ऊर्जा और बिजली क्षेत्र में मनुष्य के जीने के तरीके को बदलने की क्षमता है। समय के साथ तेल भंडार और प्राकृतिक ऊर्जा स्रोतों में कमी के साथ, ऊर्जा के वैकल्पिक स्रोतों के साथ-साथ इसे समयबद्ध तरीके से जनता के लिए सुलभ बनाने के तरीकों पर विचार करना समय की आवश्यकता है। एमबीए एनर्जी मैनेजमेंट उन छात्रों के लिए पहला कदम है जो ऊर्जा क्षेत्र तक सीमित व्यवसाय से संबंधित गतिविधियों से निपटने में प्रबंधकीय कौशल विकसित करना चाहते हैं। इस ब्लॉग में एमबीए एनर्जी मैनेजमेंट के बारे में बताया गया है।
कोर्स लेवल | पोस्ट ग्रेजुएट |
फील्ड | मैनेजमेंट |
अवधि | 2 साल |
पात्रता | किसी मान्यता प्राप्त यूनिवर्सिटी से कम से कम 50% के साथ बैचलर की डिग्री |
एग्जाम टाइप | सेमेस्टर |
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एमबीए एनर्जी मैनेजमेंट क्या है?
एमबीए एनर्जी मैनेजमेंट एक विशेष 1 या 2 साल का डिग्री कोर्स है। जो अपकमिंग सिस्टम्स की उपयुक्तता को देखते हुए मैनेजमेंट कॉन्सेप्ट्स, फाइनेंशियल अप्रेजल, एग्जास्टिंग एनर्जी सिस्टम्स की कुशल परीक्षा को मिश्रित करता है। पारंपरिक एमबीए कोर्स के तत्वों को लेकर, इसका उद्देश्य ऊर्जा क्षेत्र से जुड़ी उच्च टेक्निकल कॉन्सेप्ट्स को प्रदान करना है। वैकल्पिक रूप से, आप प्रोजेक्ट मैनेजमेंट में एमबीए करना भी चुन सकते हैं और बाद में एनर्जी मैनेजमेंट की ओर शिफ्ट हो सकते हैं। इस कोर्स में व्यावहारिक अनुभव के साथ सैद्धांतिक ज्ञान शामिल है।
एमबीए एनर्जी मैनेजमेंट क्यों करें?
एमबीए एनर्जी मैनेजमेंट क्यों करें जानने के लिए नीचे दिये गए पॉइंट्स को पढ़ें:
- विशेष रूप से, एनर्जी मैनेजमेंट में एक डिग्री उद्योग की समझ के साथ-साथ व्यक्ति में एक मजबूत प्रोफेशनल स्किल्स बनाने के लिए बिजनेस, फाइनेंस, ऑपरेशन्स, स्ट्रेटजी और प्रोजेक्ट मैनेजमेंट के ज्ञान को जोड़ती है।
- एक रिसर्च पर्सपेक्टिव विकसित करने में रुचि रखने वालों के लिए कोर्स स्ट्रक्चर में अक्सर एक अनिवार्य रिसर्च प्रोजेक्ट या मास्टर की थीसिस शामिल होती है।
- एमबीए एनर्जी मैनेजमेंट के सिलेबस के अन्य महत्वपूर्ण तत्वों में कार्यशालाएं, सेमिनार और उद्योग के अनुभव शामिल हैं।
स्किल्स
एमबीए एनर्जी मैनेजमेंट के लिए कुछ स्किल्स नीचे दी गई हैं-
- कम्युनिकेशन स्किल्स
- क्रिटिकल थिंकिंग
- टाइम मैनेजमेंट
- लीडरशिप स्किल्स
- टीमवर्क
- फिजिकल स्ट्रैंथ
- डिसीजन मेकिंग स्किल्स
- लर्निंग स्किल्स
एमबीए एनर्जी मैनेजमेंट कैसे करें?
एमबीए एनर्जी मैनेजमेंट के लिए स्टेप बाय स्टेप गाइड नीचे दी गई है:
- एनर्जी मैनेजमेंट में बैचलर्स डिग्री प्राप्त करें।
- प्रवेश परीक्षाएं जैसे GATE और विदेश के लिए GRE आदि के लिए तैयारी करें और बेहतर अंक प्राप्त करें।
- कोर्स और उसके सिलेबस का विस्तृत अध्ययन करें।
- पढ़ाई के बाद अपने लिए सबसे उपयुक्त करियर विकल्प चुनें।
- अपने स्किल्स में सुधार करें।
- रियल टाइम एक्सपीरियंस प्राप्त करने के लिए इंटर्नशिप करें।
- आप टॉप रिक्रूटिंग कंपनीज में जॉब के लिए आवेदन करें।
सिलेबस
एमबीए एनर्जी मैनेजमेंट का सिलेबस नए जमाने के इनोवेशन के साथ-साथ एमबीए विषयों और ऊर्जा से संबंधित विशिष्ट विषयों का एक अनूठा संलयन प्रदान करता है। एमबीए एनर्जी मैनेजमेंट में शामिल प्रमुख विषय नीचे दिए गए हैं:
- फंडामेंटल्स इन इकॉनॉमिक्स, लीगल, टेक्नोलॉजी एंड बिजनेस
- फ्यूचर एनर्जीज
- Internationalisation ऑफ एनर्जी फाइनेंस
- सप्लाई चैन मैनेजमेंट
- बिजनेस स्ट्रेटजी
- बिजनेस एंड मनी
- वैल्यू एंड मार्केट्स
- बिजनेस मॉडल इनोवेशन
- कंटेंपरेरी इश्यूज इन ऑयल, गैस एंड एनर्जी
- कार्बन मैनेजमेंट एंड एंटरप्रेन्योरशिप
- रिसर्च मेथड्स
- एनर्जी नेटवर्क्स
टॉप विदेशी यूनिवर्सिटीज़
यदि आप विदेश से एमबीए करने की योजना बना रहे हैं , तो यह जानना काफी दिलचस्प है कि एनर्जी मैनेजमेंट के क्षेत्र में करियर के अवसर तेजी से बढ़ रहे हैं। एमबीए एनर्जी मैनेजमेंट के लिए विश्व स्तर पर मान्यता प्राप्त संस्थानों की सूची यहां दी गई है:
- टेक्निकल यूनिवर्सिटी ऑफ बर्लिन, जर्मनी
- यूनिवर्सिटी ऑफ एबरडीन, यूके
- यूनिवर्सिटी ऑफ व्योमिंग, यूएसए
- वियना यूनिवर्सिटी ऑफ इकॉनॉमिक्स एंड बिजनेस, ऑस्ट्रिया
- RWTH आकिन यूनिवर्सिटी, जर्मनी
टॉप भारतीय यूनिवर्सिटीज़
एमबीए एनर्जी मैनेजमेंट के लिए शीर्ष विश्वविद्यालय हैं:
- यूपीईएस देहरादून
- एलपीयू जालंधर
- एसआरएम विश्वविद्यालय चेन्नई
- जीडी गोयनका विश्वविद्यालय, गुड़गांव
- चंडीगढ़ विश्वविद्यालय, चंडीगढ़
- बीएमएल मुंजाल विश्वविद्यालय, गुड़गांव
- मणिपाल विश्वविद्यालय (एमएएचई)
- आईपीई हैदराबाद
- आईएफआईएम बिजनेस स्कूल
- जयपुरिया नोएडा
योग्यता
एमबीए एनर्जी मैनेजमेंट के लिए सामान्य योग्यता नीचे दी गई है:
- किसी मान्यता प्राप्त यूनिवर्सिटी से कम से कम 50 परसेंट के साथ बैचलर डिग्री होना जरूरी है।
- इसमें किसी प्रकार की आयु सीमा नहीं है।
- GMAT या GRE जैसी प्रवेश परीक्षा पास करना जरूरी है।
- कुछ विश्वविद्यालय कार्य अनुभव अर्जित करने के लिए कह सकते हैं।
- IELTS , TOEFL या PTE जैसी अंग्रेजी भाषा की प्रवीणता परीक्षा पास करें ।
आवेदन प्रक्रिया
विदेश में कैंडिडेट को आवदेन करने के लिए नीचे दी गई प्रक्रिया को पूरा करना होगा:
- आपकी आवेदन प्रक्रिया का फर्स्ट स्टेप सही कोर्स चुनना है, जिसके लिए आप हमारे AI Course Finder की सहायता लेकर अपने पसंदीदा कोर्सेज को शॉर्टलिस्ट कर सकते हैं।
- अगला कदम अपने सभी दस्तावेजों जैसे SOP, निबंध (essay), सर्टिफिकेट्स और LOR और आवश्यक टेस्ट स्कोर जैसे IELTS, TOEFL, SAT, ACT आदि को इकट्ठा करना और सुव्यवस्थित करना है।
- यदि आपने अभी तक अपनी IELTS, TOEFL, PTE, GMAT, GRE आदि परीक्षा के लिए तैयारी नहीं की है, जो निश्चित रूप से विदेश में अध्ययन करने का एक महत्वपूर्ण कारक है, तो आप हमारी Leverage Live कक्षाओं में शामिल हो सकते हैं। ये कक्षाएं आपको अपने टेस्ट में उच्च स्कोर प्राप्त करने का एक महत्त्वपूर्ण कारक साबित हो सकती हैं।
- आपका एप्लीकेशन और सभी आवश्यक दस्तावेज जमा करने के बाद, एक्सपर्ट्स आवास, छात्र वीज़ा और छात्रवृत्ति / छात्र लोन के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू करेंगे ।
- अब आपके प्रस्ताव पत्र की प्रतीक्षा करने का समय है जिसमें लगभग 4-6 सप्ताह या उससे अधिक समय लग सकता है। ऑफर लेटर आने के बाद उसे स्वीकार करके आवश्यक सेमेस्टर शुल्क का भुगतान करना आपकी आवेदन प्रक्रिया का अंतिम चरण है।
आवदेन प्रक्रिया से सम्बन्धित जानकारी और मदद के लिए Leverage Edu के एक्सपर्ट्स से 1800 572 000 पर संपर्क करें।
भारतीय यूनिवर्सिटी के लिए आवेदन प्रक्रिया
भारतीय यूनिवर्सिटीज़ द्वारा आवेदन प्रक्रिया नीचे मौजूद है-
- सबसे पहले अपनी चुनी हुई यूनिवर्सिटी की ऑफिशियल वेबसाइट में जाकर रजिस्ट्रेशन करें।
- यूनिवर्सिटी की वेबसाइट में रजिस्ट्रेशन के बाद आपको एक यूजर नेम और पासवर्ड प्राप्त होगा।
- फिर वेबसाइट में साइन इन के बाद अपने चुने हुए कोर्स का चयन करें जिसे आप करना चाहते हैं।
- अब शैक्षिक योग्यता, वर्ग आदि के साथ आवेदन फॉर्म भरें।
- इसके बाद आवेदन फॉर्म जमा करें और आवश्यक आवेदन शुल्क का भुगतान करें।
- यदि एडमिशन, प्रवेश परीक्षा पर आधारित है तो पहले प्रवेश परीक्षा के लिए रजिस्ट्रेशन करें और फिर रिजल्ट के बाद काउंसलिंग की प्रतीक्षा करें। प्रवेश परीक्षा के अंको के आधार पर आपका चयन किया जाएगा और लिस्ट जारी की जाएगी।
आवश्यक दस्तावेज़
आपको निम्न आवश्यक दस्तावेज़ों की आवश्यकता होगी:
- सभी आधिकारिक शैक्षणिक ट्रांसक्रिप्टस और ग्रेड कार्ड
- पासपोर्ट साइज फोटो
- पासपोर्ट फोटोकॉपी
- वीज़ा
- अपडेट किया गया रिज्यूमे
- इंग्लिश प्रोफिशिएंसी टेस्ट स्कोर
- लेटर आफ रिकमेंडेशन या LOR
- स्टेटमेंट ऑफ़ पर्पस SOP
- पोर्टफोलियो
प्रवेश परीक्षाएं
एमबीए एनर्जी मैनेजमेंट के लिए कुछ प्रवेश परीक्षाएं इस प्रकार हैं:
- CAT
- MAT
- GMAT
- CMAT
- XAT
- NMAT आदि।
बुक्स
एमबीए एनर्जी मैनेजमेंट के लिए कुछ बुक्स हैं:
- Energy Management by Umesh Rathore
- Energy Management and Conservation by P. Venkataseshaiah K.V. Sharma
- Energy Management by Murphy W. R.
- Energy Management Handbook by Steve Doty
करियर स्कोप
एनर्जी मैनेजमेंट का क्षेत्र लगातार एक मजबूत व्यावसायिक समझ, वर्तमान ऊर्जा प्रणालियों के व्यापक ज्ञान के साथ अत्यधिक कुशल पेशेवरों की मांग करता है। आप इन जॉब प्रोफाइल पर विचार कर सकते हैं:
- प्रोजेक्ट परफॉर्मेंस एनालिस्ट
- एनर्जी ऑडिटर
- ऑयल एंड गैस एनालिस्ट
- प्रोजेक्ट परफॉर्मेंस एनालिस्ट
- कंसलटेंट
- रिसर्चर
- रिसर्च एंड सस्टेनेबिलिटी मैनेजर
- प्रोजेक्ट कॉर्डिनेटर
- प्राइसिंग एनालिस्ट
- कंस्ट्रक्शन प्रोजेक्ट मैनेजर
टॉप रिक्रूटर्स
- Sun Edison
- Tata power
- Reliance Power
- Damodar Valley Corporation
- National Power Corporation of India
- NHPC
- Torrent Power आदि।
जॉब प्रोफ़ाइल और सैलरी
Payscale के अनुसार जॉब प्रोफ़ाइल और अनुमानित सालाना सैलरी नीचे दी गई है:
जॉब प्रोफाइल | अनुमानित सालाना सैलरी |
असिस्टेंट ऑपरेशंस मैनेजर | INR 1.95 लाख-7.01 लाख |
एसोसिएट बिजनेस कंसलटेंट | INR 6.14 लाख-10 लाख |
बिजनेस एनालिस्ट, IT | INR 5.91 लाख-20 लाख |
मैनेजमेंट कंसलटेंट | INR 3.99 लाख-20 लाख |
प्रोजेक्ट एनालिस्ट | INR 6.78 लाख-20 लाख |
FAQs
किसी मान्यता प्राप्त यूनिवर्सिटी से कम से कम 50% के साथ बैचलर्स की डिग्री होनी आवश्यक है।
एमबीए एनर्जी मैनेजमेंट एक विशेष 1 या 2 साल का डिग्री कोर्स है जो अपकमिंग सिस्टम की उपयुक्तता को देखते हुए मैनेजमेंट कांसेप्ट, फाइनेंशियल अप्रेजल, एग्जास्टिंग एनर्जी सिस्टम की कुशल परीक्षा को मिश्रित करता है। पारंपरिक एमबीए कोर्स के तत्वों को लेकर, इसका उद्देश्य ऊर्जा क्षेत्र से जुड़ी उच्च टेक्निकल कांसेप्ट को प्रदान करना है। वैकल्पिक रूप से, आप प्रोजेक्ट मैनेजमेंट में एमबीए करना भी चुन सकते हैं और बाद में एनर्जी मैनेजमेंट की ओर शिफ्ट हो सकते हैं। इस कोर्स में व्यावहारिक अनुभव के साथ सैद्धांतिक ज्ञान शामिल है।
एमबीए एनर्जी मैनेजमेंट एक विशेष 1 या 2 साल का डिग्री कोर्स है।
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