंसिक साइंटिस्ट को कानून और अपराध-निवारक के संयोजक डोमेन में काम करते हैं। मॉडर्न न्यायपालिका सिस्टम, फॉरेंसिक साइंटिस्ट की विशेषज्ञता और क्षमताओं पर काफी हद तक निर्भर करता है। इस काम में आपका कुशल, निष्पक्ष और सटीक होना सबसे महत्वपूर्ण है। 

फॉरेंसिक साइंस कोर्सेज

फॉरेंसिक साइंटिस्ट बनने के लिए आपको एक निश्चित शैक्षिक मार्ग पर चलना होगा। दुनिया भर में बहुत सी यूनिवर्सिटी हैं, जो 12वीं के बाद फॉरेंसिक साइंस में अंडर ग्रैजुएट, ग्रैजुएट, और डॉक्टरल स्तर पर अलग अलग कोर्सेज ऑफर करती हैं। आइए, भारत में फॉरेंसिक साइंस के कोर्स पर एक नजर डालें:

शैक्षिक स्तरकोर्सेजअवधि
डिप्लोमा-फॉरेंसिक मेडिसीन में डिप्लोमा
-फॉरेंसिक डिप्लोमा (ऑनलाइन)
3 महीने, 6 महीने या 1 साल
अंडर ग्रैजुएट-BSc फॉरेंसिक साइंस
-बैचलर ऑफ एक्सीडेंटफोरेंसिक
-बैचलर इन क्रिमिनल जस्टिस फॉरेंसिक साइंस
-बैचलर ऑफ फॉरेंसिक साइंस
-बैचलर ऑफ लॉ (ऑनर्स)
-बैचलर ऑफ क्रिमिनोलॉजी
-बैचलर इन फॉरेंसिक इन्वेस्टिगेशन
-बैचलर ऑफ़ अप्लाइड साइंस इन फॉरेंसिक स्टडीज
3 साल
पोस्ट ग्रैजुएटMSc फॉरेंसिक साइंस
-मास्टर ऑफ फॉरेंसिक बिहेवियरल साइंस
-MSc इन फॉरेंसिक साइकोलॉजी
-मास्टर्स इन फॉरेंसिक एंथ्रोपोलॉजी
-मास्टर ऑफ फिलॉसफी इन फॉरेंसिक साइंस
2 साल

BSc– फॉरेंसिक साइंस 

12वीं के बाद सबसे ज्यादा किया जाने वाला फॉरेंसिक साइंस कोर्स, BSc फॉरेंसिक साइंस 3 वर्ष का अंडर ग्रैजुएट कोर्स है, जो छात्रों को ह्यूमन एनाटॉमी और फिजियोलॉजी की शिक्षा देता है। इस कोर्स के जरिए आप फॉरेंसिक साइंस में करियर बनाने की सभी जरूरी जानकारी और कौशल जैसे दस्तावेज़ वेरिफिकेशन, हैंडराईटिंग एनालिसिस, क्रिमिनल फ़ोटोग्राफ़ी आदि से सुसज्जित हो जाएंगे। यहां, BSc फॉरेंसिक साइंस का सिलेबस दिया जा रहा है:

आपराधिक व्यवहारफॉरेंसिक विज्ञान का परिचयअपराध और सामाजिक संस्कृतिकअपराध की जगह की जांच
फॉरेंसिक साइंस में भौतिक सबूतविश विज्ञान का परिचयअंग्रेज़ीएक्स-रे विवर्तन तकनीक
व्यवहार विज्ञानटाइप राइटिंग और हैंड राइटिंग विश्लेषणघाव और उनके मडीकल व कानूनी पहलूDNA और फिंगरप्रिंट
रक्त पैटर्न विश्लेषणकम्युनिकेशन स्किल्सआगजनी और विस्फोट जांचव्यक्तिगत पहचान
लेखन और दस्तावेज़ विश्लेषणफॉरेंसिक मनुष्य जाति विज्ञानजीवविज्ञान का मौलिक परिचयरसायन विज्ञान का मौलिक परिचय

BSc फॉरेंसिक साइंस सिलेबस

BSc फॉरेंसिक साइंस से जुड़े मुद्दों पर बातचीत करते समय यह जरूरी है, कि हम कोर्स का सिलेबस अच्छी तरह जानें। नीचे BSc फॉरेंसिक साइंस का सालाना सिलेबस दिया गया है:

पहला वर्ष 

अपराधिक व्यवहारअपराध और संस्कृतिक फॉरेंसिक विज्ञानफॉरेंसिक साइंस लैबोरेट्री एक्सपेरिमेंट
अपराधिक विज्ञान का परिचयफॉरेंसिक साइंस में भौतिक सबूतअपराध का परिचय
रक्त पैटर्न विश्लेषणमनोवैज्ञानिक कारकअपराध की जगह की जांच

दूसरा वर्ष

टाइप राइटिंग और हैंड राइटिंग विश्लेषणजहर और मानव शरीर पर उनका वर्गीकरणबायोलॉजिकल तरल पदार्थों का विशेषण
व्यक्तिगत पहचानरसायन विज्ञान का मौलिक परिचयव्यवहार विज्ञान
फ़ोटोग्राफ़ीफॉरेंसिक एंथ्रोपोलॉजीबेंजिडीन टेस्ट और रक्त विश्लेषण

तीसरा वर्ष

घाव और उनके मडीकल व कानूनी पहलूआगजनी और विस्फोट जांचआग्रेयास्त्रों (फायर आर्म्स) का कलेक्शन – संबंधित सबूत
व्यक्तिगत पहचान
एक्स-रे विवर्तन तकनीक
माइक्रोस्कोपी: योगिक माइक्रोस्कोप और सरल माइक्रोस्कोप
डीएनए फिंगर प्रिंटिंगपॉलिटिक्स – फायर आर्म्स का क्लासिफिकेशनआगजनी और विस्फोट जांच

स्किल्स

फॉरेसिंक साइंस करने से पहले होनी चाहिए ये जरूरी स्किल्स नीचे दी गई हैं-

  • साइंस की अच्छी समझ
  • जांच के लिए दिमागी रूप से तैयार
  • धैर्य का होना है जरूरी
  • एकाग्रता
  • टीम के साथ ताल-मेल
  • काम के प्रति सतर्कता

फोरेंसिक साइंस विषय

फोरेंसिक साइंसेस के विषयों में फोरेंसिक पैथोलॉजी, साइकियाट्री, साइकॉलॉजी, पैथोलॉजी, ओडोन्टोलॉजी, फोरेंसिक मेडिसीन आदि शामिल हैं। नीचे फोरेंसिक साइंस विषयों की पूर्ण लिस्ट दी गई है-

  • अपराध और इन्वेस्टिगेशन तकनीक
  • DNA आइसोलेशन
  • फोरेंसिक बॉलिस्टिक्स
  • संदिग्ध दस्तावेज
  • DNA प्रोफाइलिंग
  • फोरेंसिक बॉयोलॉजी
  • फोरेंसिक फोटोग्राफी
  • फोरेंसिक मनोविज्ञान
  • फोरेंसिक विष विज्ञान
  • फोरेंसिक भौतिकी
  • साइबर फोरेंसिक एंड लॉ
  • एनालिटिकल केमिस्ट्री

विदेश में फॉरेंसिक साइंस के कॉलेज और यूनिवर्सिटीज

दुनिया भर में बहुत से कॉलेज हैं, जो 12वीं के बाद छात्रों को फोरेंसिक साइंस कोर्स प्रदान करते हैं। नीचे हमने दुनिया के टॉप फॉरेंसिक साइंस कॉलेजों की लिस्ट दी है:

भारत में फॉरेंसिक साइंस कॉलेज

भारत में फॉरेंसिक साइंस के शीर्ष कॉलेज हैं:

  • बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी (BHU)
  • गुजरात यूनिवर्सिटी
  • लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी (LPU)
  • नॉर्थकैप यूनिवर्सिटी
  • एमिटी यूनिवर्सिटी
  • पांडिचेरी यूनिवर्सिटी
  • एसजीटी यूनिवर्सिटी, गुड़गाँव
  • पारुल यूनिवर्सिटी
  • अपेक्स यूनिवर्सिटी

उच्च शिक्षा

फॉरेंसिक साइंस या साइंस की किसी और बैचलर डिग्री पूरी होने पर आप फोरेंसिक विज्ञान में पोस्ट ग्रैजुएट डिग्री की शिक्षा प्राप्त कर सकते हैं। मास्टर्स डिग्री की अवधि 2 वर्ष की होती है। फॉरेंसिक विज्ञान मैं करियर बनाने के लिए पोस्ट ग्रैजुएट डिग्री के विकल्प हैं:

  • फोरेंसिक साइंस में PG डिप्लोमा
  • MSc फॉरेंसिक साइंस
  • फोरेंसिक साइंस में PhD
  • फॉरेंसिक साइंस में MPhil

स्पेशलाइजेशन (विशेषज्ञता)

12वीं के बाद फोरेंसिक विज्ञान कोर्स में कई विशेषज्ञताएं हैं, जैसे:

  • फोरेंसिक सीरोलॉजी
  • फोरेंसिक रसायन
  • फोरेंसिक बॉयोलॉजी
  • फोरेंसिक बैलिस्टिक
  • फोरेंसिक वनस्पति विज्ञान
  • फोरेंसिक एंटोमोलॉजी
  • फोरेंसिक विष विज्ञान

12वीं के बाद फॉरेंसिक साइंस के लिए योग्यता

12वीं के बाद किसी भी फॉरेंसिक साइंस कोर्स में अप्लाई करने से पहले आपको उसकी के पात्रता की पूरी जानकारी होनी जरूरी है। नीचे हमने आपकी सहायता के लिए फॉरेंसिक साइंस कोर्स की पात्रता के सभी अहम पॉइंट दिए हैं, जिन्हें आपको ध्यान में रखना जरूरी है:

  • BiPC विषयों के साथ किसी रिकॉग्नाइज्ड बोर्ड से 10+2 की बेसिक शिक्षा अनिवार्य है।
  • विदेश में पढ़ने के लिए IELTS, TOEFL आदि जैसे अंग्रेजी भाषा टेस्ट में अच्छा स्कोर आवश्यक है।
  • भारत में कुछ यूनिवर्सिटी उम्मीदवारों को OUAT, GSAT, NEST, CG PAT, BHU UET, आदि जैसी परीक्षाएं उत्तीर्ण करने की मांग करती हैं।

क्या आप ने अब तक IELTS/TOEFL/GMAT/GRE की तैयारी शुरू नहीं की है? आज ही इन परीक्षाओं में अच्छे स्कोर प्राप्त करने के लिए Leverage Live पर रजिस्टर करें ।

आवेदन प्रक्रिया 

विदेश के विश्वविद्यालयों में प्रवेश के लिए आवेदन प्रक्रिया इस प्रकार है:

  • आपकी आवेदन प्रक्रिया का फर्स्ट स्टेप सही कोर्स चुनना है, जिसके लिए आपAI Course Finder की सहायता लेकर अपने पसंदीदा कोर्सेज को शॉर्टलिस्ट कर सकते हैं। 
  • एक्सपर्ट्स से कॉन्टैक्ट के पश्चात वे कॉमन डैशबोर्ड प्लेटफॉर्म के माध्यम से कई विश्वविद्यालयों की आपकी आवेदन प्रक्रिया शुरू करेंगे। 
  • अगला कदम अपने सभी दस्तावेजों जैसे SOPनिबंध, सर्टिफिकेट्स और LOR और आवश्यक टेस्ट स्कोर जैसेIELTSTOEFLSATACT आदि को इकट्ठा करना और सुव्यवस्थित करना है। 
  • यदि आपने अभी तक अपनीIELTSTOEFLPTEGMATGRE आदि परीक्षा के लिए तैयारी नहीं की है, जो निश्चित रूप से विदेश में अध्ययन करने का एक महत्वपूर्ण कारक है, तो आपLeverage Live कक्षाओं में शामिल हो सकते हैं। ये कक्षाएं आपको अपने टेस्ट में उच्च स्कोर प्राप्त करने का एक महत्त्वपूर्ण कारक साबित हो सकती हैं।
  • आपका एप्लीकेशन और सभी आवश्यक दस्तावेज जमा करने के बाद, एक्सपर्ट्स आवास, छात्र वीजा और छात्रवृत्ति/छात्र लोन के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू करेंगे । 
  • अब आपके प्रस्ताव पत्र की प्रतीक्षा करने का समय है जिसमें लगभग 4-6 सप्ताह या उससे अधिक समय लग सकता है। ऑफर लेटर आने के बाद उसे स्वीकार करके आवश्यक सेमेस्टर शुल्क का भुगतान करना आपकी आवेदन प्रक्रिया का अंतिम चरण है। 

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भारत के विश्वविद्यालयों में आवेदन प्रक्रिया, इस प्रकार है:

  1. सबसे पहले अपनी चुनी हुई यूनिवर्सिटी की ऑफिशियल वेबसाइट में जाकर रजिस्ट्रेशन करें।
  2. यूनिवर्सिटी की वेबसाइट में रजिस्ट्रेशन के बाद आपको एक यूजर नेम और पासवर्ड प्राप्त होगा।
  3. फिर वेबसाइट में साइन इन के बाद अपने चुने हुए कोर्स का चयन करें जिसे आप करना चाहते हैं।
  4. अब शैक्षिक योग्यता, वर्ग आदि के साथ आवेदन फॉर्म भरें।
  5. इसके बाद आवेदन फॉर्म जमा करें और आवश्यक आवेदन शुल्क का भुगतान करें। 
  6. यदि एडमिशन, प्रवेश परीक्षा पर आधारित है तो पहले प्रवेश परीक्षा के लिए रजिस्ट्रेशन करें और फिर रिजल्ट के बाद काउंसलिंग की प्रतीक्षा करें। प्रवेश परीक्षा के अंको के आधार पर आपका चयन किया जाएगा और लिस्ट जारी की जाएगी।

आवश्यक दस्तावेज़ 

कुछ जरूरी दस्तावेज़ों की लिस्ट नीचे दी गई है–

करियर स्कोप

12वीं के बाद फॉरेंसिक साइंस कोर्स करने पर आप विभिन्न क्षेत्रों में कैरियर के अवसर प्राप्त कर सकते हैं। इसके बाद आपके लिए पुलिस और इन्वेस्टिगेशन विभागों में काम के द्वार खुल जाते हैं या फिर आप रिसर्च में अपना करियर बना सकते हैं। यहां फॉरेंसिक साइंस स्नातकों के लिए कुछ टॉप करियर की सूची दी गई है:

  • फोरेंसिक साइंटिस्ट
  • फोरेंसिक इंजीनियर
  • क्राइम रिपोर्टर
  • लिखावट विशेषज्ञ
  • फोरेंसिक एक्सपर्ट
  • कानूनी काउंसलर
  • जांच अधिकारी
  • रिसर्चर
  • अपराध दृश्य इन्वेस्टिगेटर
  • कानूनी सलाहकार

फॉरेंसिक साइंस कोर्स के बाद सैलरी

भारत में फोरेंसिक साइंस वेतन अलग-अलग कैरियर प्रो फाइल के अनुसार बदलता रहता है। निजी क्षेत्रों में, फॉरेंसिक साइंस की नौकरियों में एंट्री लेवल स्नातकों के लिए लगभग INR 3-4 लाख प्रति वर्ष की पेशकश की जाती है जबकि अनुभवी पेशेवर भी प्रति वर्ष INR 6 लाख तक कमा सकते हैं। भारत के सरकारी क्षेत्रों में फॉरेंसिक साइंस की नौकरी में प्रवेश स्तर के स्नातकों में INR 50,000-1 लाख यों तक प्रति वर्ष आकर्षक वेतन पैकेज मिलता है, जो समय के साथ बढ़ता भी है।

FAQs

फोरेंसिक साइंस के लिए कौन सा कोर्स सबसे अच्छा है?

12वीं के बाद भारत में विभिन्न में फॉरेंसिक साइंस कोर्स उपलब्ध हैं, जिन्हें PCM और कॉमर्स के छात्र कर सकते हैं। फॉरेंसिक साइंस में सबसे पॉपुलर और बेहतरीन कोर्स हैं:
BSc फॉरेंसिक साइंस
फोरेंसिक साइंस बैचलर ऑफ लॉ (ऑनर्स)
अपराध विज्ञान स्नातक
फोरेंसिक स्टडीज में बैचलर ऑफ एप्लाइड साइंस
MSc फोरेंसिक साइंस
फॉरेंसिक साइकोलॉजी में MSc

फोरेंसिक विज्ञान के लिए क्या योग्यता आवश्यक है?

फोरेंसिक विज्ञान के कोर्स के लिए, बुनियादी योग्यता ग्रेजुएशन और पोस्टग्रैजुएशन के लेवल के लिए अलग-अलग तय की गई है। BSc फॉरेंसिक साइंस के लिए, उम्मीदवारों को विज्ञान क्षेत्र में 10 + 2 पूरा करना जरूरी है और MSc फॉरेंसिक साइंस के लिए, फोरेंसिक साइंस या संबंधित क्षेत्र में ग्रेजुएशन की डिग्री होना जरूरी है।

मैं 12वीं के बाद फोरेंसिक अधिकारी कैसे बन सकता/सकती हूं?

12वीं के बाद फोरेंसिक अधिकारी बनने के लिए, आपको पहले साइंस स्ट्रीम से 10 + 2 पूरा करके 3 साल का BSc फोरेंसिक साइंस प्रोग्राम पूरा करना आवश्यक है।

क्या भारत में फोरेंसिक साइंस एक अच्छा करियर है?

भारत में फॉरेंसिक साइंस में करियर का बहुत अच्छा स्कोप है। फॉरेंसिक साइंस कोर्स पूरा करने वाले उम्मीदवारों को सरकारी विभागों जैसे अपराध विभाग और चिकित्सा केंद्रों के साथ काम करने का मौका मिलता है या वह निजी क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवा केंद्रों के साथ और अनुसंधान में उच्च वेतन वाला कैरियर अपना सकते हैं।

आशा है कि 12वीं के बाद फॉरेंसिक साइंस का यह ब्लॉग आपको जानकारी देने में सफल रहा होगा। अगर आप विदेश में 12वीं के बाद फॉरेंसिक साइंस की पढ़ाई करना चाहते हैं तो आज ही हमारे Leverage Edu के एक्सपर्ट्स से 1800 572 000 पर कॉल करके 30 मिनट का फ्री सेशन बुक कीजिए।

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6 comments
    1. बिस्वजीत ही, फॉरेंसिक साइंस करने के लिए साइंस स्ट्रीम की आवश्यकता होती है।

    1. कीर्ति जी, फॉरेंसिक साइंस के लिए मैथ्स मेन विषय के तौर पर होना आवश्यक है।

    1. कीर्ति जी, फॉरेंसिक साइंस के लिए मैथ्स मेन विषय के तौर पर होना आवश्यक है।