एनवायरनमेंट हम इंसानों का लालन-पालन करता है। इसके प्रति हम इंसानों की भी एक जिम्मेदारी और जवाबदेही होती है, जो कि समय रहते निर्धारित होनी चाहिए। एनवायरनमेंट एंड इकोलॉजी एक ऐसा विषय है, जिसके बारे में UPSC की परीक्षा में अनेकों सवाल पूछे जाते हैं। UPSC प्रीलिम्स और मेन्स दोनों में इस खंड से अक्सर प्रश्न पूछे गए हैं। इसीलिए IAS परीक्षा के लिए पर्यावरण के महत्वपूर्ण विषयों पर नोट्स बनाना महत्वपूर्ण हो जाता है।
एनवायरनमेंट किसे कहते हैं?
आसान भाषा में कहा जाए तो एनवायरनमेंट हमारे चारों ओर का वह वातावरण है, जो हमे और किसी अन्य जीव प्राणी को प्रभावित करता है, पर्यावरण या एनवायरनमेंट कहलाता है। एनवायरनमेंट शब्द की उत्पत्ति फ्रेंच भाषा के Environner से हुई है, जिसका अर्थ घेरना या घिरा हुआ होता है। पृथ्वी एक मात्र ऐसा गृह है जिस पर जीवन संभव है, जहाँ जीवन संभव होता है उसे जैवमंडल कहा जाता है।
एनवायरनमेंट के प्रकार
एनवायरनमेंट को मुख्यतः दो भागों में बांटा गया है, जो कि निम्नलिखित हैं-
- नेचुरल एनवायरनमेंट
- मैन मेड एनवायरनमेंट
इकोलॉजी किसे कहते हैं?
इकोलॉजी विज्ञान की वह शाखा है, जिसमें ह्यूमन साइंस, जनसंख्या, समुदाय, इकोसिस्टम और जीवमंडल शामिल हैं। इकोलॉजी जीवों, पर्यावरण और कैसे जीव एक दूसरे और उनके पर्यावरण के साथ बातचीत करते हैं, का अध्ययन कराता है। इसका अध्ययन विभिन्न स्तरों पर जैसे ऑर्गेनिज़्म, जनसंख्या, कम्युनिटी, जीवमंडल और इकोसिस्टम आदि के रूप में किया जाता है।
इकोलॉजी के प्रकार
इकोलॉजी के मुख्यतः 6 प्रकार होते हैं, निम्नलिखित प्रकारों की सहायता से आप इस विषय का अध्ययन आसानी से कर सकते हैं-
- ग्लोबल इकोलॉजी
- लैंडस्केप इकोलॉजी
- इकोसिस्टम इकोलॉजी
- कम्युनिटी इकोलॉजी
- पॉपुलेशन इकोलॉजी
- ऑर्गैनिस्मल इकोलॉजी
एनवायरनमेंट एंड इकोलॉजी UPSC परीक्षा के मद्देनजर एक महत्वपूर्ण विषय है। इसी प्रकार की अन्य Exam Update के लिए हमारी वेबसाइट के साथ बनें रहे।