उत्तर प्रदेश के प्रमुख विश्वविद्यालयों में से एक लखनऊ विश्वविद्यालय अपने ग्रेजुएशन के कोर्स में बड़े बदलाव करने जा रहा है। लखनऊ यूनिवर्सिटी की ओर से कोर्स में ये बदलाव ग्रेजुएशन कोर्स के अलावा प्री पीएचडी वर्क कोर्स में भी किए जाएंगे।
ग्रेजुएशन और प्री पीएचडी वर्क कोर्सेज में बदलाव करने जा रहा लखनऊ विश्वविद्यालय
लखनऊ यूनिवर्सिटी में पढ़ रहे छात्रों के लिए एक बड़ा अपडेट है। लखनऊ यूनिवर्सिटी की ओर से ग्रेजुएशन और प्री पीएचडी वर्क के कोर्स के पुनर्गठन की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। यह प्रक्रिया नए अध्यादेश के जारी किए जाने के बाद शुरू की जा रही है।
पीजी कोर्सेज में भी किया जा सकता है बदलाव
लखनऊ विश्वविद्यालय के सूत्रों की ओर से मिली जानकारी के अनुसार स्नातक और प्री पीएचडी वर्क कोर्स में बदलाव से संबंधित अध्यादेश को मंजूरी मिल जाने के बाद विश्वविद्यालय द्वारा एक वर्षीय और दो वर्षीय पीजी कोर्सेज में भी बदलाव किए जाने पर भी विचार किया जा रहा है।
प्री पीएचडी वर्क कोर्स में ये होंगे मुख्य बदलाव
लखनऊ यूनिवर्सिटी की ओर से प्री पीएचडी वर्क कोर्स में कई बड़े बदलाव किए जाएंगे। इसमें मौजूदा सिलेबस में दो कोर्स और 8 क्रेडिट से 3 कोर्स और 12 क्रेडिट में बदलाव किए जाएंगे।
स्नातक स्तर पर सेमेस्टर क्रेडिट्स की संख्या घटाई जाएगी
लखनऊ यूनिवर्सिटी द्वारा जारी अध्यादेश में स्नातक कोर्स में प्रति सेमेस्टर क्रेडिट को कम किए जाने की बात कही गई है। अंडर ग्रेजुएट ऑर्डिनेंस ने प्रति सेमेस्टर क्रेडिट्स को कम करके 24 से 20 किए जाने की सिफारिश की है। यूजीसी के नए नियमों में भी प्रति सेमेस्टर क्रेडिट्स की संख्या 24 से घटाकर 20 किए जाने की बात कही गई है।
लखनऊ यूनिवर्सिटी के बारे में
लखनऊ विश्वविद्यालय उत्तर प्रदेश के प्रमुख विश्वविद्यालयों में से एक है। यह भारत की सबसे पुरानी यूनिवर्सिटीज़ में से एक है। इसकी स्थापना ब्रिटिश काल के दौरान वर्ष 1867 में की गई थी। लखनऊ यूनिवर्सिटी के दो मुख्य कैम्पस हैं। एक कैम्पस बादशाह बाग़ में है और दूसरा कैम्पस जानकीपुरम में स्थित है। लखनऊ यूनिवर्सिटी में छात्रों के लिए हॉस्टल की सुविधा भी उपलब्ध है। लखनऊ यूनिवर्सिटी से कुल 160 कॉलेज सम्बद्ध हैं।
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