जब भी हम एमबीए की डिग्री की बात करते हैं तो उसके अंदर आने वाली स्पेशलाइज़ेशन उस डिग्री को एक अलग रास्ता और श्रेणी प्रदान करती है। एमबीए की विभिन्न स्पेशलाइज़ेशन में से एक एमबीए सस्टेनेबिलिटी मैनेजमेंट बिज़नेस डेवलपमेंट और आइडियाज़ पर फोकस्ड है। यह प्रोग्राम मुख्य रूप से इको फ्रेंडली बिज़नेस डेवलपमेंट्स आइडियाज़ को अप्लाई करने के बारे में हैं जो कॉर्पोरेट में स्टेबिलिटी और ग्रोथ के लिए महत्वपूर्ण हैं। एमबीए सस्टेनेबिलिटी मैनेजमेंट प्रोग्राम क्या है, अगर आपको इसके बारे में बेहतर तरीके से जानना हैं तो इस ब्लॉग को आखिर तक पढ़िए।
कोर्स लेवल | पोस्टग्रेजुएशन |
फुल फॉर्म | मास्टर ऑफ़ बिज़नेस एडमिनिस्ट्रेशन इन सस्टेनेबल मैनेजमेंट |
अवधि | दो साल |
एग्ज़ामिनेशन टाइप | सेमेस्टर बेस्ड |
टॉप रिक्रूटिंग एजेंसीज | एनवायर्नमेंटल प्लानिंग कंपनीज, NGOs, मल्टीनेशनल NGOs, ट्रेड इंडस्ट्रीज़, एजुकेशनल एंड रिसर्च इंस्टिट्यूशन आदि। |
जॉब पोज़िशन | असोसिएट मार्किट मैनेजर, डेवलपमेंट R&D/ट्रेनिंग लीडर, लेक्चरर, बिज़नेस डेवलपमेंट एग्जीक्यूटिव, रिलेशनशिप मैनेजर, बिज़नेस डेवलपमेंट एग्जीक्यूटिव, बिज़नेस डेवलपमेंट स्पेशलिस्ट। |
This Blog Includes:
- एमबीए सस्टेनेबिलिटी मैनेजमेंट क्या है?
- एमबीए सस्टेनेबिलिटी मैनेजमेंट क्यों करें?
- एमबीए सस्टेनेबिलिटी मैनेजमेंट सिलेबस
- विदेश में एमबीए सस्टेनेबिलिटी मैनेजमेंट कोर्स के लिए टॉप यूनिवर्सिटीज
- भारत में एमबीए सस्टेनेबिलिटी मैनेजमेंट कोर्स के लिए टॉप यूनिवर्सिटीज
- एमबीए सस्टेनेबिलिटी मैनेजमेंट के लिए योग्यताएं
- आवेदन प्रक्रिया
- आवश्यक दस्तावेज़
- प्रवेश परीक्षाएं
- एमबीए सस्टेनेबिलिटी मैनेजमेंट स्टडी मटेरियल
- करियर स्कोप
- जॉब प्रोफाइल्स एंड सैलरी
- FAQs
एमबीए सस्टेनेबिलिटी मैनेजमेंट क्या है?
एमबीए सस्टेनेबिलिटी मैनेजमेंट एक दो साल का पोस्टग्रेजुएट कोर्स है जो आपको बिज़नेस स्ट्रेटेजी और एडमिनिस्ट्रेशन को कंडक्ट करने की नॉलेज देता है। यह कोर्स मुख्य रूप से इको फ्रेंडली बिज़नेस डेवलपमेंट्स और आइडियाज़ को अप्लाई करने की तरफ फोकस्ड है जो बिज़नेस की स्टेबिलिटी और ग्रोथ को इंश्योर करता है।
कैंडिडेट्स जो इस कोर्स को करना चाहते हैं उनके पास किसी मान्यता प्राप्त यूनिवर्सिटी से बैचलर डिग्री का होना आवश्यक है। इस कोर्स को करने के बाद आपकी सैलरी सालाना INR 5-17 लाख तक हो सकती है। हालांकि यह सैलरी अमाउंट आपकी एक्सपर्टीज़ और एक्सपीरियंस के मुताबिक़ ही डिसाइड होता है।
एमबीए सस्टेनेबिलिटी मैनेजमेंट क्यों करें?
एमबीए सस्टेनेबिलिटी मैनेजमेंट आज के युवाओं के बीच एक प्रसिद्ध कोर्स है जिसमें पढ़ना आपके लिए काफी फायदेमंद साबित हो सकता है। लेकिन यह फायदेमंद कैसे है? आइए नीचे दिए गए पॉइंट्स के माध्यम से जानते हैं-
- एमबीए सस्टेनेबिलिटी मैनेजमेंट प्रोग्राम कैंडिडेट्स को मार्किट मैनेजर्स असोसिएट्स के रूप में नौकरी दिलाने के लिए सक्षम है जहाँ आप ग्रीन मार्केटिंग कैम्पेन्स को लेकर प्लांस और पॉलिसीस के द्वारा नेचर और बिज़नेस दोनों को एक साथ प्रमोट कर सकते हो।
- यह कोर्स उनके लिए भी महत्वपूर्ण हैं जो रिसर्च और आर एंड डी डेवलपर से जुड़े कामों में दिलचस्पी रखते हैं।
- कैंडिडेट्स इस डिग्री के बाद रिलेशनशिप मैनेजर के रूप में भी कंपनीज़ में अप्लाई कर सकते हैं जहाँ आपका काम एक ब्रिज की तरह दोनों बिज़नेस के बेटरमेंट के लिए प्लांस बनाने का होगा।
- कैंडिड्ट्स चाहें तो एक टीम लीडर प्रोफाइल को भी चुन सकते हैं जिनका मुख्य काम बिज़नेस की ग्रोथ और सस्टेनेबल डेवलपमेंट और मैनजमेंट के लिए प्रोफेशनल लोगो की टीम को मैनेज करने का होगा।
- यह कोर्स कैंडिडेट्स को एक लेक्चरर और टीचर्स की तरह भी ट्रेन करता है जिसमें आप अपनी कला और प्रोफ़ेशनलिज़्म का प्रदर्शन भिन्न भिन्न एजुकेशनल इंस्टीट्यूशन में कर सकते हो। इस प्रोफाइल में आप स्टूडेंट्स जिन्हे एक मेंटर की आवश्यकता है और बिज़नेस में इंटरेस्ट रखते हैं उन्हें गाइडेंस प्रोवाइड कर सकते हैं। यह कार्य सस्टेनेबल बिज़नेस अप्रोच की श्रेणी में आता है।
एमबीए सस्टेनेबिलिटी मैनेजमेंट सिलेबस
एमबीए सस्टेनेबिलिटी मैनेजमेंट एक दो वर्षीय पोस्टग्रेजुएशन कोर्स है जिसका करिक्युलम हमने नीचे टेबल में समझाया है-
सेमेस्टर 1 | सेमेस्टर 3 |
ह्यूमन रिसोर्सेस मैनेजमेंट | कॉम्बिनेशन ऑफ़ सस्टनेबिलिटी एंड बिज़नेस सक्सेस |
बिज़नेस मार्केटिंग | द बॉउंडरीज़ ऑफ़ सस्टनेबिलिटी डेवलपमेंट |
सोशल रिस्पांसिबिलिटी | इंटरनेशनल बिज़नेस लॉ |
ग्लोबल रिस्क मैनेजमेंट | सेमिनार 2 |
सेमेस्टर 2 | सेमेस्टर 4 |
नॉलेज एंड इनफार्मेशन मैनेजमेंट | एनवायर्नमेंटल मैनेजमेंट सिस्टम्स |
क्रॉस कल्चरल अंडरस्टैंडिंग एंड मैनेजमेंट | नेगोसिएशन्स, लीडरशिप एंड कम्युनिकेशन स्किल्स |
फर्म्स एंड सस्टेनेबल डेवलपमेंट | बिज़नेस फाइनेंशियल मैनेजमेंट |
सेमिनार 1 | मेथोडोलॉजी एंड रिसर्च |
विदेश में एमबीए सस्टेनेबिलिटी मैनेजमेंट कोर्स के लिए टॉप यूनिवर्सिटीज
विदेश में एमबीए सस्टेनेबिलिटी मैनेजमेंट कोर्स के लिए टॉप यूनिवर्सिटीज निम्नलिखित हैं-
- यूनिवर्सिटी ऑफ़ कम्ब्रिया
- यूनिवर्सिटी ऑफ़ वर्मांट
- वॉरिक बिज़नेस स्कूल, यूनिवर्सिटी ऑफ़ वॉरिक
- स्लोन स्कूल ऑफ़ मैनेजमेंट, मैसाचुसेट्स इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी
- INSEAD सिंगापुर
- फुकुआ स्कूल ऑफ़ बिज़नेस, ड्यूक यूनिवर्सिटी
- IE बिज़नेस स्कूल
- सेड बिज़नेस स्कूल, यूनिवर्सिटी ऑफ़ ऑक्सफ़ोर्ड
- कर्नल SC जॉनसन कॉलेज ऑफ़ बिज़नेस, कर्नल यूनिवर्सिटी
- हार्वर्ड बिज़नेस स्कूल, हार्वर्ड यूनिवर्सिटी
- स्कुलिक स्कूल ऑफ़ बिज़नेस, यॉर्क यूनिवर्सिटी
- इरास्मस यूनिवर्सिटी रोटरडम
- ESC PAU बिज़नेस स्कूल
- एक्सीड स्कूल ऑफ़ बिज़नेस एंड फाइनेंस
- यूक्लिड यूनिवर्सिटी
- यूनिवर्सिटी ऑफ़ अप्लाइड साइंसेज जिताऊ/गोएर्लिट्ज़
- हम्बोल्ड स्टेट यूनिवर्सिटी
- ऐनाहिम यूनिवर्सिटी
- यूनिवर्सिटी ऑफ़ अप्लाइड साइंसेज लुडविगशाफे ऍम रें
भारत में एमबीए सस्टेनेबिलिटी मैनेजमेंट कोर्स के लिए टॉप यूनिवर्सिटीज
एमबीए सस्टेनेबिलिटी मैनेजमेंट के लिए भारत की टॉप यूनिवर्सिटीज निम्नलिखित हैं-
- इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ मैनेजमेंट, बैंगलोर
- ज़ैवियर स्कूल ऑफ़ मैनेजमेंट, जमशेदपुर
- इंडियन स्कूल ऑफ़ बिज़नेस, हैदराबाद
- टेक्सिला बिज़नेस स्कूल, जयपुर
- इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ मैनेजमेंट, लखनऊ
- प्रेसीडेंसी यूनिवर्सिटी, बैंगलोर
- यूनिवर्सिटी ऑफ़ दिल्ली, फैकल्टी ऑफ़ मैनेजमेंट स्टडीज, न्यू दिल्ली
- इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ मैनेजमेंट, कोज़हिकोड़े
- इंडियन स्कूल ऑफ़ बिज़नेस, मोहाली
- इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ फॉरेन ट्रेड, न्यू दिल्ली
एमबीए सस्टेनेबिलिटी मैनेजमेंट के लिए योग्यताएं
यदि आप एमबीए सस्टेनेबिलिटी मैनेजमेंट के क्षेत्र में डिग्री प्राप्त करने के इच्छुक हैं, तो आपको अपने चुने हुए विश्वविद्यालय द्वारा निर्धारित योग्यताओं को पूरा करना होगा। ये आवश्यकताएं कोर्सेज के स्तर के अनुसार भिन्न होती हैं, जैसे बैचलर, मास्टर या डिप्लोमा। एमबीए सस्टेनेबिलिटी मैनेजमेंट में कोर्स के लिए कुछ सामान्य योग्यताएं इस प्रकार हैं:
- मास्टर्स में एडमिशन के लिए आपकी अंडरग्रेजुएट डिग्री में कम से कम 50 % मार्क्स का होना आवश्यक है।
- कुछ यूनिवर्सिटीज प्रवेश परीक्षा के आधार पर भी एडमिशन स्वीकार करतीं हैं।
- विदेश की अधिकतर यूनिवर्सिटीज मास्टर्स कोर्सेज के लिए GRE स्कोर की मांग करते हैं।
- विदेश की यूनिवर्सिटीज में एडमिशन के लिए IELTS या TOEFL टेस्ट स्कोर, अंग्रेजी प्रोफिशिएंसी के प्रमाण के रूप में ज़रूरी होते हैं।
- विदेश यूनिवर्सिटीज में पढ़ने के लिए SOP, LOR, सीवी/रिज्यूमे और पोर्टफोलियो भी जमा करने की ज़रूरत होती है।
आवेदन प्रक्रिया
विदेश के विश्वविद्यालयों में प्रवेश के लिए आवेदन प्रक्रिया इस प्रकार है:
- आपकी आवेदन प्रक्रिया का फर्स्ट स्टेप सही कोर्स चुनना है, जिसके लिए आप AI Course Finder की सहायता लेकर अपने पसंदीदा कोर्सेज को शॉर्टलिस्ट कर सकते हैं।
- एक्सपर्ट्स से कॉन्टैक्ट के पश्चात वे कॉमन डैशबोर्ड प्लेटफॉर्म के माध्यम से कई विश्वविद्यालयों की आपकी आवेदन प्रक्रिया शुरू करेंगे।
- अगला कदम अपने सभी दस्तावेज़ों जैसे SOP, निबंध, सर्टिफिकेट्स और LOR और आवश्यक टैस्ट स्कोर जैसे IELTS, TOEFL, SAT, ACT आदि को इकट्ठा करना और सुव्यवस्थित करना है।
- यदि आपने अभी तक अपनी IELTS, TOEFL, PTE, GMAT, GRE आदि परीक्षा के लिए तैयारी नहीं की है, जो निश्चित रूप से विदेश में अध्ययन करने का एक महत्वपूर्ण कारक है, तो आप Leverage Live कक्षाओं में शामिल हो सकते हैं। ये कक्षाएं आपको अपने टेस्ट में उच्च स्कोर प्राप्त करने का एक महत्त्वपूर्ण कारक साबित हो सकती हैं।
- आपका एप्लीकेशन और सभी आवश्यक दस्तावेज़ जमा करने के बाद, एक्सपर्ट्स आवास, छात्र वीज़ा और छात्रवृत्ति/छात्र लोन के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू करेंगे ।
- अब आपके प्रस्ताव पत्र की प्रतीक्षा करने का समय है जिसमें लगभग 4-6 सप्ताह या उससे अधिक समय लग सकता है। ऑफर लैटर आने के बाद उसे स्वीकार करके आवश्यक सेमेस्टर शुल्क का भुगतान करना आपकी आवेदन प्रक्रिया का अंतिम चरण है।
भारत के विश्वविद्यालयों में आवेदन प्रक्रिया, इस प्रकार है:
- सबसे पहले अपनी चुनी हुई यूनिवर्सिटी की ऑफिशियल वेबसाइट में जाकर रजिस्ट्रेशन करें।
- यूनिवर्सिटी की वेबसाइट में रजिस्ट्रेशन के बाद आपको एक यूज़र नेम और पासवर्ड प्राप्त होगा।
- फिर वेबसाइट में साइन इन के बाद अपने चुने हुए कोर्स का चयन करें जिसे आप करना चाहते हैं।
- अब शैक्षिक योग्यता, वर्ग आदि के साथ आवेदन फॉर्म भरें।
- इसके बाद आवेदन फॉर्म जमा करें और आवश्यक आवेदन शुल्क का भुगतान करें।
- यदि एडमिशन, प्रवेश परीक्षा पर आधारित है तो पहले प्रवेश परीक्षा के लिए रजिस्ट्रेशन करें और फिर रिजल्ट के बाद काउंसलिंग की प्रतीक्षा करें। प्रवेश परीक्षा के अंको के आधार पर आपका चयन किया जाएगा और लिस्ट जारी की जाएगी।
आवश्यक दस्तावेज़
कुछ ज़रूरी दस्तावेज़ों की लिस्ट नीचे दी गई है–
- आधिकारिक शैक्षणिक ट्रांसक्रिप्ट
- स्कैन किए हुए पासपोर्ट की कॉपी
- IELTS या TOEFL, आवश्यक टेस्ट स्कोर
- प्रोफेशनल/एकेडमिक LORs
- SOP
- निबंध (यदि आवश्यक हो)
- पोर्टफोलियो (यदि आवश्यक हो)
- अपडेट किया गया सीवी/रिज्यूमे
- एक पासपोर्ट और छात्र वीज़ा
- बैंक विवरण
प्रवेश परीक्षाएं
बीएससी इलेक्ट्रॉनिक्स के लिए प्रवेश परीक्षाओं की लिस्ट नीचे दी गई है-
- CAT
- MAT
- XAT
- CMAT
- SNAP
एमबीए सस्टेनेबिलिटी मैनेजमेंट स्टडी मटेरियल
एमबीए सस्टेनेबिलिटी मैनेजमेंट के लिए कुछ रेलेवेंट किताबें आपकी पढ़ाई में मददगार साबित हो सकती है-
किताब का नाम | लेखक का नाम |
सस्टेनेबल मैनेजमेंट | सुषमा गोयल |
एनवायर्नमेंटल फिज़िक्स | क्लेयर स्मिथ |
मॉडर्न कॉन्सेप्ट्स ऑफ़ इकोलॉजी | एच. डी. कुमार |
एनवायर्नमेंटल लॉ एंड पॉलिसी ऑफ़ इंडिया | दीवान एस और रोसेनक्रांज़, ए |
कॉर्पोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी पार्ट 1, पार्ट 2, पार्ट 3 | एंड्रयू क्रेन |
करियर स्कोप
एमबीए सस्टेनेबिलिटी मैनेजमेंट की डिग्री के बाद आप चाहें तो आगे अपनी पढ़ाई भी पूरी कर सकते हैं। कैंडिडेट्स जो आगे पढ़ने में रूचि रखते हैं और सेम फील्ड में करियर बनाना चाहते हैं सस्टेनेबिलिटी मैनेजमेंट में पीएचडी या पीएचडी मैनेजमेंट स्टडीज़ का विकल्प चुन सकते हैं। यह एक तीन वर्षीय कोर्स है जिसमें आपको आपकी मास्टर्स डिग्री की आवश्यकता होगी। इसके साथ स्टूडेंट्स चाहें तो पीएचडी के इक्वीवेलेंट प्रोग्राम भी चुन सकते हैं। इनमें से एक है फेलो प्रोग्राम इन मैनेजमेंट जो IIMs द्वारा कंडक्ट किया गया कोर्स है। इसके अलावा अगर आप सरकारी नौकरी करने की इच्छा रखते हैं तो कॉम्पटेटिव एग्ज़ाम के लिए तैयारी भी एक विकल्प के रूप में आपके सामने आ सकता है।
जॉब प्रोफाइल्स एंड सैलरी
एमबीए सस्टेनेबिलिटी मैनेजमेंट की डिग्री के बाद आप दिए गए जॉब प्रोफाइल्स के लिए जा सकते हैं। हमने एमबीए सस्टेनेबिलिटी मैनेजमेंट के बाद मिलने वाली जॉब प्रोफाइल्स के साथ उन्हें मिलने वाली एवरेज सैलरी का वर्णन भी किया है। नीचे दिए गए टेबल को ध्यान से पढ़ें :-
जॉब प्रोफाइल्स | एवरेज एनुअल सैलरी (INR) |
बिज़नेस डेवलपमेंट अफसर | 7-9 लाख |
लेक्चरर | 6-8 लाख |
इन्वेस्टमेंट बैंकर | 4-7 लाख |
प्रोडक्ट ब्रांड मैनेजर | 8-11 लाख |
रिलेशनशिप मैनेजर | 3-6 लाख |
FAQs
एमबीए सस्टेनेबिलिटी मैनेजमेंट एक दो साल का पोस्टग्रेजुएट कोर्स है जो आपको बिज़नेस स्ट्रेटेजी और एडमिनिस्ट्रेशन को कंडक्ट करने की नॉलेज देता है। यह कोर्स मुख्य रूप से इको फ्रेंडली बिज़नेस डेवलपमेंट्स और आइडियाज़ को अप्लाई करने की तरफ फोकस्ड है जो बिज़नेस की स्टेबिलिटी और ग्रोथ को इंश्योर करता है।
एमबीए सस्टेनेबिलिटी मैनेजमेंट की डिग्री के बाद आप चाहें तो आगे अपनी पढ़ाई भी पूरी कर सकते हैं। कैंडिडेट्स जो आगे पढ़ने में रूचि रखते हैं और सेम फील्ड में करियर बनाना चाहते हैं सस्टेनेबिलिटी मैनेजमेंट में पीएचडी या पीएचडी मैनेजमेंट स्टडीज़ का विकल्प चुन सकते हैं। यह एक तीन वर्षीय कोर्स है जिसमें आपको आपकी मास्टर्स डिग्री की आवश्यकता होगी। इसके साथ स्टूडेंट्स चाहें तो पीएचडी के इक्वीवेलेंट प्रोग्राम भी चुन सकते हैं। इनमें से एक है फेलो प्रोग्राम इन मैनेजमेंट जो IIMs द्वारा कंडक्ट किया गया कोर्स है। इसके अलावा अगर आप सरकारी नौकरी करने की इच्छा रखते हैं तो कॉम्पटेटिव एग्ज़ाम के लिए तैयारी भी एक विकल्प के रूप में आपके सामने आ सकता है।
एमबीए सस्टेनेबिलिटी मैनेजमेंट की डिग्री के बाद आप दिए गए जॉब प्रोफाइल्स के लिए जा सकते हैं:-
1. बिज़नेस डेवलपमेंट अफसर
2. लेक्चरर
3. इन्वेस्टमेंट बैंकर
4. प्रोडक्ट ब्रांड मैनेजर
5. रिलेशनशिप मैनेजर
हम आशा करते हैं कि अब आप जान गए होंगे कि एमबीए सस्टेनेबिलिटी मैनेजमेंट क्या है और कैसे करें? अगर आप एमबीए सस्टेनेबिलिटी मैनेजमेंट कोर्स करना चाहते हैं और साथ ही एक उचित मार्गदर्शन चाहते हैं तो आज ही 1800572000 पर कॉल करके हमारे Leverage Edu के एक्सपर्ट्स के साथ 30 मिनट का फ्री सेशन बुक कीजिए।