प्रवासी भारतीय दिवस (Pravasi Bharatiya Divas) भारत के विकास में प्रवासी भारतीय समुदाय के योगदान को चिह्नित करने के लिए 9 जनवरी को मनाया जाता है। 1915 में आज ही के दिन महानतम प्रवासी महात्मा गांधी दक्षिण अफ्रीका से भारत लौटे थे। उन्होंने भारत के स्वतंत्रता संग्राम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और भारतीयों के जीवन को हमेशा के लिए बदल दिया था। इसलिए इस दिन के महत्व और इतिहास के बारे में स्टूडेंट्स को पूरी जानकारी होनी चाहिए, जोकि इस ब्लाॅग में विस्तार से दी जा रही है।
आयोजन | Pravasi Bharatiya Divas |
आयोजन दिवस | 9 जनवरी, 2024 |
आयोजन का उद्देश्य | भारत के विकास में प्रवासी भारतीय समुदाय के योगदान को चिह्नित करना। |
आयोजन की थीम | Contributing to Aatmanirbhar Bharat. |
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प्रवासी भारतीय दिवस के बारे में
9 जनवरी के दिन प्रवासी भारतीय दिवस का जश्न मनाने के बाद भारत के विकास में प्रवासी भारतीय समुदाय के योगदान भी देखा जाता है। इस अवसर को मनाने के लिए 9 जनवरी का दिन इसलिए चुना गया क्योंकि 1915 में इसी दिन महात्मा गांधी दक्षिण अफ्रीका से भारत लौटे थे और उन्होंने भारत के स्वतंत्रता संग्राम का नेतृत्व किया और भारतीयों के जीवन को हमेशा के लिए बदल दिया था। इस दिन प्रवासी भारतीय समुदाय कोलाभकारी गतिविधियों के लिए अपने पूर्वजों की भूमि की सरकार और लोगों के साथ जुड़ने के लिए एक मंच दिया जाता है।
प्रवासी भारतीय दिवस कब मनाया जाता है?
Pravasi Bharatiya Divas हर वर्ष 9 जनवरी को मनाया जाता है। हालांकि कई बार इसका आयोजन 9 से 11 जनवरी के बीच भी होता है, लेकिन दिन बढ़ने का कारण पूरी तरह से आयोजनों पर निर्भर है।
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प्रवासी भारतीय दिवस का इतिहास क्या है?
Pravasi Bharatiya Divas का इतिहास इस प्रकार हैः
- 9 जनवरी 1915 में महात्मा गांधी की दक्षिण अफ्रीका से भारत वापसी के दिन को चिह्नित करने के लिए यह दिन मनाया जाता है।
- Pravasi Bharatiya Divas मनाने की शुरुआत 2003 में हुई थी। पहला PBD सम्मेलन 9 जनवरी 2003 को उनके योगदान को चिह्नित करने के लिए आयोजित किया गया था।
- 2015 से एक संशोधित प्रारूप के तहत, PBD कन्वेंशन हर 2 वर्ष में एक बार आयोजित किया जाता है।
- अब तक 16 प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन आयोजित किए जा चुके हैं।
- 17वां PBD सम्मेलन 8 से 10 जनवरी 2023 तक इंदौर, मध्य प्रदेश में आयोजित किया गया था।
प्रवासी भारतीय दिवस को क्यों मनाते हैं?
प्रवासी भारतीय दिवस के बारे में जानने के अलावा Pravasi Bharatiya Divas क्यों मनाते हैं के बारे में भी समझना जरूरी है। यह दिन दक्षिण अफ्रीका से महात्मा गांधी की वापसी की याद दिलाता है, वे 9 जनवरी 1915 को भारत लौट आए थे। यह दिन नए भारत के निर्माण में प्रवासी भारतीयों की भूमिका पर भी प्रकाश डालता है और उनकी महत्वता को चिह्नित करता है।
प्रवासी भारतीय दिवस का महत्व क्या है?
प्रवासी भारतीय दिवस का महत्व यहां बताया जा रहा हैः
- 9 जनवरी 1915 को महात्मा गांधी दक्षिण अफ्रीका से भारत आए और सबसे महान प्रवासी बने थे।
- महात्मा गांधी ने भारत के स्वतंत्रता संग्राम का नेतृत्व किया और भारत को ब्रिटिश या औपनिवेशिक शासन से मुक्त कराया था।
- एक अनिवासी भारतीय या प्रवासी के रूप में उन्हें उस परिवर्तन और विकास के प्रतीक के रूप में प्रस्तुत किया जाता है जो भारत में ला सकता है।
- प्रवासी भारतीय दिवस का एक मुख्य आकर्षण प्रवासी भारतीय सम्मान पुरस्कार है, जो प्रवासी भारतीय समुदाय के सदस्यों को उनके निवास स्थान और भारत में उनकी विशिष्ट सेवा और योगदान के लिए प्रदान किया जाता है।
- प्रवासी भारतीय दिवस का मुख्य उद्देश्य प्रवासी भारतीय समुदाय को भारत सरकार के साथ जुड़ने और अपने अनुभवों और विशेषज्ञता को भारतीय समुदाय के साथ साझा करने के लिए एक मंच प्रदान करना है।
- इसका उद्देश्य सरकार को भारत की प्रगति बताने और प्रवासी भारतीयों से निवेश करने का अवसर प्रदान करना भी है।
प्रवासी भारतीय दिवस 2024 की थीम क्या है?
किसी भी आयोजन में थीम का काफी महत्व होता है और आयोजन पर होने वाले कार्यक्रमों की सफलता में थीम का काफी रोल होता है। प्रवासी भारतीय दिवस 2024 की थीम- आत्मनिर्भर भारत में योगदान (Contributing to Atma Nirbhar Bharat) है।
प्रवासी भारतीय दिवस कैसे मनाते हैं?
Pravasi Bharatiya Divas को भारत में कार्यक्रम और सम्मेलनों को आयोजित कर मनाया जाता है। इस दिन प्रवासियों के योगदान को पहचानने, देश के विकास में योगदान देने वाले व्यक्तियों को सम्मानित करने के लिए विशेष कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। इसके अलावा प्रवासियों के मुद्दों पर चर्चा करने के लिए एक मंच भी दिया जाता है।
भारत में कुछ जगहों पर प्रवासी भारतीय दिवस पर दो या तीन दिवसीय कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। ये आयोजन भारतवंशियों से संबंधित विषयों और उनकी समस्यायों के सुलझाने व अन्य विषयों पर भी प्रकाश डालने के लिए होते हैं।
प्रवासी भारतीय दिवस से जुड़े रोचक तथ्य
Pravasi Bharatiya Divas से जुड़े रोचक तथ्य इस प्रकार हैंः
- प्रवासी भारतीय दिवस पर आयोजनों और कार्यक्रमों को सफल बनाने के लिए हर वर्ष नई थीम निर्धारित की जाती है।
- प्रवासी भारतीय सम्मान पुरस्कार (PBSA) विदेश में रहने वाले भारतीयों को दिया जाने वाला सर्वोच्च सम्मान है।
- भारत के राष्ट्रपति यह सम्मान प्रवासी भारतीय दिवस (PBD) सम्मेलनों के हिस्से के रूप में प्रदान करते हैं, जो 2003 में भारत के राष्ट्रपति द्वारा घोषित किए गए थे।
- क्षेत्रीय प्रवासी भारतीय दिवस भारत के अलावा अन्य देशों में भी आयोजित किये जा रहे हैं।
- इस दिन का भारत की प्रगति पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ा है क्योंकि प्रवासी भारतीय अन्य स्थानों के अनुभवों के माध्यम से जो कुछ भी सीखते हैं उसे साझा करेंगे।
- प्रवासी भारतीय दिवस का मुख्य मेजबान आमतौर पर कोई विदेशी होता है।
- 2015 से प्रवासी भारतीय दिवस अब एक वार्षिक कार्यक्रम नहीं होगा।
- प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन में मेधावी व्यक्तियों को पुरस्कार दिए जाते हैं।
- PBD का प्रमुख उद्देश्य प्रवासी भारतीयों को एक मंच पर लाना है।
- PBD को महात्मा गांधी की वापसी के उत्सव के रूप में बनाया गया था।
FAQs
2003 में पहली बार प्रवासी दिवस मनाया गया था।
2023 में प्रवासी भारतीय सम्मान 25 से अधिक लोगों को दिया गया था।
पहली बार 2003 में प्रवासी भारतीय दिवस मनाया गया था।
आशा है कि इस ब्लाॅग में आपको प्रवासी भारतीय दिवस (Pravasi Bharatiya Divas) के बारे में पूरी जानकारी मिल गई होगी। इसी तरह के अन्य ट्रेंडिंग आर्टिकल्स पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बने रहें।