हैदराबाद यूनिवर्सिटी के स्किल डेवलपमेंट सेंटर ने ग्रामीण क्षेत्रों के स्टूडेंट्स और शिक्षकों के लिए माडर्न बायोलाॅजी में ट्रेनिंग प्रोगाम आयोजित करने के लिए के लिए INR 81.62 लाख की धनराशि हासिल की।
यूनिवर्सिटी के अनुसार, इस प्रोग्राम का उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्र के स्टूडेंट्स और लोगों को सशक्त बनाना और उन्हें शिक्षा या इंडस्ट्री में अपना करियर बनाने के लिए तैयार करना और उन्हें विशेष ट्रेनिंग देना है। भारत सरकार के डिपार्टमेेंट ऑफ हेल्थ रिसर्च (DHR) ने प्रोग्राम की सफलता के आधार पर 3 साल की अवधि के लिए INR 55.62 लाख दिए।
फंडिंग के लिए एप्लीकेशन DHR को ट्रेनिंग देने वाले इंस्टिट्यूट्स के समर्थन (SIIT) प्रोग्राम के तहत प्रस्तुत किया गया था। हैदराबाद यूनिवर्सिटी ने अपने इंस्टीट्यूट ऑफ एमिनेंस (IOE) ग्रांट से INR 26 लाख भी आवंटित किए।
रजिस्ट्रेशन के लिए नहीं देना होगी फीस
फंडिंग एजेंसियों की आवश्यकताओं के अनुसार सेंटर सालाना कम से कम 3 ट्रेनिंग प्रोग्राम आयोजित करेगा। कैंडिडेट्स के लिए कोई रजिस्ट्रेशन फीस नहीं होगी। इसके अलावा कैंडिडेट्स के लिए फूड और रहने के लिए आवास देने का प्रयास किया जाएगा।
ग्रामीण क्षेत्रों के स्टूडेंट्स के लिए ट्रेनिंग फायदेमंद
सेंटर के कोऑर्डिनेटर प्रोफेसर सुरेश येनुगु ने यूनिवर्सिटी और फंडिंग एजेंसियों के लिए आभार जताते हुए कहा कि यूनिवर्सिटी और फंडिंग एजेंसियों के समर्थन से ग्रामीण क्षेत्रों के छात्रों को लाभ होगा, जिनके पास माडर्न बायोलाॅजी में क्वालिटी और एक्सपीरियंस की कमी है।
हैदराबाद यूनिवर्सिटी के बारे में
हैदराबाद यूनिवर्सिटी को संसद के एक अधिनियम (1974) द्वारा स्थापित किया गया था। यह सेंट्रल यूनिवर्सिटी है और गाचीबोवली हैदराबाद में स्थित। इस यूनिवर्सिटी का कहीं और कोई स्टडी सेंटर या ब्रांच नहीं है। यह भारत में उच्च शिक्षा के प्रमुख संस्थानों में से एक है जो पोस्टग्रेजुएट स्टडी के लिए जाना जाता है।
इसी और अन्य प्रकार की Leverage Edu न्यूज़ अपडेट्स के साथ बने रहिए।