रिटेल मैनेजमेंट कोर्स कैसे करें?

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रिटेल मैनेजमेंट कोर्स

ग्राहकों के बेहतर अनुभव के बिना दुनिया की कोई भी कंपनी उन्नति नहीं कर सकती है अर्थात् ग्राहक फीडबैक/रिव्यु अनिवार्य है। बढ़ती आबादी के साथ तेजी से बढ़ती इकॉनमी ने तमाम क्षेत्रों में बढ़ोत्तरी प्रदान की है। आज छोटे से छोटे शहर से लेकर राजधानी तक कई सुपरमार्केट, मॉल, शॉपिंग सेंटर, सिनेमा हॉल, आदि तेजी से बढ़ रहे हैं जिसके कारण इस क्षेत्र में करियर विकल्प भी तेज़ी से बढ़ रहे हैं। यदि आप भी 12वीं के बाद रिटेल मैनेजमेंट का कोर्स करने में रूचि रखते है तो इस ब्लॉग को पूरा पढ़े।

रिटेल मैनेजमेंट कोर्स क्या है?

रिटेल मैनेजमेंट एक ऐसी प्रक्रिया है जो देश के विभिन्न स्टोर्स से ग्राहकों को उनके इस्तेमाल के लिए जरूरत की वस्तुएं खरीदने में मदद करती है। इस प्रक्रिया में ग्राहकों को रिटेल स्टोर में निमंत्रित करने से लेकर उनकी सारी जरुरी खरीददारी की सुविधा उपलब्ध करवाने से जुड़े अनेक कार्य शामिल होते हैं। इससे एक और फायदा यह है कि ग्राहक अपने समय की बचत अच्छे से कर लेता है क्यूंकि उसे अपने सारे ज़रूरत का सामान एक स्टोर से ही उपलब्ध हो जाता है। 

स्किल्स

रिटेल मैनेजमेंट कोर्स के लिए किन स्किल्स की जरूरत होती है, यह इस प्रकार है:

  • खुदरा क्षेत्र में गहरी दिलचस्पी
  • महत्वपूर्ण सोच
  • संचार कौशल
  • नेतृत्व की विशेषता
  • तुरंत निर्णय लेने का कौशल
  • समस्या समाधान करने की कुशलताएं
  • साधन-संपन्न
  • अनुकूलन क्षमता
  • नैतिक
  • रणनीतिक सोच

रिटेल मैनेजमेंट कोर्सेज

रिटेल मैनेजमेंट के लिए कुछ टॉप कोर्सेज उनकी अवधि के साथ नीचे दिए गए हैं-

कोर्सेजकोर्स अवधि
Diploma in Retail Management 1 साल (2 सेमेस्टर्स)
Bachelor Degree in Retail Management3 साल (6 सेमेस्टर्स)
Bachelor Degree in Fashion Retail Management3 साल (6 सेमेस्टर्स)
MBA in Retail Management2 साल (4 सेमेस्टर्स)
PG Diploma in Retail Management 1 साल (2 सेमेस्टर्स)
PG Diploma in Fashion Retail Management 1 साल (2 सेमेस्टर्स)
Certificate Course in Retail Store Management6 महीने
Advance Certificate Course in Retail Store Management 6 महीने

आप AI Course Finder की मदद से अपने पसंद के कोर्सेस और यूनिवर्सिटीज का चयन कर सकते हैं।

रिटेल मैनेजमेंट कोर्स के विषय

रिटेल मैनेजमेंट कोर्स के कुछ विषय नीचे दिए गए हैं:

  • मैनेजमेंट प्रिंसिपल्स एंड प्रैक्टिस
  • रिटेल मैनेजमेंट
  • सेल मैनेजमेंट
  • मार्केटिंग मैनेजमेंट
  • कांसेप्ट इन सप्लाई चेन मैनेजमेंट
  • मैनेजमेंट इनफार्मेशन सिस्टम
  • कंज़्यूमर बिहेवियर

रिटेल मैनेजमेंट कोर्स की फीस

इस कोर्स के लिए किसी भी छात्र की फीस उसके द्वारा चयनित संस्थान पर निर्भर करती है क्यूंकि हरकॉलेज/यूनिवर्सिटी की फीस अलग अलग निर्धारित है। आपकी औसत सालाना ट्यूशन फीस INR -3 लाख तक हो सकती है।

यूनिवर्सिटीजऔसत सालाना ट्यूशन फीस (INR)
भारथिअर विश्वविद्यालय4,800
रयात कॉलेज ऑफ एजुकेशन1.71 लाख
एपीएस कॉलेज ऑफ एजुकेशन एंड टेक्नोलॉजी60,000
शांति निकेतन कॉलेज ऑफ एजुकेशन64,000
BBSBCE49,000
सेंट सोल्जर कॉलेज ऑफ एजुकेशन4,000

विदेश में टॉप यूनिवर्सिटीज

विदेश में रिटेल मैनेजमेंट कोर्स के लिए टॉप यूनिवर्सिटीज इस प्रकार हैं:

  1. मिनेसोटा विश्वविद्यालय
  2. रायर्सन विश्वविद्यालय
  3. पर्ड्यू विश्वविद्यालय
  4. सेंट्रल मिशिगन
  5. ईस्टर्न केंटकी
  6. फ्लोरिडा इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी
  7. सिनसिनाटी विश्वविद्यालय
  8. कॉलेज डबलिन विश्वविद्यालय
  9. मैनचेस्टर मेट्रोपॉलिटन यूनिवर्सिटी
  10. कला विश्वविद्यालय लंदन

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भारत में टॉप यूनिवर्सिटीज

भारत में रिटेल मैनेजमेंट कोर्स के लिए टॉप यूनिवर्सिटीज इस प्रकार हैं:

  • नैशनल स्किल डेवलपमेंट कैंपेन, नई दिल्ली
  • नैशनल इंस्टिट्यूट ऑफ़ रिटेल मैनेजमेंट, अहमदाबाद
  • नैशनल इंस्टिट्यूट ऑफ़ रिटेल मैनेजमेंट, मुंबई
  • नैशनल इंस्टिट्यूट ऑफ़ रिटेल, बैंगलोर
  • शांति निकेतन कॉलेज ऑफ एजुकेशन, श्रीनगर
  • रिटेल एक्सीलेंस अकेडमी, नई दिल्ली
  • मनी कम्युनिकेशन इंस्टिट्यूट, अहमदाबाद
  • बिरला इंस्टिट्यूट ऑफ मैनेजमेंट एंड हायर स्टडीज, नोएडा
  • नरसी मोंजी इंस्टिट्यूट ऑफ मैनेजमेंट एंड हायर स्टडीज, मुंबई
  • पर्ल एकेडमी ऑफ फैशन, नई दिल्ली

रिटेल मैनेजमेंट कोर्स के लिए योग्यता

रिटेल मैनेजमेंट कोर्स करने के लिए छात्र को कुछ आवश्यकताओं को पूरा करना होता है जो नीचे दी गयीं हैं:

  • किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से 12वीं पास हो। 
  • 12वीं में कम से कम 50% अंक अनिवार्य है। 
  • कंप्यूटर और अंग्रेजी का ज्ञान होना महत्वपूर्ण है।
  • कम्युनिकेशन स्किल्स बेहतर होना चाहिए। 
  • आकर्षक CV/Resume होना आवश्यक है।
  • विदेश में पढ़ने के लिए इंग्लिश लैंग्वेज टेस्ट जैसे IELTS, TOEFL आदि के अंक अनिवार्य हैं।

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भारतीय विश्वविद्यालयों में आवेदन प्रक्रिया

भारत के विश्वविद्यालयों में आवेदन प्रक्रिया, इस प्रकार है–

  • सबसे पहले अपनी चुनी हुई यूनिवर्सिटी की ऑफिशियल वेबसाइट में जाकर रजिस्ट्रेशन करें।
  • यूनिवर्सिटी की वेबसाइट में रजिस्ट्रेशन के बाद आपको एक यूजर नेम और पासवर्ड प्राप्त होगा।
  • फिर वेबसाइट में साइन इन के बाद अपने चुने हुए कोर्स का चयन करें जिसे आप करना चाहते हैं।
  • अब शैक्षिक योग्यता, वर्ग आदि के साथ आवेदन फॉर्म भरें।
  • इसके बाद आवेदन फॉर्म जमा करें और आवश्यक आवेदन शुल्क का भुगतान करें। 
  • यदि एडमिशन, प्रवेश परीक्षा पर आधारित है तो पहले प्रवेश परीक्षा के लिए रजिस्ट्रेशन करें और फिर रिजल्ट के बाद काउंसलिंग की प्रतीक्षा करें। प्रवेश परीक्षा के अंको के आधार पर आपका चयन किया जाएगा और लिस्ट जारी की जाएगी।

विदेश में आवेदन प्रक्रिया

विदेश के विश्वविद्यालयों में प्रवेश के लिए आवेदन प्रक्रिया इस प्रकार है–

  • आपकी आवेदन प्रक्रिया का फर्स्ट स्टेप सही कोर्स और यूनिवर्सिटी का चुनाव है। 
  • कोर्स और यूनिवर्सिटी के चुनाव के बाद उस कोर्स के लिए उस यूनिवर्सिटी की पात्रता मानदंड के बारे में रिसर्च करें। 
  • आवश्यक टेस्ट स्कोर और दस्तावेज एकत्र करें।
  • यूनिवर्सिटी की साइट पर जाकर एप्लीकेशन फॉर्म भरें या फिर आप Leverage Edu एक्सपर्ट्स की भी सहायता ले सकते हैं।
  • ऑफर की प्रतीक्षा करें और सिलेक्ट होने पर इंटरव्यू की तैयारी करें। 
  • इंटरव्यू राउंड क्लियर होने के बाद आवश्यक ट्यूशन शुल्क का भुगतान करें और स्कॉलरशिप, छात्रवीजा, एजुकेशन लोन और छात्रावास के लिए आवेदन करें।

आवदेन प्रक्रिया से सम्बन्धित जानकारी और मदद के लिए Leverage Edu के एक्सपर्ट्स से 1800 572 000 पर संपर्क करें

आवश्यक दस्तावेज़

कुछ जरूरी दस्तावेज़ों की लिस्ट नीचे दी गई हैं–

  • आधिकारिक शैक्षणिक ट्रांसक्रिप्ट
  • स्कैन किए हुए पासपोर्ट की कॉपी
  • IELTS या TOEFL, आवश्यक टेस्ट स्कोर 
  • प्रोफेशनल/एकेडमिक LORs
  • SOP 
  • निबंध (यदि आवश्यक हो)
  • पोर्टफोलियो (यदि आवश्यक हो)
  • अपडेट किया गया सीवी / रिज्यूमे
  • एक पासपोर्ट और छात्र वीजा 
  • बैंक विवरण 

छात्र वीजा पाने के लिए भी Leverage Edu विशेषज्ञ आपकी हर सम्भव मदद करेंगे।

प्रवेश परीक्षाएं

रिटेल मैनेजमेंट कोर्स में एडमिशन लेने के लिए प्रवेश परीक्षाओं की लिस्ट नीचे दी गई है-

  • IPU CET
  • AIMA UGAT
  • CUET
  • DU JAT
  • CSIR JRF
  • CAT
  • XAT

रिटेल मैनेजमेंट कोर्स के बाद करियर विकल्प

देश के घरेलू उत्पाद (GDP) का 10% रिटेल मार्केट क्षेत्र से मिलता है। हर साल 15% से अधिक की वृद्धि इस कारोबार में हो रही है। भारत में इस कारोबार के लगातार विकास के कारण ग्लोबलाइजेशन, वर्क फोर्स, पर कैपिटा इनकम में वृद्धि के साथ-साथ गुड्स एंड सर्विसेज की लगातार मांग बढ़ती जा रही है। रिटेल मैनेजमेंट कोर्स करने के बाद आप सरकारी और प्राइवेट दोनों सेक्टर्स में करियर का निर्माण कर सकते हैं। आपके करियर विकल्प कुछ इस प्रकार हैं –

सरकारी विभाग में

आप कई बड़ी कंपनियों में काम करने के लिए आवेदन दे सकते हैं और साथ ही साथ उस सरकारी विभाग के एंट्रेंस एग्जाम को भी पास करना अनिवार्य होगा। कुछ सरकारी विभाग में नौकरी दिलाने वाले संस्थान निम्न हैं –

  • Reliance
  • TATA Groups
  • ITC Retail
  • RPG Retail

प्राइवेट विभाग में

यदि आप प्राइवेट सेक्टर में काम करना चाहते हैं तो आपके करियर विकल्प नीचे दिए गए हैं –

  • स्टोर मैनेजर
  • मैनेजर ऑपरेशन्स
  • सेल्स परसन
  • सेल्स मैनेजर
  • रिटेल मैनेजर
  • रिटेल बायर एंड मर्चेंडाइज़र

जॉब प्रोफाइल्स और सैलरी

रिटेल मैनेजमेंट कोर्स अच्छे से करने के बाद आपको ढेरों करियर विकल्प मिलेंगे जिनमें कई बेहतर जॉब प्रोफाइल्स मौजूद होंगे। आमतौर पर आपकी औसत सैलरी INR 20,000-60,000 तक हो सकती है। हम आपको यह भी बता दें की आपकी सैलरी आपके योग्यता, अनुभव, कंपनी, लोकेशन, आदि बातों पर भी निर्भर करता है। कुछ प्रोफेशनल जॉब प्रोफाइल्स की सैलरी इस प्रकार है –

जॉब प्रोफाइल्सऔसत सालाना सैलरी (INR)
स्टोर मैनेजर4-5 लाख
मैनेजर7-8 लाख
सीनियर सेल्स मैनेजर12-13 लाख
रिटेल बैंकिंग अफसर5-6 लाख
रिटेल अकाउंट मैनेजर10-11 लाख

FAQs

खुदरा प्रबंधन क्या है?रिटेलिंग के कार्य क्या है?

रिटेलिंग व्यवसाय उद्योग का एक महत्वपूर्ण अंश है जिसमें उत्पादों तथा सेवाओं को उपभोक्ताओं के अपने व्यक्तिगत या पारिवारिक उपभोग के लिए बेचना शामिल है। रिटेलिंग प्रक्रिया में ग्राहकों के साथ सीधा सम्पर्क और व्यवसाय कार्यकलापों का, उत्पादों के डिजाइन चरण से लेकर उसकी डिलीवरी तथा उसके पश्चात सेवाओं का समन्वय निहित है।

रिटेल का क्या महत्व है?

जब कोई उपभोक्ता स्वयं के उपभोग के लिए कोई वस्तु या उत्पाद खरीदना चाहता है तो उसका रुख रिटेल स्टोर की तरफ ही होता है। वैसे देखा जाय तो एक रिटेल स्टोर किसी भी उत्पाद की छोटी छोटी मात्रा का प्रबंधन करता है यानि कि वह किसी भी उत्पाद को बेहद कम मात्रा में ही खरीदता है।

खुदरा प्रबंधन क्या है?

खुदरा प्रबंधन एक साझा मंच पर लोगों को एक साथ लाने के लिए और उन्हें एक संगठन के लक्ष्यों और उद्देश्यों को प्राप्त करने के लिए एक इकाई के रूप में काम करने की प्रक्रिया को दर्शाता है।

रिटेलिंग में करियर की क्या संभावनाएं हैं?

रिटेल मैनेजमेंट के अंतर्गत सभी ब्रांड्स, उनकी स्ट्रेटजी और कस्टमर को अट्रैक्ट करने की जानकारी का अध्ययन किया जाता है। भारत में तेजी से खुल रहे शॉपिंग सेंटर, मल्टी स्टोरी मॉल्स के चलते रिटल मैनेजमेंट में करियर की बेहतरीन संभावनाओं का विस्तार हुआ है। आज रिटेलिंग व्यवसाय ग्लोबल इकोनॉमी का हिस्सा बन चुका है।

उम्मीद हैं, रिटेल मैनेजमेंट से सभी जानकारी आपको मिल गयी होंगी। यदि आप विदेश में रिटेल मैनेजमेंट का कोर्स करना चाहते हैं तो आज ही 1800 572 000 पर कॉल करके मिनट का फ्री सेशन बुक करें। हमारे एक्सपर्ट्स आपको सही और चुनने में मदद करेंगे ।

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