प्रतिवर्ष 25 जनवरी को नेशनल टूरिज़्म डे मनाया जाता है। यह दिन हमारे देश की अर्थव्यवस्था को मजबूत करने और पर्यटन क्षेत्र को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। भारत में पर्यटन के क्षेत्र को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से नेशनल टूरिज़्म डे मनाया जाता है। यहाँ नेशनल टूरिज़्म डे के बारे में और उससे जुड़े इतिहास के बारे में विस्तार से बताया जा रहा है।
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नेशनल टूरिज्म डे क्यों मनाया जाता है?
नेशनल टूरिज़्म डे देश में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए मनाया जाता है। इसे मनाने का एक अन्य उद्देश्य भारत की अर्थव्यवस्था को मजबूती प्रदान करना है। देश की अर्थव्यवस्था में पर्यटन एक बड़ी भूमिका निभाता है। सकल घरेलू उत्पाद का एक बड़ा भाग पर्यटन से आता है। इसके साथ ही पर्यटन विदेशी मुद्रा भण्डार का भी एक बड़ा स्रोत है। जिस देश का विदेशी मुद्रा भंडार जितना अधिक समृद्ध होता है वह देश आर्थिक रूप से उतना अधिक मजबूत माना जाता है। इन सब कारणों से ही देश में पर्यटन को प्रोत्साहन देने के लिए देश में हर साल 25 जनवरी को नेशनल टूरिज़्म डे मनाया जाता है।
नेशनल टूरिज्म डे दिवस का इतिहास
जहाँ विश्व पर्यटन दिवस 27 सितम्बर को मनाया जाता है तो वहीं नेशनल टूरिज़्म डे हर साल 25 जनवरी को मनाया जाता है। इस दिन को मनाने की शुरुआत 1948 में हुई थी। देश को आज़ादी मिलने के बाद पर्यटन के क्षेत्र में इजाफा करने के उद्देश्य से पर्यटन यातायात समिति का गठन किया गया। इसका गठन सन् 1951 में किया गया था जिसके तीन साल बाद यानि वर्ष 1954 में भारत सरकार द्वारा इसके कार्यालयों की संख्या बढ़ा दी गई। नेशनल टूरिज़्म डे 2024, 25 जनवरी को राजस्थान के उदयपुर शहर में मनाया जाएगा।
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नेशनल टूरिज्म डे का महत्व
नेशनल टूरिज़्म डे का महत्व इस प्रकार है :
यह दिवस न सिर्फ पर्यटन को बढ़ावा देता है बल्कि भारत को आर्थिक रूप से भी समृद्ध बनाने का काम करता है। यह दिन भारत के नागरिकों को अपने देश के अद्भुत स्थानों के बारे में जानने और घरेलू पर्यटन में तेज़ी लाने और विकसित करने के लिए प्रोत्साहन प्रदान करता है। यह पर्यटन उद्योग के समस्त आर्थिक लाभों पर भी प्रकाश डालता है। इसके अंतर्गत नई नौकरियां पैदा करना, राजस्व में वृद्धि और निवेश के अवसर प्रदान करना आदि शामिल हैं।
नेशनल टूरिज्म डे 2024 की थीम
नेशनल टूरिज़्म डे प्रत्येक साल अलग-अलग थीम्स पर आधारित रहता है। ये थीम्स इसे अधिक आकर्षक बनाती हैं। पिछले वर्ष 2023 की थीम ग्रामीण और सामुदायिक केंद्रित पर्यटन’ थी। इसके तहत देश के ग्रामीण क्षेत्र में पर्यटन की गतिविधियां बढ़ाने पर ध्यान दिया गया था। इस वर्ष यानी साल 2024 की थीम सस्टेनेबल जर्नीज़, टाइमलेस मेमोरीज़ है। इसका उद्देश्य जिम्मेदार और सचेत यात्रा की अवधारणा पर जोर देना है।
राष्ट्रीय पर्यटन दिवस पर 5 उद्धरण
इस विषय के बारे में आपकी शिक्षा को और समृद्ध करने के लिए नेशनल टूरिज़्म डे पर 5 उद्धरण यहां दिए जा रहे हैं :
पर्यटन सर्वोत्तम शिक्षा है। यह आपको खुले विचारों वाला होना, विभिन्न संस्कृतियों को समझना और उनकी सराहना करना सिखाता है।
-अमिताभ बच्चन
यात्रा – यह आपको अवाक कर देती है, फिर आपको एक कहानीकार में बदल देती है।
– इब्न बतूता
पर्यटन शांति और समृद्धि का पासपोर्ट है।
– एनरिक पेना नीटो
यात्रा ही मंजिल है।
-डैन एल्डन
पर्यटन दुनिया का सबसे बड़ा उद्योग है और यह अभी भी बढ़ रहा है।
-लुई डी’अमोरे
FAQs
राष्ट्रीय पर्यटन दिवस हर साल 25 जनवरी को मनाया जाता है।
राष्ट्रीय पर्यटन दिवस 25 जनवरी को देश की अर्थव्यवस्था के लिए पर्यटन के महत्व को उजागर करने के लिए मनाया जाता है, क्योंकि यह क्षेत्र देश की कुल जीडीपी का 9.2 प्रतिशत और रोजगार का 8.1 प्रतिशत योगदान देता है।
राष्ट्रीय पर्यटन दिवस तेलंगाना के एक गाँव पोचमपल्ली में मनाया गया था।
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