International No Diet Day in Hindi: आखिर क्यों मनाया जाता है अंतर्राष्ट्रीय नो डाइट डे? जानें क्या है इसका इतिहास

1 minute read
International No Diet Day in Hindi

International No Diet Day in Hindi: अपने शरीर को स्वस्थ और तंदुरुस्त रखने के लिए सही तरह का खानपान बहुत जरुरी है। ऐसे में लोग अपने सेहत को बेहतर करने के लिए और फिट रहने के लिए अपने खानपान को नियंत्रित रखते हैं। वह अपनी बहुत सी पसंदीदा चीजों को नहीं खाते। दुनियाभर में ऐसे अनेक लोग हैं जो अपना वजन को कम करने, फिट रहने या किसी स्वास्थ्य स्थिति को बेहतर बनाने के लिए डाइट (Diet) पर रहते हैं या फिर खुलकर खा-पी नहीं पाते। ऐसे में प्रतिवर्ष मई के महीने में इंटरनेशनल नो डाइट डे मनाया जाता है।

बता दें कि यह दिन उन लोगों को समर्पित है जो वजन कम करने के लिए डाइट पर हैं। इस दिन का उद्देश्य है लोगों को डाइटिंग के कठोर नियमों से मुक्ति दिलाना और उन्हें अपनी पसंद की चीजें खाने के लिए प्रोत्साहित करना। अंतर्राष्ट्रीय नो डाइट डे (International No Diet Day in Hindi) के बारे में अधिक जानने के लिए यह लेख पूरा पढ़ें। इस लेख में आपको अंतर्राष्ट्रीय नो डाइट डे के इतिहास, महत्व के बारे में विस्तार से बताया गया है।

अंतर्राष्ट्रीय नो डाइट डे के बारे में

दुनियाभर में प्रतिवर्ष 6 मई को अंतर्राष्ट्रीय नो डाइट डे मनाया जाता है। इस दिन को चीट डे (Cheat Day) के तौर पर भी मनाया जाता है। इसे हिंदी में आहार निषेध दिवस के नाम से जाना जाता है यह विशेष दिन डाइटिंग के खिलाफ नहीं बल्कि यह दिन हमें याद दिलाता है कि हम अपने पसंद की चीज खाकर भी स्वस्थ रह सकते हैं 

ये दिन उन सभी लोगों के लिए खास है, जो अपने खानपान को लेकर बहुत सजग रहते हैं। ऐसे में इस ख़ास दिन में वे अपने अनुशासित नियमों को तोड़कर अपने मनपसंद की चीज बिना किसी गिल्ट के खा सकते हैं। इस दिन को मनाने का मुख्य उद्देश्य है लोगों को अपने शरीर और खाने के बीच स्वस्थ रिश्ता बनाये रखने पर जोर देना। 

यह भी पढ़ें : मई 2024 के महत्वपूर्ण दिनों की पूरी लिस्ट

अंतर्राष्ट्रीय नो डाइट डे का इतिहास

आपको बता दें कि अंतरराष्ट्रीय नो डाइट डे की शुरुआत साल 1992 में ब्रिटेन की महिला मैरी इवांस द्वारा की गयी थी। मैरी इवांस ने 1992 में इस दिन डाइट ब्रेकर्स नाम के एक समूह की स्थापना की। इस समूह की स्थापना का उद्देश्य था कि लोगों में यह प्रचार प्रसार करना कि उनका शरीर जैसा है वैसा ही अच्छा है, वह अपने बॉडी शेप को अपनाएँ, वे जैसे दिखते हैं, वैसे ही खुद को स्वीकार करें। 

इसके साथ ही डाइटिंग से होने वाले नुकसान को भी समझें। मैरी इवांस खुद एक एनोरेक्सिया जैसी बीमारी से ग्रसित थीं। बता दें कि इस बीमारी में शरीर का वजन बढ़ने का खतरा बढ़ जाता है। इसी तरह एनोरेक्सिया से पीड़ित लोग अपने वजन को कम करने के लिए विभिन्न तरीकें अपनाते हैं। ऐसे में मैरी इवांस ने इस विशेष दिन यानी अंतर्राष्ट्रीय नो डाइट डे का आयोजन किया। तब से लेकर हर साल यह दिवस मनाया जा रहा है। 

कब और क्यों मनाया जाता है अंतर्राष्ट्रीय नो डाइट डे?

हर साल 6 मई को अंतर्राष्ट्रीय नो डाइट डे (International No Diet Day in Hindi) मनाया जाता है। इस दिन को मनाने की शुरुआत 1992 में हुई है तब से लेकर हर साल इस दिवस को दुनियाभर में मनाया जा रहा है। यह दिन उन लोगों को डाइटिंग के कठोर नियमों से मुक्त होकर जीवन का आनंद लेने के लिए प्रोत्साहित करता है।

यह भी पढ़ें : विश्व बौद्धिक संपदा दिवस 

अंतर्राष्ट्रीय नो डाइट डे का उद्देश्य

आज के दौर में डाइटिंग का जुनून लोगों को बिमारियों के चक्रव्यूह में फंसा रहा है। जरूरत से ज्यादा कैलोरी कम करने का यह प्रयास लो ब्लड प्रेशर, हृदय रोग, टाइप 2 मधुमेह जैसे स्वास्थ्य समस्याओं को जन्म दे सकता है। ऐसे में अंतर्राष्ट्रीय नो डाइट डे के माध्यम से लोगों को यह सन्देश दिया जाता है कि वह अपने शरीर को प्यार करें, वे जैसे हैं वैसे ही खुद को अपनाएँ, स्वस्थ भोजन का आनंद लें और डाइटिंग के नकारात्मक प्रभावों से अवगत रहें। 

अंतर्राष्ट्रीय नो डाइट डे कैसे मनाया जाता है?

इंटरनेशनल नो डाइट डे पर लोग विभिन्न तरह की गतिविधियों, कार्यक्रम, बॉडी पॉजिटिविटी वर्कशॉप, सेल्फ-केयर एक्टिविटीज और सोशल मीडिया कैंपेन शामिल हो सकते हैं। इसके अलावा इस दिन आप स्वस्थ भोजन का भी आनंद ले सकते हैं। 

यह भी पढ़ें : अंतरराष्ट्रीय नृत्य दिवस 

अंतर्राष्ट्रीय नो डाइट पर मैसेज

अंतर्राष्ट्रीय नो डाइट दिवस (International No Diet Day in Hindi) पर अपने दोस्तों और प्रियजनों के साथ यहाँ दिए मैसेज साझा कर सकते हैं।

  • डाइटिंग करना कोई समाधान नहीं है बल्कि फिट और स्वस्थ रहना सभी समस्याओं का समाधान है। हैप्पी इंटरनेशनल नो डाइट डे।
  • जब आप डाइटिंग करते हैं, तो आप अपने शरीर का सारा आकर्षण खो देते हैं और इंटरनेशनल नो डाइट डे पर, हमें खुद से वादा करना चाहिए कि हम उस शरीर का आनंद लेंगे जो हमें उपहार में मिला है।
  • स्वस्थ भोजन करें और नियमित व्यायाम करें और आप स्वयं को खुश, फिट और स्वस्थ पाएंगे। 
  • हमें नियमित रूप से खाना खाना चाहिए और नो डाइट डे पर डाइटिंग छोड़कर खाने का आनंद लें लेकिन व्यायाम करना न भूलें।
  • स्वस्थ भोजन का आनंद लेकर और फिट रहकर अपने शरीर को वैसे ही स्वीकार करें जैसा वह है। अंतर्राष्ट्रीय नो डाइट दिवस पर हार्दिक शुभकामनाएँ।

FAQs

इंटरनेशनल नो डाइट डे कैसे मनाया जाता है?

हर साल 6 मई को, इंटरनेशनल नो डाइट डे दुनिया भर में विभिन्न कार्यक्रमों और गतिविधियों के साथ मनाया जाता है। इस दिन लोग बिना किसी गिल्ट के अपने पसंदीदा खाद्य पदार्थों का आनंद लेते हैं, स्वस्थ भोजन के बारे में जागरूकता फैलाते हैं, अपने शरीर की तस्वीरें साझा कर सकते हैं आदि। 

इंटरनेशनल नो डाइट डे क्यों मनाया जाता है?

इंटरनेशनल नो डाइट डे को मनाये जाने का उद्देश्य है : हम जैसे हैं, वैसे ही सुंदर हैं। यह दिन हमें अपने शरीर की विशेषताओं, क्षमताओं और ताकत पर ध्यान केंद्रित करने के लिए प्रोत्साहित करता है। इस दिन विभिन्न तरह की गतिविधियों का आयोजन किया जाता है। 

अंतरराष्ट्रीय नो डाइट डे कब मनाया जाता है?

अंतरराष्ट्रीय नो डाइट डे हर साल 6 मई को मनाया जाता है।

क्या नो डाइट डे पर जंक फूड खाना सही है?

इस दिन का मकसद खाना छोड़ना नहीं, बल्कि खाने को लेकर सकारात्मक दृष्टिकोण अपनाना है। संतुलित रूप से कुछ खास चीजें खाना स्वीकार्य है।

क्या डाइटिंग हमेशा गलत होती है?

नहीं, अगर चिकित्सकीय आवश्यकता हो तो डाइटिंग सही होती है। लेकिन जब यह सामाजिक दबाव के कारण हो, तब यह नुकसानदायक हो सकती है।

नो डाइट डे कैसे मनाया जाता है?

लोग इस दिन अपने पसंदीदा व्यंजन खाते हैं, बॉडी पॉजिटिविटी पर चर्चा करते हैं, और सोशल मीडिया पर जागरूकता फैलाते हैं।

इस दिन का बच्चों और किशोरों के लिए क्या महत्व है?

यह दिन बच्चों और युवाओं को सिखाता है कि हर शरीर खूबसूरत होता है और उन्हें अपने शरीर को जैसे है वैसे ही स्वीकारना चाहिए।

क्या इस दिन सभी को डाइट छोड़ देनी चाहिए?

यह वैकल्पिक है। उद्देश्य यह है कि लोग एक दिन के लिए बिना अपराधबोध के अपना मनपसंद खाना खाएं और खुद को अपनाएं।

नो डाइट डे को महिलाएं ज्यादा क्यों मनाती हैं?

क्योंकि समाज में महिलाओं पर शारीरिक छवि को लेकर अधिक दबाव होता है, इसलिए वे इस दिन को आत्म-स्वीकृति के रूप में अपनाती हैं।

नो डाइट डे की शुरुआत किसने की थी?

इस दिवस की शुरुआत 1992 में ब्रिटिश महिला मैरी इवांस यंग ने की थी, जो एक बॉडी पॉजिटिविटी एक्टिविस्ट थीं।

नो डाइट डे मनाने का उद्देश्य क्या है?

इसका उद्देश्य शरीर की विविधता को स्वीकार करना, बॉडी शेमिंग का विरोध करना और संतुलित जीवनशैली को बढ़ावा देना है।

संबंधित आर्टिकल्स

आशा है कि इस ब्लाॅग में आपको International No Diet Day in Hindi से जुड़ी पूरी जानकारी मिल गई होगी। इसी तरह के अन्य ट्रेंडिंग आर्टिकल्स पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बने रहें।

Leave a Reply

Required fields are marked *

*

*